तवांग पर कब्जे की मंशा के पीछे ड्रैगन की है ये रणनीति

            अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ यांगत्से के आसपास के इलाकों में भारत पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने में जुटा है। सरकार के अधिकारियों ने पत्रकारों यह जानकारी देते हुए कहा कि चीन इसे लेकर काफी दबाव में है और 9 दिंसबर को हुई झड़प का एक कारण ये भी हो सकता है।

अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास किबिथू में सैन्य अभ्यास करते भारतीय सेना के जवानों की फाइल फोटो (PTI)
अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास किबिथू में सैन्य अभ्यास करते भारतीय सेना के जवानों की फाइल फोटो

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

            अरुणाचल प्रदेश के तवांग पर चीन की नजरें लंबे समय से गढ़ी हुई थीं, यहां लगातार उसके सैनिकों का जमावड़ा हो रहा था और 9 दिसंबर को उसने अंदर घुसने की हिमाकत की जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। तवांग एक बेहद खूबसूरत जगह है जो प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ धार्मिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। चीन की नई हरकत से सवाल उठता है कि उसकी इस इलाके पर नजर क्यों है, साथ ही ये भारत के लिए खास महत्व का क्यों है। 

            अरुणाचल प्रदेश का तवांग करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। ये जगह सेना के लिए रणनीतिक रूप से खास महत्व की है। दोनों देशों के लिए ये जगह इसलिए भी खास है क्योंकि ये 1962 के भारत-चीन से जुड़ी हुई है। इस युद्ध में तवांग पर कब्जे के बाद चीन ने इसे खाली कर दिया था क्योंकि यह मैकमोहन लाइन के अंदर पड़ता है। लेकिन बाद में चीन की नीयत बदल गई और उसने मैकमोहन लाइन को मानने से इनकार कर दिया। 

            इसके बाद से ही चीन की तवांग पर बुरी निगाह बन गई, हालांकि उसके लिए दोबारा यहां पहुंचना आसान नहीं रह गया था। अब वह पुरानी रणनीति के तहत यहां तक पहुंचना चाहता है और इसी के तहत उसके करीब 600 सैनिकों ने यहां जमावड़ा लगाते हुए दबाव बनाने की कोशिश की। 9 दिसंबर को चीनी सैनिकों ने एक कदम आगे बढ़ते हुए घुसपैठ का दुस्साहस किया जिसका भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया। 

            दरअसल, तवांग पर कब्जे की मंशा के पीछे चीन की एक खास रणनीति है। इस पोस्ट पर काबिज होने के बाद वह तिब्बत के साथ-साथ एलएसी की निगरानी भी करना चाहता है। इसी रणनीति के तहत वह बार-बार इसके करीब पहुंचने की कोशिश करता है। बता दें कि तिब्बती धर्मगुरु का तवांग से खास रिश्ता है। 1959 में तिब्बत से निकलने के बाद मौजूदा दलाई लामा ने यहां कुछ दिन बिताए थे। यह बात भी चीन को चुभती है क्योंकि उसकी आंखों में दलाई लामा खटकते रहे हैं। 


            अगर तवांग पर चीन का कब्जा हो जाए तो यह भारत के लिए किस तरह खतरा बना सकता है, समझने की कोशिश करते हैं। चीन की तरफ से एलएसी पर भारत के लिए दो प्वाइंट सबसे अहम हैं। पहला है तवांग और दूसरा है चंबा घाटी। चंबा घाटी नेपाल-तिब्बत सीमा पर मौजूद है, वहीं तवांग चीन-भूटान जंक्शन पर मौजूद है। अगर चीन तवांग पर कब्जा कर लेता है तो अरुणाचल प्रदेश पर दावा ठोक सकता है जिसे वह अपना हिस्सा मानता है। 

