एसपी लोकेंद्र सिंह ने वाहन चालकों को यातायात के नियमो के प्रति जागरूक करने के निर्देश

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने कोहरे से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी थाना प्रबंधको, चौकी प्रभारियों  और थाना प्रबंधक यातायात को किया अलर्ट

पवन सैनी , डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 10 नवंबर :

            हिसार के पुलिस अधीक्षक  लोकेंद्र सिंह ने सर्दी के मौसम में पड़ने वाले कोहरे के दौरान सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी थाना प्रबंधको, चौकी प्रभारियों  और थाना प्रबंधक यातायात को अपने  अपने क्षेत्रों में सावधानी के साथ वाहन चालकों को यातायात के नियमो के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि सर्दी के मौसम में सुरक्षित यातयात के प्रति सावधानी बरतनी जरूरी है। सुबह और रात में कोहरे के दौरान वाहन चालकों को अधिक सावधानी के साथ यातायात के नियमों पर पूरी तरह से ध्यान रखकर वाहन चलाने की आवश्यकता है ताकि नागरिक सुरक्षित सफर कर सके और सड़क पर कोई दुर्घटना न हो। नागरिको को धुंध के मौसम में कम दृश्यता के कारण  किसी प्रकार का कोई नुक़सान व दुर्घटना ना होने पाए इसके लिए जिला यातायात पुलिस छोटे- बड़े , निजी और कमर्शियल वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाने का भी काम करेगी।

पुलिस अधीक्षक बोले ये बरतें सावधानियां

1.अपने गंतव्य को जानें, निर्धारित करने से पहले मार्ग की योजना बनाएं और अतिरिक्त समय हाथ में रखें।

2. अपने वाहन को अच्छी स्थिति में रखें। सुनिश्चित करें कि सब कुछ काम करने के क्रम में है, विशेष रूप से रोशनी, ब्रेक,  विंडस्क्रीन वाइपर।

3. अपने सामने और साइड के वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और टेल-गेटिंग से बचें।

4. यदि कोहरे मे  दृश्यता 100 मीटर से कम हो जाती है, तो रोशनी चालू करें। गति कम करें, स्पीडोमीटर देखें, अपने हेडलाइट्स को ओवर ड्राइव न करें।

5. कोहरे और कभी-कभी बारिश के दौरान, सड़क पर फिसलन हो सकती है। फिसलन भरी सड़कों पर सावधान रहें।

6. अन्य वाहनों से आगे निकलने का प्रयास न करें।

7. व्यस्त सड़कों के किनारे गाड़ी पार्क ना करे। यदि कोहरा बहुत घना है, तो कहीं सुरक्षित जगह रुक कोहरे के कम होने का इंतजार करना सबसे अच्छा है। 

8. अपनी लेन में ड्राइव करें और धैर्य रखें।

9. वाहनों पर फोग लाइट अवश्य लगवाए।

10. वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर लगवाए।

12. शराब पीकर वाहन ना चलाए।

Police Files, Panchkula – 10 November, 2022

महिला आयोग के सहयोग से कॉलेज में साइबर जागरुक कार्यक्रम आयोजित

  • महिलाएं भी साइबर अपराधो के प्रति रहें जागरुक
  • महिलाए सोशल मीडिया पर साइबर क्रिमनलो के अटैक से प्राईवेसी सेंटिग रखें

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 10 नवम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज वीरवार हरियाणा राज्य महिला आयोग के सहयोग से श्रीमति अरुणा आसिफ अली राजकीय महाविद्यालय कालका में साइबर जागरुक कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिस कार्यक्रम में हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयर पर्सन श्रीमति रेणू भाटिया नें एसीपी श्री विजय कुमार का पौधा भेट करके स्वागत किया ।

            इस कार्यक्रम के तहत एसीपी विजय कुमार नें सभी मौजूद भागीदारों को साइबर अपराधों से बचनें हेतु जागरुक करते हुए कहा कि जैसे -2 तकनीकी बढ रही है वैसे-2 साइबर क्रिमनल नये तरीके अपनाकर लोगो को बेवकूफ बनाकर उनके साथ आनलाईन ठगी को अन्जाम देते है ऐसे में हर दिन साइबर क्रिमनल नया तरीका अपनाकर अपनें जाल में फंसाकर धोखाधडी को अन्जाम देते है ऐसें मे हमें साइबर अपराधो की प्रति हमें सावधान रहनें की आवश्यकता है । क्योकि साइबर क्रिमनल फोन कॉल, मैसेज करके या किसी प्रकार का लिंक भेजकर आपके साथ आनलाईन धोखाधडी को अन्जाम देते है इसके अलावा साइबर क्रिमनल खुद को किसी कम्पनी का अधिकारी या किसी बैंक का अधिकारी बताकर आपसे आपकी निजी जानकारी पुछकर आपके बैंक में खाते से राशि को चुरा लेते है । ऐसे में किसी अन्जान व्यकित के साथ किसी भी प्रकार की निजी जानकारी शेयर ना करें । साइबर क्रिमनल कभी लॉटरी कभी जॉब का, कभी केवाईसी अपडेट करनें का झांसा देकर धोखाधडी करते है । इसके अलावा महिलाए सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम अकाउँट को प्राईवेसी सेटिंग रखें ताकि आपके खाते की जानकारी आपके दोस्तो के अलावा कोई दुसरा व्यकित ना देख सके । इसके साथ ही अपनें सोशल मीडिया अकाउँट पर सिक्युरिटी तौर पर टु- फैक्टर एथोंटिकेशन स्थापित रखें क्योकि यह सिक्युरिटी लगानें से आपके खाते को आपके सिवा कोई दुसरा व्यकित लॉग इन नही कर सकता । इसके अलावा किसी भी अन्जान व्यकित की सोशल मीडिया पर फ्रैण्ड रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें ।

