पीजीआई इंप्लाईज युनियन( गैर संकाय) के नाम का दुर‌ उपयोग कर करवाया रक्तदान शिविर,  मौजूदा अध्यक्ष हरभजन सिंह भट्टी ने इसकी की निन्दा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

            पीजीआई कर्मचारी संघ (गैर-संकाय) के नाम का दुरूपयोग कर व पीजीआई कर्मचारियों और प्रायोजकों से राशि वसूली कर आज पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में श्री अश्विनी कुमार मुंजाल द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। 

            यहां तक ​​कि अश्विनी कुमार मुंजाल द्वारा भीड़ को इकट्ठा करने व हथियाने के लिए सोशल मीडिया पर 1000 रुपये के तोहफे की फोटो भेजकर लोगों को भी लुभाया गया। 

            अश्वनी कुमार मुंजाल, तकनीकी सहायक, जैव रसायन विभाग, पीजीआई के साथ अन्य लोगों ने सिर्फ पैसे का संग्रह करने के लिए यूनियन के लेटर पैड का भी दुरुपयोग किया और प्रायोजकों को बेवकूफ बनाया। 

            यहां तक ​​कि उन्होंने संस्थान के वरिष्ठ लेखा अधिकारी द्वारा कर्मचारियों की सैलरी से रुपये की राशि की कटौती करने में कामयाबी हासिल की।

             रक्तदान शिविर के नाम पर संस्थान के कर्मचारियों के वेतन से 100 रु.  काटे गए व अन्य राष्ट्रीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली में आरक्षित श्रेणी (पंजीकृत सदस्यों का मुख्य घटक) के कर्मचारीयों से भी यह राशि ली गई ।

            माननीय आयोग ने वेतन से की गई कटौतियों को वापस करने का आदेश दिया और इस तरह के कृत्य के लिए जिम्मेदारी सुनिश्चित करने का आदेश दिया। 

            अश्विनी कुमार मुंजाल के इशारे पर लेखा शाखा ने अवैध रूप से और मनमाने ढंग से काम किया और आदेशों की अवहेलना की और वेतन शीर्ष से डेबिट की गई राशि को वापस करने में विफल रही।

            हालांकि किसी भी कर्मचारी ने दान के लिए सहमति नहीं दी, और जबरदस्ती यह कटौती की गई।

             अध्यक्ष पीजीआई कर्मचारी संघ (गैर-संकाय) श्री हरभजन सिंह भट्टी ने  रजिस्ट्रार ट्रेड एंड यूनियन्स, सेक्टर 30, चंडीगढ़ द्वारा जारी नोटिस देकर पीजीआई प्रशासन को कानून-व्यवस्था के तहत काम करने के लिए कहा। 

            संघ हमेशा सामाजिक कारणों से सकारात्मक कार्य करता है, हालांकि, सामाजिक कारण के नाम पर धन इकट्ठा करने के इरादे की निंदा करता है और इस तरह के रक्तदान शिविर का पीजीआई कर्मचारी संघ (गैर-संकाय) के लिए कोई अर्थ नहीं है, लेकिन फिर भी दानदाताओं को धन्यवाद देता है रोगियों के जीवन को बचाने के लिए उनके दान का कारण। 

अवैध कॉलोनियों पर होगी अभियान चलाकर कारवाई -एसटीपी रामकुमार।

  • भोली भाली जनता को झांसे में देने वाले कालोनाइजरों पर होगी कार्रवाई 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 28 अक्टूबर :

            नगरपालिका सीमा से बाहर निजी भूमि पर विकसित अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की पॉलिसी जारी, किसी भी कीमत पर अवैध कालानियां नही होने दी जाएगी विकसित, नगर तथा ग्राम आयोजना विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना,अधिसूचना का लाभ उठाए क्लोनाईजर।