            यही वजह है कि भारत इसे लेकर बेहद सतर्क रहता है। 1962 युपद्ध के घाव अभी भी ताजा हैं और भारत दोबारा उसे दोहराता हुआ नहीं देखना चाहेगा। भारत बिल्कुल भी नहीं चाहेगा की सामरिक महत्व की ये जगह उसके हाथ से निकल जाए। इसी को देखते हुए भारत ने पिछले कुछ वर्षों में इस पर खास ध्यान देते हुए निर्माण कार्य तेज किए हैं। इसके अलावा यहां सैनिकों की संख्या बढ़ाते हुए निगरानी भी तेज कर दी है। नए घटनाक्रम ने भारत की आशंका को सही साबित कर दिया है कि चीन पर कतई भरोसा नहीं किया जा सकता है। गलवान घाटी के बाद अब तवांग की घटना ने भारत को बेहद सतर्क कर दिया है। 

            भारतीय सेना ने सोमवार को जानकारी दी कि 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर में LAC पर भारत और चीन के सैनिक आपस में भिड़ गए थे और आमने-सामने की इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें भी आई थीं।

            रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद को बताया कि इस झड़प में न किसी भारतीय सैनिक की मृत्यु हुई है और न ही किसी को गंभीर चोट आई है। उन्होंने लोकसभा में कहा, “इस आमने-सामने की लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को चोटें आईं। मैं इस सदन को बताना चाहता हूं कि हमारे किसी भी सैनिक की मौत नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर चोट आई है। भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण, पीएलए सैनिक अपने स्थानों पर पीछे हट गए हैं।

Expedite the Works and Complete the Projects in given Timeline – Adviser on Chandigarh Master Plan Meet

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front,  Chandigarh, 13th December :

A meeting regarding the implementation of Chandigarh Master plan was held today under the chairmanship of Sh. Dharam Pal, Adviser to the Administrator. The top-notch officers of the Chandigarh Administration comprising Sh. Nitin Yadav, Home Secretary, Sh. Vijay N Zade, Finance Secretary, Sh. Vinay Pratap Singh, Deputy Commissioner, Smt. Anindita Mitra, Commissioner Municipal Corporation and SSP Chandigarh, Smt. Manisha Chaudhary.


                        The meeting highlighted various development projects of Chandigarh including heritage conservation of Capitol Complex, schools & colleges etc, upgradation of social infrastructure, physical infrastructure, development of villages, regional issues with neighbouring states. The Adviser took the progress report of the planned upcoming projects from all the major departments of the Chandigarh Administration.


                        Plans of upgrading the Government houses into stay homes to promote tourism in the city has also been proposed. With an aim to make Chandigarh a Cultural hub, various cultural projects like the upgradation of Beant Singh Memorial and creating of new exhibition centre was also taken up by the officials. The Administrator also announced the construction of ten new schools in the city to strengthen the education framework in the city. The work on four schools would be taken up during this financial year and the construction of other schools would be taken up gradually.


                        To strengthen the health infrastructure in the city, the Adviser has directed the concerned authorities to expedite the work of creation and upgrading dispensaries into the health and wellness centres, and also start the work on creation of Advanced Centre of Infectious Diseases and Regional Trauma centre at GMCH 32.


                        Planning and Development of various pockets of Manimajra were also discussed.  Adviser stressed the need to take immediate action for development of longitudinal green belts and cycle tracks in the city.  Planning Department was directed to submit action plan within a week.  


                        The final agreement for Chandigarh 24×7 water supply project will be signed between the Municipal Corporation and French Government’s Agence Francaise de Development (AFD) on December 16 which is the most awaited project of the Corporation. The Commissioner Municipal Corporation also apprised the committee about the upgrading all the STP’s by March 2023. Sh. Dharam Pal, Adviser to the Administrator directed the officials to expedite all the development works in a time bound manner and submit the action taken report in the next meeting.


                        Secretary Education, Secretary Industries, Secretary Culture, Chief Conservator of Forest, Chief Architect, Chief Engineer were also present in the meeting.

