‘द ब्रू एस्टेट’ ने जीरकपुर में अपना 11वां आउटलेट खोला

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, ज़ीरकपुर, 17 नवंबर, 2022: 

            चंडीगढ़ की पहली माइक्रोब्यूरी द ब्रू एस्टेट ने आज यहां ज़ीरकपुर में अपना 11वां आउटलेट का शुभारंभ किया। 6 साल पहले 2016 में चंडीगढ़ में शुरू हुई माइक्रोब्यूरी चेन अब भारत की सबसे बड़ी माइक्रोब्यूरी चेन और कैफे में से एक है।


            ज़ीरकपुर आउटलेट वैश्विक बहु-व्यंजन और मनोरम ड्रिंक्स, उत्तम कॉकटेल और मॉकटेल के साथ चंडीगढ़ के खूबसूरत शहर में क्राफ्ट बियर अनुभव लाने के लिए विश्व स्तर पर इंस्पायर विज़न को आगे बढ़ाता है।


            मीडिया से बात करते हुए, मैनेजिंग डायरेक्टर वरुणदीप सिंगला ने कहा, हमें जीरकपुर में अपना 11वां आउटलेट खोलने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है और यहां द ब्रू एस्टेट में नए आउटलेट के साथ धूम मचाने के लिए तैयार हैं, और आप विश्वास नहीं करेंगे कि कैसे हमारे पास आपके लिए बहुत कुछ है। ब्रू एस्टेट कुछ बड़ा लाता है, इंस्टाग्राम-योग्य तस्वीरों के लिए 10,000 वर्ग फुट का लाउंज, आरामदेह सोफे, एक अंग्रेजी स्ट्रीट लुक और असीमित क्राफ्ट बियर। हम विदेशी क्राफ्ट बियर के स्वादों, उंगली से चाटने वाले व्यंजनों और बहुत कुछ के साथ आपकी आधी रात की पार्टी की लालसा को संतुष्ट करने में गर्व महसूस करते हैं। यहीं नहीं; हमारा नॉन-स्टॉप डांस फ्लोर रात भर आपका मनोरंजन करने के लिए यहां है।


            नवीन दुबे, मार्केटिंग हेड ने कहा, 2016 से, आपको हमारी क्राफ्ट बियर बहुत पसंद है। यही कारण है कि हम अपने क्राफ्ट बियर पर बहुत गर्व करते हैं। हम अपने आगंतुकों से मिले प्यार के साथ देश और दुनिया भर में सफलतापूर्वक विस्तार करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।


            शेफ, हरीश ने कहा कि आउटलेट में वेज और नॉन वेज लवर्स दोनों के लिए एक लंबा मेनू है और सासी कॉकटेल और मॉकटेल के साथ गर्म और मसालेदार व्यंजन हैं।


            द ब्रू एस्टेट एक पसंदीदा हैंगआउट स्थान है जहाँ एक बार कदम रखने के बाद, आप यादगार अनुभव को दोबारा प्राप्त करने के लिए बार-बार वापस आना चाहेंगे! जीरकपुर आउटलेट में एक अनूठी सजावट और माहौल है जो आपको पुराने समय में वापस ले जाता है, साथ ही पूरे वातावरण में ताजगी भी जोड़ता है।


            कैफे-स्टाइल की सजावट सुनिश्चित करती है कि जब हम सभी प्रकार की सभाओं की मेजबानी करते हैं तो आप उस जगह की गर्मजोशी खो जायेंगे! यह बार, अपनी मोहक रेंज के साथ, आनंदमय रातों के दौरान आपका अच्छी तरह से मनोरंजन करेगा।

उर्दू विभाग में शायर अल्लामा इकबाल व देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती 

कोरल‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  

      पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के उर्दू विभाग में शायर अल्लामा इकबाल व देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती विश्व उर्दू दिवस व राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाई गई।

           उर्दू विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में अल्लामा इकबाल और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय उर्दू दिवस और राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर रेहाना परवीन ने की।गुल पेशी के साथ डॉ. ज़रीन, शमीम चौधरी और रिजवाना ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत इकबाल की कविता “सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा ” से हुई।

