अब आ गया शुद्ध शाकाहारी मीट, प्रोटीन के वेज सोर्स

  • प्लांट बेस्ड मीट में फाइबर ,आयरन ,कैल्शियम प्रोटीन, पाए प्रचुर मात्रा में

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़  8 नवंबर  :

            अमेरिका का पॉपुलर प्लांट बेस्ड मीट अब भारत में भी उपलब्ध है चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में जानी मानी डायटीशियन श्रेया व  प्रीतम पटनायक ने बताया कि प्लांट बेस्ड मीट ग्रीनबर्ड को सोया मटर और चने से तैयार किया गया है उसको बनाने के लिए टेक्सचर वाले प्रोटीन की जरूरत होती है , जिसे  मुंह में डालते ही और  बिल्कुल चिकन का एहसास आए। यह प्रोटीन नीदरलैंड और आयरलैंड से मंगवा कर उसका इस्तेमाल सोया ,चना और मटर के साथ किया गया है और इन को पीसकर घोल तैयार करके कई परतों वाला आटा तैयार करके उसमें खालिस टेस्ट के लिए काली मिर्च, नमक, धनिया आदि मसाले डालकर कीमा कबाब नगेट्स  तैयार की गई हैं । 

            डाइटिशियन श्रेया ने कहा कि आजकल कई लोग वेजीटेरियन फूड को तरजीह देने लगे हैं लेकिन बचपन से नॉन वेजिटेरियन फूड का आदि होने के कारण उन्हें नॉनवेज छोड़ना बहुत मुश्किल लगता है, साथ ही उन्हें लगता है कि न्यूट्रीशनल वैल्यू सब्जियों से पूरी ना हो पाए इसीलिए ग्रीनबर्ड प्लांट मीट में रियल मीट का विकल्प उपलब्ध है  जिसमें हेल्दी फैट है , यह  इको फ्रेंडली है और एंटीबायोटिक भी है। 

             इसका इस्तेमाल ग्लोबल वार्मिंग से भी रोक लगाएगा क्योंकि 17% मीट   के लिए 77% लैंड का  इस्तेमाल होता है और पानी भी खूब लगता है उन सब से इकोलॉजिकल इंबैलेंस का खतरा भी बढ़ रहा है ।

एक ही मंच पर नजर आएं इकट्ठे 100 रावण

  • रावणों के अट्हास से गूंजा टैगोर थिएटर

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ :

            मंगलवार का दिन बहुत ही खास रहा। यहां एक तरफ गुरु नानक जयंती की धूम रही, वहीं दूसरी तरफ शहर में आयोजित हाईटेक रामलीला के तहत पंजाब, हरियाणा और ट्राईसिटी से लगभग 100 रावण पहुंचे। जिससे भी शहर भक्तिमय रहा। इस दौरान यहां लाइट एंड साउंड के जरिये रामलीला का मंचन किया गया, वहीं अपनी  वेशभूषा में आये रावणों को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए सम्मानित भी किया गया। मंच संचालक प्रदीप ढल्ल ने अपनी संवाद अदायगी और बेहतर संचालन से प्रभु भक्तों को बांध कर रखा। 

            शो के प्रेसिडेंट सुनील शर्मा और डायरेक्टर प्रदीप रावत ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पूरे ट्राइसिटी में जहां जहां रामलीला होती है, वहां से सभी रावण का किरदार करने वाले कलाकार टैगोर थियेटर में अपनी वेशभूषा में पहुंचेंगे और अपनी अपनी कला दिखाएंगे। सभी को इस शो के मुख्य अतिथि विख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल, जोकि प्रभु श्री राम जी और हनुमान जी के सच्चे भगत है, उनके स्वागत के लिए हनुमान जी और लंगूर की झांकी द्वारा फूलों की वर्षा की जाएगी। चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर के हाथों से सभी कलाकारों को सम्मानित करवाया गया। 

              सुनील शर्मा ने आगे बताया कि कन्हैया मित्तल जी के प्रोग्राम को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। एक ही मंच पर 100 रावण नजर आएंगे। आज तक ऐसा प्रोग्राम पूरे इंडिया में कभी नहीं हुआ। जो आज 8 नवंबर को टैगोर थिएटर में आयोजित हुआ है। यह शो प्रभु श्री राम- लक्ष्मण और हनुमान जी की आरती के साथ शुरू हुआ । उसके बाद 52 मिनिट की लाइट एंड साउंड के माध्यम से रामलीला का मंचन हुआ। रावण का किरदार करने वाले सभी रावण स्टेज पर शिव की तपस्या कर रहे होंगे शिवजी महाराज सभी रावण के बीच में तांडव करते नजर आएंगे और इस शो में  गेस्ट ऑफ ऑनर सुनीता शर्मा जोकि फाउंडर ऑफ सच फाउंडेशन रोटी बैंक एन जी ओ जीरकपुर मैं चलाती है और पूरे ट्राइसिटी में भी उनका नाम हर एक गरीब और अमीर लोगों द्वारा  सुना जाता है और सोनू सेठी ढाबा जीरकपुर में फ्री एम्बुलेंस की से सेवा और सोशल वर्कर है जो की ब्रांड अम्बेसडर सफाई अभियान जीरकपुर ओर डिस्ट्रिक्ट आइकॉन वोटर जागरूकता अभियान मोहाली है। गुलशन कुमार प्रेसिडेंट कार डीलर एसोसिएशन चंडीगढ़ ओर श्रीराम संयुक्त महासभा पंचकूला के प्रेसिडेंट प्रदीप कंसल और जनरल सेक्टरी रवीश गौतम चेयरमैन मोनू शर्मा और वाइस प्रेसिडेंट अमित गोयल और श्रीराम संयुक्त महासंघ चंडीगढ़ के प्रेसिडेंट रोहित शर्मा और जर्नल सेक्टरी  परमजीत सिंह बेदी और इस शो में राम जी की सेवा  करने वाले सभी भक्तों के नाम सुमिता कोहली द लास्ट बेंचर एनजीओ चलाने वाली और जिया डायमंड के मालिक हुकम चंद गोयल, एकता नागपाल जड़ों से जुड़ो एन जीओ चलाने वाली और इस साल महिलाओं से रामलीला कराने वाली पीर मुछल्ला जीरकपुर में उनके द्वारा करवाई गई सभी शहर वासियों ने जाकर रामलीला देखी। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रेसिडेंट, एच एस लकी,  पूरे भारत में दशहरा दहन के लिए 221 फुट का रावण का पुतला बनाने वाले तेजिंदर चौहान जिनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड और कई अवार्ड जीत चुके हैं उनके हाथों से भी रावण का किरदार करने वाले कलाकारों को सम्मानित करवाया गया। तेजिंदर चौहान रामलीला में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं और अपनी ओर से सभी रामलीला को योगदान देते हैं।