आधी छुट्टी से पहले कोई भी अध्यापक या स्कूल प्रमुख नहीं जायेगा ऑन-ड्यूटी  

  • हरजोत सिंह बैंस द्वारा शिक्षा विभाग में बतौर बी.एम./डी.एम. काम करने वाले अध्यापकों को तुरंत स्कूलों में तैनात करने के हुक्म  
  • मिशन-100 प्रतिशत मुहिम को कामयाब करने के लिए लिया बड़ा फ़ैसला  
  • जि़ला शिक्षा सुधार टीमों के मैंबर भी स्कूल विजीट के दौरान कक्षाओं में पढ़ाएंगे
  • पंजाब की स्कूल शिक्षा को समय का साथी बनाने के लिए की जायेगी हर संभव कोशिश-हरजोत सिंह बैंस  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

पंजाब सरकार द्वारा राज्य की स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए ‘मिशन-100 प्रतिशत’ मुहिम को कामयाब करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।  

इन प्रयासों के अंतर्गत ही आज स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब स. हरजोत सिंह बैंस ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए फील्ड में काम कर रहे विज्ञान, गणित और अंग्रेजी/समाजिक शिक्षा विषय के 749 ब्लॉक और जि़ला मैंटरों (बी.एम. और डी.एम.) को तुरंत जरूरतमंद स्कूलों में तैनात करने सम्बन्धी जि़ला शिक्षा अफसरों को हुक्म जारी किये हैं।  

शिक्षा मंत्री के अनुसार वर्तमान समय में इन विषय के 680 अध्यापक बतौर ब्लॉक मैंटर और 69 अध्यापक बतौर जि़ला मैंटर स्कूलों में पढ़ाने की जगह फील्ड ड्यूटी कर रहे थे। स. बैंस के अनुसार ‘मिशन-100 प्रतिशत’ मुहिम का मकसद फर्जी आंकड़े पेश करके वाह-वाही कमाना नहीं, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को सुधार कर हर विद्यार्थी की सीखने की कुशलता में वृद्धि करना है।  

स. बैंस ने कहा कि उनको कुछ जिलों से यह रिपोर्टें मिली थीं कि यह तैनातियाँ करते समय विभागीय नियमों की पालना नहीं की गई, जिस संबंधी स्पष्ट हिदायतें हैं कि माध्यमिक स्कूलों में कोई भी मैंटर तैनात ना किया जाये परन्तु सिंगल टीचर माध्यमिक स्कूल में केवल एक मैंटर तैनात किया जा सकता है। इसी तरह यह तैनातियाँ करते समय सबसे पहले दूर और पिछड़े क्षेत्र के स्कूलों को कवर किया जाये, जहाँ अध्यापकों की बड़ी कमी है और फिर 50 प्रतिशत स्टाफ वाले स्कूलों में जहाँ किसी विषय के अध्यापक की सख़्त ज़रूरत है, को कवर किया जाये और आखिर में उन स्कूलों में मैंटरों को तैनात किया जाये जहाँ सम्बन्धित विषय का कोई भी अध्यापक नहीं है।  

शिक्षा मंत्री के अनुसार किसी भी अध्यापक के साथ पक्षपात से गुरेज़ किया जाये और बड़े स्कूल जहाँ इक्का-दुक्का पोस्ट खाली हैं, शहरी क्षेत्र या शहरों के पास के स्कूलों में यह तैनातियाँ बिल्कुल नाम की जाएँ।  

शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह तैनातियाँ अगले हुक्मों तक की जाएंगी और इस सम्बन्धी लिखित हुक्म सेकंडरी विभाग के जि़ला शिक्षा अफसरों द्वारा आज ही जारी किये जाएंगे, जोकि इन तैनातियों को पारदर्शी बनाने और लागू करने के लिए जि़म्मेदार हैं।  