 तत्पश्चात विभाग के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने अल्लामा इकबाल एवं मौलाना अबुल कलाम आजाद की कृतियों के संबंध में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये, जिसमें विभाग के शोधार्थी मुहम्मद सुल्तान ने इकबाल के काव्य विचारों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

 विभाग की शोधार्थी शमीम चौधरी ने अबुल कलाम आजाद के जीवन और सेवाओं पर अपना पेपर प्रस्तुत किया।

 इसके अलावा मनीज़ पनेसर, बशीर, इंदरजीत कौर, अरविन्दर कौर, राम व हरमंदर कौर ने इकबाल  की कविताएं सुनाकर दर्शकों का मनोरंजन किया।इस बीच फारसी विभाग के शिक्षक डॉ. जुल्फिकार अली ने इकबाल की फ़ारसी शायरी पर बातचीत की ।

 प्रोफेसर रेहाना परवीन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कविता पाठ और उसकी बारीकियां समझाईं और छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित  किया।

      इस कार्यक्रम में मंच की जिम्मेदारी विभाग के शोधार्थी मुहम्मद शरीफ ने निभाई थी। बैठक के अंत में विभाग के अध्यक्ष डॉ. अली अब्बास ने अपने समापन भाषण में मौलाना अबुल कलाम आजाद पर तर्कपूर्ण चर्चा की,जिसमें उन्होंने मौलाना के पत्रों के संग्रह “गुबार ए खातिर” पर चर्चा की और उनकी दूरदर्शिता और समझ के साथ-साथ उनकी देशभक्ति और हिंद-पाक बँटवारे के दूरगामी आशंकाओं को समझाया। डॉ. अब्बास ने आगे कहा कि मौलाना आजाद जहां अंग्रेजों के खिलाफ थे, वहीं वे राष्ट्रीय सद्भाव और हिंदू-मुस्लिम एकता के भी प्रबल समर्थक थे।

 उन्होंने अपने समाचार पत्रों के माध्यम से राष्ट्रीय और देशभक्ति की भावनाओं को जगाने का प्रयास किया। मौलाना अबुल कलाम स्वतंत्र राजनीतिक मोर्चे में भी सक्रिय थे। उन्होंने ‘असहयोग आंदोलन’, ‘भारत छोड़ो’ और ‘खिलाफह आंदोलन’ में भी भाग लिया। महात्मा गांधी के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध थे ।

 वे गांधीजी के अहिंसा के रास्ते से बहुत प्रभावित थे। इन विचारों को व्यक्त करते हुए डॉ. अली ने आगे कहा कि अबुल कलाम आजाद को गांधीजी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा था। उन्होंने गांधी के विचारों को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश का दौरा भी किया।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उर्दू विभाग व अन्य विभागों के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

बदलते समय के अनुसार शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव बेहद जरुरी : डॉ. मीनू जैन

  • शिक्षा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का बढ़ता महत्व

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            डीएवी कॉलेज के फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम सेल की ओर से यूट्यूब पर शॉट्स तैयार करने के विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया ! जिसमे डॉ. मधु मुख्य वक्ता रही ! कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मीनू जैन व एफडीपी सेल की कन्वीनर डॉ सुरेंद्र कौर ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की ! 

            डॉ. मधु ने यूट्यूब के नए फीचर यूट्यूब शॉट्स के बारे में बताया कि यूट्यूब शॉट्स यानि छोटे वीडियोस (60 सेकण्ड्स या उससे कम) का एक प्लेटफार्म है जिसमे आप कम समय में एक शानदार वीडियो बना सकते है और साथ ही यूट्यूब पर #शॉट्स लिखकर अपलोड भी कर सकते हो ! उन्होंने बताया की इन वीडियो का मोबाइल फॉर्मेट 9/16  का होना चाहिए ! 

            डॉ. मीनू जैन ने कहा कि हर शिक्षक अपने छात्र के प्रदर्शन में सुधार करना चाहते है और टेक्नोलॉजी उन्हें इस उद्देश्य को पूरा करने में मदद करती है ! बदलते समय के अनुसार शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव बेहद जरुरी है ! 

