सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :
सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, जगाधरी व बिलासपुर के लगभग 250 विद्यार्थियों ने कर्ण लेक, करनाल, पेराकीट कुरुक्षेत्र व् पीपली ज़ू का शैक्षिक भ्रमण किया। इस शैक्षिक भ्रमण में पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं पदाधिकारियों ने भाग लिया।
चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल ने विद्यार्थियों के कुशल प्रबन्धन, सुरक्षा और मनोरंजन के लिए सभी को निर्देश देते हुए सब को शुभकामनाएँ दी और कहा कि विद्यार्थियों को इस प्रकार की ट्रिप में जाने से जहाँ उनका मनोरंजन होता है वहीं उनमें आपस में अनुशासन के साथ मिलजुल कर रहने की भावनाएँ पैदा होती हैं। प्रातकालीन वेला में विद्यार्थियों को ट्रिप में भेजते समय प्रबंधन क्षेत्र के सभी पदाधकारी और शिक्षकों ने ट्रिप में जाने वाले विद्यार्थियों का वेलकम किया और उन्हें शुभकामनाये देते हुए आवश्यक निर्देश दिए ।
स्कूल यूनिफार्म में इधर उधर मस्ती से उछल कूद करते विद्यार्थियों के दल बड़े ही आकर्षक लग रहे थे।सर्वप्रथम कर्ण लेक पर सभी विद्यार्थियों ने बोटिंग का आनंद लिया । बोटिंग के दौरान विद्यार्थी प्राकर्तिक सौन्दर्य निहार रहे थे। तत्पश्चात विद्यार्धियों ने झूलो का आनंद लिया। हेलीकाप्टर झूला , रेलगाड़ी झूला, जंपिंग झूला व् अन्य कई झूले उनके लिए आकर्षण का स्त्रोत रहे । इसके उपरांत सभी ने हॉन्टेड हाउस का भ्रमण किया । हॉन्टेड हाउस से निकलते हुए सभी ने नृत्य गतिविधि का भी आनंद लिया । विद्यार्थियों के लिए भोजन की भी स्कूल प्रबंधन द्वारा व्यवस्था की गयी । कर्ण लेक से सुनहरी यादो को लिए सभी पाराकीट टूरिस्ट काम्प्लेक्स, पीपली पहुंचे। सभी विद्याथियो और शिक्षकों ने मिलकर स्वादिष्ट भोजन का आनद लिया ।
इसके उपरांत सभी पिपली चिड़ियाघर की ओर बढ़ गए । सभी बच्चे पशु-पक्षियों जैसे तेंदुआ, लकड़बग्घा, मोर,दरियाई घोड़ा आदि जो हम रोजाना नहीं देख पाते को देखकर काफी रोमांचित हुए । छात्रों को उनके आवास और उनके बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी । मगरमच्छ को देखकर सभी उत्साहित हो गए। स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर और विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने कहा कि विद्यार्थी जीवन के ट्रिप का आनद विद्यार्थी के मानस पटल पर हमेशा हमेशा के लिए अंकित हो जाता है उसे जीवन भर ये यादें गुदगुदाती रहती है । इसीलिए शैक्षणिक भ्रमण हमारे जीवन का अनिवार्य अंग है ।जब भी हमे कभी ऐसे अवसर मिले तो उनका आनंद लेना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की ट्रिप से विद्यार्थी जहा एक और मस्ती में गुनगुनाते हुए मनोरजन करते है खाने पिने की चीजे साँझा करते है , एक दूसरे की मदद करते है इससे उनमे भाईचारे की सद्भावना विकसित होती है वही खेल खेल में पनपती और विकसित होती हुई यही सद्भावनाएँ उनमे मानवता के सच्चे गुण पैदा करती है। डा रजनी सहगल ने कहा की शैक्षणिक भ्रमण में अपने शिक्षकों के साथ घूमने फिरने से विद्यार्थियों में अनुशासन और नैतिकता के भाव व् आदर्श पैदा होते है । उन्हें अपने प्रदेश और देश के दर्शनीय स्थलों व् वहा के प्राकृतिक सौंदर्य का ज्ञान होता है।
बच्चों ने बसों से उतरते समय कहा क़ि उनका यह ट्रिप रोमांचक होने के साथ-साथ ज्ञानवर्धक भी था । स्कूल से ले जाते हुए अभिभावको ने विद्यर्थियो को हर्षित, आरामदेह, प्रेरणादायक और यथार्थवादी अनुभव दिलाने के लिए प्रबंधन समिति का आभार व्यक्त किया। भ्रमणोपरांत शिक्षकों के सरक्षण में सभी विद्यार्थी आनदमग्न होकर अपने अपने घर लौट गए । सभी के चेहरे पर ख़ुशी और होठो पर मुस्कान थिरक रही थी ।
इस अवसर पर प्रिंसिपल आर एस वाधवा, विक्रांत गुलाटी ,गगन बजाज, ब्रह्मकान्ति शर्मा, शैली चौहान,राखी बांगा, सुमन यादव, चितवन कम्बोज व् अन्य शिक्षकगण, स्टाफ़ उपस्थित रहे।