स. बैंस ने यह भी स्पष्ट किया कि अब आधी छुट्टी से पहले किसी भी स्कूल का अध्यापक या प्रमुख किसी मीटिंग या दफ़्तरी काम सम्बन्धी ऑन-ड्यूटी नहीं जायेगा और यदि कहीं ज़रूरी कारणों से जाना भी है तो उसकी सम्बन्धित जि़ला शिक्षा अफ़सर से पहले मंजूरी लेना अनिवार्य है। जिलों में पहले से ही काम कर रही जि़ला शिक्षा सुधार टीमों को हिदायतें जारी करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह टीमें भी कम नतीजों वाले स्कूलों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगी और सुधार टीम के सभी मैंबर जिस भी स्कूल में जाएंगे, उस स्कूल की कक्षाओं को पढ़ाएंगे और हिदायतें देने की बजाय अध्यापकों और विद्यार्थियों के सामने विलक्षण प्रस्तुति कर मॉडल अध्यापक के तौर पर पेश आऐंगे।  

स. बैंस ने कहा कि वह किसी भी किस्म की कोताही को बर्दाश्त नहीं करेंगे, क्योंकि पंजाब के लोगों को मानक शिक्षा मुहैया करवाने संबंधी वह पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।  

आशीर्वाद स्कीम के अंतर्गत 31736 लाभार्थियों को 16161.31 करोड़ रुपए की बाँटी राशि: डॉ. बलजीत कौर   

 
 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब सरकार द्वारा आशीर्वाद स्कीम के अंतर्गत अनुसूचित जातियों के 19646 लाभार्थियों और पिछड़ी श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के 12090 लाभार्थियों को चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 16161.31 करोड़ रुपए बाँटे जा चुके हैं।  
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि आशीर्वाद स्कीम के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा राज्य में कम आमदनी वाले परिवार से सम्बन्धित लड़कियों के विवाह के लिए 51,000 रुपए तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।  

 डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि आशीर्वाद स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता पंजाब राज्य का स्थायी नागरिक हो, उसका परिवार गरीबी रेखा से नीचे का हो, आवेदनकर्ता अनुसूचित जाति, पिछड़ी श्रेणियों और अन्य आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों से सम्बन्धित हो और परिवार की सभी साधनों से वार्षिक आमदन 32,790 रुपए से कम हो, ऐसे परिवारा की दो बेटियाँ इस स्कीम का लाभ लेने के योग्य हैं।  

 मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार अनुसूचित जातियों, पिछड़ी श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि वित्तीय सहायता की अदायगी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में की जाती है, जिनको आधार से जोड़ा जा चुका है।

बादलों की बसों का चंडीगढ़ में दाखिला बंद, अब केवल पंजाब सरकार की बसें ही हो सकेंगी चंडीगढ़ में दाख़िल: लालजीत सिंह भुल्लर

  •  ‘‘पंजाब ट्रांसपोर्ट (संशोधन) स्कीम-2022’’ के अंतर्गत 100 प्रतिशत शेयर के साथ केवल राज्य सरकार की बसों को ही अंतरराज्यीय रूटों पर चलने की इजाज़त
  •  कहा, बादल परिवार ने अपनी और अपने सहयोगियों की बसों का चंडीगढ़ में दाखिला सुनिश्चित बनाकर सरकारी खज़ाने को सेंध लगाई
  •  कांग्रेस सरकार ने भी आपसी मिलीभगत से पहुँचाया बादलों और बड़े बस ऑपरेटर घरानों को फ़ायदा

  राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब से प्राईवेट बस माफ़िया को जड़ से ख़त्म करने के वायदे के साथ सत्ता की कमान संभालने वाली मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने एक और अहम फ़ैसला लेते हुए इंटर-स्टेट रूटों पर बादल परिवार और बड़े बस ऑपरेटरों की निजी बसों का एकाधिकार ख़त्म कर दिया है।  
 
परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि बादल परिवार ने 2007 से 2017 की अपनी सरकारों के कार्यकाल के दौरान अपने निजी कारोबार चलाने की संकुचित नीति के अंतर्गत योजनाएं बनाईं, जिसमें उनके बाद की कांग्रेस सरकार ने भी बादलों के ट्रांसपोर्ट कारोबार चलाने में मदद की।  
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा इसी मन्तव्य के अंतर्गत ‘पंजाब ट्रांसपोर्ट स्कीम-2018’ बनाई गई, जिसमें स्टेट शेयर घटाकर बड़े बस ऑपरेटरों को फ़ायदा तो पहुँचाया ही गया, जिसका सीधा फ़ायदा बादल परिवार को मिला, बल्कि चंडीगढ़ में बादल परिवार की बसों का दाखिला बादसतूर जारी रहा। इससे सरकारी खज़ाने को बड़े स्तर पर नुकसान पहुँचाया जाता रहा।  
 
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि ‘‘पंजाब ट्रांसपोर्ट स्कीम-2018’’ में संशोधन कर इसको ‘‘पंजाब ट्रांसपोर्ट (संशोधन) स्कीम-2022’’ कर दिया गया है। स्कीम के क्लॉज-3 के श्रृंखला नंबर-बी में संशोधन के साथ अब 100 प्रतिशत शेयर के साथ केवल राज्य सरकार की बसें ही चंडीगढ़ में दाख़िल हो सकेंगी। उन्होंने बताया कि अंतरराज्यीय रूटों पर 39 या इससे अधिक सवारियों की क्षमता वाली एयर-कंडीशन्ड स्टेज कैरिज बसें केवल स्टेट ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग्ज द्वारा ही हर श्रेणी में उनके समूचे शेयर में से ही चलाई जाएंगी।  
 
परिवहन मंत्री ने दोष लगाया कि बादल परिवार अपने निजी हितों के लिए खज़ाने को निरंतर सेंध लगाता रहा और अपने एवं अपने साथियों के कारोबार को बढ़ाने के लिए मनमर्जी की योजनाएं बनाता रहा, परन्तु पंजाब सरकार, सरकारी खज़ाने की कीमत पर बादलों के संकुचित हितों की पूर्ति नहीं होने देगी।

सात फायर टेंडर ने बुझाई मोमबत्ती फैक्ट्री आउटलेट में लगी आग

  • हल्लोमाजरा के रियाशी इलाकों में स्थित है आउटलेट
  • फायर कर्मियों ने पूरे रास्ते को कर दिया था ब्लॉक
  • दुकान खुलने के बाद मालिक को लगा आग लगने का पता

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

सर्दियों के समय में भी शहर में आगजनी की घटनाएं हो रही है। पिछले दो महीनों के अंदर फैक्ट्री में आग लगने की यह दूसरी घटना है। मंगलवार सुबह हल्लोमाजरा स्थित एक मोमबत्ती की फैक्ट्री आउटलेट में आग लग गई। घटना की सूचना पाकर दमकल विभाग की करीब 7 फायर टेंडर मौके पर समय रहते पहुंच गए थे और आग पर जल्दी काबू पा लिया गया। जिस जगह यह आग लगी थी उसके पास ही एक होटल भी था जिसमें करीब 50 लोग ठहरे हुए थे। रिहायशी जगह पर लगी इस आग से स्थानीय लोगों के लिए भी संकट पैदा हो गया था। हालांकि फायर ब्रिगेड के तुरंत मौके पर पहुंचने से खतरा काफी हद तक कम हो गया। आग अनमोल कैंडल्स फैक्ट्री आउटलेट में लगी थी और यह वासुदेवा इंटरप्राइजेज के नाम से रजिस्टर्ड है। नगर निगम अब इस बात की जांच भी करेगा कि इस फैक्ट्री के संचालक के पास फायद एनओसी थी या नहीं।

फैक्ट्री आउटलेट मालिक अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें याद है कि उनकी दुकान के बाहर हाथ सेंकने के लिए लोग बैठे थे। उन्होंने संदेह जताया कि यहीं से आग लगी है। हालांकि आग लगने की घटना के कारणों की औपचारिक रूप से पुष्टि नहीं हो सकी थी। सुबह आउटलेट मालिक अपने भाई के साथ दुकान पर आए थे तो अंदर से धुआं उठता दिखा जिसके बाद उन्होंने इस घटना की सूचना दमकल विभाग को दी औश्र फायर टेंडर समय रहते मौके पर पहुंच गए।

फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। वहीं अंदर की आग को बुझाने के लिए दुकान के पीछे एक दीवार भी तोड़ने का प्रयास किया गया। दुकान की ओर जाती पूरी गली को आम लोगों के लिए ब्लॉक कर दिया गया था जिसके बाद वहां से करीब आधा घंटा आम जनता की आवाजाही पूरी तरह से बंद रही। जानकारी के अनुसार दुकान में लगी आग से लाखों रुपए का सामान जल का खाक हो गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले इंडस्ट्रियल एरिया में एक शराब की फैक्ट्री में आग लग गई थी। जांच में सामने आया था कि फैक्ट्री संचालक ने वहां फायर सेफ्टी उपकरण नहीं लगाए हुए थे। वहीं नगर निगम ने शहर के सभी फैक्ट्री, होटल, रेस्टोरेंट से लेकर ऑफिसज को नोटिस जारी कर फायर एनओसी की जानकारी देने के लिए नोटिस पहले ही जारी कर दिया है।

तेल की कीमतें 35 प्रतिशत तक कम करे सरकार : रॉयल रमेश अरोड़ा

बोले, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बाद भी नहीं घटाई जा रही तेल की कीमत

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंटहिसार :   

            हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष व पंजाबी एकता संगठन  के प्रधान रॉयल रमेश अरोड़ा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी के बावजूद सरकार तेल की कीमतों को नहीं घटा रही है। क्रूड ऑयल की लगातार घट रही कीमतों के चलते तेल के दामों में लगभग 35 प्रतिशत की कमी की जानी चाहिए लेकिन अभी भी सरकार उसी कीमत पर तेल बेच रही है जो कि लोगों के साथ सरासर अन्याय है और उनका आर्थिक शोषण है।

            रॉयल रमेश अरोड़ा ने कहा कि जुलाई 2008 के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 46 फीसदी गिरावट आई है। कच्चे तेल को लीटर और रुपये के हिसाब से अनुमान लगाएं तो ये कीमतें पिछले 9 महीने में लगभग 33 रुपये से ज्यादा घटनी चाहिएं लेकिन अभी भी देश की जनता को उन्हीं कीमतों पर तेल दिया जा रहा है बल्कि कीमतें घटाने की बजाय उसमें लगातार बढ़ोतरी ही की जा रही है। तेल की कीमतें अधिक होने से महंगाई बढ़ रही है और देश की जनता की जेब पर भारी बोझ बढ़ रहा है। वहीं औद्योगिक क्षेत्र में भी इसका विपरीत असर पड़ रहा है और कच्चे माल की ढुलाई में ट्रांस्पोर्ट का खर्चा बहुत अधिक बढ़ गया है। इसलिए लोगों के व्यापार भी इससे प्रभावित हो रहे हैं।

            रॉयल रमेश अरोड़ा ने मांग उठाई की सरकार क्रूड ऑयल की घटती कीमतों के अनुरुप ही तेल की कीमतों में कम से कम 35 प्रतिशत की कटौती करके लोगों को राहत प्रदान करे। तेल की बढ़ती कीमतों के चलते मध्यम वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है और उसकी आर्थिक परेशानी बढ़ी हैं। इसलिए सरकार गंभीरता के साथ इस संबंध में ठोस कदम उठाए।

युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है गठबंधन सरकार : रमेश चुघ

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंटहिसार :   

इनेलो जिला प्रवक्ता रमेश चुघ ने कहा है कि प्रदेश के जिन युवाओं से सरकारी नौकरी देने का वायदा कर सत्ता में आई भाजपा गठबंधन सरकार अब उन्ही युवाओं के साथ वायदा खिलाफी कर रही है और हर रोज सरकारी नौकरी खत्म करने के नए-नए तरीके निकाल रही है।  