            डॉ. सुरेंद्र  कौर ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में कुछ नया और आधुनिक करने से छात्र का शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ता है और अपने करियर को बनाने में भी मदद मिलती है ! कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. सुनीता कौशिक, डॉ. रचना सोनी एवं डॉ. मीनाक्षी सैनी  ने पूर्ण रूप से सहयोग दिया !

चेम्बर ने उद्योग व शिक्षा जगत के सम्मेलन का खालसा कॉलेज में किया आयोजन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            यमुनानगर जगाधरी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का स्वर्ण जयंती समारोह बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में इंडस्ट्री-एकेडमिया सम्मेलन का आयोजन गुरु नानक खालसा कॉलेज में किया गया। इस कार्यशाला में चंद्रपुर वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक निखिल चंद्रा, क्लाउड टेक प्राइवेट लिमिटेड से सुशांत सैनी, चानना उद्योग से सम्राट चानना व चैंबर अध्यक्ष शिक्षाविद डा एम के सहगल वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज प्रार्थना करके किया गया।

            निखिल चंद्रा चोथी पीडी के उधमी है, उन्होंने कहा कि औद्योगिक दौरे का विद्यार्थियों के जीवन में बहुत महत्व है।इंटरएक्टिव लर्निंग का हिस्सा होने के नाते, इस तरह के शैक्षिक दौरे छात्रों को उनके क्षेत्र के लिए प्रासंगिक सैद्धांतिक अवधारणा के व्यावहारिक परिप्रेक्ष्य के साथ-साथ वास्तविक कामकाजी वातावरण के लिए एक बड़ा एक्सपोजर देते हैं। उन्होने यह भी बताया कि इंडस्ट्री में कुशल व्यक्तियों की बहुत आवश्यकता है और इसलिए हम शिक्षण संस्थाओं से कोलाब्रेशन करने के लिए तयार है ताकि विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल लर्निंग सीखने का मोका मिले।सुशांत सैनी जो के पहली पीढ़ी के उद्यमी है ने बताया कि किसी भी देश का विकास वहाँ के लोगों के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके मद्देनज़र यह ज़रूरी हो जाता है कि जीवन के हर पहलू में विज्ञान-तकनीक और शोध कार्य अहम भूमिका निभाएँ। विकास के पथ पर कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है जब उसकी आने वाली पीढ़ी के लिये सूचना और ज्ञान आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। उन्होंने बताया कि उनकी फर्म अनुसंधान एवं विकास को ध्यान केंद्रित कर प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए प्रयासरत है।

            सम्राट चानना ने बताया कि अपने व्यवसाय को सफल करने के लिए दो बहुत ही जरुरी काम होते है। बिज़नेस को बड़ा करने के लिए आप अपने काम को हमेशा पहले से बेहतर करते रहे और नए-नए तकनीक को अपने बिज़नेस से जोड़ते रहे।प्रिंसिपल डा एच एस कंग ने सभी का स्वागत किया। डा अशोक खुराना ई डी सी सेल के कोऑर्डिनेटर ने कार्यक्रम की जानकारी दी। डा संजय अरोड़ा ने सब वक्ताओं का परिचय कराया। डा वोहरा व डा जसविंदर ने स्टेज का संचालन बखूबी किया। इस अवसर पर प्रधान डॉक्टर एम॰के॰ सहगल, सेक्रेटेरी जनरल समीरा सलूजा, सचिव शिवम, ललित मेहला, राहुल भान मोजुद रहें।

 सांसद रत्नलाल कटारिया ने यमुनानगर रेलवे स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            पूर्व केंद्रीय मंत्री वर्तमान लोकसभा अम्बाला सांसद रतनलाल कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी अध्यक्षता  में उत्तर रेलवे की बैठक हुई ,बैठक में हरियाणा,पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ में रेलवे से सुविधाओं की ओर बढ़ाने के लिए अधिकारियों और सांसदों ने भाग लिया l बैठक में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष दंगल, डीआरएम अंबाला मनदीप सिंह भाटिया, 18 सांसद और छह सांसदों के प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखी।

            पूर्व केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने यमुनानगर पंचकूला -चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न समस्याओ व इन स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने की माँग रखी,सांसद रत्नलाल कटारिया ने रेलवे अधिकारियों से पूछा कि रेलवे द्वारा बनाए गए ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज की वर्तमान स्थिति क्या है, यमुनानगर-चंडीगढ़ वाया: नारायणगढ़ रेलवे लाइन की ताजा स्थिति क्या है,यमुनानगर-करनाल रेलवे लाइन की स्तिथि क्या  है?

