कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा पेराई सीजन की शुरुआत

किसानों को भूजल बचाने के लिए फसलीय विभिन्नता अपनाने की अपील

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              पंजाब के ग्रामीण विकास, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज 60वें पेराई सीजन की शुरुआत करते हुए किसानों को भूजल बचाने के लिए फ़सलीय विभिन्नता अपनाने की अपील की।  

              सहकारी चीनी मिल बटाला में आयोजित समारोह के दौरान कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार सहकारी चीनी मिलों को चालू रखने के लिए हर तरह की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भूजल बचाने के लिए अधिक से अधिक क्षेत्रफल गन्ने, मक्का, दालें, सरसों आदि फसलों के अधीन लाने के लिए किसानों से अपील भी की। उन्होंने सहकारी चीनी मिलों के कर्मचारियों के लिए छठा वेतन आयोग लागू करने का आश्वासन भी दिया।  

              कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सहकारी चीनी मिल बटाला में अति-आधुनिक तकनीक अपनाई गई है, जिससे एक नए संयंत्र जिसमें 14 मेगावाट बिजली उत्पादन संयंत्र भी शामिल है, जिसको बाद में 100 मेगावाट तक बढ़ाया जा सकता है, के निर्माण से मिल की क्षमता को 3500 टी.सी.डी. से 5000 टी.सी.डी. तक बढ़ाया जा सकता है। इस सम्बन्धी काम पूरे ज़ोरों पर चल रहा है और मार्च 2023 से पहले कार्यशील होने के लिए तय किया गया है। यह संयंत्र रिफाइन्ड शुगर के साथ ही पावर का उत्पादन करेगा, जो मिल के साथ-साथ किसानों के लिए वित्तीय रूप से मददगार साबित होगा। उन्होंने आगे बताया कि बायो-सीएनजी संयंत्र लगाने का काम भी प्रगति अधीन है। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब सरकार राज्य में चल रही सहकारी चीनी मिलों को चालू रखने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के साथ-साथ समूचे बुनियादी ढांचे को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध है।  

              इस मौके पर मिल के बोर्ड ऑफ डायरैकटजऱ्, जनरल मैनेजर और समूह किसानों ने कैबिनेट मंत्री और चेयरमैन शूगरफैड पंजाब का स्नेहपूर्ण स्वागत किया और उनको सम्मानित किया। इसके अलावा सहकारी चीनी मिल बटाला की वर्कजऱ् यूनियनों द्वारा स. धालीवाल और चेयरमैन को सम्मानित किया गया।  

              इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, चेयरमैन शूगरफैड नवदीप सिंह सिद्धू और चेयरमैन पनसप बलबीर सिंह पन्नू ने 9 उम्मीदवारों को अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति पत्र सौंपे।  

              इस मौके पर मिल में गन्ने की ट्रॉलियाँ लेकर आने वाले पहले 11 किसानों को सम्मानित भी किया गया।