शिव स्वामी : श्रीगंगानगर सीट पर भाजपा का नया पावरफुल चेहरा : राजनीति गर्माएगी

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ :  

            श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय की विधानसभा सीट पर राजनैतिक दृष्टि से चुनाव में नया चेहरा पॉपुलर चेहरा शिव स्वामी अन्य सभी राजनीतिक दलों पर भारी पड़ सकता है और भारतीय जनता पार्टी के सपने फिर से पूरे हो सकते हैं। भाजपा इस सीट पर विजय पताखा फहरा सकती है।

            शिवकुमार स्वामी भारतीय जनता पार्टी के 40 वर्षों से अनेक पदों पर कार्य करते हुए लगभग सभी चुनावों में चाहे वह विधानसभा हो  या लोकसभा चुनाव,नगर परिषद और पंचायत समिति चुनाव हों सक्रिय योगदान देने वालों में आगे रहे हैं। पिछले दो चुनावों का भीतरी और बाहरी तौर पर मनन करें और अन्य दावे करते चेहरों को भी समीक्षा में खड़ा करें तो शिव स्वामी का दावा भाजपा के अब तक के प्रत्याशियों में जनसंपर्क के कारण सर्वाधिक मजबूत है।

*  राजनैतिक हलचल मचाने वाला यह नाम 2023 के चुनाव में अपना कौशल दिखा सकता है। राजनीति में जब चुनाव नजदीक होते हैं उस समय टिकटों के लिए दावेदारों में धनी लोगों के नाम गिने जाने लगते हैं जो हर पार्टी के कार्यकर्ताओं को बुरा लगता है। ऐसी सोच में नये चेहरों की चर्चा भी होती है। वह चर्चा अब भाजपा में और आम जनता में शिव स्वामी के नाम को शामिल करते हुए होगी।

            शिव कुमार स्वामी भाजपा  संगठन में 40 सालों से कार्यरत है और जिला श्री गंगानगर में प्रदेश में और राष्ट्रीय नेताओं में अपना संपर्क रख रखते हैं। शिव स्वामी जिन पदों पर रहे उन पदों के प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं से प्रगाढ़ संपर्क रहे हैं। विश्वास के साथ यह कहा जा सकता है कि इतने संपर्क भाजपा के अन्य नेताओं के प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर नहीं है। स्वामी अपने कर्तव्य और सेवाओं के कारण ही आज भाजपा में नया चेहरा और पावरफुल चेहरा बन गए हैं।

            श्रीगंगानगर धन-धान्य से भरपूर विधानसभा सीट पर धनी लोगों की चर्चा हर चुनाव में होती रही है लेकिन पिछले सभी वर्षों का समीक्षा की जाए तो यह साबित होता है कि यहां न धन चला है और न यहां जातिवाद चला है। यहां पर समय के हिसाब से राजनीति के उठापटक से जो स्थितियां पैदा होती रही हैं उससे चुनाव में जीत हार होती रही है।

            श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय सीट अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्री गंगानगर सीट पर 15 चुनाव हो चुके हैं।

यहां पर प्रोफेसर केदारनाथ जैसे जनप्रिय नेता 6 बार चुनाव लड़े और हर बार जीते। कहने को यहां अरोडा बाहुल्य सीट  है लेकिन अरोड़ा राधेश्याम ने नौ बार चुनाव लड़ा और केवल चार बार ही जीते। कांग्रेस से जीते तीन बार जीतने के बाद

भारतीय जनता पार्टी से एक बार जीते।

            अन्य को देखें तो मोतीराम,देवनाथ,सुरेंद्र सिंह,कामिनी जिंदल,राजकुमार गौड़ एक बार जीते हुए हैं। राजकुमार गौड़ कांग्रेसी हैं लेकिन

 कांग्रेस की टिकट मिलने की आशा नहीं रही तो निर्दलीय लड़े।

            श्रीगंगानगर की सीट बड़े बदलाव और नये चेहरे खिलाने की ओर बढ रही है। ऐसे समय में भाजपा में नये पावरफुल चेहरे में शिव स्वामी की उपस्थिति अधिक मजबूती से चर्चा और सर्वे के लिए हलचल पैदा करेगी।