            इसके साथ ही एसीपी नें कहा कि आज इस उपलक्ष पर महिला आयोग के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है कि हमें साइबर अपराधे के प्रति जागरुक रहना और अपनें सम्पर्क में आनें वालें सभी लोगो को भी जागरुक करना । क्योकि जब तक हम जागरुक नही होगें तब तक साइबर क्रिमनल हमारा बेवकूफ बनाकर आनलाईन धोखाधडी करते रहेंगें ।

            इसके साथ ही एसीपी नें बताया कि साइबर अपराधो से बचनें हेतु राज्य सरकार नें राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 चलाया गया है अगर आपके साथ किसी भी प्रकार से आनलाईन ठगी होती है या किसी भी प्रकार से आनलाईन साइबर बारें जानकारी हेतु 1930 पर सम्पर्क करें इसके अलावा अपनी शिकायत www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं । साइबर अपराधो के प्रति सर्तक रहें, सुरक्षित रहें ।

इस कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की प्रिसिंपल श्री सुशील कुमार, महिला आयोग से मिस प्रीति वर्मा, कॉलेज की अन्य प्राध्यपाकर व स्कूल के विधार्थी ता साइबर एक्सपर्ट बलविन्द्र सिंह  मौजूद मौजूद रहें ।

क्राइम ब्रांच नें हैरोइन तस्कर को किया गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 10 नवम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार नशे की रोकथाम हेतु सख्त कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच इन्चार्ज मोहिन्द्र सिंह व उसकी टीम द्वारा नशीला पदार्थ हैरोइन के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सागर उर्फ गगा वासी रिखी राम वासी खडक मगोंली जिला पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनांक 09 नवम्बंर 2022 क्राइम ब्रांच की टीम गस्त पडताल करते हुए खडक मंगोली पंचकुला के पास मौजूद थी । पुलिस की टीम नें गस्त पडताल करते हुए एक व्यकित को शक के आधार पर काबू किया । जो व्यकित पुलिस की गाडी को देखकर भागनें की कोशिश करनें लगा । जिस व्यकित को काबू करके आरोपी के पास से नशीला पदार्थ 4.52 ग्राम हैरोईन बरामद करके आरोपी के खिलाफ थाना सेक्टर 07 पंचकूला में एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत कार्रवाई की गई ।

बर्कले ग्रुप ने आयोजित किया पाँचवा ब्लड डोनेशन कैम्प

  • 300 से अधिक रक्त यूनिट हुए एकत्रित

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :  

            समाज के प्रति अपनी सहभागिता और दायित्व को समझते हुए बर्कले ग्रुप द्वारा वीरवार को पांचवें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का संचालन सेक्टर 32 स्थित जी एम सी एच की ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग की डॉक्टर टीम ने किया। वहीं इस दौरान बर्कले ग्रुप के एम्प्लाय सहित आम पब्लिक मैं रक्तदान के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। रक्तदान शिविर में यहां  रूटीन में रक्तदान करने वाले शामिल थे, तो पहली बार रक्तदान करने वालों में जोश देखने को मिला। शिविर में 300 से अधिक रक्त यूनिट एकत्रित हुए।

              बर्कले ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर रंजीव दहूजा बे बताया कि रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। उनके ग्रुप द्वारा लगाया जाने वाला यह पांचवां रक्तदान शिविर है। रक्तदान शिविर का आयोजन स्वर्गीय श्रीमती संतोष दहूजा और स्वर्गीय सी एल दहूजा की स्मृति में प्रतिवर्ष 10 नवंबर को ही आयोजित किया जाता है।  रक्तदान शिविर का संचालन सेक्टर 32 स्थित जी एम सी एच की ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग की डॉक्टर टीम ने किया ।