            रमन कुमार गुप्ता जो कि एक सोशल वर्कर है और गरीबों की मदद के लिए हरदम बढ़-चढ़कर योगदान देते हैं और टैगोर थिएटर के शो में अपनी ओर से सभी आने वाले राम भक्तों को हनुमान जी द्वारा उजाड़ी गई अशोक वाटिका में सेव केले का प्रसाद रमन गुप्ता द्वारा लोगों को बांटा गया। डॉक्टर बाबूलाल अरोड़ा जिनके द्वारा टैगोर थियेटर में आने वाले सभी राम भक्तों को हनुमान चालीसा बांटे गए हैं। कम से कम दो हजार लोग इस शो को देखने के लिए पहुंचे हैं।

            जनसेवा वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट अश्विनी सिंगला ने बताया कि मेरे पिताजी स्वर्गीय श्री मदन लाल गुप्ता जी द्वारा यह जनसेवा वेलफेयर सोसाइटी बनाई गई थी जो गरीबों की मदद के लिए हरदम आगे बढ़ चढ़कर लोगों की सेवा करती है आज मेरे पिता जी स्वर्गीय श्री मदन लाल गुप्ता जी इस दुनिया में नहीं है जिनका आशीर्वाद सदा गरीब परिवारों पर बना रहता है यह जो प्रोग्राम चंडीगढ़ के  टैगोर थियेटर में करवाया जा रहा है यह उन्हीं की देन है। उन्होंने ही यह कार्य शुरू करवाया था और यह रामलीला का प्रोग्राम उनकी याद में हर साल करवाया जाता है। जिसके लिए मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों की ओर से सुनील शर्मा जोकि सौरव आर्ट्स के प्रेसिडेंट है और चंडीगढ़ में बेस्ट रावण इन ट्राइसिटी का अवार्ड जीतने वाले और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम रोशन करने वाले और तीन बार ब्रेवरी अवार्ड जीतने वाले तीन बार स्टेट अवार्ड जीतने वाले रेगुलर ब्लड डोनर से पहचान बनाने वाले सुनील शर्मा यह सारा कार्यक्रम उन्हीं की देखरेख में करवाया जाता है। इस बार 8 नवंबर 2022 को चंडीगढ़ टैगोर थियेटर में  दिन मंगलवार शाम 5:00 बजे ऑल इंडिया जहां-जहां रामलीला करवाई जाती है उन्हीं रामलीला में जो कलाकार रावण का रोल अदा करते हैं उन सभी को टैगोर थियेटर में सम्मानित किया गया है।

            सभी रावण का किरदार करने वाले अपनी वेशभूषा में टैगोर थिएटर चंडीगढ़ में पहुंचें। यहां पर उनका सम्मान किया गया। जनसेवा वेलफेयर सोसाइटी और सौरव आर्ट्स और नवयुग रामलीला कमेटी और ट्राइसिटी में अलग-अलग जगह पर होने वाली रामलीला के कलाकारों को हाईटेक रामलीला में अपनी अपनी कला दिखाने का मौका दिया गया।

Interactive day with the alumnus of Centre for Social Work

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh – November 8

Centre for Social Work, Panjab University, Chandigarh marked the Alumni meet with 18 pass out students from it’s department. All the alumnus shared their valuable experiences with the students pursuing Masters of Social Work at present. Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work welcomed all the passed out students and also shared what they were doing while studying here with the audience. He also narrated the initiatives taken by the department during last few years. He also  asked for suggestions from the alumnus on further making the course market demand oriented. He also offered them to do any collaborative events in future with the department.