            शिव स्वामी छात्र राजनीति से सक्रिय हुए और फिर बड़ी राजनीति में प्रवेश किया। 1977-78 के कार्य में  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सहयोग से एसडीपीजी महाविद्यालय में छात्र संघ के महामंत्री चुने गए। सन् 79-80 में अध्यक्ष का चुनाव हुआ उसमें भाग लिया। छात्र आंदोलनों में जेल यात्रा भी मिली।

1982 मैं भारतीय मजदूर संघ जेसीटी मिल में सचिव का कार्य किया।

            सन् 1983 का कार्यकाल बड़ी राजनीति में हुआ भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला शाखा में महामंत्री बने और सन् 1984 में भारतीय जनता युवा मोर्चा में प्रदेश कार्य समिति में सदस्य के रूप में कार्य किया।

            भाजपा प्रदेश कार्य समिति में 3 जुलाई 2006 से 7 जनवरी 2008 तक सदस्य के रूप में कार्य किया। वर्ष 2009 में जिला संगठन में पूरी तरह से सक्रिय रहे और अध्यक्ष के निर्देश पर अनेक मंडलों में प्रभारी के रूप में कार्य किया। नवंबर 2014 से भारतीय जनता पार्टी के जिला महा मंत्री बने।

            सहकारिता क्षेत्र में कार्य करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। एक दूजे से मिल कर चलें और एक दूजे का साथ दें। यहि अभियान लोगों से जोड़ता है। शिव स्वामी को यह भी गौरवपूर्ण कार्य करने का मौका मिला। 1985 में जनहित सहकारी उपभोक्ता भंडार लिमिटेड के अध्यक्ष निर्वाचित हुए और लगातार अभी तक इस पद पर निर्वाचित होते रहे हैं। स्वामी ने 23 फरवरी 1989 से 13 सितंबर 1990 तक जिला स्तरीय श्रीगंगानगर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार लिमिटेड के संचालक मंडल के सदस्य के रूप में कार्य किया। फरवरी 2005 से दिसंबर 2000 तक 2007 तक सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया 3 नवंबर 1990 को जिला स्तरीय श्रीगंगानगर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार लिमिटेड के चेयरमैन के रूप में निर्वाचित हुए और 23 जुलाई 94 तक इस पद पर कार्य किया। स्वामी 10-7- 1992 को राज्य स्तरीय राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड के उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए तथा 9 जुलाई 95 तक इस पद पर कार्य किया। 3 मार्च 1994 को श्री गंगानगर अर्बन को ऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर निर्वाचित तथा 28-7-1997 तक इस पद पर कार्य किया। सहकारिता क्षेत्र में भी वर्षों तक लोगों का कार्य करने का एक बहुत बड़ा अनुभव शिव स्वामी के पास है। शिव स्वामी वर्तमान में राजस्थान प्रदेश भाजपा में सहकारिता प्रकोष्ठ के सह संयोजक हैं।

            विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में कार्य करने वाले शिव स्वामी सामाजिक संस्था हिमालय परिवार के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में 24 अप्रैल 2022 से कार्यरत है इससे पहले वे जिला अध्यक्ष के रूप में प्रदेश महामंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। प्रांतीय वैष्णव ब्राह्मण समाज राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर भी 2006 से 2009 तक कार्य किया हुआ है। श्रीगंगानगर जिले की अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं से जुड़ाव है। वर्ष 2006 से मूल पिछड़ा वर्ग उत्थान महासंघ के संयोजक के रूप में कार्य करते हुए वास्तविक रूप से पिछड़ी जातियों को जिले में एकजुट कर उनके उत्थान के लिए भी प्रयासरत हैं। 30 नवंबर 2016 से 30 नवंबर 2018 तक राज्य सरकार द्वारा गठित जिला स्तरीय पुलिस जवाबदेही समिति के सदस्य के रूप में भी काम किया हुआ है।