            उन्होंने बताया कि सी एस आर के तहत ही इस शिविर का आयोजन किया गया है। उनके ग्रुप द्वारा समय समय पर समाज के हित और बेहतरी के लिए समाज सेवा के कार्य किये जा रहे हैं। गत वर्ष आयोजित रक्तदान शिविर में 225 रक्त यूनिट एकत्रित हुए थे।

हिमाचल में हमारी सरकार बनते ही कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन स्कीम होगी लागू – दीपेन्द्र हुड्डा

  •          जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार OPS दे सकती है तो हिमाचल की भाजपा सरकार बहाने क्यों बना रही है– दीपेन्द्र हुड्डा
  •          पुरानी पेंशन स्कीम कर्मचारियों का हक, बीजेपी सरकार उनका हक छीन रही – दीपेन्द्र हुड्डा
  •          बीजेपी सरकार ने कोरोना की आड़ में अग्निवीर योजना लाकर देश की सेना को कमजोर कर दिया– दीपेन्द्र हुड्डा
  •          केंद्र में कांग्रेस सरकार बनने पर तीनों सेनाओं में खाली पड़े लाखों पदों पर रेगुलर भर्ती कराएंगे – दीपेन्द्र हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :  

            सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सोलन जिले की कसौली विधानसभा क्षेत्र के परवाणू और पट्टा बरौली में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हिमाचल में हमारी सरकार बनते ही कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन स्कीम लागू होगी। उन्होंने सीधा सवाल किया कि जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अपने कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम दे सकती है तो हिमाचल की भाजपा सरकार इसे देने में आनाकानी क्यों कर रही है। बीजेपी सरकार उनका हक क्यों छीन रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने सभी कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस सड़क से लेकर संसद तक ओल्ड पेंशन स्कीम के हक में उनकी लड़ाई लड़ेगी।

            रिकार्डतोड़ बेरोजगारी और खाली पड़े लाखों सरकारी पदों पर चिंता जाहिर करते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सेना, रेलवे जैसे बड़े विभागों में रेग्युलर भर्ती करने की बजाय सरकार पक्के पदों को ख़त्म करने और रेग्युलर पदों को ठेका प्रथा के हवाले करने के लिए नये-नये नियम बना रही हैं। अग्निपथ योजना इसका सबसे बड़ा प्रतीक है। 2014 चुनाव के समय भाजपा ने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ का नारा लगाकर वोट बटोरे थे, लेकिन अपने ही नारे को पलटकर ‘नो रैंक, नो पेंशन’ वाली अग्निपथ योजना लागू कर दी है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बीजेपी सरकार ने कोरोना की आड़ में देश की सेना को कमजोर कर दिया है। ये कैसा कोरोना है जो रेग्युलर भर्ती पर हो जाता है और अग्निवीर भर्ती पर नहीं होता।

            दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में पीढ़ी दर पीढ़ी देश के लिये समर्पित होकर सर्वोच्च बलिदान देने की परम्परा रही है। लेकिन अग्निपथ योजना के तहत ‘ऑल इंडिया ऑल क्लास’ के दुष्प्रभावों का बड़ा खामियाजा यहाँ के युवाओं को उठाना पड़ेगा। अभी तक हिमाचल से लगभग 4000 युवा सेना में भर्ती होते थे, लेकिन अग्निवीर योजना लागू होने के बाद अब सिर्फ 400 ही सेना में भर्ती हो पाएंगे और 4 साल बाद उसमें से भी 75 प्रतिशत यानी 300 को निकाल दिया जाएगा। सिर्फ 100 अग्निवीर ही पक्के हो पाएंगे। इस तरह बीजेपी सरकार देश की सुरक्षा, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने ऐलान किया कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनने पर हम अग्निवीर योजना की बजाय रेगुलर भर्ती खोलेंगे और तीनों सेनाओं में लाखों पद खाली पड़े हैं उन पर पक्की भर्ती करेंगे।

            सांसद दीपेन्द्र हुड्डा कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर हम हिमाचल प्रदेश की जनता को दी गई सभी 10 गारंटी हर हाल में पूरी करेंगे। उन्होंने कहा कि कसौली ही नहीं पूरे हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में हवा चल रही है। जनता ने इस बार बदलाव का मन बना लिया है, हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। प्रदेश भर में मिल रहे अपार जनसमर्थन को देखकर वो कह सकते हैं कि कसौली से भी कांग्रेस प्रत्याशी भारी मतों से जीत कर विधानसभा पहुंचे रहे हैं। पिछली बार जो थोड़ी-बहुत कसर रह गई थी उसे इस बार जनता पूरी कर देगी। दीपेन्द्र हुड्डा ने अपील करी कि 12 नवंबर को होने वाले मतदान के दिन कांग्रेस प्रत्याशी को अधिक से अधिक वोटों के अंतर से विजयी बनाएं।

इनर व्हील क्लब जीरकपुर की चेयरमैन विजिट हुई सम्पन्न

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, जीरकपुर/चंडीगढ़ :  

