पंजाब में रियल एस्टेट सैक्टर को बढ़ावा देगी नई किफायती आवास नीति: अमन अरोड़ा


आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग ने लोगों से सुझाव लेने के लिए नई नीति का मसौदा वैबसाईट पर अपलोड किया
 
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            राज्य में निम्र-मध्यम दर्जे और कम-आय वाले परिवारों के लिए किफ़ायती मकानों के निर्माण को प्रोत्साहित करने और राज्य में रियल एस्टेट सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए पंजाब आवास निर्माण एवं विकास विभाग द्वारा जल्द ही नई किफायती आवास नीति लाई जा रही है। लोगों से सुझाव लेने के लिए इस नीति का मसौदा विभाग की आधिकारित वैबसाईट पर अपलोड कर दिया गया है।  


            यह जानकारी साझा करते हुए पंजाब के आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार आम लोगों के अपने घर का सपना साकार करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।


            उन्होंने बताया कि आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग ने ‘‘पंजाब किफायती आवास नीति-2022’’ तैयार की है और लोगों से सुझाव लेने के लिए इस नीति का मसौदा वैबसाईट 222.श्चह्वस्रड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ पर अपलोड कर दिया है। उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्ति 29 अक्तूबर, 2022 तक अपने सुझाव लिखित रूप में दे सकते हैं।   अमन अरोड़ा ने बताया कि इस नई नीति के अंतर्गत प्लॉटों वाली कॉलोनी के लिए कम से कम क्षेत्रफल पाँच एकड़ निश्चित की गई है और ग्रुप हाउसिंग के लिए कम से कम क्षेत्रफल केवल 2 एकड़ है।

            आम लोगों को सस्ती दरों पर प्लॉट मुहैया करवाने के लिए साधारण कॉलोनियें में बिक्री योग्य क्षेत्र को 55 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया है। प्लॉटों वाले क्षेत्र से गुजऱने वाली किसी भी मास्टर प्लान सडक़ समेत प्रोजैक्ट के कुल प्लॉट क्षेत्र पर बिक्री योग्य क्षेत्रफल दिया जा रहा है।  अमन अरोड़ा ने कहा कि व्यक्तिगत प्लॉट- धारकों पर बोझ को घटाने के लिए स्कूल, डिस्पैंसरियां और अन्य आम सुविधाओं सम्बन्धी अनिवार्य शर्तों को भी हटा दिया गया है। साधारण कॉलोनी पर लागू होने वाले सी.एल.यू., ई.डी.सी. और अन्य चार्जिज़ भी 50 प्रतिशत या आधे कर दिए गए हैं परन्तु गमाडा क्षेत्रों में इन चार्जिज़ में कटौती लागू नहीं होगी।  


            इस नीति के अंतर्गत प्लॉट का अधिक से अधिक आकार 150 वर्ग गज तक निर्धारित किया गया है और फ्लैट का अधिक से अधिक आकार 90 वर्ग मीटर तक तय किया गया है। निर्माण की लागत घटाने के लिए पार्किंग नियमों में भी ढील दी जा रही है।  


            उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह नीति न्यू चंडीगढ़ में लागू नहीं होगी और मास्टर प्लान के अनुसार एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में नई कॉलोनी के लिए 25 एकड़ क्षेत्रफल अपेक्षित है।  


            आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सी.एल.यू. और अन्य मंजूरियों की तेज़ी से मंज़ूरी के लिए हरेक आकार की कॉलोनी के लिए स्थानीय स्तर पर एक सक्षम अथॉरिटी निर्धारित की गई है। मंजूरियों के लिए सभी शक्तियां सम्बन्धित स्थानीय शहरी विकास अथॉरिटी के मुख्य प्रशासक को सौंप दी गई हैं।  