रमेश चुघ ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है, टीजीटी और पीजीटी की भर्तियां हरियाणा कौशल रोजगार निगम के द्वारा कांट्रैक्ट पर भर्ती कर रही है जो कि न तो संवैधानिक और न ही वैधानिक प्रक्रिया है। एचपीएससी और एसएससी जो कि ए,बी,सी और डी कैटेगरी की सरकारी नौकरियों के लिए बनाए गए संवैधानिक और वैधानिक कमीशन और बोर्ड हैं, अब भाजपा गठबंधन सरकार ने निष्क्रिय कर दिए हैं।

सरकारी नौकरियों को ठेके पर देने की प्रथा कांग्रेस राज में भूपेंद्र हुड्डा ने शुरू की थी जिसे अब भाजपा गठबंधन सरकार पूरी तरह से लागू करने पर आमादा है। प्रदेश के युवाओं को नियमित सरकारी नौकरियों की जरूरत है न कि ठेके पर दी जा रही नौकरियों की। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने एक षड्यंत्र के तहत रोजगार विभाग ही खत्म कर दिया है और लगातार सरकारी पदों को खत्म कर रही है ताकि कोई पद खाली न दिखे।

फिल्म ‘एंग्री अन्ना’ में विलेन के किरदार में नजर आएगा हिसार का प्रदीप सोनी

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंटहिसार :   

आगामी 16 दिसंबर को ओटीटी पर रिलीज होने जा रही मूवी ‘एंग्री अन्ना’ में बैंक कालोनी हिसार निवासी अभिनेता प्रदीप सोनी विलेन नदीम के किरदार में नजर आएंगे। वे इस फिल्म में मुख्य विलेन के राइट हैंड के रूप में दिखेंगे। इस फिल्म का निर्माण कीर्ति मोशन पिक्चर्स द्वारा किया जा रहा है। अभिनेता प्रदीप सोनी ने बताया कि इस फिल्म में उन्होंने विलेन के किरदार के साथ-साथ एसिस्टेंड डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया है। ‘एंग्री अन्ना’ फिल्म किडनी कांड पर आधारित है जिसमें किडनी गैंग का खुलासा किया गया है। प्रदीप सोनी ने बताया कि इस फिल्म में उन्होंने मुख्य विलेन मोरे गुर्जर के साथ नदीम के रूप में उनके राइट हैंड की भूमिका अदा की है जो उसके पूरे किडनी रैकेट को मैनेज करता है। इस फिल्म में हीरो का रोल अरुण नागर ने निभाया है जो इस फिल्म के डायरेक्टर भी हैं। वहीं रवि वर्मा फिल्म में इंस्पेक्टर का रोल निभा रहे हैं।

प्रदीप सोनी इससे पहले भी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं हाल ही में उनकी फिल्म ‘बल्ली वर्सिज बिरजू’ भी रिलीज हुई थी। ‘एंग्री अन्ना’ फिल्म में भी प्रदीप सोनी ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी है और शानदार अभिनय का परिचय देकर फिल्म जगत में एक अलग पहचान बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म ‘एंग्री अन्ना’ में भी उनका नया अंदाज देखने को मिलेगा। प्रदीप सोनी का कहना है कि अपनी मेहनत और अभिनय के दम पर वे एक दिन फिल्म जगत की ऊंचाईयों पर जरूर पहुंचेंगे इसका उन्हें विश्वास है। फिल्मी दुनिया में हिसार का नाम रोशन करना उनका सपना है।

