किसानों को उनके बैंक खातों में एम.एस.पी. पर 15000 करोड़ रुपए से अधिक का किया गया भुगतान
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
राज्य की मंडियों में धान की आवक चरम पर पहुँच गई है। खरीद सीजन शुरू होने के केवल चार हफ़्तों के अंदर मंडियों में अब तक 105 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की आमद हुई है, जिसमें से तकरीबन 104 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है।
यह जानकारी आज खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि खरीद के पहले दिन से जिस मंडी में भी किसान अपनी फ़सल लेकर आया है, वहाँ फ़सल की समय पर खरीद, भुगतान और लिफ्टिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में बारदाने, मंडी लेबर और यातायात के सभी उचित प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पिछले चार सप्ताह के दौरान लगभग हर जिले की मंडियों का दौरा किया है और सभी हितधारकों ने उनके दौरे के दौरान खरीद प्रबंधों पर तसल्ली अभिव्यक्त की है।
उन्होंने बताया कि अब तक राज्य की मंडियों में हर दिन लगभग 7.5 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हो रही है और उसी दिन ही लगभग सारे धान की खरीद भी कर ली जाती है। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य भर में केवल एक लाख मीट्रिक टन से भी कम धान की खरीद बाकी है, जिससे साफ़ पता लगता है कि ज़्यादातर मंडियों में धान की आमद के दिन ही खरीद की जा रही है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फ़सल की अदायगी के विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में तकरीबन 15,400 करोड़ रुपए पहले ही जारी किए जा चुके हैं और अन्य 2000 करोड़ रुपए की अदायगी के लिए मंज़ूरी दी गई है और सोमवार को बैंकों के खुलने के उपरांत यह राशि भी जारी कर दी जायेगी। उन्होंने किसानों की फ़सल का एक-एक दाना खरीदने सम्बन्धी राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने कहा कि वह खरीद गतिविधियों पर निजी तौर पर नजऱ रख रहे हैं और खरीद एजेंसियों के सभी मैनेजिंग डायरैक्टर खरीद शुरू होने से लेकर ही मंडियों का दौरा कर रहे हैं।