            यमुनानगर, 28 अक्तूबर-वरिष्ठï योजनाकार पंचकूला रामकुमार ने बताया कि सरकार द्वारा नगर तथा ग्राम आयोजना विभाग के माध्यम से जारी अधिसूचना के अंतर्गत प्रदेश के नगर पालिका क्षेत्रों के बाहर अपूर्ण नागरिक सुख-सुविधाओं तथा अवसंरचना का प्रबंधन अधिनियम 2021 को प्रकाशित किया गया है। इस अधिनियम का प्रावधान नगर निगम/पालिका/परिषद की सीमा से बाहर विकसित अवैध कॉलोनियों में आवश्यक सुविधाओं की पूर्ति के लिए उन्हें अनुमोदित करने के लिए किया गया है। यह पॉलिसी अवैध कॉलोनियों में निवास करने वाले लोगों के लिए लाभकारी है। नागरिक सरकार की इस लाभकारी नीति का भरपूर लाभ उठाये। 

            वे शुक्रवार को सैक्टर-18 स्थित नगर योजनाकार के कार्यालय में शहर के क्लोनाईजरों के  साथ बैठक ले रहे थे । उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर अवैध कालोनी विकसित नही होने दी जाएगी। सरकार ने जो नियम बनाए है उसका लाभ उठाए। कोई भी क्लोनाईजर अवैध कालोनी काट कर भोली भाली जनता को न फसाए। सरकार अवैध कालोनी विकसित न हो इसके लिए सख्ती से कार्य कर रही है। 

            उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी नगरपालिका/परिषद/निगम की सीमा से बाहर पडऩे वाली निजी भूमि पर विकसित ऐसी अवैध कॉलोनियों पर लागू होगी, जिनमें अवैध निर्माण अथवा कोई विक्रय जुलाई 2022 से पहले का है। कॉलोनी के क्षेत्रफल की कोई अधिकतम अथवा न्यूनतम सीमा नहीं है। कोई क्लोनाइजर/भू-स्वामी अथवा रैजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन अधिसूचना जारी होने के 6 महीने के अन्दर आवेदन कर इस पॉलिसी का लाभ ले सकते है। इस पॉलिसी के तहत नियमित न होने वाली कॉलोनियों अवैध निर्माण की श्रेणी में रहेगी और इस पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। 

              जिला नगर योजनाकार सतीश पूनिया ने बताया कि निर्मित क्षेत्र के प्रतिशत के आधार पर कॉलोनियों का वर्गीकरण व आवश्यक नियम निर्धारित किये गए है, जो निम्र प्रकार है –

£क्र.सं. वर्ग न्यूनतम निर्मित क्षेत्र न्यूनतम सड़क  चौड़ाई न्यूनतम पार्क एरिया न्यूनतम वाणिज्यिक क्षेत्र

  • 1 ए 25 प्रतिशत 9 मीटर 5 प्रतिशत 4 प्रतिशत
  • 2 बी 25-50 प्रतिशत 6 मीटर 3 प्रतिशत 4 प्रतिशत
  • 3 सी 50-75 प्रतिशत 6 मीटर लागू नहीं 4 प्रतिशत
  • 4 डी 75-100 प्रतिशत लागू नहीं लागू नहीं 4 प्रतिशत

            उन्होंने बताया कि उपरोक्त प्रावधानों के तहत आवेदन की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज व अन्य जानकारी के लिए विभाग द्वारा 19 जुलाई 2022 को जारी अधिसूचना संख्या एमआईएससी-632एसटीपी(ई एंड वी)/2022/507 देखी जा सकती है अथवा स्थानीय हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सैक्टर 18 में स्थित जिला नगर योजनाकार कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है। 

टूटी सड़कें बढ़ती मंहगाई से परेशान जनता वोट की ताक़त से जुमले बाजों को दिखाएंगी आईना : अकरम खान

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 अक्तूबर :

            पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान ने जिला परिषद वार्ड नंबर छह से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार नरवैल सिंह ( स्वगीर्य कर्मबीर सिंह के भाई) के पक्ष में लेदी गांव में डोर टू डोर चुनाव प्रचार किया। जिसमें कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस दौरान अकरम खान ने लेदी के रविदास मंदिर में शिष नवाया।