            इनर व्हील क्लब जीरकपुर( चंडीगढ़) की चेयरमैन विजिट ऑफिसियल तरीके से सम्पन्न हुई जिसमे डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन अपेक्षा गर्ग ने प्रेजिडेंट निहारिका गर्ग की अध्यक्षता में जीरकपुर क्लब द्वारा इस वर्ष में किये जा रहे सेवा कार्यो व कार्य विधियों की जानकारी ली तथा किये गए कार्यो की भूरी भूरी प्रसंशा की व भविष्य के लिए मार्ग दर्शन किया।

            कार्यक्रम का आयोजन होटल सुपीरिया ग्रैंड में सम्पन्न हुआ जहाँ क्लब सदस्यों जेड सी सी मंजू शर्मा ,वाइस प्रेजिडेंट वीना गुप्ता,सेक्रेटरी सिमरन बेदी,एडिटर आशा शर्मा,  सदस्य भारती राय व मीनू गुप्ता ने शिरकत की।

            कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना व दीप प्रज्जवलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई । सेक्रेटरी सिमरन बेदी ने पिछले कार्यो की रिपोर्ट दी तथा प्रेजिडेंट निहारिका गर्ग ने  आगामी कार्य योजनाओ से सभी को अवगत करवाया जिसमे पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य,सेवा,विकलांग सहायता,नशामुक्ति,गरीब बच्चो की मुफ्त शिक्षा  आदि कार्य करने का संकल्प लिया गया। क्लब लेटर व रॉस्टर एडिटर आशा शर्मा  व प्रेजिडेंट निहारिका गर्ग द्वारा जारी किया गया । मंच संचालन मीनू गुप्ता द्वारा किया गया।

            कार्यक्रम की शुरुआत में प्रेजिडेंट निहारिका गर्ग द्वारा पिछले पांच वर्षों से निशुल्क चलाए जा रहे विद्यालय मे निर्धन बच्चो व प्रौढ़ शिक्षा के अंतर्गत झुग्गी वाली निर्धन महिलाओ को पाठ्यसामग्री व खाद्यसामग्री वितरित की गई व शिक्षा के प्रति प्रेरित किया गया।बेटी बसाओ के अंतर्गत  दो बेटियों को सिलाई मशीने दी गई तथा एक बेटी को कन्यादान के तहत दहेज हेतु जरूरत का सारा सामान दिया गया। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

विवाहिता की मौत मामले में हत्या का मामला दर्ज

डिंपल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली/सिरसा – 10 नवंबर :

            गांव कालांवाली में विवाहिता के फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लिए जाने मामले में मृतका के पिता की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज किया है।


            बैनीवाला (मानसा) निवासी जगराज सिंह पुत्र करनैल सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने अपनी पुत्री लवप्रीत का विवाह मनप्रीत सिंह पुत्र रविंद्र सिंह निवासी गांव कालांवाली के साथ वर्ष 2014 में किया था। विवाह उपरांत उसकी पुत्री ने दो बेटियों को जन्म दिया। बेटियों के जन्म होने की वजह से उसका पति व सास उसे तंग व मारपीट करते थे। बुधवार उसकी पुत्री लवप्रीत का फोन उसकी पत्नी के पास आया और बताया कि ससुराल में उसका पति व सास उसे परेशान करते है। इसलिए वह बेटियों को यही छोडक़र गांव बैनीवाला आ रही है।


            जगराज ने बताया कि दोपहर को उसके जवाई मनप्रीत का उसके पास फोन आया कि लवप्रीत ने फांसी लगा ली है। इस सूचना के बाद वह अपनी पत्नी व रिश्तेदारों के साथ गांव कालांवाली पहुंचा। उसने बताया कि उसकी पुत्री की हत्या की गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर भादंसं की धारा 302, 34 के तहत मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

कब थमेगा ओवरलोड वाहनों का सफर

  • ट्रालियों पर लादा जा रहा ट्रकों से तीन गुणा वजन

डिंपल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सिरसा – 10 नवंबर :

 
                        ओवरलोड वाहनों के मामले में जिला प्रशासन आंखें मूंदे हुए है, जिसके कारण हरपल हादसे की आशंका बनी रहती है। ओवरलोड वाहन सडक़ों पर इधर से उधर दौड़ते हुए देखे जा सकते है। जिला मुख्यालय पर ही ट्रालियों पर ट्रकों के मुकाबले तीन-तीन गुणा माल की ढुलाई पर भी प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसे में सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के दावों की हकीकत का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