            उन्होंने कहा कि अन्य विभागों से सभी अनिवार्य एन.ओ.सीज. अब आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग द्वारा ली जाएंगी और मंजूरियों में किसी भी प्रकार की देरी से बचने के लिए बाकी सभी विभागों के लिए एन.ओ.सी. जारी करने के लिए तीन हफ़्तों की समय-सीमा निर्धारित की गई है।  अमन अरोड़ा ने कहा कि मंजूरियों सम्बन्धी मामलों के जल्द निपटारे के लिए उच्च स्तर पर नियमित निगरानी को सुनिश्चित बनाया जाएगा।  


            कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह नीति प्रमोटरों को अपनी कॉलोनियों को बगैर किसी मुश्किल के मंज़ूर करवाने के लिए प्रोत्साहित करेगी और यकीनी तौर पर अनाधिकृत कॉलोनियों के निर्माण पर रोक लगाएगी और राज्य में रियल एस्टेट के विकास को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

पद्मश्री डाॅ पूनम सूरी को काव्य संग्रह ‘शिखर की ओर’ किया भेंट

डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददाता, चण्डीगढ़   15 अक्टूबर  :  

            साहित्यकार डॉ. विनोद शर्मा ने डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी, नई दिल्ली के प्रेसिडेंट पद्मश्री डाॅ. पूनम सूरी को सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एचआर गंधार और सचिव रविंद्र तलवाड़ की उपस्थिति में सेक्टर 10 स्थित डीएवी काॅलेज में अपना काव्य संग्रह ‘शिखर की ओर’ भेंट किया।

            उन्होंने डॉ. शर्मा को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र अलंकार भी उपस्थित थे। डॉ. सूरी महात्मा आनंद स्वामी के जन्मोत्सव समारोह में भाग लेने आए थे। 

मार्केट सेक्टर 82 मोहाली में किया 68 युवायों ने रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददाता, मोहाली  –  15 अक्टूबर  :  

              डेंगू की कारण अस्पतालों में आई रक्त कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन, चावला अससोसियट्स व इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी ज़िला शाखा मोहाली ने संयुक्त रूप से मिलकर मार्केट एससीओ 12, एयरपोर्ट रोड़ सेक्टर 82 मोहाली में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। शिविर सुबह 10 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 4 बजे तक चला।

              विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर का उद्घाटन चावला अससोसियट्स के पार्टनर्स विशेष चावला, सचिन गुलाटी व सन्नी थापर के करकमलों द्वारा किया गया। ब्लड बैंक पीजीआई ब्लड सेंटर चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर गुरिका की देखरेख में 68 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। इस अवसर पर उनके साथ सुरेन्द्र कुमार बंसल, राजेन्द्र गुलाटी, मंजूला गुलाटी व विशाल सचदेवा उपस्थित रहे।   

              विशेष चावला, सचिन गुलाटी व सन्नी थापर ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है।रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं किया जा सकता। केवल स्वयं अपनी मर्जी से रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान करने से ही रक्त की कमी पूरी की जा सकती है।

              साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि पहले रक्तदान जब जरूरत होती थी तब किया जाता था। अब तो कई लोग ऐसे भी हैं, जो जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर भी रक्तदान करते हैं। रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा दान है, जिससे मनुष्य ना जाति देखता है ना धर्म देखता। यह मनुष्य के लिए जीवन का सबसे पुनीत कार्य है। हमारी संस्था का प्रयास रहता है कि रक्त की कमी ना हो पाये। रक्तदान करके ही हम जरूरतमंदों की जान बचा सकते हैं।

              शिविर में रक्तदान करने आए सभी रक्तदाताओं को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से जितेंद्र मनचन्दा, पुनिता मनचन्दा, शिशुपाल पठानिया, भारत भूषण, परोमिला सूद, कृष्ण लाल कोमल, आशा तेजी व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे। 

इंदु होलानी बनी करवा क्वीन 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंटजैतो  –  15 अक्टूबर :

            माहेश्वरी महिला संगठन बठिंडा की ओर से शनिवार को होटल सनसिटी क्लासिक में करवा चौथ कार्यकर्म का आयोजन किया जिसमें भुच्चो मंडी ,कालांवाली  व् तलवंडी से सदस्यों ने भाग लिया। कार्यकर्म में तम्बोला , फन गेम्स ,गिद्दा व् डांस कर के सदस्यों ने भरपूर मनोरंजन किया।