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 08 November

मोटरसाइकिल चोरी के 2 मामलों में आरोपी गिरफ्तार, 2 मोटरसाइकिल बरामद

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 08 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, डिटेक्टिव स्टाफ इन्चार्ज सतबीर सिंह के नेतृत्व में वाहन चोरी के दो मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान रोहित पुत्र केवल कृष्ण वासी गाँव सियाली जिला कांगरा हिमाचल प्रदेश हाल गाँव बरवाला जिला पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 28.10.2022 को पीडित मुकीम पुत्र इसहाक वासी हरिपुर सेक्टर 04 पंचकूला जब सेक्टर 21 पंचकूला मस्जिद मे गया तो वापिस आनें पर उसकी मोटरसाइकिल जिसको किसी अन्जान व्यकित द्वारा चोरी करके ले गया । जिस बारें थाना सेक्टर 05 में प्राप्त शिकायत पर धारा 379 भा.द.स के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी कार्रवाई करते हुए डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला के द्वारा उपरोक्त मोटरसाइकिल चोरी के मामलें में आरोपी को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी के पास 2 मोटरसाइकिल चोरी के मामलों में गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी के पास चोरी की 2 मोटरसाईकिल को बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

अन्जान कॉल, मैसेज तथा लिंक से रहे सावधान, साइबर अपराधी हो सकता है :- पुलिस उपायुक्त पंचकूला

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 08 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह नें बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर क्रिमनल अलग -2 तरीके अपनाकर लोगो के साथ साइबर अपराध को अन्जाम दे रहे है साइबर क्रिमनल कभी खुद को किसी बैंक अधिकारी बताकर साइबर पीडितों से निजी जानकारी हासिल करके उनके साथ ठगी करते है तो कभी बिजली का बिल अदा करनें हेतु फोन में लिंक भेजकर लोगो को बेवकूफ बनाकर उनके बैंक खातों से पैस हडप लेते है ऐसे में आज के समय हर मोबाइल फोन में अनावश्यक  कॉलस, अनावश्यक  ईमेल तथा अनावश्यक  लिंक प्राप्त होते है ऐसे में किसी लिंक की सही जज करना मुश्किल होता है । ऐसे में खुद को सावधान रखनें की आवश्यकता है जितना आप सावधान व सर्तक रहेंगें उतना ही साइबर अपराधो से बचे रहोगे ।

पुलिस उपायुक्त नें बताया कि पुलिस द्वारा विशेष जागरुक अभियान चलाकर लोगो को साइबर अपराधों से बचनें हेतु सर्तक किया जा रहा है परन्तु इसके साथ ही आमजन को खुद भी सर्तक रहनें की आवश्यकता है क्योकि साइबर क्रिमनल खुद को किसी कम्पनी या बैंक अधिकारी बताकर आपसे निजी जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाइल नम्बर, ओटीपी इत्यादि पुछकर या अन्य किसी प्रकार से जॉब, लॉटरी इत्यादि का झांसा देकर आपके साथ ठगी को अन्जाम देनें की कोशिश करते है औऱ साइबर क्रिमनलों के कहनें पर किसी लोभ लालच में आकर निजी जानकारी देनें के बाद आपके साथ ठगी हो जाती है इसके अलावा साइबर क्रिमनल हमेंशा आपके साथ आपके फायदे की बात करेगा और आपको अपनी बातों में उलझाकर आपसे आपके फोन में प्राप्त ओटीपी या पिन इत्यादि पुछकर आपके साथ ठगी को अन्जाम दे देता है । पुलिस उपायुक्त नें कहा कि साइबर अपराध घटित होनें पर तुरन्त राष्ट्रीय हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं । इसके अलावा नजदीकी किसी भी पुलिस स्टेशन में साइबर हेल्प डैस्क से मदद लें ।

अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करनें की धमकी देकर दुष्कर्म मामलें में मुख्य आरोपी गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 08 नवम्बर :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, थाना प्रभारी मन्सा देवी निरिक्षक सुनिता रावत के नेतृत्व में दुष्कर्म के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विजय पुत्र कमलेश वासी सकेतडी मन्सा देवी पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 04.11.2022 को थाना मन्सा देवी में पीडिता नें शिकायत दर्ज करवाई कि उपरोक्त व्यकित नें उसको कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उसके साथ शारिरिक संबध बनाकर उसके विडियो व फोटो लेकर बना ली फिर उसके बाद उसनें सोशल मीडिया पर वायरल करके बदनाम करनें की धमकी देकर शारिरिक सबंध बनाएं और पैसे की डिमांड करनें लगा । जो पीडिता बदनामी के डर से पैसें भी दिए । इसके अलावा पीडिता नें बताया कि जब भी उपरोक्त व्यकित को पैसे की जरुरत होती थी तो वह मेरे पास से पैसे लेकर चला जाता था जब मेरे पास पैसे नहीं होते थे तो यह मुझे पैसों के लिये अपने दोस्तो के साथ मुझसे गलत काम करवाता था और उनसे पैसे ले लेता था इसके अलावा उसके पिता व अन्य दोस्तो नें भी पीडिता के साथ गल्त काम किया है और दिनांक 16.10.2022 को आरोपी विजय कुमार नें उसके घर पर आकर 5 हजार रुपये मागें तो उस समय पीडिता के पास 2000/- रुपये थे जो वह पैसे पीडिता नें उपरोक्त व्यकित को दे दिए बाकि 3 हजार के लिये उसने अपनें किसी जानकार के साथ सम्बन्ध बनाने के लिये भेजना चाहा तो शिकायतकर्ता नें मना कर दिया जिस बात पर गुस्सा होकर पीडिता के साथ मारपिटाई की और धमकी देते हुए कहा कि नम्न तस्वीर दिखाकर तुझे बदनाम कर दुगां । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर भारतीय दंड सहिता 1860 की धारा 313,323,328,376(2) एन, 376-डी,506 के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में मुख्य आरोपी को कल दिनांक 07 नवम्बर को गिरफ्तार कर लिया गया जिस आरोपी को पेश अदालत पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा ताकि आरोपी से पुछताछ उपरांत उपरोक्त मामलें में अन्य सलिप्त आरोपियो को गिरफ्तार किया जा सके ।  