                        सिरसा में इन दिनों धान का सीजन चल रहा है। मंडी से धान की लिफ्टिंग चल रही है। नियमानुसार व्यवसायिक वाहनों ट्रक-केंटर इत्यादि को ही माल की ढुलाई करनी चाहिए। जबकि माल की ढुलाई में ट्रेक्टर-ट्रालियों का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। अचरज की बात यह है कि सामान्य ट्रक की लोडिंग क्षमता 9 टन है। इससे अधिक वजन होने पर परिवहन विभाग द्वारा ओवरलोड का चालान कर दिया जाता है। लेकिन मंडी में इन दिनों 25-25 टन वजन ढोया जा रहा है। एक-एक ट्राली पर 50 किलो की -500 बोरियां लादी जा रही है। इन ओवरलोड ट्रालियों पर रोकथाम लगाने वाला कोई नहीं है।

                        कृषि कार्य के लिए अधिकृत इन ट्रेक्टर-ट्रालियों पर क्षमता से अधिक वजन लादे जाने के कारण यह सडक़ पर दौड़ते हुए ‘यमराज’ की भांति है। चूंकि इन पर नियंत्रण रख पाना आसान नहीं होता। ओवरलोड होने की वजह से न तो ट्रेक्टर ड्राइवर अपनी दिशा ही बता सकता है और न ही पीछे से आने वाले वाहनों का ही उसे कुछ पता चल पाता। माल की ढुलाई करने वाली अधिकांश ट्रेक्टर-ट्रालियों पर न तो बैक लाईट होती है और न ही रिफ्लेक्टर। ओवरलोड ट्राली के सडक़ पर बने गड्ढे अथवा ऊंचाई होने की स्थिति में पलटने की आशंका बनी रहती है। बुधवार देर सायं अरोडवंश चौक पर एक ओवरलोडिड ट्रेक्टर ट्राली धर्मकांटे पर चढ़ते समय हादसे का शिकार हो गई। वजन अधिक होने के कारण ट्रेक्टर आगे से उठ गया और क्षतिग्रस्त हो गया। इस वजह से इस चौक पर मंडी की ओर आने-जाने वाले वाहनों का जाम लग गया।
 

  • नहीं किया जा सकता व्यवसायिक प्रयोग

                        ट्रेक्टर-ट्रालियों का नियमानुसा व्यवसायिक प्रयोग नहीं किया जा सकता। जिन संस्थाओं द्वारा ट्रेक्टर का व्यवसायिक प्रयोग किया जाना होता है, उन्हें इसके लिए बकायदा अनुमति लेनी होती है और इसके कमर्शियल उपयोग पर देय टैक्स की अदायगी करनी होती है। लेकिन मंडी में अनेक लोगों द्वारा दर्जनों ट्रेक्टर-ट्रालियों का व्यवसायिक प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने अपने ट्रेक्टरों पर ऊंचे-ऊंचे हुड बनाए हुए है ताकि अधिक माल की ढुलाई हो सकें। इन लोगों ने ट्रेक्टर पर ड्राइवर नियुक्त किए हुए है, जिन्हें वेतन की अदायगी की जाती है। सडक़ों पर माल ढुलाई करते ऐसे ट्रेक्टर-ट्रालियां चंद लोगों की है जोकि सरकारी अधिकारियों से सांठगांठ करके इधर से उधर दौड़ती है। ट्रेफिक रूल के तहत ट्रेक्टर-ट्राली का व्यवसायिक उपयोग किए जाने पर चालान का प्रावधान है। लेकिन बाजारों में सीमेंट, ईंट, रेता, बजरी, लोहा, लकड़ी, कचरा सहित अन्य कमर्शियल उपयोग देखा जा सकता है। इन्हीं लोगों की वजह से मंडी में जाम की स्थिति भी पैदा होती है।
 

  • कहां सोए रहते है आरटीओ

                        ओवरलोड ट्रेक्टर-ट्रालियों की वजह से धुंध व कोहरे मेंसडक़ हादसे की आशंका दोगुणी हो जाती है। चूंकि क्षमता से अधिक माल की ढुलाई के कारण ट्रेक्टर पर नियंत्रण नहीं रहता। साथ ही माल की ढुलाई करने वालों द्वारा बड़े-बड़े स्पीकरों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण पीछे से आने वाले वाहनों के होर्न पर ध्यान नहीं देते। न ही ऐसे वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर लगे होते है और न ही बैकलाइट। इंडीगेटर का तो मतलब ही नहीं। ये ओवरलोड ट्रेक्टर-ट्रालियां किस दिशा में मुड़ जाएगी, कोई नहीं जानता। धुंध व कोहरे की रात्रों में इन्हें देख पाना आसान नहीं होता। ऐसे ओवरलोड वाहनों पर नकेल कसने की जिम्मेवारी आरटीओ की होती है, लेकिन विभागीय अधिकारी कहां सोए रहते है, यह कोई नहीं जानता।
 

  • सडक़ों पर दौड़ रहे ‘जुगाड़’