            अध्यक्ष सविता होलानी ने सभी कार्यकारणी सदस्यों व् माहेश्वरी सभा अध्यक्ष सुशील मुंधड़ा व् सचिव के .के. मालपानी को  सम्मानित किय। राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य पूनम राठी ने बताया के करवा क्वीन के लिए गिफ्ट अंजू मालपानी ,सभी सदस्यों को रिटर्न गिफ्ट डॉक्टर रबीना माहेश्वरी और चार चांदी के सिक्के सुशील मुंधड़ा अध्यक्ष माहेश्वरी सभा रजिस्टर्ड बठिंडा द्वारा लकी ड्रा के लिए दिए गए।

            कार्यकर्म को सफल बनाने के लिए डॉक्टर रोहिणी नीलम होलानी ,प्रीती डागा, मधु मंत्री , पारुल होलानी,पूजा लखोटिया व् भुच्चो से अनीता माहेश्वरी और बिमला होलानी ने सहयोग किया। यह जानकारी माहेश्वरी महिला संगठन सचिव अंजू माहेश्वरी ने दी।

समकालीन भारत में श्री अरबिंदो के राष्ट्रवाद के दर्शन की प्रासंगिकता विषय पर संगोष्ठी आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददाता, चंडीगढ़  –  15 अक्टूबर  :  

            सेक्टर-46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग और राजनीति विज्ञान विभाग ने श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद (आईसीपीआर) नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित समकालीन भारत में श्री अरबिंदो के राष्ट्रवाद के दर्शन की प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ आभा सुदर्शन ने अतिथियों का स्वागत किया और स्वराज शब्द का उपयोग करने वाले पहले भारतीय राजनीतिक नेता श्री अरबिंदो के दर्शन पर प्रकाश डाला। पंजाब विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग की प्रोफेसर पंपा मुखर्जी ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि श्री अरबिंदो ने मानवता के भाग्य के संदर्भ में भारतीय राष्ट्र और राष्ट्रवाद की कल्पना की थी। उन्होंने भारत को सर्वोच्च आध्यात्मिक ज्ञान के जीवित अवतार और मानव जाति की उदात्त आध्यात्मिक उपलब्धियों के भंडार के रूप में देखा।


            उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता पंजाब विश्वविद्यालय के कालिदास चेयर के पूर्व प्रोफेसर प्रो रमाकांत अंगिरस ने की।  प्रोफेसर अंगिरस ने कहा कि श्री अरबिंदो के लिए राष्ट्रवाद का आध्यात्मिक उद्देश्य भारतीय विचार, भारतीय चरित्र, भारतीय धारणाओं, भारतीय ऊर्जा, भारतीय महानता को पुनर्प्राप्त करना और उन समस्याओं को हल करना है जो भारतीय भावना और भारतीय दृष्टिकोण से दुनिया को परेशान करती हैं। इस अवसर पर भारतीय विधि प्रणाली-समकालीन युग में सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में न्याय की ओर खोज विषय पर एक विशेष अंक का विमोचन किया गया। राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ जीसी सेठी ने उद्घाटन सत्र के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया।


            पहले तकनीकी सत्र में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के दर्शनशास्त्र विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शिवानी शर्मा चेयरपर्सन और डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 डी चंडीगढ़ के राजनीति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कंवलप्रीत कौर को-चेयरपर्सन थीं। दूसरे तकनीकी सत्र में पंजाब विश्वविद्यालय सेक्टर-14 चंडीगढ़ के दर्शनशास्त्र विभाग के चेयरपर्सन ललन सिंह बघेल चेयरपर्सन और देश भगत यूनिवर्सिटी पंजाब के असिस्टेंट प्रोफेसर (पॉलिटिकल साइंस) डॉ कृष्ण कुमार रहे। इस अवसर पर कालेज के डीन डा राजेश कुमार व उप प्राचार्य डा. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। सेमिनार में 100 से अधिक संकाय सदस्यों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। संगोष्ठी के संयोजक डॉ देश राज ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