            इस दौरान पूर्व डिप्टी स्पीकर ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिले की टूटी सड़कें व बढ़ती मंहगाई से परेशान जनता ज़िला परिषद चुनाव में वोट की ताक़त से इस जुमले बाजों की सरकार को करारा जवाब देने की तैयारी  में है। उन्होंने कहा घाड क्षेत्र को जोड़ने वाला शेरपुर से डारपुर सड़क मार्ग की खस्ता हालत पिछले सात साल से सबके सामने है। गरीब मजदूर किसान को इस समय बढ़ती मंहगाई में परिवारों का पेट पालना बहुत मुश्किल हो गया है।

            प्रैट्रोल डीज़ल खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। युवाओं को रोजगार देने के दावे करनी वाली भाजपा सरकार ने युवाओं को रोजगार देने की ब्जाय रोजगार छिनने का कार्य किया है। इतिहास में यह पहली बार हुआ है किसी सरकार ने नौकरियों पर लगे युवाओं को बाहर का रास्ता दिखाया है। इस सरकार में आज तक जितनी भी भर्तियां हुई है कोई भी भर्ति ऐसी नहीं जिसका पेपर लीक ना हुआ है। इससे साफ जाहिर है सरकार को चलाने वाले अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए खुद ही पेपर लीक कराते हैं। जनता के अंदर सरकार के प्रति गहरा रोष है जो कि पंचायत व जिला परिषद चुनावों के दौरान जनता सरकार के खिलाफ वोट कर अपना रोष जाहिर करेगी।

            इस मौके पर विक्रम सिंह, यजुविन्दर सिंह काका, संदीप डब्बु,हैरी तिहाणो, जरनैल सिंह, सुरेन्द्र अर्जुन माजरा,प्रदीप शर्मा छछरौली, अनस खदरी आदि मौजूद रहे।

डायबिटिज व अनियंत्रित ब्लड प्रैशर बनता है स्ट्रोक का कारण : डा. अनुराग लांबा

  • स्ट्रोक से भारत में रोजाना 2000 मौतें, क्योंकि 1 प्रतिशत को ही समय पर मिल पाता है इलाज: डा. अनुराग लांबा
  • समय पर मिले उपचार से बच सकती है स्ट्रोक पीडि़त मरीज की जान: डा. लांबा


डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़28 अक्टूबर :

            प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डाक्टर अनुराग लांबा ने कहा कि भारत में अधरंग के दौरे बढऩे का मुख्य कारण शुगर तथा अनियंत्रित उच्च रक्तचाप है। उन्होंने कहा कि ऐसी गंभीर बीमारियों का समय पर इलाज करवाना बेहद खतरनाक साबित हो रहा है।


            विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर इस वर्ष की थीम ‘मिनट बचा सकता है जिंदगी’ संबंधी लोगों को जागरूक करने के मकसद से पारस अस्पताल पंचकूला के सहायक डायरेक्टर न्यूरोलॉजी डा. अनुराग लांबा ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि देश में हर दिन दो हजार से ज्यादा लोग मानसिक दौरे (स्ट्रोक) के कारण मौत का शिकार हो रहे या फिर वह अपाहिज हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक प्रतिशत लोग ही उचित समय पर इलाज करवाकर स्वस्थ हो रहे हैं। इस अवसर पर न्यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डा. अनिल ढींगरा तथा न्यूरो सर्जरी के डायरेक्टर डा. वीके बातिश तथा डा. अखिल मोंगा एसोसिएट कंसलटेंट न्यूरो इंटरवेंशन, डा. अबीर गोयल एसोसिएट कंस्लटेंट न्यूरोसर्जरी एवं डा. अमन बातिश एसोसिएट कंस्लटेंट न्यूरो सर्जरी ने भी अपने विचार पेश किए।


            उन्होंने अपील की कि (स्ट्रोक) दिमागी दौरे के संकेतों को कभी भी अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए, जिनमेें अचानक आई कमजोरी, शरीर के एक हिस्से का सुन्न हो जाने की शिकायत, बोलने या सुनने में परेशानी, अचानक बेसूरत होना आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ब्लड शुगर, कैलोस्ट्रोल तथा ब्लड प्रैशर पर काबू किया जाना बेहद जरूरी है, जिसके लिए निरंतर सैर, व्यायाम आदि बहुत आवश्यक है। न्यूरोलॉजिस्ट ने यह भी कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक मामलों में स्ट्रोक रोका जा सकता है और 30 से ऊपर के लोगों में उच्च रक्तचाप, रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के लिए वार्षिक जांच महत्वपूर्ण है।