            यमुनानगर से पटियाला वाया: कुरुक्षेत्र तक रेलवे लाइन शुरू करने का क्या प्रस्ताव है,यमुनानगर एक औद्योगिक क्षेत्र है लेकिन इस मार्ग पर कम संख्या में ट्रेनें और अच्छी ट्रेनें (जैसे: शताब्दी) चल रही हैं और इस स्टेशन पर रुकती हैं।

            कृपया इस मार्ग पर चलने वाली और इस स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों की संख्या में वृद्धि करें, यमुनानगर स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर 1 बहुत छोटा है और प्लेटफॉर्म का शेड भी छोटा है। कृपया इसे बढ़ाया जाए,यमुनानगर रेलवे स्टेशन के आरक्षण कार्यालय का भी आधुनिकीकरण करने की आवश्यकता है और उचित बैठने/ प्रकाश/ एयर कंडीशनिंग प्रदान करने की आवश्यकता है।  

            यमुनानगर स्टेशन में एक उचित एस्केलेटर या रैंप बनाया जाना चाहिए, यमुनानगर रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण आवश्यक है जैसे आधुनिक विश्राम कक्ष, पूरे स्टेशन में आवश्यक प्रकाश व्यवस्था, बैठने का उचित स्थान, शौचालयों को अच्छी तरह से बनाने की आवश्यकता है, यमुनानगर-चंडीगढ़ के बीच चलने वाली लोकल ट्रेन सभी स्टेशनों पर नहीं रुकती है।

            अम्बाला लोकसभा भाजपा सांसद रतनलाल कटारिया ने बताया की बैठक के दौरान सभी सांसदों और उनके प्रतिनिधियों ने ट्रेनों के अतिरिक्त ठहराव, नई ट्रेनें चलाने, यात्री सुविधाओं में वृद्धि, स्टेशनों पर सुविधाओं के विकास, उचित स्वच्छता जैसी मांगों को सामने रखा तथा रेलवे द्वारा  संरक्षित,  सुरक्षित एंव समयबद्ध रेल परिचालन करते हुए समस्त विकास कार्यों तथा परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करने की अपेक्षा करी lभाजपा सांसद रतनलाल कटारिया ने बताया कि उन्होंने अंबाला लोकसभा जिला पंचकूला से जुड़े विभिन्न कार्यों का ब्यौरा महाप्रबंधक उत्तर रेलवे को सौंपा है l महाप्रबंधक ने विश्वास जताया है कि इन कार्यों को अति शीघ्र पूरा किया जाएगा।

गांव अटावा में सुलभ शौचालय के रिपेयर  एंड रेनोवेशन एवम पार्क में ओपन एयर जिम लगाने के कार्य का शुभारंभ

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़:

            वार्ड नंबर 24 में विकास कार्यों में तेजी लाते हुए वार्ड पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने आज गांव अटावा में सुलभ शौचालय के नवीनीकरण एवं मरम्मत (रिपेयर  एंड रेनोवेशन) सहित गांव अटावा के ही एक पार्क में 02 जगह ओपन एयर जिमज एवम 02 जिम्नेजियम के बेस लगाने के कार्य का उद्घाटन किया गया। एरिया पार्षद जसबीर सिंह बंटी के पिता सरदार भाग सिंह और पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह ने नारियल फोड़ कर इन कार्यों का शुभारंभ किया। एरिया पार्षद जसबीर सिंह बंटी  ने एस ई विजय कुमार प्रेमी, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर एम सी- पब्लिक हेल्थ जगदीश सिंह, एक्स ई एन प्रितपाल सिंह ,भूतपूर्व सरपंच गुरचरण सिंह, भूतपूर्व सरपंच गुरदीप सिंह, तरलोचन सिंह, राज कुमार शर्मा,  गुरबचन बिल्ला,  प्रेम सिंह परमिंदर सिंह, पवन सिंगला, हरी सिंह ,सोहन सिंह जसवंत वढेरा, सुखदेव सिंह विनोद कौशल, मलकीत सिंह गांव अटावा और सेक्टर 42 के सभी निवासी उपस्थित थे।