हरियाणा को प्यासा मार रहा पंजाब, एसवाईएल की एक.एक बूंद हरियाणा की: सांसद नायब सैनी

  • प्यासे हरियाणा को उसके हिस्से का पानी ना पिलाकर खुद ही गटक रहा पंजाब 
  • एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू ना करना पंजाब की बदनीयती
  • एसवाईएल नहर मामलारू हरियाणा के हक पर कुंडली मारकर बैठा है पंजाब

डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददाता, चंडीगढ़  –  15 अक्टूबर  :  

            सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद पंजाब सरकार द्वारा एसवाईएल नहर के निर्माण को लेकर सकारात्मक कदम ना उठाना निंदनीय है। ऐसा करके पंजाब हरियाणा के साथ खिलवाड़ कर रहा है। एसवाईएल के पानी पर हरियाणा का पूरा हक है। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने अंतिम फैसले में हरियाणा के हक को जायज माना है। ऐसे में यह साफ है कि पंजाब हरियाणा के हक पर कुंडली मारकर बैठा है।

            हद तो इस बात की है कि पंजाब पानी नहीं देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी दरकिनार करने से नहीं झिझक रहा। पंजाब के साथ कई दौर की वार्ता भी की जा चुकी है लेकिन पंजाब सरकार और इसके अफसर लगातार ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है और मामले को लंबा खींच रहे हैं। पंजाब के अधिकारियों को पता है कि इस मामले में हरियाणा का पक्ष मजबूत हैए इसलिए वे इस मामले में कोई दलील भी नहीं दे पा रहे।

            एक ओर तो दिल्ली की आप पार्टी की सरकार हरियाणा से ज्यादा पानी की मांग करती है दूसरी ओर पंजाब की आप पार्टी सरकार हरियाणा को इसके हिस्से का पानी नहीं देती जबकि पंजाब और दिल्ली दोनों की राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। हालांकि इसके बावजूद भी खुद प्यासा रहकर हरियाणा अपने हिस्से से दिल्ली को पानी पिलाता है लेकिन पंजाब पानी की एक भी बूंद नहीं छोड़ रहाए जो हरियाणा के हितों पर सरासर कुठाराघात है। चुनावों से पूर्व पंजाब से एसवाईएल का पानी हरियाणा में लाने का दम भरने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी सत्ता हासिल करने के बाद अपने वादे से मुकर गए हैं। जो उनकी नियत को दर्शाने के लिए काफी है।

            एसवाईएल का पानी नहीं मिलने के कारण हरियाणा को इतना नुकसान हो चुका हैए जिसकी शायद अब भरपाई भी नहीं की जा सकती है। यदि एसवाईएल का यह पानी हरियाणा में आता तो 10.08 लाख एकड़ भूमि सिंचित होतीए प्रदेश की प्यास बुझती और लाखों किसानों को इसका लाभ मिलता। इस पानी के न मिलने से दक्षिणी.हरियाणा में भूजल स्तर भी काफी नीचे जा रहा है। एसवाईएल के न बनने से हरियाणा के किसान महंगे डीजल का प्रयोग करके और बिजली से नलकूप चलाकर सिंचाई करते हैंए जिससे उन्हें हर वर्ष 100 करोड़ रुपये से लेकर 150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ता है।

            वहीं पंजाब क्षेत्र में एसवाईएल के न बनने से हरियाणा में 10 लाख एकड़ क्षेत्र को सिंचित करने के लिए सृजित सिंचाई क्षमता बेकार पड़ी है। हरियाणा को हर वर्ष 42 लाख टन खाद्यान्नों की भी हानि उठानी पड़ती है। यदि 1981 के समझौते के अनुसार 1983 में एसवाईएल बन जातीए तो हरियाणा 130 लाख टन अतिरिक्त खाद्यान्नों व दूसरे अनाजों का उत्पादन करता। 15 हजार प्रति टन की दर से इस कृषि पैदावार का कुल मूल्य 19,500 करोड़ रुपये बनता है।