            इस अवसर पर बोलते हुए डा. अनुराग ने कहा कि यदि मरीज को चार-पांच घंटे में अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बच सकती है। उन्होंने कहा कि दौरे का मुख्य कारण नसों में पैदा हुई समस्या है, जिस कारण दिमाग प्रभावित होता है।


            इस अवसर पर पारस अस्पताल के डायरेक्टर डा. जतिन्द्र अरोड़ा ने बताया आम लोगों को इस प्रति जागरूक करके इन बीमारियों से बचाया जा सकता है। पारस सुपर-स्पैशलिटी अस्पताल पंचकूला, हरियाणा सरकार, हिमाचल प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं (सीजीएचएस) तथा अन्य बोर्ड कार्पोरेशन के पैनल पर है तथा इनके कर्मचारी यहां इलाज करवा सकते हैं।

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जिला परिषद के भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में झोंकी पूरी ताकत,किया धुआंधार प्रचार

  • वार्ड नम्बर 9 से श्रीमती सुरेश कुमारी बिट्टू चौधरी देवधर ईमानदार मेहनती उम्मीदवार है:- कँवर पाल गुर्जर

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंटयमुनानगर – 28 अक्तूबर  :

            पंचायती राज चुनावों के अंतर्गत 30 अक्टूबर को जिला परिषद के उम्मीदवारों का लिए मतदान होना है और आज प्रचार का आखिरी दिन शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जिला परिषद के वार्ड नंबर 5, 6, 7, 8, 9  व वार्ड 10 के विभिन्न गांवों प्रताप नगर, दसोरा, भीलपुरा, ऊर्जनी, छछरौली ,पंजेटो, मुंडाखेड़ा, मांडखेड़ी ,बोम्बेपुर, कलेसर,कडकौली, खिजरी, भुडकलां, तुगलपुर, लेदाखादर, लेदी, भंगेडा, कुटीपुर, नत्थनपुर, बेगमपुर आदि दर्जनों गाँवो का तूफानी दौरा किया, शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने प्रतापनगर में जिला परिषद वार्ड नंबर नौ की भाजपा उम्मीदवार श्रीमती सुरेश कुमारी बिट्टू चौधरी देवधर के समर्थन में पहुंचकर विशाल जनसभा को संबोधित किया।  

            शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि सुरेश कुमारी पढ़ी-लिखी शिक्षित महिला और महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है,भाजपा समर्थित जिला परिषद के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने की अपील की है। इस दौरान ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया और आश्वासन दिया कि वे भाजपा की नीतियों एवं योजनाओं पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करेंग,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताने का काम करें ताकि आपके द्वारा चुने गए भाजपा समर्थित उम्मीदवार आपकी सभी समस्याओं को सरकार के सामने रख सकें और उनका भी यही प्रयास रहेगा कि भाजपा समर्थित चुने गए उम्मीदवारों के साथ मिलकर विकास कार्यों को गति दे सकें।

            शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि भाजपा की सरकार ने हर नीति और योजना को सही व पारदर्शी बनाकर उसे लागू किया है और ऑन लाईन प्रणाली को अपनाकर सरकार की नीतियों एवं योजनाओं का लाभ हर वर्ग के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया है। समाज व प्रदेश की तरक्की के लिए भाजपा की प्रदेश सरकार ने हर वर्ग के हित में काम किया है।प्रदेश के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री  कंवरपाल ने कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है।

देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहा म्हारा छोरा अखिल शर्मा इसमाइलपुर 

  • मलेशिया में होने जा रही यूएन की संस्था बेस्ट डिप्लमैटस की कॉन्फ़्रेन्स में हुआ चयन 80 देशों के प्रतिनिधि लेंगे भाग

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंटयमुनानगर – 28 अक्तूबर  :

