Thursday, December 26

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड, जगाधरी के वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह सारंग का आयोजन स्कूल की चेयरपर्सन डॉ रजनी सहगल के दिशा निर्देशन में धूमधाम एवं हर्षोल्लास से आयोजित हुआ। आज के वार्षिकोत्सव ‘सारंग’ एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यातिथि अशोक कुमार, एच. सी. एस., सिटी मैजिस्ट्रेट, यमुनानगर रहे| विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्योगपति राजेश गढ़ व बिंदु ने कार्यक्रम में शिरकत की| समारोह का शुभारम्भ  सिद्धिविनायक भगवान गणेश और ज्ञान प्रदायनी माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित एवं पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया।

            समारोह में यमुनानगर-जगाधरी चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रधान, प्रबंध निदेशक एवं विख्यात शिक्षाविद डॉ एम के सहगल ने अपने संबोधन में सभी अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिखाये गये उत्साह और उमंग को देखकर उन्होंने कहा कि इस विद्यालय की स्थापना का हमारा एक ही उद्देश्य है- विद्यार्थियों का सर्वागीण विकास करते हुए उनमें नैतिकता की भावना को विकसित करना जिससे कि अपने जीवन में कुशल नेतृत्व की क्षमताएँ विकसित कर सके और अच्छे इंसान बन सके। वार्षिकोत्सव का उद्देश्य उनको शैक्षणिक गतिविधियों के अतिरिक्त अन्य विधाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है।

            डॉ० सहगल ने कहा कि विद्यार्थी ही देश के भावी  निर्माता है इसीलिए माता-पिता और शिक्षकों को मिलकर उन्हें सुसंस्कारवान बनाना चाहिए जिससे वो श्रेष्ठ नागरिक बने।उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहता है कि विदयार्थियों को ऐथिक्स, एक्सीलेंस और लीडरशीप की क्वालिटी प्रदान करें जिससे विद्यार्थी उच्च पदों पर पहुँचकर उन्हें गौरवान्वित करते रहे। डॉ सहगल ने कहा कि बच्चों में ही देश का भविष्य सुरक्षित है। इसलिए केवल उन्हें केवल किताबी ज्ञान तक की सीमित नहीं रखना अपितु सैद्धान्तिक और व्यवहारिक जीवन का शान भी प्रदान करता है, जिससे आने वाले जीवन में वे प्रतिष्ठित जीवन जी सके। कार्यक्रम के दौरान प्रिंसिपल रविंदर सिंह वधवा द्वारा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी।

            मुख्य अतिथि अशोक कुमार की प्रोफाइल पड़ते हुए उप-महाप्रबंधक स्वरांजलि ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि अशोक कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये गये सभी कार्यक्रम सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि डॉ एम के सहगल स्वयं शिक्षाविद और संघर्षशील व्यक्ति है इसलिए वे और उनकी पूरी टीम विद्यार्थियों की प्रतिभा को सजाने संवारने और निखारने में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार के कान्वेंट पद्धति के स्कूल का संचालन करना निश्चित ही सराहनीय कदम है।

            विशिष्ट अतिथि राजेश गढ़ ने विद्यार्थियों दवारा प्रस्तुत कभी कार्यक्रमों की प्रशंसा और सराहना की और कहा कि इस स्कूल के सभी बच्चे निश्चित रूप से होनहार विदयार्थी है एवं उनका भविष्य उज्ज्वल है|  उन्होंने पेरेंट्स और शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी विद्यार्थियों में कोई न कोई प्रतिभा अवश्य छिपी रहती है आवश्यकता है उसे खोज के सही दिशा में लगाने की यह कार्य माँ और शिक्षक के अतिरिक्त कोई और नहीं कर सकता|चेयरपर्सन डॉ रजनी सहगल ने कहा कि जो लोग लक्ष्य को केन्द्रित करके परिश्रम और संघर्ष करते हैं, सफलता निश्चित रूप से उनके कदम चूमती है, आज कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्री नर्सरी से दूसरी कक्षा तक के विद्यार्थी इसका सटीक उदाहरण है। उन्होंने मंच के माध्यम से पेरेन्टस को विश्वास दिलाया कि यह संस्था आपके बच्चों के सपूर्ण विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।वार्षिक उत्सव में विद्यार्थियों में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया।

            कार्यक्रम में गणेश वंदना की शानदार प्रस्तुति दी गयी।  जल है तो कल है के सन्देश से हाल तालिओं की गड़गड़ाहट से गूंज उठा| गिद्दा और भंगड़ा की प्रस्तुति ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, डॉ० एम० के० सहगल, डॉ० रजनी सहगल व वालमार्ट में कार्यरत व स्कूल के वित-सचिव नमन सहगल ने विद्यार्थियों को पुरस्कार और ट्राफी प्रदान करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। इस मौके पर 248 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रिंसिपल रविंदर सिंह वधवा, नमन सहगल, स्वरांजलि, गगन बजाज, अभिभावकगण, शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक सदस्य उपस्थित रहे। मंच का सञ्चालन स्वरांजलि, लखविंदर कौर एवं ज्योति ने किया।