47 के विस्थापितों के आत्मसम्मान से नैतिक न्याय करें सरकारें : धनखड़

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पवन सैनी, हिसार – 26 नवंबर :

                        थॉट्स संस्था द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में ब्रांडेड थॉट्स ने 1947 के विभाजन विभीषिका योद्धाओं के मुद्दे को उठाते हुए सरकार के सामने मांग रखी कि वे विभाजन पीडि़तों को उनका आत्मसम्मान और उनका अधिकार लौटाने के नैतिक दायित्व को पूर्ण करें।  प्रेस वार्ता शुरू करते हुए सदस्य अंकित धनखड़ ने बताया कि ब्रैंडिड थॉट्स के अध्यक्ष अशोक बिश्नोई के नेतृत्व में प्रशासनिक तौर पर सरकार में व्याप्त समस्याओं पर रिसर्च कर आम जनता के हित के मुद्दों को समाधान सहित उठाती रहती है और सार्वजनिक रूप से मुद्दों के निदान को प्रोत्साहित करती है।

            संस्था सदस्य बलबीर सिंह राघव ने कहा कि कॉस्मेटिक पॉलिटिक्स करने वाली सरकार जमीनी हकीकत से दूर रहकर योजनाओं को सिर्फ कागजों में दिखावे के लिए ही पूरा करती हैं। आजादी के 70 साल बाद भी भारत ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं में कोई खास परिवर्तन नहीं देखा है। इस दौरान बलवीर सिंह ने कहा कि देश प्रदेश की भाजपा सरकार नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल के नेतृत्व में अच्छा कार्य कर रही हैं लेकिन हरियाणा आज भी व्यवस्था दोष के चलते योजनाओं का उचित लाभ उठाने से वंचित है।

            अशोक बिश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों की सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगभग 50000 किसानों को सोलर पंप देने की बात कही थी।  जिसमें लगभग आधे किसानों को सोलर पंप सब्सिडी पर सरकार की तरफ से मुहैया करा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि व्यवस्था दोष के चलते आम जनता की गाढ़ी कमाई से दी गई सब्सिडी को व्यर्थ किया जा रहा है।

            वहीं संस्था के युवा सदस्य गौरव सिंह गिरधर ने 1947 विस्थापितों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि न केवल हरियाणा बल्कि पंजाब राजस्थान दिल्ली हिमाचल आदि सरकारों को भी इस मुद्दे को संजीदगी से लेना चाहिए। अंकित धनखड़ ने कहा कि ब्रांडेड थॉट्स हमेशा ही सामाजिक सरोकार के मुद्दों को उठाता रहा है।