                        ट्रेक्टरों के कमर्शियल उपयोग के साथ-साथ सिरसा में जुगाड़ वाहन भी बिना रोकटोक के दौड़ रहे है। ऐसे जुगाड़ वाहनों की वजह से हादसे की आशंका बनी रहती है। लेकिन ऐसे वाहनों पर नियंत्रण करने वाला कोई नहीं है। उच्च न्यायालय द्वारा पीटर रहड़ों पर प्रतिबंध लगाया गया लेकिन उसी की तर्ज पर बनी गन्ने के जूस की रेहडिय़ों सडक़ों पर सरपट दौड़ रही है। चौक-चौराहों पर इनका ठिकाना बना हुआ है। मोबाइल आटा चक्की दौड़ रही है, पंचर लगाने वाला पीटर रेहड़ा दौड़ रहा है, कुंओ से मोटर निकालने वाले पीटर रेहड़े दौड़ रहे है। मोटरसाइकिल के पीछे ट्रालियां लगाकर दौड़ाई जा रही है। लेकिन पुलिस चौक पर हेलमेट का चालान काटने में जुटी है। ऐसे में हादसों पर रोकथाम कैसे लगेगी?

कार्तिक माह में विभिन्न तीर्थ स्थानों की यात्रा कर वापस लौटा जत्था

  • हर तीर्थ स्थान पर कार्तिक के चलते लाखों की भीड़
  • काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को देख खुश हुए श्रद्धालु

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 10 नवंबर :

            कार्तिक के पवित्र माह में हर कोई सोचता है कि वह कुछ ना कुछ पुण्य करें जिसके चलते विशेष रुप से तीर्थ यात्राएं तथा विभिन्न सरोवर एवं नदियों में स्नान व दीपदान का सिलसिला लगातार जारी रहता है। गत दिवस कार्तिक मास के समापन पर विभिन्न तीर्थ स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ कम होनी शुरू हुई। यमुनानगर गोविंदपुरी से भी 15 तीर्थ यात्रियों का एक जत्था गत दिवस श्री अयोध्या जी, श्री काशी जी, श्री प्रयागराज एवं श्री चित्रकूट के दर्शन एवं वहां के विभिन्न सरोवर सरयू नदी, गंगा जी, गंगा यमुना तथा सरस्वती के संगम स्थल तथा चित्रकूट में चित्रकूट में गुप्त गोदावरी के दर्शन, स्नान एवं आचमन कर वापिस लोटा।

श्रद्धालुओं में शामिल महिला श्रद्धालु सरयू शर्मा, कैलाश त्यागी, मुन्नी त्यागी, सुनीता त्यागी, प्रभा, वंदना शर्मा, पिंकी शर्मा, रजनी गोयल, विमला तथा पुरुष श्रद्धालु जयपाल वर्मा, सुशील त्यागी, देवेंद्र मेहता, अनुज कुमार, श्यामलाल त्यागी तथा वीरेंद्र त्यागी आदि ने बताया कि उनकी यह यात्रा एक यादगार यात्रा रही जो कि कार्तिक माह में की गई। उन्होंने बताया कि हर धार्मिक स्थान पर लाखों की भीड़ होने के कारण यात्रा में कुछ परेशानियां अवश्य होते हैं लेकिन कुल मिलाकर यह यात्रा शानदार रहे और सभी ने भगवान श्री राम, श्री काशी विश्वनाथ, गंगा जी, यमुना जी, सरस्वती जी तथा गुप्त गोदावरी नदियों के दर्शन कर जीवन धन्य किया। इन तीर्थयात्रियों ने बताया कि अयोध्या जी में पुलिस अधिकारी अजय मौर्य, मनोज कुमार तथा उमेश आदि के विशेष सहयोग से उन्हें हर प्रकार के सुविधा मिली तथा चित्रकूट में पंडित दिलीप त्रिपाठी तथा विनीत त्रिपाठी द्वारा श्रद्धालुओं का जो सहयोग किया गया उसके लिए वे सदा उनके आभारी रहेंगे।

            ऐसे तीर्थ स्थानों पर जाकर और इतने भीड़ में यदि किसी अपने का सहयोग मिल जाए तो यह किसी वरदान से कम नहीं होता। वाराणसी में सामाजिक कार्यकर्ता धर्मवीर द्वारा किए गए संयोग के भी उन्होंने सराहना की और कहा कि ऐसे सहयोगियों व मित्रों द्वारा यात्रा शुभ तथा सुगम हो जाती है।

            इन तीर्थ यात्रियों का कहना था कि विशेष रूप से कार्तिक माह के अंतिम सप्ताह में देव दीपावली को लेकर हर तीर्थ स्थान पर श्रद्धालुओं का भारी जमघट लगा हुआ था जिस कारण ठहरने, खाने-पीने, दर्शन तथा अन्य व्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही थी, बावजूद इसके यात्रा सफल रहे और सभी ने यात्रा का लुफ्त उठाते हुए कार्तिक मास में पुण्य कमाने का काम किया। वाराणसी में वर्तमान सरकार द्वारा बनाया गया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देखकर सभी तीर्थयात्री प्रसन्न हुए। रेलवे की स्लीपर क्लास व्यवस्था से यात्री असंतुष्ट दिखाई दिए और कहा कि रेलवे धड़ाधड़ टिकट बेचने के चक्कर में हर किसी को स्लीपर क्लास की वेटिंग टिकट थमा देता है और बाद में स्लीपर क्लास की हालत सामान्य क्लास से भी बदतर हो जाते हैं।