            यमुनानगर के गाव ईसमाईलपुर निवासी अखिल शर्मा का चयन वैश्विक मुद्दों को लेकर संयुक्त राष्ट्र की बेस्ट डिप्लमैट्स संस्था की चार दिवसीय कॉन्फ़्रेन्स जनवरी में मलेशिया में होगी जिसमें शहर के जाने माने परथिष्ठित परिवार के सदस्य पूर्व ज़िला जज  शिवा शर्मा इस्माइलपुर के भतीजे व युवा समाजसेवी अधिवक्ता अखिल शर्मा का चयन एक परीक्षा के माध्यम से हुआ है।

            जानकारी देते हुए उनके भाई अधिवक्ता निखिल शर्मा ने बताया कई महीने के परिश्रम का ही फल है जो हमारे शहर के होनहार बेटे का चयन हुआ है जो अपने परिवार की भाँति देश ओर यमुनानगर का नाम रोशन करने जा रहा है वैश्विक समस्याओं को लेकर होने जा रही इस कॉन्फ़्रेन्स में 80 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे जो 4 दिन तक चलेगी अखिल पहले भी हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय में अपना लोहा मना चुका है ज़िले के सबसे शिक्षित परिवार से सम्बंधित अखिल के परिवार से आइएस आइपीएस जज डीजीपी आदि रह चुके है अखिल स्वयं LLB Llm करने के पश्चात अब  PhD के छात्र है हम आशा करते है वो इतने बड़े मंच पर देश प्रदेश ज़िले का नाम रोशन करेंगे।

अनन्या त्यागी ने किया नॉर्थ जोन शूटिंग प्रतियोगिता में क्वालीफाई 

अब राष्ट्रीय प्रतियोगिता में लेगी भाग

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर – 28 अक्तूबर  :

            द नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा नई दिल्ली में 5 से 22 अक्टूबर तक आयोजित 41 वीं नॉर्थ जोन शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेते हुए जिले की शूटर अनन्या त्यागी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में क्वालीफाई किया। दिल्ली से लौटने के बाद अनन्या के पिता समीर त्यागी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उसने 10 मीटर एयर पिस्टल  इवेंट में क्वालीफाई किया है और अब वह नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेगी।

            उन्होंने बताया कि उनकी बेटी अनन्या दिसंबर माह में होने वाले नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेगी और उन्हें उम्मीद ही नहीं बल्कि यकीन है कि अनन्या नेशनल चैंपियनशिप गोल्ड मेडल हासिल कर जिले व प्रदेश का नाम रोशन करेगी। उनकी इस उपलब्धि पर उनके कोच व अन्य खेल प्रेमियों ने उन्हें बधाई दी है।

मनोनीत पार्षदों के हक में आए विभिन्न रेजिडेंट एसोसिएशन के पदाधिकारी  

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ –  27 अक्टूबर  : 

             रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी आज नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के  शपथ समारोह  के बाद विधिवत कार्यभार संभालने पर सभी ने क्राफेड के सीनियर वाइस चेयरमैन उमेश घई  को शुभकामनाएं दी व आशा प्रकट की कि चंडीगढ़ की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की समस्याओं का समाधान अब त्वरित रूप से होगा।

            वही क्राफेड के चेयरमैन हितेश पुरी ने भी उमेश घई को  मनोनीत करने पर प्रशासक का आभार जताया व भविष्य में भी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से  प्रशासन को हर संभव सहायता की बात दोहराई।

आईएचसीएल ने अपनी 92 प्रॉपर्टीज़ में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 224 चार्जिंग पॉइंट इंस्टॉल किए

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ –  27 अक्टूबर  : 

            भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटैलिटी ब्रांड इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) ने सस्टेनेबिलिटी व सामाजिक प्रभाव उपायों को अमली जामा पहनाने के अपने ईसीजी प्लस फ्रेमवर्क ’’पथ्य’’ के अनुसार चलते हुए अपनी 92 प्रॉपर्टीज़ में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 224 चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने का काम पूरा कर लिया है। ये ईवी चार्जिंग पॉइंट टाटा पावर के सहयोग से ताज, सेलेक्शंस, विवांता, जिंजर तथा आमां स्टेज़ एंड ट्रेल्स ब्रांडों की देश भर में फैली विभिन्न प्रॉपर्टीज़ में इंस्टॉल किए गए हैं।