            अब हरियाणा सरकार को इस मामले में पंजाब के साथ कोई बात नहीं करनी चाहिए और ना ही किसी तरह की बैठक होनी चाहिए। क्योंकि पंजाब के रवैये से साफ हो चुका है कि वह इस मसले का हल नहीं निकालेगा। अब सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार ही इसमें अपनी भूमिका निभा सकती है। हरियाणा अपने हक के पानी के लिए आर.पार की लड़ाई लड़ने को भी तैयार है। हम हरियाणा के हिस्से का एक.एक बूंद पानी लेकर रहेंगे। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट या केंद्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि हरियाणा को पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करे।

            मामले में सुप्रीम कोर्ट साल 2002 में हरियाणा के पक्ष में फैसला सुनाया था और पंजाब को एसवाईएल कनाल एक साल के अंदर बनाने का निर्देश दिया था। वहीं साल 2004 में पंजाब की याचिका के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपने पुराने फैसले को कायम रखा और याचिका खारिज कर दी। इसके बाद पंजाब ने कानून पास करके हरियाणा के साथ एसवाईएल नहर परियोजना के समझौते को रद्द कर दिया। शीर्ष न्यायालय का पूरे मामले पर कहना है कि प्राकृतिक संसाधनों को आपस में साझा किया जाना चाहिए इसलिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आपस में समस्या का समाधान निकालें। कोई भी राज्य या शहर यह नहीं कह सकता कि केवल उसे ही पानी की जरूरत है। बड़ा दृष्टिकोण रखते हुए पानी जैसे प्राकृतिक संसाधन को आपस में साझा करना चाहिए।

            बता दें कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियमए 1966 के प्रावधान के अंतर्गत भारत सरकार के आदेश दिनांक 24.3.1976 के अनुसार हरियाणा को रावी.ब्यास के फालतू पानी में से 3.5 एमएएफ जल का आबंटन किया गया था। एसवाईएल कैनाल का निर्माण कार्य पूरा न होने की वजह से हरियाणा केवल 1.62 एमएएफ पानी का इस्तेमाल कर रहा है। पंजाब अपने क्षेत्र में एसवाईएल कैनाल का निर्माण कार्य पूरा न करके हरियाणा के हिस्से के लगभग 1.9 एमएएफ जल का गैर.कानूनी ढंग से उपयोग कर रहा है।

स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने सैफई पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा

सांसद दीपेंद्र हुड्डा, राज बब्बर, जितेंद्र भारद्वाज, राव दान सिंह और करण सिंह दलाल भी साथ रहे मौजूद 

डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददाता, चंडीगढ़  –  15 अक्टूबर  :  

            पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज सैफई पहुँच कर दिग्गज राजनेता और अपने पुराने मित्र मुलायम सिंह यादव जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। हुड्डा के साथ राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता राज बब्बर, हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, विधायक राव दान सिंह और पूर्व विधायक करण सिंह दलाल भी मौजूद रहे। सैफई पहुंच कर सभी नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को नमन किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

            पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राजनीति में केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री जैसे उच्च पदों पर तक पहुंचने के बावजूद मुलायम सिंह यादव हमेशा जमीन और कार्यकर्ताओं से जुड़े रहे। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के बावजूद तमाम दलों के नेताओं के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध हमेशा मधुर रहे। उनके निधन से देश की राजनीति में जो स्थान रिक्त हुआ है, उसकी पूर्ति असंभव है।

            सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मौके पर कहा कि मुलायम सिंह यादव जी के परिवार से हमेशा हुड्डा परिवार के घनिष्ठ संबंध रहे हैं। मुलायम सिंह यादव जी के जाने से हिन्दुस्तान की राजनीति में जो शून्यता उत्पन्न हुई है उसकी भरपाई संभव नहीं है। उन्होंने अपने देश, प्रदेश, किसान और नौजवानों के लिए महान संघर्ष किया है। आज हम उनके संघर्ष को नमन करते हैं और कामना करते हैं कि अखिलेश यादव ‘नेताजी’ के विचारों, संस्कारों और उनके संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे।