उत्तराखंड जन कल्याण समिति के प्रथम रक्तदान शिविर में 96 यूनिट रक्त एकत्र 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली  :

            उत्तराखंड जन कल्याण समिति, मोहाली द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 96 यूनिट रक्त एकत्र हुआ। इस अवसर पर सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने शपथ भी ग्रहण की। सभा के प्रधान दीपक सिंह परिहार ने बताया कि उनकी संस्था समय-समय पर धार्मिक एवं जन कल्याण के लिए अनेकों कार्य करती रहती है।

            इस अवसर पर पंजाब भाजपा की कार्यकारिणी के सदस्य संजीव वशिष्ट, मोहाली भाजपा के उपाध्यक्ष उमाकांत तिवारी, चण्डीगढ़ की पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर हीरा नेगी, जसविंदर सिंह, अनिल कुमार,  मंडल  प्रधान मोहाली, बी वी बहुगुणा, कुंदन लाल उनियाल, बचन सिंह नगरकोटी, मनोज रावत,  पूरन सिंह रावत, दलीप सिंह रावत एवं ट्राइसिटी में उत्तराखंड की अनेक सभाओं एवं उत्तराखंड कीर्तन मंडली, मोहाली के पदाधिकारी शामिल हुए।  

पंचायती राज चुनाव : लोकतंत्र के महायज्ञ में अपनी आहूति अवश्य दें नागरिक : जिला निर्वाचन अधिकारी पार्थ गुप्ता

  • अंतिम रिर्हसल के उपरांत पोलिंग पार्टियां चुनाव सामग्री लेकर बूथों के लिए हुई रवाना
  • 929 बूथों पर सात लाख 27 हजार 671 मतदाता करेंगे वोट, प्रात: 7 बजे से सायं 6 बजे तक होगा मतदान

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सिरसा :

            जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने जिलावासियों से आह्वान किया कि वे एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए 9 नवंबर को जिला परिषद व खंड पंचायती समिति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतदान एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, इस महायज्ञ में प्रत्येक व्यक्ति को आहूति अवश्य डालनी चाहिए, इसलिए सभी मतदाता अपने मनपसंद के उम्मीदवार को अपना मत दें।

            यह बात उपायुक्त मंगलवार को स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में सिरसा खंड की पोलिंग पार्टियों की फाइनल रिहर्सल के निरीक्षण के दौरान कही। इससे पहले उपायुक्त ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय नाथूसरी चौपटा, ऐलनाबाद व महिला महाविद्यालय रानियां में भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया और अधिकारियों व कर्मचारियों को सफल व शांतिपूर्ण मतदान के टिप्स दिए। उन्होंने 9 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास करवाया। इसके अलावा बीडीपीओ कार्यालय बड़ागुढा, महाराणा प्रताप कॉलेज मंडी डबवाली व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओढां में संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों की देखरेख में फाइनल रिहर्सल का आयोजन किया गया व पोलिंग पार्टियों को संबंधित मतदान केंद्रों पर रवाना किया।

            जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त पार्थ गुप्ता पोलिंग पार्टियों को चुनाव सामग्री वितरण प्रक्रिया का स्वयं निरीक्षण किया और पोलिंग पार्टियों को मतदान प्रक्रिया में बरती जाने वाली सावधानियों तथा आयोग के निर्देशों के बारे में अवगत करवाते हुए चुनाव ड्यूटी को पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ निभाने को कहा। इस दौरान पंचायती राज चुनाव में मतदान में लगी पोलिंग पार्टियों को ईवीएम, वीवीपैट सहित अन्य चुनाव सामग्री वितरित की गई। पोलिंग पार्टियों को चुनाव प्रक्रिया से संबंधित अंतिम रिहर्सल करवाकर चुनाव सामग्री का वितरण किया गया।

जिला परिषद के 24 व पंचायत समिति के 186 वार्डों सीटों के लिए होगा मतदान

            उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि 9 नवंबर को जिला परिषद व पंचायत समिति के लिए होने वाले मतदान को निष्पक्ष, शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाने के उद्देश्य से सभी प्रकार की व्यवस्था पुख्ता की गई हैं। जिला में जिला परिषद के 24 व पंचायत समिति के 186 सीटें हैं, 18 पंचायत समिति की सीटों पर उम्मीदवार सर्वसम्मति से चुन लिए गए हैं। मतदान के सफल आयोजन के लिए 929 बूथ बनाए गए हैं तथा सात लाख 27 हजार 671 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान प्रक्रिया के सुचारू ढंग से सम्पन्न से करवाने के लिए 43 ड्यूटी मजिस्ट्रेट व 82 सेक्टर सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। सारी प्रक्रिया पर संबंधित रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की लगातार नजर बनी हुई है तथा 27 नवंबर को मतगणना होगी।