            इस उपलब्धि के बारे में आईएचसीएल के कार्यकारी उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) गौरव पोखरियाल ने कहा, ’’आईएचसीएल में हम जो कुछ भी करते हैं, सस्टेनेबिलिटी उसके केन्द्र में रहती है। हम पर्यावरण का ख्याल रखने को समर्पित हैं और ईवी चार्जिंग पॉइंट्स का इंस्टॉलेशन इसी के मुताबिक किया गया है, पर्यावरण प्रबंधन पथ्य के प्रमुख स्तंभों में से एक है। आज हम दुनिया भर में बड़े पैमाने पर यह बदलाव देख रहे हैं की लोग परिवहन के लिए वैकल्पिक या ऊर्जा की कम खपत करने वाले साधनों को अपना रहे हैं। आईएचसीएल में ऊर्जा के हरित स्त्रोतों को अपनाने का हमारा प्रयास जारी रहेगा तथा हम अपने ग्राहकों के लिए सस्टेनेबिलिटी के उपाय सुलभ बनाते रहेंगे।’’

            यह कदम आईएचसीएल की प्रतिबद्धता के अनुसार उठाया गया है की पर्यावरण के बारे में जागरुक ग्राहकों की जरूरतों को पूरा किया जाए, परिवहन के दौरान उनके कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मदद की जाए तथा रहन-सहन के सस्टेनेबल साधनों को अपनाने में उन्हें सहयोग दिया जाए। आईएचसीएल की विभिन्न प्रॉपर्टीज़ में ठहरने वाले मेहमानों के लिए ये चार्जर उपलब्ध रहेंगे, वे इस भरोसेमंद व चिंतामुक्त सुविधा का अनुभव लेते हुए देश भर में दर्शनीय स्थलों का आनंद ले पाएंगे। कंपनी की इस पहल के साथ अतिथियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन लेकर छुट्टियां मनाना अब आसान हो गया है।

            दायित्वपूर्ण पर्यटन को आगे बढ़ाने के दीर्घकालिक ध्येय के साथ आईएचसीएल ने वर्ष 2030 के लिए ’पथ्य’ के अंतर्गत सस्टेनेबिलिटी को लेकर अपनी प्रतिबद्धताएं घोषित की हैं। आईएचसीएल पर्यटन उद्योग में उत्कृष्टता के लिए और बेंचमार्क स्थापित करने हेतु सबसे आगे रह कर सस्टेनेबल उपाय करना जारी रखेगी।

पंजाब में पराली जलाने की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय

  • हरियाणा में अब तक धान की पराली जलाने की घटनाओं में 26 प्रतिशत की कमी : केंद्रीय आयोग  

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेक फ्रंटजैतो –  28 अक्तूबर : 

            पर्यावरण , वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने वीरवार को कहा कि एन.सी.आर. और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राज्य विशिष्ट कार्य योजना के कार्यान्वयन के लिए वैधानिक निर्देश जारी किए हैं। ये इस साल पंजाब में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए किया गया है।

            सीएक्यूएम ने कहा कि सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग डेटा के अनुसार, 24 अक्तूबर 2022 तक पंजाब में केवल 39 प्रतिशत बोया गया क्षेत्र ही काटा गया था और ऐसे में पराली जलाने की घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। सीएक्यूएम के लिए इसरो द्वारा विकसित किए गए मानक प्रोटोकॉल के अनुसार, 15 सितंबर, 2022 से 26 अक्टूबर, 2022 की अवधि में पंजाब में धान की पराली जलाने की कुल घटनाएं 7,036 हुई हैं,जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में ये घटनाएं 6,463 थीं।सीएक्यूएम ने आगे कहा कि मौजूदा धान कटाई के मौसम के दौरान खेतों में पराली जलाने की लगभग 70 प्रतिशत घटनाएं तो सिर्फ अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर, कपूरथला, पटियाला और तरनतारन के 6 जिलों से ही सामने आई हैं।

            पंजाब में कुल 7,036 ऐसी घटनाओं के मुकाबले सिर्फ इन जिलों में ही ये संख्या 4,899 रही है। पिछले साल इसी अवधि में पराली जलाने के जो कुल मामले सामने आए थे उनमें इन पारंपरिक छह हॉटस्पॉट जिलों का हिस्सा 65 प्रतिशत था। रिपोर्ट किए गए कुल 7,036 मामलों में से 4,315 पराली जलाने की घटनाएं तो सिर्फ पिछले छह दिनों के दौरान की है, यानी तकरीबन 61 फीसदी।

