चंडीगढ़ बैरियर पर बन रहे फ्लाइओवर का काम पूरा

            महीनों की देरी के बाद, जीरकपुर फ्लाईओवर का एक हिस्सा आखिरकार शनिवार सुबह सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए खोल दिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कहा कि चंडीगढ़ से जीरकपुर खंड पर आज सुबह और शाम को परीक्षण किया गया और इसे कल खोला जाएगा।पूरे फ्लाईओवर को 10 दिसंबर तक पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा। दूसरे खंड- ज़ीरकपुर से चंडीगढ़ तक का काम अभी भी चल रहा है, जो अगले सप्ताह पूरा हो जाएगा।

भारी वाहनों वाली सड़कों के लिए प्रीमिक्स सामग्री बिछाई गई है। काम अंतिम चरण में है। जमीन की जांच के लिए ट्रायल रन किया गया – राजप्रीत सिद्धू, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन

स्लो कैरिजवे का काम जारी

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़-जीरकपुर हाईवे पर वाहन चालकों को महीनों से आ रही दिक्कत अब जल्द ही दूर होने वाली है। यहां हाईवे पर बन रहे फ्लाईओवर का काम कुछ ही दिनों में पूरा होने वाला है। चंडीगढ़ से जीरकपुर जाने वाले ट्रैफिक के लिए फ्लाईओवर का रास्ता बन कर तैयार हो चुका है। इस पर ट्रायल भी किया जा चुका है। बीते शुक्रवार को यहां ट्रायल के तौर पर बसें और मोटरसाइकिल, कार आदि वाहन चलवाए गए थे।

वहीं जीरकपुर से चंडीगढ़ जाने वाले सेक्शन पर काम जल्द पूरा होने वाला है। इस फ्लाईओवर का इसी महीने उद्घाटन होगा। जानकारी के मुताबिक, 10 दिसंबर तक यह फ्लाईओवर पूरी तरह से फंक्शनल हो जाएगा।

शुक्रवार को ट्रायल रन के दौरान फ्लाईओवर के चंडीगढ़ से जीरकपुर सेक्शन पर वाहन दौड़े

लगभग 10 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस फ्लाईओवर को पहले 3 अगस्त तक बन कर तैयार होना था। वहीं इसके बाद अक्तूबर के अंत तक इसे पूरा करने की डेडलाइन रखी गई थी। हालांकि कंस्ट्रक्शन मैटीरियल और मजदूरों की कमी के चलते देरी होती रही। मोहाली के डिप्टी कमिश्नर ने बीते 1 दिसंबर को इस फ्लाईओवर का दौरा किया था। इसके बाद 2 दिसंबर को ट्रायल बेसिस पर एक सेक्शन पर ट्रैफिक निकाला गया था।

अभी इस फ्लाईओवर के नीचे अंडरपास का निर्माण कार्य थोड़ा बाकी बचा है। वहीं सर्विस रोड के साथ सीवेज के गड्‌ढे भी भरे जाने हैं। फ्लाईओवर के निर्माण के चलते सर्विस लेन में गड्‌ढे पड़ गए हैं। यहां वाहन चालकों को भारी दिक्कत हो रही है। वहीं एंबुलेंस को गुजरने में भी दिक्कत हो रही है। इन गड्‌ढों को भरा जाएगा। सड़क की रिकार्पेटिंग भी हो सकती है। ज्यादा दिक्कत जीरकपुर से चंडीगढ़ जाने वाली सर्विस लेन पर है।

महीनों की देरी

  • 10 करोड़ रुपये की परियोजना 3 अगस्त को अपनी पहली नौ महीने की समय सीमा से चूक गई
  • दूसरी डेडलाइन अक्टूबर-अंत रखी गई, लेकिन काम अधूरा पड़ा है
  • मोहाली डीसी ने 30 नवंबर तक खोलने के आदेश दिए, फिर भी काम अधूरा है
  • डीसी ने 1 दिसंबर को साइट का दौरा किया; 2 दिसंबर को एक सेक्शन पर ट्रायल रन हुआ
शुक्रवार को ट्रायल रन के दौरान फ्लाईओवर के चंडीगढ़ से जीरकपुर सेक्शन पर वाहन दौड़े

अधूरा काम

  • पास के नीचे का मार्ग अभी पूरी तरह से विकसित होना बाकी है
  • सर्विस रोड के साथ-साथ सीवेज के गड्ढों को ठीक से भरा जाना चाहिए
  • सर्विस लेन खराब हालत में है, खासकर यूटी की ओर
  • परियोजना का उद्देश्य पभात से ट्रकों की आवाजाही को आसान बनाना है

प्रोजेक्ट अंतिम चरण में

अभी यह काम बचा


इस फ्लाईओवर को बनाने की बड़ी वजह पभात (जीरकपुर) से गुजरने वाले भारी ट्रकों को अंडरपास के जरिए रास्ता देना है। इन ट्रकों के कारण छोटे वाहनों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। बता दें कि चंडीगढ़-जीरकपुर हाईवे पर कई मैरिज पैलेस बने हैं। सीजन में यहां बारातियों और उनकी गाड़ियों के चलते जाम की स्थिति बन जाती है। फ्लाईओवर के निर्माण के बाद अब लोगों को राहत मिलेगी।

वहीं दूसरी ओर चंडीगढ़-जीरकपुर हाईवे के पास सड़क पर स्लो कैरिजवे का काम भी जारी है। इससे चंडीगढ़ से जीरकपुर और जीरकपुर से चंडीगढ़ जाने वाले ट्रैफिक को गुजरने में आसानी होगी। चंडीगढ़ से जीरकपुर जाने वाली सड़क पर कैरिजवे का काम काफी हद तक हो चुका है। पक्की सड़क बनने से पहले ही यहां ट्रैफिक निकलना शुरू हो गया है। वहीं जीरकपुर से चंडीगढ़ वाली सड़क पर इस कैरिजवे का काम थोड़ा धीमा है। सड़क के दोनों तरफ इस स्लो कैरिजवे बनने से दोनों तरफ से यह हाईवे 36 फीट (18-18 फीट) और चौड़ा हो जाएगा।