प्रात: 6 बजे मॉक पोल के बाद शुरू होगी मतदान प्रक्रिया

            कल 9 नवंबर को प्रात: 7 बजे मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जोकि सायं 6 बजे तक चलेगी। मतदान के एक घंटे पूर्व यानि प्रात: 6 बजे मॉक पोल होगा, जोकि संबंधित प्रत्याशियों व पार्टियों के एजेंट की उपस्थिति में होगा। मॉक पोल के बाद एजेंटों के हस्ताक्षर उपरांत ही मतदान प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव में सात लाख 27 हजार 671 मतदाता डालेंगे वोट

            उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि जिला में पंचायती राज संस्थाओं के 9 व 12 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए सभी खंडों में 929 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें सात लाख 27 हजार 671 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि खंड बड़ागुढा में 120 मतदान केंद्र होंगे, जिसमें 88 हजार 540 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। इसी प्रकार खंड डबवाली में 156 मतदान केंद्र होंगे, जिसमें एक लाख 26 हजार 84 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। खंड ऐलनाबाद में 114 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 91 हजार 273 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। खंड नाथूसरी चौपटा में 145 मतदान केंद्र होंगे, जिसमें एक लाख 19 हजार 240 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। खंड ओढां में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के मद्देनजर 99 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 78 हजार 973 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। खंड रानियां में 139 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें एक लाख दो हजार 150 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे तथा खंड सिरसा में 156 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें एक लाख 21 हजार 411 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

राजनीति के पीएचडी कहलाने वाले भजन के गढ़ में चली सीएम मनोहर लाल की विशेष रणनीति

  • परिणाम : भजन का गढ़ सुरक्षित रहा, भाजपा को आदमुपर में कमल खिलाने का सौभाग्य मिला

 पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :  

            राजनीति के पीएचडी कहलाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के गढ़ में हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की रणनीति चली। उपचुनाव में मुख्यमंत्री की रणनीति इसलिए मानी जा रही है कि एक तो सीएम मनोहर लाल ने अपनी पार्टी के जिले से बाहर के ऐसे चेहरों पर ज्यादा फोकस रखा जो उनके विश्वास पर खरा उतरते हुए आदमपुर के वोटरों पर सीधा प्रभाव डाल सके। दूसरा खुद का ऐसे वक्त पर चुनाव प्रचार पर उतरकर सभी चेहरों को जनता के सामने एक मंच पर दिखाना, जब विपक्ष के सामने भाजपा को घेरने का समय भी नहीं बचा था। भजन परिवार के समक्ष जहां अपना अभेद दुर्ग बचाने की कड़ी चुनौती थी, वहीं भाजपा उपचुनाव में हार की हैट्रिक नहीं देखना चाहती थी। इस उपचुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सीधी और सटी रणनीति भाजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई को जीत तक ले गई। भव्य की जीत से यह हो गया कि पोते ने अपने दादा भजनलाल का गढ़ सुरक्षित रख लिया, वहीं भाजपा को पहली बार आदमपुर में कमल खिलाने का सौभाग्य प्राप्त हो गया।  हां इस उपचुनाव के नतीजों ने यह तो साबित कर दिया कि अकेले भजन परिवार या अकेले भाजपा के लिए जीत की राह आसान नहीं थी।



सीएम ने जिले से बाहर के चेहरों पर किया ज्यादा विश्वास

                        राजनीतिक पंडितों की माने तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उपचुनाव की घोषणा के समय से लेकर मतदान तक  बिल्कुल हल्के में नहीं लिया हुआ था। उनके पास पल-पल की अपडेट थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक विशेष रणनीति के तहत चुनाव लडऩे का फार्मूला बनाया हुआ था। सूत्र बताते हैं कि सीएम के पास यह भी रिपोर्ट थी कि कुलदीप बिश्नोई को भाजपा में शामिल करने से जिले के कुछ नेताओं में अंदरखाते ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी जिले की टीम के साथ प्रदेश स्तरीय अपने विश्वासपात्र चेहरों को प्रचार में उतार दिया। सीएम की यह रणनीति दो तरह से काम आई। एक तो जिलास्तरीय उन चेहरों को मजबूरीवश खुलकर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष मत प्रचार करना पड़ा जिनकी अंदरखाते मंशा कुछ और थी क्योंकि उन्हें यह डर सता रहा था कि कहीं बाहर से आए नेता सीएम के समक्ष उनकी नेगेटिव रिपोर्ट न भेज दे।

            वहीं दूसरा इन नेताओं ने प्रचार के दौरान वोटरों के बीच सरकार की उपलब्धियों को न केवल खुलकर रखा बल्कि उनकी सरकार के प्रति नाराजगी को भी दूर करने की भरपूर कोशिश की। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश से आए सीएम के विश्वासपात्रों के समक्ष प्रचार के दौरान लोगों की नाराजगी सरकार के प्रति कम बल्कि जिला स्तरीय नेताओं से ज्यादा सामने आई। ऐसे में सीएम के विश्वासपात्र चेहरों ने नाराज वोटरों से न केवल सीधा संवाद किया बल्कि कुछ नाराज वोटरों की तो सीएम से भी सीधी बात करवाई गई थी। इसका परिणाम उपचुनाव की मतगणना में उस समय सामने आया जब भाजपा प्रत्याशी के कई गांवों में उम्मीद से ज्यादा वोट निकले। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि सीएम मनोहर लाल के पास पार्टी के जिला स्तर के बड़े चेहरों की यह भी रिपोर्ट है कि उपचुनाव में किस नेता ने कितने मन से मेहनत की थी और किस नेता ने केवल औपचारिकता पूरी की थी।