            आयोग द्वारा विकसित एक व्यापक ढांचे और पिछले धान की कटाई के मौसम से मिली सीखों के आधार पर पंजाब राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई के निम्नलिखित प्रमुख स्तंभों के साथ एक व्यापक कार्य योजना तैयार की गई थी।

  • अन्य फसलों की ओर विविधीकरण
  • कम पुआल पैदा करने वाली और जल्दी पकने वाली धान की किस्मों की तरफ विविधीकरण
  • बायो-डीकंपोजर के प्रयोग सहित यथास्थान फसल अवशेष प्रबंधन
  • यथास्थान फसल अवशेष प्रबंधन
  • आईईसी गतिविधियां

            निगरानी और प्रभावी प्रवर्तन।आयोग ने कहा कि वह पराली जलाने की घटनाओं को रोकने और नियंत्रित करने के लिए राज्य प्रशासन के तंत्र को अपनी तैयारियों के प्रति संवेदनशील करने हेतु 2022 के धान बुवाई के मौसम से काफी पहले से यानी फरवरी 2022 से पंजाब सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस कार्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आयोग ने पंजाब सरकार के प्रमुख विभागों जैसे कृषि और किसान कल्याण, पर्यावरण, बिजली और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ परामर्श बैठकें भी कीं।आयोग ने पराली जलाने से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर समय-समय पर पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ 9 बैठकें की हैं, जिनमें मुख्य सचिव के साथ पांच बैठकें भी शामिल हैं। इन बैठकों के दौरान जिन प्रमुख क्षेत्रों और कार्य बिंदुओं पर बल दिया गया, वे इस प्रकार थे।2022-23 के दौरान फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) योजना के तहत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किए गए निधि आवंटन के माध्यम से अतिरिक्त कृषि मशीनरी की त्वरित खरीद।कस्टम हायरिंग सेंटरों और सहकारी समितियों में उपलब्ध मशीनरी की मैपिंग।

            उपलब्ध सी.आर.एम. मशीनरी का इष्टतम उपयोग जिसमें गांव/क्लस्टर स्तर पर कटाई के भारी कार्यक्रम शामिल है।यथास्थान पराली प्रबंधन उपायों का सहयोग करने के लिए बायो-डीकंपोजर एप्लिकेशन का विस्तार करना।यथास्थान उपयोग की दिशा में मजबूत आपूर्ति श्रृंखला की सुविधा।पराली जलाने के खिलाफ अभियान और आईईसी गतिविधियों को तेज करना।निगरानी और प्रवर्तन कार्यों को तेज करना।आयोग पंजाब सरकार के मुख्य सचिव के साथ मिलकर कार्य योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए काम कर रहा है, जिसमें पराली प्रबंधन के लिए सभी रणनीतियों का इस्तेमाल और खेतों में आग के सभी बताए गए मामलों में उचित कार्रवाई शामिल है।सभी उपायुक्तों के साथ हॉटस्पॉट जिलों पर विशेष ध्यान देते हुए समीक्षा बैठकें भी की गईं क्योंकि राज्य सरकार की कार्य योजना में उन्हें महत्वपूर्ण भूमिकाएं सौंपी गई हैं।

            हरियाणा में 15 सितंबर, 2022 से 26 अक्टूबर, 2022 की अवधि के दौरान खेतों में आग की कुल 1,495 घटनाएं दर्ज की गईं जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में ये संख्या 2,010 थी। चालू वर्ष के दौरान अब तक हरियाणा में धान अवशेष जलाने की घटनाओं में लगभग 26 प्रतिशत की कमी आई है।पिछले सप्ताह हरियाणा के मुख्य सचिव और उपायुक्तों के साथ हुई समीक्षा बैठक में आयोग ने हरियाणा राज्य में खेतों में आग की घटनाओं को नियंत्रित करने के अपने प्रयासों को और तेज करने की सलाह दी है।