मीत हेयर द्वारा प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग की कायाकल्प की योजना को हरी झंडी        

  •  भगवंत मान सरकार सरकारी विभागों को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध  
  •   नयी मशीनों की खरीद करके सरकारी प्रैस के नवीनीकरण पर दिया ज़ोर  

 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 
 

            प्रिंटिंग और स्टेशनरी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने पिछली सरकारों द्वारा अनदेखे चल रहे प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग की कायाकल्प करने के निर्देश दिए हैं। नयी मशीनों की खरीद करके सभी सरकारी विभागों और संस्थाओं की छपाई का काम सरकारी प्रैस से करना सुनिश्चित बनाया जाये।  
 
            आज यहाँ विभाग की उच्च स्तरीय मीटिंग करते हुए मीत हेयर ने कहा कि आधुनिकता के दौर में प्रिंटिंग की नयी तकनीकें आने से नयी मशीनरी समय की ज़रूरत है, जिसके लिए विभाग नयी तकनीक की मशीनों की खरीद करे। पटियाला और एस.ए.एस नगर स्थित सरकारी प्रैस का नवीनीकरण किया जाये। छपाई का मानक ऊँचा उठाने के लिए 1.40 करोड़ रुपए की राशि के साथ मल्टीकलर डिजिटल मशीनें और ऑफसैट मशीनें खरीदी जाएँ। अगले बजट सैशन में और नयी आधुनिक मशीनें खरीदी जाएँ। उन्होंने विभाग के पुनर्गठन की योजना को हरी झंडी देते हुए कहा कि समय की ज़रूरत के अनुसार तकनीकी विशेषज्ञों की भर्ती की जाए।  

            मीटिंग के दौरान इस बात पर भी विचार किया गया कि सरकारी प्रैस पटियाला की ज़मीन ओ.यू.वी.जी.एल. स्कीम के अंतर्गत पुडा को हस्तांतरित कर और इसके एवज़ में पुडा द्वारा पटियाला में 3 एकड़ ज़मीन और प्रैस की बिल्डिंग और कुछ क्वार्टर और एस.ए.एस. नगर प्रैस की बिल्डिंग के नवीनीकरण और दोनों प्रैसों में कुछ नयी मशीनें स्थापित करने के लिए फंड मुहैया करवाने का प्रस्ताव बनाया जाये।  
 मीटिंग के दौरान यह भी फ़ैसला किया गया कि देश के अन्य राज्य जिनमें प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग बेहतर काम कर रहा है, वहाँ के सिस्टम का अध्ययन करके वहाँ के बेहतर मॉडल को पंजाब में लागू किया जाये। मीत हेयर ने कहा कि विभाग का सारा काम-काज प्रिंटिंग और स्टेशनरी मैनुअल-1975 के उपबंधों के अनुसार किया जाता है परन्तु आज के दौर में प्रैस का आधुनिकीकरण और प्रौद्यौगिकी काफ़ी आगे निकल गई है, जिसके लिए मैनुअल को अपडेट करने की सख़्त ज़रूरत है। विभाग के काम को और अधिक सुचारू ढंग से चलाने के लिए प्रभावी वैबसाईट बनाई जाये।  
 
            मीटिंग में प्रिंटिंग और स्टेशनरी के प्रमुख सचिव वीके मीना, कंट्रोलर पुनीत गोयल और एडीशनल कंट्रोलर आनंद सागर भी मौजूद थे।