खुद ऐन मौके पर चुनावी प्रचार में उतरे


                        सीएम मनोहर लाल की  दूसरी रणनीति ऐन मौके पर खुद का चुनाव प्रचार में उतरना रहा। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल का प्रचार बंद होने के मात्र कुछ घंटे पहले ही चुनाव प्रचार में उतरना भाजपा प्रत्याशी के लिए संजीवनी बूटी का काम किया। सूत्र बताते हैं कि सीएम के प्रचार में आने से पहले राजनीतिक गलियारों में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर की चर्चा जोरों पर चल रही थी। कहीं-कहीं से कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में उपचुनाव की भी आवाज गूंजने लगी थी लेकिन ऐन मौके पर सीएम ने आदमपुर में एक बड़ी रैली की।

            रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन सभी चेहरों को जनता के सामने एक मंच पर दिखा दिया जिनके बारे में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी। एक मंच पर सभी नेताओं का दिखना, जनता में एक अलग प्रभाव छोड़ गया, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 32 मिनट के नपे-तुले भाषण में आदमपुर को आगे रखा। मतदान के ऐन मौके पर सीएम की रैली कार्यकर्ताओं में एक नया जोश भर गई, वहीं विपक्ष के पास जनता के समक्ष भाजपा को कटघरे में खड़ा करने का समय ही नहीं बचा था क्योंकि उसी दिन प्रचार के अंतिम दिन के चलते शाम को प्रचार बंद हो गया था।

“LockTheBox -Reloaded” a Literary Extravaganza by Bookchor in Pune from 11th of November ‘22

Demokratic Front, Pune/Chandigarh, Nov 8 :

            A one of a kind bookfair where you can buy all the books that fit in a box

“Lock the Box” will house the largest collection of books under one roof in India with over 1 million books. Bookchor, an online retailer for used books, is organizing ‘LockTheBox-Reloaded,’ an exclusive and unique bookfair wherein the customer pays for a box and takes home all the books that can fit in it.

            Vidyut Sharma, Founder, Bookchor shared his excitement about coming to Pune and said, “We are delighted to bring “LockTheBox – Reloaded” to Pune for a 2nd time. Our initial outing garnered much attention and was able to draw bibliophiles both in and around the city.” He also added that “The kind of reception that LockTheBox has received in cities like Chandigarh, Kolkata, Hyderabad, Kochi, Trivandrum, and Indore in the past couple of years is very encouraging and we hope to replicate the same with our 2nd edition of the bookfair in Pune.”

            The fair, slated from November 11th to the 20th, 2022 at Harshal Halls & Banquet, 153, Kasat Chemical Compound, opposite Mc Donald`s, Kothrud, Pune, will feature more than 1 million books in genres like fantasy, non-fiction, knowledge, auto-biographies, publications for teenagers, books for children, suspense, sci-fi, and a lot more.

            For casual readers or avid bookworms, customers can choose from the “Box” that they believe suits best to them. The ‘Odysseus’ Box can be a great choice for casual readers, the box is priced at Rs 1199 and customers may fit up to 10 books. The ‘Perseus’ Box is intended to satisfy the hunger of certain eager readers. For INR 1799, the box can store up to 17 volumes. The ‘Hercules’ Box is Ideal for a voracious reader, with the box costing INR 2999, you may practically load your bookshelves with up to 30 books.

            Readers can choose from the above boxes and fill them with their favourite books, as long as it all fits in. And the only real condition to the offer is that the box must close flat, which practically ensures it’s an all-you-can-have treat!

            With over 6 years in the market, Bookchor was established as a digital solution to a much disorganized physical market and as a startup that was encouraged by the Digital India initiative. LockTheBox was first launched in Delhi back in 2018 with the purpose of fostering the love of reading in Indian youngsters by giving books at the lowest possible rates. 

            At the event, book enthusiasts may also sell their used books. They may use the Bookchor ‘Dump’ app on Android and iOS to upload information regarding the volumes they would like to offer.

            Bookchor Literary Solutions Pvt. Ltd, is a digital provider of new and used books in India, having a dedicated presence across Android, iOS, and the Web platforms. The ever-expanding user base now includes almost 900,000 users from around the country. It is also recognized for its physical presence, having participated in over 100 events. Bookchor not only sells books online but has recently ventured into its first physical store with Last Page launched in Bengaluru. Through their ‘Dump App’ they also facilitate users to sell books to Bookchor or list their books and sell those directly to prospective customers. Bookchor’s main focus was to change the dynamics of the Indian book market, a feat that they have largely been able to achieve by offering the most affordable books and providing access to one of the largest collections of books in India.