आस्था का महापर्व- छठ पूजा : चीफ इंजीनियर ने सेक्टर 42 न्यू लेक का किया दौरा

  •  पार्षदों ने न्यू लेक की साफ सफाई की रखी थी मांग 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

            पूर्वांचल निवासियों की आस्था का महापर्व छठ पूजा के 30 अक्तूबर को आयोजन को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर सी पी ओझा ने सेक्टर 42 की न्यू लेक पर विजिट किया। पार्षद जसबीर सिंह बंटी, गुरबक्श रावत और हरदीप सिंह और पूर्व पार्षद अनिल दुबे और पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन के सुनील गुप्ता के आह्वान पर चीफ इंजीनियर ने यह विजिट किया था। इन सभी की मांग थी कि आगामी दिनों में पूर्वांचल निवासियों के त्योहार को देखते हुए सेक्टर 42 लेक की साफ सफाई और रखरखाव को लेकर जल्द विजिट किया जाए। इस अवसर पर एस डी ओ, जे ई और हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी भी मौजूद थे।

            वहीं इस मौके पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने चीफ इंजीनियर सी पी ओझा से कॉलेज के छात्रों और झील के पास सुबह शाम सैर करने आने वालों के लिए झील पर ओपन एरिया जिम और शांति पथ पर लेक वॉकिंग ट्रैक के सौंदर्यीकरण की मांग की। खेल परिसर की बाहरी दीवारों की मरम्मत और बन क्षेत्र में टो वाल और ग्रिल से ढके ता की बन क्षेत्र की तरफ से घरों के तरफ साप ना आए और वन क्षेत्र की सफाई की तरफ भी ध्यान दिया जाए। इस मौके पर आर बी ए सेक्टर 42 के  शशि कुमार , आर के कपूर मुनीश कुमार एक्स ए एन नवराज सिंह एडीओ मनिंदर सिंह बी मौजूद थे। चीफ इंजीनियर सी बी ओझा ने सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करवाए जाने का  एरिया पार्षदों को आश्वासन दिया।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 15 October, 2022

जन-जन को समझाना है साइबर अपराधो से बचाना है साइबर नोडल अधिकारी एसीपी ममता सौदा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट  पंचकूला 15 अक्तूबर :- 

साइबर नोडल अधिकारी
एसीपी श्रीमति ममता सौदा

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि एडीजीपी क्राईम ओ.पी. सिंह के निर्देशानुसार सभी राज्यो में साइबर अपराधो से बचनें हेतु माह अक्तूबर में आमजन को जागरुक करनें हेतु जन जागरुक अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के मार्गदर्शन में साइबर नोडल अधिकारी एसीपी श्रीमति ममता सौदा के नेतृत्व में जिला पंचकूला में जनजागरुक अभियान चलाय़ें जा रहे है जिस अभियान के तहत थाना साइबर योगविन्द्र सिंह व उसकी टीम द्वारा मार्किट, कालोनी, पार्को इत्यादि में लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है जिस अभियान के तहत थाना साइबर की टीम नें साइबर एक्सपर्ट उप.नि. सुखबीर सिंह नें बताया कि साइबर अपराधो से बचनें के लिए खुद को जागरुक रखें और किसी अन्जान व्यकित के साथ अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें और किसी अन्जान व्यकित के बहकावें में आनें से बचें । क्योकि साइबर क्रिमनल तरह के तरीके अपनाकर लोगो को बेवकूफ बनाकर उनके साथ धोखाधडी को अन्जाम देते है ऐसे में साइबर संबधी किसी भी प्रकार की सहायता हेतु राष्ट्रीय साइबर हेल्प लाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें और www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं ।

