Sunday, December 22

शहीद करतार सिंह सराभा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देने की माँग  

 हलवारा में सिविल एयर टर्मिनल का निर्माण कार्य जल्द मुकम्मल करने का ऐलान  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों को भारत रत्न अवॉर्ड देने की माँग की।  


              यहाँ शहीद करतार सिंह सराभा के शहादत दिवस के अवसर पर शहीद के पैतृक गाँव में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद राजगुरू, शहीद सुखदेव, लाला लाजपत राय और अन्यों को भारत रत्न अवॉर्ड देने से इस अवॉर्ड की शोभा और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि यह महान शहीद इस अवॉर्ड के असली हकदार हैं, क्योंकि उन्होंने देश को विदेशी ग़ुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि इन महान शहीदों को यह अवॉर्ड दिया जाए। भगवंत मान ने शहीद करतार सिंह सराभा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देने की माँग करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस मसले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी।  

      
              मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की अथक कोशिशों से मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस सम्बन्धी पहले ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। भगवंत मान ने आगे कहा कि हवाई अड्डों, यूनिवर्सिटियों और अन्य संस्थाओं के नाम इन शहीदों के नाम पर रखना शहीदों की विरासत को लंबे समय तक कायम रखने के लिए काफ़ी अहम है।  


              मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हलवारा हवाई अड्डे के सिविल एयर टर्मिनल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि तकरीबन 161 एकड़ क्षेत्रफल में करीब 50 करोड़ रुपए की लागत से इस कार्य को मुकम्मल किया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रोजैक्ट से पंजाब की एयर कनैक्टीविटी और मज़बूत होगी और इससे समय एवं पैसा बचेगा और यात्रियों की परेशानी ख़त्म होगी।  

             
              मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शहीदों द्वारा देखे गए सपनों के मुताबिक समाज के हरेक वर्ग के कल्याण और पंजाब की तरक्की एवं ख़ुशहाली के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद अभिव्यक्त की कि इस सिविल एयर टर्मिनल से राज्य ख़ासकर लुधियाना जि़ले की आर्थिक तरक्की को बढ़ावा मिलेगा। भगवंत मान ने कहा कि इससे जहाँ तरक्की के नए रास्ता खुलेंगे, वहीं राज्य के युवाओं के लिए रोजग़ार के नए अवसर पैदा होंगे।  


              मुख्यमंत्री ने गाँव सराभा में स्थित सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल को ‘स्कूल ऑफ ऐमिनेंस’ के तौर पर विकसित करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास सही मायनों में इस नौजवान शहीद को सच्ची श्रद्धाँजलि होगी, जिसने अपनी जवानी में अपनी मातृभूमि की ख़ातिर जान न्योछावर कर दी। भगवंत मान ने दोहराया कि उनकी सरकार शहीद करतार सिंह सराभा के सपनों को साकार करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है, जिन्होंने ब्रिटिश राज के खि़लाफ़ लड़ते हुए वतन की आज़ादी के लिए महान बलिदान दिया।

      
              मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जिससे युवाओं की बेमिसाल ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ इस दिशा में सार्थक प्रयास है और यह खेल गुरूवार को लुधियाना में ख़त्म हो रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन खेलों ने खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए उपयुक्त मंच प्रदान किया है।

 
              लुधियाना के गुरू नानक स्टेडियम में इन खेलों के समाप्ति समारोह में लोगों को अधिक से अधिक शामिल होने का न्योता देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा खेल के क्षेत्र में राज्य की पुरातन शान को बहाल करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के अंतर्गत ही यह खेल करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेलों को प्रफुल्लित करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही, क्योंकि राज्य की तरक्की में खेल अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। भगवंत मान ने कहा कि उभरते हुए खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसी गतिविधियाँ आयोजित करना समय की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा खिलाडिय़ों के ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने और भारत के लिए ओलंपिक मैडल जीतने को सुनिश्चित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।  


              इससे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद करतार सिंह सराभा के पैतृक घर जाकर शहीद को श्रद्धा-सुमन भेंट किए।