गुरु जी के प्रकाश उत्सव पर काटा 553 किलो का केक

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 8 नवंबर  :          

            सैक्टर 19 के गुरुद्वारा साहिब में गुरु नानक देव का 553वां प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां पर इस बार एक बार फिर से विशेष आकर्षण का केंद्र रहा 553 किलो का केक, जिसे लंगर के रूप में संगत में वितरित किया गया। गुरु नानक देव जी के 553वें प्रकाश पर्व के मौके पर नैशनल बेकर्स ने यह केक तैयार करवाया था। प्रकाश पर्व मनाने के लिए इस दुर्लभ केक को करीब 10 कारीगरों ने मिलकर दो दिन में तैयार किया। 

चंडीगढ़ में 10 कारीगरों ने 2 दिन में तैयार किया; 20 फीट चौड़ाई, संगत को  बांटा | 553 KG cake on Guru Nanak Dev Birth anniversary in Chandigarh  latest news - Dainik Bhaskar

            गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को एक खास तरीके से मनाया गया। आम तौर पर तो प्रकाश उत्सव पर विभिन्न तरह के आयोजन होते हैं। मगर मंगलवार को सेक्टर-19 स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में 553 किलो का केक काटा गया। इसका आयोजन चंडीगढ़ और जीरकपुर स्थित नेशनल बेकर्स के सतनाम सिंह और समनदीप सिंह ने किया। मंगलवार को इस केक को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। आने वाली संगत में इस 553 किलो के केक को बनते हुए देखने और चखने को लेकर बेहद क्रेज देखने को मिला। 

            नेशनल बेकर्स की तरफ से बनाए गए इस केक का वजन 553 किलोग्राम, लंबाई 20 फुट, चौड़ाई 4.5 फुट व ऊंचाई 6 इंच रखी गई थी। 

            नेशनल बेकर्स के समनदीप सिंह  ने कहा कि इस केक को बनाने में 36 घंटे का समय लगा। केक को 10 कारीगरों ने मिलकर बनाया जो कि 100 प्रतिशत शाकाहारी है। 

            सतनाम सिंह ने कहा कि पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी महाराज का प्रकाश उत्सव हर किसी के लिए खुशहाली से भरा होता है।  इस बार भी हमने फिर से पिछले 04 वर्षों की भांति गुरु जी के प्रकाश पर्व पर 553 किलो का केक काटने का सोचा। इसे बनाने के लिए करीब 10 लोग लगे। जिसमें 400 किलो स्पंज, फिर उस पर 130 किलो क्रीम की लेयर लगाई गई और 25 किलो क्रश का इस्तेमाल किया गया था।

पंजाब में 2023 में एयरोसोल प्रदूषण में 20 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान; ‘अत्यधिक संवेदनशील’ रेड जोन में बना रहेगा पंजाब: स्टडी रिपोर्ट

            विश्लेषण से पता चलता है कि सुरक्षित एयरोसोल प्रदूषण क्षेत्र में जाने के लिए थर्मल पावर क्षमता को कम करने के बाद राज्य को पराली (फसल अवशेष) जलाने पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है

कोरलपुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 8 नवंबर  :          

            पंजाब के लिए नया साल शायद प्रदूषण के मामले में कोई अच्छी खबर लेकर न आए। 2023 में, पंजाब में एयरोसोल प्रदूषण में 20 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है और पंजाब एयरोसोल प्रदूषण के लिए ‘अत्यधिक संवेदनशील’ रेड ज़ोन में बना रहेगा। एयरोसोल प्रदूषण वातावरण में छोटे-छोटे कणों को फैला रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक है। यूं तो यह प्रदूषण प्राकृतिक स्रोतों से फैल सकता है और इसका सबसे सशक्त माध्यम हवा है, लेकिन मानवीय गतिविधिया भी इसे बढ़ाने का कार्य कर रहीं हैं।

            उच्च एयरोसोल मात्रा में अन्य प्रदूषकों के साथ-साथ समुद्री नमक, धूल, ब्लैक और आर्गेनिक कार्बन के बीच कण पदार्थ (पीएम 2.5 और पीएम 10) शामिल हैं। ऐसे में अगर सांस भी ली जाए तो वे लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। एयरोसोल ऑप्टिकल डेप्थ (एओडी) वातावरण में मौजूद एयरोसोल का मात्रात्मक अनुमान है और इसे पीएम 2.5 के प्रॉक्सी माप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

            वर्तमान स्टडी- ए डीप इनसाइट इनटू स्टेट लेवल एयरोसोल पॉल्यूशन इन इंडिया (भारत में राज्य-स्तरीय एयरोसोल प्रदूषण में एक गहरी अंतर्दृष्टि)-शोधकर्ताओं डॉ.अभिजीत चटर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर और उनकी पीएचडी स्कॉलर मोनामी दत्ता द्वारा बोस इंस्टीट्यूट, कोलकाता से हैं, विभिन्न भारतीय राज्यों के लिए रूझान (2005- 2019), स्रोत विभाजन, और भविष्य का परिदृश्य (2023) को लेकर लंबी अवधि के साथ एयरोसोल प्रदूषण का एक राष्ट्रीय परिदृश्य प्रदान करता है (2005- 2019)।

            पंजाब वर्तमान में एयरोसोल प्रदूषण में रेड ज़ोन कैटेगरी में आता है जो 0.5 से अधिक एओडी के साथ अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र है। एयरोसोल प्रदूषण में 20 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो 2023 में एओडी को संवेदनशील (रेड) ज़ोन  में और अधिक बढ़ोतरी करेगा। 

            एओडी की वैल्यू (मान) 0 और 1 से होता है। 0 अधिकतम दृश्यता के साथ एक क्रिस्टल-क्लियर आकाश का संकेत देता है जबकि 1 का मान बहुत धुंधली स्थितियों को इंगित करता है। एओडी मान 0.3 से कम ग्रीन ज़ोन (सुरक्षित) के अंतर्गत आता है, 0.3-0.4 ब्लू ज़ोन (कम असुरक्षित) है, 0.4-0.5 ऑरेंज (कमजोर) है जबकि 0.5 से अधिक रेड ज़ोन (अत्यधिक असुरक्षित) है।