साइबर एक्सपर्ट नें बताया कि साइबर क्रिमनलों नें आजकल 5 जी नेटवर्क में अपग्रेड करने हेतु कॉल, मैसेज इत्यादि के माध्यम से झाँसा देकर लोगो को बेवकूफ बनाकर उनसे उनकी निजी जानकारी ओटीपी या फोन में रिमोट एपस जैस एनी डैस्क इत्यादि को इन्सटाल करवाकर फोन को रिमोट पर लेकर उनके साथ साइबर ठगी को अन्जाम देते है ऐसे इस प्रकार से अगर कोई व्यक्ति आपके कॉल करता है फोन पर किसी प्रकार की ओटीपी इत्यादि निजी जानकारी शेयर ना करें ना ही किसी प्रकार रिमोट एपस किसी के कहनें पर अपनें पोन में इन्सटाल करें और इस बारें सूचना नजदीक पुलिस स्टेशन में साइबर हैल्प डैस्क पर दें और इसके अलावा साइबर पुलिस स्टेशन में अन्यथा आनलाईन के माध्यम से www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं ।

भृष्टाचार के विरुद्व जीरो टॉलरेंस नीति का दृढतापूर्वक से लागू करनें हेतु सख्त आदेश जारी :- डीसीपी पंचकूला

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट  पंचकूला 15 अक्तूबर :- 

पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह
पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह

पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह नें पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियो के साथ मीटिंग का आयोजन करके सभी पुलिस अधिकारियो व कर्मचारियो को पंचकूला में भृष्टाचार के विरुद्व  जीरो टॉलरेंस नीति का दृढतापूर्वक से लागू करनें हेतु सख्त आदेश जारी करते हुए कहा कि पुलिस कमिश्रर पंचकूला डॉ. हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में भ्रष्टाचार के विरुद्व जीरो टॉलरेंस की नीति दृढ़तापूर्वक लागू करने हेतु एक व्टसअप नंबर“708-709-1100” भी जारी किया हुआ है जिस पर कोई भी आमजन जिससे से कोई कर्मचारी आपसे किसी प्रकार की रिश्वत इत्यादि की मांग करता है या वह किसी अन्य प्रकार की भृष्टाचार संबधी सूचना देना चाहता है तो वह उस बारें सूचना तुरन्त व्टसअप नम्बर 708-709-1100 पर (टेक्स्ट मैसेज, वायस मैसेज, फोटो, विडियो तथा लोकेशन) के माध्यम सूचित करें और सूचना देनें वालें व्यक्ति का नाम पूर्ण रुप से गुप्त रखा जायेगा ।पुलिस उपायुक्त नें कहा कि राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत किसी भी कर्मचारी को भृष्टाचार गतिविधियो में शामिल होनें पर किसी भी सूरत में बख्शा नही जायेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अपनाई जायेगी । इस संबध में पुलिस उपायुक्त नें सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियो को निर्देश दिए कि अपनें अधीनस्थ कर्मचारियों को समझाएं और निर्देश दें कि अपनी डयूटी/कार्य को नियमों के अनुसार ईमानदारी के साथ करें ।

एनडीपीएस मामलें में हैरोईन सहित 1 को किया काबू 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट  पंचकूला 15 अक्तूबर :- 

पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में नशे की रोकथाम हेतु लोगो को नशे बचनें हेतु जागरुकता के साथ -2 नशा तस्करो के खिलाफ कडी कार्रवाई हेतु अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत जगहों -2 पर नशा तस्करो पर छापामारी की जा रही है औऱ पुलिस की अलग टीमों द्वारा नशे सबंधी सूचनाओं के आधार पर खडक मगोंली तथा राजीव कालौनी इत्यादि में कोबिंग गस्त अभियान भी चलाया हुआ ताकि समाज से नशे को जड से खत्म किया जा सकें । इसी अभियान के तहत कल दिनांक 14 अक्तूबर 2022 को इन्सपेक्टर मोहिन्द्र सिंह के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 पंचकूला की टीम द्वारा खडक मगोंली पुराना पंचकूला के पास से गस्त करते हुए सदिग्ध व्यकित को अवैध नशीला पदार्थ हैरोईन 4.56 ग्राम सहित गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मुक्कदर उर्फ छल्ला पुत्र मोहन लाल वासी खडक मगोंली जिला पंचकूला के रुप में हुई । गिरफ्तार किये गये आरोपी के खिलाफ थाना सेक्टर 07 मे एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आरोपी को पेश अदालत किया गया ।