            जिन यात्रियों के टिकट कंफर्म भी होते हैं उन्हें भी बैठने तक को सीट नहीं मिलते और अन्य लोग ही सीटों पर कब्जा जमाए रहते हैं। ऐसे में आपस में तीर्थयात्री लड़ते रहते हैं और ना तो कोई किसी प्रकार का टीटी या फिर कोई सुरक्षा बल डिब्बों में पहुंचता है। हालत ऐसी हो जाती है कि डिब्बों में चाह कर भी सुरक्षा बल व टिकट चेकर नहीं पहुंच सकते। तीर्थ यात्रियों का कहना है कि रेलवे को भी अपनी व्यवस्था में सुधार करना चाहिए ताकि जो यात्री कंफर्म टिकट पर यात्रा कर रहे हैं उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।

नवनिर्वाचित सरपंच बिना भेदभाव के अपने गांव में विकास कार्य करवाएं : कंवरपाल गुर्जर

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 10 नवंबर :

            जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों से नवनिर्वाचित पंच/सरपंचों ने हरियाणा के शिक्षा,वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल से उनके जगाधरी स्थित कार्यालय में आज लगातार दूसरे दिन शिष्टाचार मुलाकात की। मुलाकात के दौरान शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सभी नवनिर्वाचित पंच व सरपंचों को जनता के आर्शीवाद से चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और सभी नवनिर्वाचित पंच सरपंचों का आह्वान करते हुए कहा कि स्थानीय स्वशासन में सरपंच पद बहुत ही प्रतिष्ठित और गरिमापूर्ण है और सरपंच ग्रामसभा द्वारा निर्वाचित ग्राम पंचायत का सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है।

            सरपंच चुने गए पंचों की मदद से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेता है। उन्होंने कहा कि सरपंच गांवों के विकास के साथ-साथ सरकार की हर योजनाओं एवं नीतियों को जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि सरपंच का सबसे पहले काम गांव में आपसी भाईचारा बनाए रखना होता है और जब तक हम गांव में आपसी भाईचारा स्थापित नहीं करेगें तो कोई भी विकास कार्य सही तरीकें से नहीं करवा पाऐगें। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य करवा रही है, इसलिए नवनिर्वाचित सरपंचों का भी यही दायित्व बनता है कि वे बिना किसी भेदभाव के अपने गांव में विकास कार्य करवाएं।

            उन्होंने कहा कि यदि हम पूरी ईमानदारी व लगन से अपने गांव में विकास कार्य करवाने से गांव के लोगों में अवश्य भाईचारा स्थापित होगा,शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने नव निर्वाचित पंचों सरपंचों को आश्वासन दिया कि विकास कार्य करवाने में सरकार की ओर से उनको किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी और गांवों के विकास कार्यों के लिए सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। इसलिए पूरी ईमानदारी से गांवों के विकास कार्यों में तीव्रता लाए।  शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार दिन-प्रतिदिन हर वर्ग के कल्याण के लिए नई-नई योजनाएं एवं नीतियां बनाकर प्रदेश के लोगों तक पहुंचाने में ग्राम पंचायत अपना अहम योगदान दे सकती है और ऐसा करने से लोगों को भी पता चलता है कि भाजपा सरकार उनके हित में कौन-कौन सी लाभकारी योजनाएं चला रही है। सही जानकारी मिलने से सरकार की योजनाओं का लाभ अवश्य पात्र व्यक्तियों तक पहुंचता है। 

            शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि  भाजपा सरकार के साथ हर वर्ग का व्यक्ति जुड़ा है , लोगों ने विपक्षी पार्टियों के काफी लम्बे समय को देखा व परखा है परन्तु जनता ने उसे दरकिनार करते हुए भाजपा के 8 वर्षों के शासनकाल में बनी नीतियों एवं योजनाओं में अपनी आस्था जताई है। विपक्षी दलों के पास भाजपा सरकार के प्रति लोगों को गुमराह करने के अलावा कोई मुददा नहीं है। लेकिन जनता को विपक्षी दलों की हर प्रकार की रीति-नीति अच्छी तरह से समझ चुकी है और अब वह इनके बहकावें में आने वाली नहीं है।