            डॉ.अभिजीत चटर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर, बोस इंस्टीट्यूट और इस स्टडी के प्रिंसिपल लेखक ने कहा कि ‘‘अतीत में, भारत के गंगा के मैदान (इंडो गैंगटिक प्लेन-आईजीपी) के सभी राज्य वायु प्रदूषण के संदर्भ में पहले से ही अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र में थे। आईजीपी के सभी राज्यों में, एओडी में सबसे अधिक वृद्धि पंजाब के लिए अनुमानित है (2019 के संबंध में एओडी में लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि)। चूंकि अंतिम चरण में यह देखा गया था कि पराली (फसल अवशेष) जलाना वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत है, इस पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की अत्यधिक जरूरत और सुझाव दिया जाता है।’’

            2005 से 2009 तक पंजाब के लिए प्रमुख एयरोसोल प्रदूषण स्रोतों में, अध्ययन में पाया गया कि वाहनों से उत्सर्जन सबसे अधिक था, इसके बाद ठोस ईंधन जलने और थर्मल पावर प्लांट (टीपीपी) से निकलने वाले उत्सर्जन थे। हालांकि, 2010 और 2014 के बीच, पराली जलाना एयरोसोल प्रदूषण का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बन गया। 2015 और 2019 के बाद निरंतर बीतते सालों में, पराली को जलाना एयरोसोल प्रदूषण में सबसे बड़ा स्रोत योगदान (34-35 प्रतिशत तक)बन गया है। इसके बाद टीपीपी (20-25 प्रतिशत) और वाहनों से उत्सर्जन (17-18 प्रतिषत) तक योगदान दे रहे हैं। 

            मोनामी दत्ता, सीनियर रिसर्च फैलो, बोस इंस्टीट्यूट, कोलकाता और इस स्टडी की प्रथम-लेखिका का कहना है कि ‘‘टीपीपी से उत्सर्जन भी 2015-2019 से चरण-1 में 12 से 15 प्रतिशत से बड़े पैमाने पर बढक़र 20-25 प्रतिशत तक पहुंच गया है। इस कथा का सकारात्मक पक्ष यह है कि वाहनों से होने वाला उत्सर्जन (2005-2009 में 30-32 प्रतिशत से 2015-2019 में कम होकर 17-18 प्रतिशत तक) रह गया है और ठोस ईंधन जलने, दोनों में पिछले कुछ वर्षों में कमी आई है।’’

            शोध अध्ययन में आगे विश्लेषण किया गया, जिसके अनुसार पंजाब ने भारत में उच्चतम औसत एयरोसोल ऑप्टिकल डेप्थ (एओडी) स्तरों में से एक (0.65 और 0.70 के बीच गिरने) दर्ज किए गए हैं। डॉ.चटर्जी ने कहा कि ‘‘हालांकि, 2005-2012 (0.012) की तुलना में 2013-2019 (0.005) से एओडी में वृद्धि का रूझान कम था। यह इस अवधि के दौरान विशेष रूप से आईजीपी क्षेत्र पर केंद्रित कड़े नीति कार्यान्वयन का परिणाम हो सकता है, लेकिन पराली जलाने में वृद्धि के कारण वृद्धि महत्वपूर्ण रही है।’’ उन्होंने कहा कि क्योंकि राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जलाए जाने वाली पराली को लेकर कोई मात्रात्मक डेटा नहीं, इसलिए इस अध्ययन में सटीक कमी की मात्रा निर्धारित नहीं की गई थी।

            अध्ययन ने पंजाब के लिए बढ़ते एयरोसोल प्रदूषण को रोकने के लिए सिफारिशों की एक सूची पर प्रकाश डाला है। अध्ययन में कहा गया है कि नए टीपीपी की स्थापना में तत्काल प्रतिबंध और अक्षय ऊर्जा (सोलर एनर्जी) स्रोतों के साथ-साथ जल विद्युत जैसे वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को अपनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। 

            दत्ता ने कहा कि ‘‘पराली और डंठल जलाने के लिए वैकल्पिक तरीके खोजना आवश्यक है क्योंकि फसल अवशेष जलाना इस राज्य में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है। बॉयो-एनहांस्ड खाद / वर्मीकम्पोस्ट के लिए फसल अवशेष तैयार करना और खेत की खाद के रूप में उपयोग करना, मशरूम की खेती के लिए फसल अवशेषों का उपयोग करना और फिर बिजली संयंत्रों में ईंधन पर विचार किया जा सकता है।’’

            डॉ.चटर्जी ने जोर देकर कहा कि उनके अध्ययन ने राज्य सरकार और नीति निर्माताओं को फसल अवशेष जलाने को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्य योजना बनाने की अत्यधिक सिफारिश की है, जिसमें विफल रहने से पंजाब में रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और रुग्णता हो सकती है।

 एओडी के लिए श्रेणियों का विभाजन

इन पर्सेंटाइल के आधार पर 4 अलग-अलग कलर जोन होते हैं-

ग्रीन (सुरक्षित क्षेत्र)- एओडी मान 0.3 से कम

ब्लू (कम संवेदनशील क्षेत्र)- 0.3 से 0.4 . के बीच एओडी वैल्यू

ऑरेंज (कमजोर क्षेत्र)-एओडी वैल्यू 0.4 से 0.5 के बीच

रेड  (अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र)- एओडी वैल्यू 0.5 से अधिक है