Police Files, Panchkula – 13 December, 2022

रॉन्ग साइड चलनें वालें वाहनों पर सख्त कार्रवाई, 100 वाहनों के काटे चालान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 13 दिसम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्दशानुसार जिला पंचकूला में गल्त साईड से वाहनो के प्रवेश, गल्त रास्तो का उपयोग तथा गल्त जगहो पर वाहनों की पार्किंग हेतु सख्त कार्रवाई की जा रही है इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस द्वारा स्कूलो, कॉलेज इत्यादि स्थानों पर जाकर ट्रैफिक नियमों की पालना हेतु जागरुक व आमजन से ट्रैफिक नियमों की पालना हेतु अपील की जा रही है । इस अभियान के तहत एसीपी ट्रैफिक श्रीमति ममता सौदा के अगुवाई में पंचकूला में गल्त रास्तो की तरफ आनें – जानें वाहनों पर सख्त कार्रवाई हेतु स्पेशल नाकाबंदी की जा रही है जिस नाकाबंदी के दौरान अमराती की तरफ इन्चार्ज सुरजपुर उप.नि. बिजेन्द्र सिंह के द्वारा नाकांबदी करके आज करीब 20 वाहनों के द्वारा गल्त रास्तो का उपयोग करनें पर चालान किया गया और इस मुहिम के तहत लगातार पिछले 3 दिनों में करीब 100 वाहनों के चालान काटे गये है । जिस सबंध में अभियान लगातार जारी है और ट्रैफिक नियमों के प्रति लापरवाही वाहन चालको के खिलाफ कडी कार्रवाई की जा रही ।

इस सबंध में एसीपी ट्रैफिक नें जानकारी देते हुए कहा कि कहा कुछ लापरवाह जो ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करके खुद की और दुसरे वाहन चालको की जिन्दगी को खतरे में डालते है और खासकर गल्त रास्तो और शार्टकट इत्यादि रास्तो का प्रयोग करनें से सडक दुर्घटना होनें की सम्भावना बनी रहती है । जिसके प्रति हमें ट्रैफिक नियमों के प्रति नैतिक जिम्मेवारी समझकर ट्रैफिक नियमों की पालना करनीं चाहिए ।

क्राईम ब्रांच नें अवैध देसी व अग्रेजी शराब का ट्रक किया काबू, 1 गिरफ्तार

  • 537 देसी व अग्रेजी पव्वो की पेटिया बरामद

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 13 दिसम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार एसीपी क्राईम राजकुमार रंगा के नेतृत्व में आज मंगलवार को क्राइम ब्रांच सेक्टर 19 इन्सपेक्टर राजेश कुमार व उसकी टीम द्वारा गाँव अलीपुर बरवाला के पास नाकाबंदी करते हुए देसी शराब के ट्रक सहित 1 आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान नरेन्द्र पुत्र जय भगवान वासी गाँव चिडाना जिला सोनीपत हरियाणा के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक आज दिनांक 13 दिसम्बर 2022 को क्राईम को गुप्त सूचना मिली कि एक ट्रक कन्टेनर जो कि बरवाला से दिल्ली की तरफ जायेगा । जिसके अन्दर भारी मात्रा में अवैध शराब है जिस बारे सूचना प्राप्त करके क्राईम ब्राचं की टीम नें गाँव अलीपुर (बरवाला) के पास नाकाबंदी शुरु कर दी औऱ कुछ देर उपरान्त एक कन्टेन ट्रक पहुंचा जिस ट्र्क को रोककर कर मौका पर मौजूद आबकारी इन्सपेक्टर श्री प्रवीण कपिल के द्वारा ट्रक चालक नरेन्द्र पुत्र जयभगवान से पुछताछ की गई और ट्रक को चैक करनें पर पाया गया कि ट्रक कन्टेनर के भारी मात्रा में देसी व अग्रेजी शराब के पव्वे भरे हुए है जिसको चैक करनें पर पाया गया कि ट्रक के अन्दर कुल 537 पेटिया अग्रेजी व देसी शराब की अवैध पाई जानें पर आरोपी के खिलाफ थाना चण्डीमन्दिर में हरियाणा आबकारी अधिनियम 2020 के तहत मामला दर्ज किया गया औऱ आरोपी को अवैध शराब सहित ट्रक को काबू किया गया ।