हर छः में से एक दंपत्ति को बांझपन की शिकायत है – डॉ रश्मि वोहरा

  • पटियाला की डॉ. रश्मि वोहरा, कंसल्टैंट – रिप्रोडक्टिव मेडिसीन एवं आईवीएफ
  • संगरूर के  बंसल हॉस्पिटल एंड हार्ट सेंटर में 19 अक्टूबर को  सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक प्रजनन संबंधी समस्याओं से पीड़ित दंपत्तियों को परामर्श प्रदान करेंगी

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, संगरूर – 15 अक्टूबर  :

            19 अक्टूबर को संगरूर  में मणिपाल हॉस्पिटल्स, पटियाला की डॉ. रश्मि वोहरा, कंसल्टैंट – रिप्रोडक्टिव मेडिसीन एवं आईवीएफ बंसल हॉस्पिटल एंड हार्ट सेंटर में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक प्रजनन संबंधी समस्याओं से पीड़ित दंपत्तियों को परामर्श प्रदान करेंगी। इस ओपीडी में मरीजों को अनियमित माहवारी, पीसीओएस और पीसीओडी जैसी प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए विशेषज्ञ परामर्श और उपचार प्राप्त होगा। 

            भारत में प्रजनन संबंधी समस्याएं संतानप्राप्ति की कोशिश कर रहे दंपत्तियों और व्यक्तियों पर गहरा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभाव छोड़ती हैं। देखने में आया है कि भारत में प्रजनन की दर हर साल गिरती जा रही है और हर छः में से एक दंपत्ति को बांझपन की शिकायत है। लोग, खासकर दूरदराज के इलाकों में, प्रारंभिक लक्षणों को नजरंदाज कर देते हैं, जिससे बाद में गर्भधारण करने में मुश्किल आती है। इसलिए समय पर पहचान और इलाज इस जोखिम को कम करने के लिए बहुत जरूरी है।

            बांझपन के बारे में डॉ. रश्मि वोहरा, कंसल्टैंट – रिप्रोडक्टिव मेडिसीन एवं आईवीएफ ने कहा, ‘‘आज प्रजनन संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं, जिनमें से ज्यादातर का कारण समय पर समस्याओं को पहचानकर उनका इलाज न करना है। गर्भधारण करने में परेशानी होना, अनियमित माहवारी होना, और यूटिरस में फाईब्रॉयड होना महिलाओं की कुछ आम समस्याएं हैं। दुख की बात है कि लोग प्रारंभिक लक्षणों को नजरंदाज कर देते हैं, जो बाद में बढ़कर गंभीर हो जाते हैं। जो दंपत्ति आईवीएफ की साईकल पूरी कर चुके हैं, उनके भ्रूण की गुणवत्ता गर्भ की सफलता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए एक विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में काम करना बहुत जरूरी है, जो दंपत्तियों को उनके व्यक्तिगत मामले के आधार पर गर्भधारण के सही विकल्पों का परामर्श दे सकता है।’’

            संगरूर में नियमित ओपीडी लगाकर मणिपाल हॉस्पिटल्स, पटियाला का उद्देश्य लोगों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, ताकि उन्हें उत्तम इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। मणिपाल हॉस्पिटल्स में अत्याधुनिक इन्फर्टिलिटी एवं आईवीएफ क्लिनिक है, जो प्रजनन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यहाँ की टीम मरीज पर केंद्रित व सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण के साथ अत्याधुनिक सुविधाओं द्वारा प्रजनन संबंधी विभिन्न समस्याओं के लिए विस्तृत आईवीएफ सेवाएं प्रदान करती है।