                  एरिया पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने बताया कि गांव अटावा में सुलभ शौचालय की रिपेयर एवम रेनोवेशन का काम काफी समय से लंबित था। टेंडर अप्रूव होने के तुरंत बाद इसकी मरम्मत का काम शुरू करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गांव अटावा के पार्क में 02 ओपन एयर जिम एवम 02   जिम्नेशियम के बेस लगाने का के कार्य का भी शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि सुलभ शौचालय का काम यहां 21.56 लाख तो वहीं 02 ओपन एयर जिमज एवम 02 जिमनाजिम लगाने का कार्य 15.50 लाख में हो रहा है। उन्होंने आगे बताया कि वार्ड में और भी जितने विकास कार्य लंबित हैं या होने हैं सब को जल्द से जल्द पूरा करवाया जा रहा है। इसके अलावा में स्वच्छता सर्वेक्षण में भी वार्ड को नंबर एक लाने में कोई कमी नही छोड़ी जा रही।

संस्कृति के पोषक है जगदीश मित्तल : सुरेंद्र सिंगला

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकुला :

            इस धरा पर आज भी ऐसे महान अवतरित ऋषि मुनि संत संत है जिन्होंने जनकल्याण के लिए, अपना सब कुछ, देश, समाज, धर्म की रक्षा के लिए निछावर कर , साध्वी जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इन्हीं महापुरुषों में जगदीश मित्तल जी भी एक है जिन्होंने अपने राष्ट्र, धर्म, समाज के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर, पूरे देश के लिए एक प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। सहज शब्दों में कहा जाए तो जगदीश मित्तल जी संस्कृति के पोषक है।

            बाऊ जगदीश मित्तल जी के सम्मान में आयोजित युवा पीढ़ी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन  मैं सम्मिलित होते हुए , यह बात राष्ट्रीय कवि संगम के, पांच प्रदेश के,  प्रांतीय प्रभारी एवं सब की सेवा रब की सेवा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंगला ने कही। सुरेंद्र सिंगला बाऊ जी जगदीश मित्तल जी के जन्मदिवस पर उन्हें बधाई देने पहुंचे। सुरेंद्र सिंगला ने बताया की बाऊ जगदीश मित्तल जी राष्ट्रीय कवि संगम के पुरोधा है,और समाज के आइना है,जो आरएसएस के प्रचारक का जीवन बिताते हुए,राम काज और समाज मैं संस्कार कैसे खड़ा हो,इस पर निरंतर चिंतन करते हुए रात दिन काम करते है,ऐसे सामाजिक ऋषि के चरणों मैं उत्तर भारत के प्रभारी सुरेंद्र सिंगला का कोटि कोटि वंदन हैं।

            इस मौके पर भजन सम्राट प्रदीप योगी, प्रोफेसर योगेश सिंह, डॉक्टर हरिओम पवार ,रमेश अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, डॉ नंदकिशोर गर्ग ,विनीत गुप्ता ,राम कैलाश गुप्ता, चतुर्भुज अग्रवाल, स्वामी अजय रामदास, जादूगर शंकर सम्राट, सत्य भूषण जैन, संजीव गोयल, राजेंद्र पुरी, एक्यू लाल के अलावा अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

बिश्नोई सभा पचकुलां के अध्यक्ष एल आर गोदारा जी व अन्य सदस्यों ने हम सब के लाडले नवनिर्वाचित विधायक अजीज भव्य बिश्नोई जी को  पगड़ी पहनाकर, शॉल व स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकुला :

                        श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान का आशीर्वाद लेने बिश्नोई मंदिर पहुंचने पर बिश्नोई सभा पंचकुला द्वारा हमारे लाडले नवनिर्वाचित विधायक अजीज भव्य बिश्नोई जी का  #भव्य स्वागत किया गया बिश्नोई सभा के अध्यक्ष एल आर गोदारा जी व अन्य सदस्यों ने भव्य बिश्नोई जी को  पगड़ी पहनाकर, शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

                        और जीत की खुशी में आए हुए हजारों लोगो को देशी घी के लड्डू खिलाए गए। इस मौके पर सभा के प्रधान एल आर गोदारा, दलीप बिश्नोई सचिव, विनोद थापन कैशियर, रवीपाल बिश्नोई, करण सिंह बिश्नोई,पृथ्वी बिश्नोई, नेकी राम भादू, सुरेश बिश्नोई, बहादुर राणा,प्रेम जानी, परदीप बागड़ी, अंकुर बिश्नोई, रघुबीर समेत समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

अभिनेत्री पायल गोगा कपूर अब मुंबई के ‘सोशल मीडिया” नाटक के बाद ‘जय श्री राम'(रामायण) नाटक में दिखेंगी

शर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई :

          हर प्रकार के विभिन्न नाटकों में मंचन करनेवाली प्रतिभाशाली अभिनेत्री व सुप्रसिद्ध अभिनेता गोगा कपूर की बेटी पायल गोगा कपूर ने ज्यादातर नाटकों में,कुछ फिल्मों में व कुछ धारावाहिकों में काम किया है और अपनी प्रतिभा को एक अलग मुकाम तक पहुँचाया है। उन्हें नाटक के दर्शकों से मिलनेवाली लाइव प्रतिक्रिया व स्टेज शो काफी पसंद है,इस कारण उन्होंने नाटकों में ज्यादा काम किया और कुछ लोग ‘नाटक क्वीन'(थिएटर क्वीन) भी कहते है।

            अभी पिछले हफ्ते उनके रूही जे अब्बास द्वारा निर्मित और संजय झा द्वारा लिखित हिंदी पारिवारिक कॉमेडी नाटक ‘सोशल मीडिया’ (बचके रहना रे बाबा) का सुपरहिट शो हुआ। जिसमें वे विंदू दारा सिंह की बीबी बनी है। उसमें पायल के कैरेक्टर के कई सेड है।उसके बारे में पायल गोगा कपूर कहती है,” यह बहुत ही अच्छा शो रहा। इसे हमलोग इसका शो पूरे देश व विदेश में करने वाले हैं। इसमें मै शुरू से लास्ट तक हूँ और कैरेक्टर में काफी वेरायटी है, जिसे बताकर मैं इसे लीक नहीं करना चाहती हूँ।”

              इस हफ्ते पायल के नए नाटक ‘जय श्री राम'(रामायण)का शो है’, जोकि पुनीत इस्सर द्वारा प्रजेंट है और सिद्धांत इस्सर द्वारा निर्देशित नाटक है। इस बारे में पायल कहती है,”यह ढाई घंटे का शो है, जिसमें पूरी रामायण को दिखाया है। इसमें मैं रावण की बहन सूर्पनखा की भूमिका निभाया है, लेकिन इसमें अलग तरह की कैरेक्टर है। इसमें नार्मल और खूबसूरत दिखती हूँ ना कि बड़े दाँत वाली डरावनी असुर लगती हूँ। अच्छा और थोड़ा डिफरेंट तरह की सूर्पनखा हूँ। इसमें कुछ लोगों को छोड़कर किसी का भी रोल लंबा नहीं है।”

          पायल गोगा कपूर का शाहबाज़ खान के साथ का एक उर्दू प्ले ‘दाग ओ हिजाब’ था , जोकि गुरुवार को ज़ी थिएटर चैनल पर भी प्रसारित हुआ। इससे पहले कई फिल्मों,धारावाहिकों व विज्ञापन फिल्मों में काम कर चुकी हैं।अब जल्द ही दो वेब सीरीज़ में दिखेंगी।अपने भविष्य की योजना के बारे में पायल कपूर कहती है,”अब मैं अपना पूरा फोकस फ़िल्म व धारावाहिकों पर करने जा रही हैं।मैं भविष्य में भी एक अच्छे आर्टिस्ट के तौर पर अपनी पहचान बनाये रखना चाहती हूँ और अपने माँ बाप के नाम को रोशन करना चाहती हूँ,हमारे माँ बाप ही हमारे भगवान है। जीवन में अच्छे काम करते रहना है।”