            इस दौरान भाजपा नेता निशचल चौधरी,वरिष्ठ भाजपा नेता चौधरी सतीश जैधरी,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग,मंडल अध्यक्ष कल्याण सिंह, मंडल महामंत्री जगदीश धीमान, बिट्टू चौधरी देवधर,डायरेक्टर रामजतन डमौली,विरेंद्र गुलाबगढ,धर्मबीर सिंह,शक्ति केंद्र प्रमुख कुलदीप राणा मांडखेडी, पूर्णचंद, जयचंद कश्यप, कर्मसिंह, कौशिक खान, गीताराम कश्यप, रवि देवधर, आत्म कश्यप, आदि सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

पुणे में बुकचोर का “लॉक द बॉक्स-री लोडेड” साहित्यिक आयोजन 11 नवंबर से

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पुणे, 10 नवंबर :

            “लॉक द बॉक्स” – एक तरह का अनोखा पुस्तक मेला जहां आप एक बॉक्स में फिट हो सकने वाली ढेरों किताबें खरीद सकते हैं। यह भारत में एक ही छत के नीचे 10 लाख से अधिक किताबों का सबसे बड़ा संग्रह होगा।

            पुस्तक मेले का आयोजन बुकचोर द्वारा किया जा रहा है, जो पुरानी किताबों का एक ऑनलाइन रिटेलर हे। ‘लॉक द बॉक्स-रीलोडेड’ एक विशिष्ट और अनूठा पुस्तक मेला है, जिसमें ग्राहक एक बॉक्स के लिए भुगतान करता है और उसमें फिट होने वाली सभी पुस्तकों को घर ले जाता है।

            11 नवंबर से 20 नवंबर, 2022 तक हर्षल हॉल्स एंड बैंक्वेट, 153, कसाट कैमिकल कम्पाउंड, मैक डोनाल्ड के सामने, कोथरुड, पुणे में होने वाले इस पुस्तक मेले में फंतासी, नॉन-फिक्शन, ज्ञान, आत्मकथा, किशोरों के लिए प्रकाशन, बच्चों के लिए पुस्तकें, रहस्य, विज्ञान-कथा  जैसी शैलियों में 10 लाख से अधिक पुस्तकें शामिल होंगी। 

            बुकचोर के संस्थापक विद्युत शर्मा ने पुणे आने के बारे में अपने उत्साह को साझा करते हुए कहा, “हम “लॉकदबॉक्स – रीलोडेड” को दूसरी बार पुणे लाकर खुश हैं। हमारा शुरुआती अनुभव अच्छा रहा जिसने शहर और आसपास के पुस्तक प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया।” उन्होंने यह भी कहा कि “पिछले कुछ वर्षों में चंडीगढ़, कोलकाता, हैदराबाद, कोच्चि, त्रिवेंद्रम और इंदौर जैसे शहरों में लॉकदबॉक्स को जिस तरह का स्वागत मिला है, वह बहुत उत्साहजनक है और हम पुस्तक मेले के अपने दूसरे संस्करण के साथ इसे दोहराने की उम्मीद करते हैं। ”

            कभी-कभार पढ़ने वाले हों या गंभीर पुस्तक प्रेमी, सभी ग्राहक अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से एक “बॉक्स” चुन सकते हैं। 

ओडीसियसबॉक्स

            कभी-कभार किताब बढ़ने वालों के लिए एक बढ़िया विकल्प। बॉक्स की कीमत रु. 1199 है, जिसमें करीब 10 किताबें आ सकती हैं। 

पर्सियसबॉक्स

            इसका उद्देश्य जिज्ञासु पाठकों की भूख को संतुष्ट करना है। रु. 1799 के इस बॉक्स में 17 किताबें तक फिट हो सकती हैं। 

हरक्यूलिसबॉक्स

            किताबों के बेहद शौकीन लोगों के लिए यह बॉक्स आदर्श है, जिसकी कीमत रु. 2999 है, और इसमें आप 30 किताबें तक लोड कर सकते हैं।

            पाठक उपरोक्त बॉक्स में से कोई भी एक चुन सकते हैं और उन्हें अपनी पसंदीदा किताबों से भर सकते हैं, जब तक कि सब ठीक से फिट न हो जाएं। ऑफर की एकमात्र शर्त यह है कि बॉक्स को फ्लैट बंद करना होगा, जो यह सुनिश्चित करता है कि यह वो सब है जो आप ले जा सकते हो। 

            बाजार में 6 से अधिक वर्षों तक मौजूदगी के साथ, बुकचोर को बेहद अव्यवस्थित पुस्तक बाजार के एक डिजिटल समाधान के रूप में शुरू किया गया था। इस स्टार्टअप को डिजिटल इंडिया पहल से भी प्रोत्साहन मिला। लॉकदबॉक्स को पहली बार 2018 में दिल्ली में युवाओं को सबसे कम दरों पर किताबें प्रदान करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था।

            इस आयोजन में, लोग अपनी पुरानी किताबें बेच भी सकते हैं। वे एंड्रॉइड और आईओएस पर बुकचोर ‘डम्प’ ऐप का इस्तेमाल करके अपनी पुरानी किताबों की जानकारी अपलोड कर सकते हैं।