17 नवंबर को वर्ल्ड एपिलेप्सी डे पर विशेष

  • बदबूदार जूता सूंघाने  से पहले, जरूर जानें मिर्गी से जुड़े मिथ

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            विभिन्न आयु वर्ग के लोगों में एपिलेप्सी की समस्या बढ़ती जा रही है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन लोग इस प्रगतिशील स्थिति से पीड़ित हैं। यह देखा गया है कि मिर्गी से पीड़ित 70% से अधिक लोग निम्न और मध्यम आय वाले देशों से आते हैं। इस वजह से, इस बीमारी के लिए पर्याप्त जागरूकता और उपचार की कमी है, जनाकारी दी डॉ नीति कपूर कौशल, कंसलटेंट, न्यूरोलॉजी, मणिपाल हॉस्पिटल्स,  ने।

            उन्होंने कहा कि आम लोगों के को एपिलेप्सी को लेकर बहुत सारे मिथ हैं, जिनके बारे में लोगों को जागरूक होना जरूरी है जैसे कि 

मिथ- लोगों में एक गलत धारणा है कि मिर्गी से पीड़ित लोगों को मानसिक समस्याएं होती हैं। 

सत्य-   यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह एक शारीरिक और कार्यात्मक समस्या है। जीवनशैली

और वर्क कल्चर में अचानक बदलाव के साथ, तनाव रोज़मर्रा के जीवन में बहुत आम हो गया है और यह प्रत्येक व्यक्ति को अलग तरह से प्रभावित करता है। दैनिक असुविधाएँ और तनाव मिलकर चिंता, झुंझलाहट, लाचारी और उदासी पैदा कर सकते हैं, जिससे एपिलेप्सी हो सकता है।

मिथ- कई लोगों का यह भी मानना है कि इस स्थिति को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करना असंभव है। 

सत्य-   स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति के साथ, एपिलेप्सी का इलाज, उसे कम करने, नियंत्रित करने और यहां तक कि खत्म करने के कई तरीके हैं। एंटी- एपिलेप्टिक दवाएं लगभग 70% मरीज़ो में एपिलेप्सी को नियंत्रित कर सकती हैं। बाकी 30% मामलों को एपिलेप्सी की सर्जरी से प्रबंधित और इलाज किया जा सकता है। नियमित जागरुकता और उचित इलाज जरूरी है क्योंकि एपिलेप्सी किसी को भी कभी भी हो सकती है। एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना, तनाव के स्तर को कम करना और नियमित व्यायाम में शामिल होना, ये सभी दौरों को रोकने में मदद कर सकते हैं।

मिथ- ऐसा माना जाता है कि एपिलेप्सी के मरीज़ो के बच्चों में यह स्थिति विकसित होने की संभावना होती है। 

सत्य-  हमेशा ऐसा नहीं होता है। इसमें बहुत कम जोखिम होता है क्योंकि एपिलेप्सी किसी एक जीन के कारण नहीं होती है। इस स्थिति को ट्रिगर करने में कई जीन होते है और अन्य कई कारक शामिल हैं। 

मिथ- लोगों का यह भी मानना है कि मिर्गी के साथ सामान्य जीवन जीना असंभव है। 

सत्य-  उचित प्रबंधन और उपचार के साथ, मिर्गी से पीड़ित लोग अपनी सामान्य जीवन शैली में वापस जा सकते हैं। यह सच है कि यह स्थिति दैनिक जीवन शैली को प्रभावित कर सकती है लेकिन कुछ नियंत्रण के साथ इसे ट्रिगर करने से बच सकते हैं। साथ ही, एपिलेप्सी से पीड़ित लोग सही दवा का पालन करके लंबी और स्वस्थ जीवन शैली जी सकते हैं।