            * राजनीति और समाचार जगत के मेल का अनूठा अनुभव भी स्वामी के पास है। मीडिया से संपर्क बहुत जरूरी है लेकिन यहां तो खुद शिव स्वामी ही पिछले 40 वर्षों से पत्रकारिता क्षेत्र में महत्वपूर्ण ईमानदार पत्रकार के रूप में विख्यात हैं। श्री गंगानगर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र लोकसम्मत के संपादक प्रकाशक हैं। इसके अलावा श्रीगंगानगर में 22 वर्षों से प्रकाशित हो रही कृषि एवं ग्रामीण परिवेश की मासिक पत्रिका राजस्थान खेती का भी संपादन एवं प्रकाशन कर रहे हैं।

            शिव स्वामी अच्छे पढ़े-लिखे राजनीतिक सामाजिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों में लोकप्रिय नेता हैं। शिव स्वामी का जन्म 21 नवंबर 1957 को स्व.खूबराम स्वामी के यहां हुआ।

             शिक्षा में स्वामी  एमकॉम आर्थिक प्रशासन एवं वित्तीय प्रबंधन में किया हुआ है।राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की हुई है। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा से बीजेएमसी की डिग्री प्राप्त की हुई है।

            श्रीगंगानगर जिले की महत्वपूर्ण सीट श्रीगंगानगर सीट पर शिव स्वामी इस समय सन् 2023 के लिए सबसे अधिक पावरफुल नया चेहरा है। अब श्री गंगानगर की राजनीति में शिव स्वामी के नाम को शामिल करते हुए ही राजनीति की जा सकेगी।

            ** श्रीगंगानगर सीट की राजनीति में यह तो प्रमाणित है कि यहां किसी एक जाति विशेष का डंका कभी नहीं बजा। कहते हैं कि राजनीति की बात आती है तो गंगानगर जिले को अरोड़ा समुदाय का मान कर के ही इच्छा प्रकट की जाती है लेकिन अरोड़ा के रूप में केवल राधेश्याम ही 4 बार चुने गए हैं। 15 चुनाव में केवल 4 बार अरोड़ा समुदाय आया है। एक बात ध्यान देने योग्य है कि यहां पर जनता जिले की राजनीति राजस्थान की राजनीति देश की राजनीति को समझते हुए वोटिंग करती है। भारतीय जनता पार्टी पिछले दस सालों को समझते हुए इस बार 2023 के चुनाव के लिए जीत के लिए टिकट देगी। शिव स्वामी का चेहरा हर नजरिए से जीत का भरोसा दिलाने वाला है वहीं जनता अपने काम के लिए इस चेहरे में भरोसा देख कर जुटेगी।०0०

नवनियुक्त 9 मनोनीत पार्षदों ने ली शपथ 

  • आप और कोंग्रेसी पार्षद सदन के बाहर धरने पर बैठे 
  • किया शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

चंडीगढ़ में शनिवार को नगर निगम कार्यालय सेक्टर 17 में शपथ ग्रहण समारोह में नवनियुक्त पार्षद। डेमोक्रेटिक फ्रंट फोटो राकेश शाह

            नगर निगम की आज यहाँ हुई बैठक मैं निगम में नवनियुक्त 9 मनोनीत पार्षदों ने शपथ ग्रहण की।  

            उपायुक्त  विनय प्रताप सिंह ने मनोनित पार्षदों को गोपनीयता की शपथ दिलाई। मनोनित पार्षदों के शपथ लेते ही अब निगम में चुने और मनोनित मिलाकर पार्षदों की संख्या 44 हो गई है । वहीं जब मनोनीत पार्षद शपथ ग्रहण क्र रहे थे तब सदन के बाहर आम आदमी पार्टी और कोंग्रेसी पार्षद धरने पर बैठे हुए थे और नारेबाजी कर  रहे थे। सदन में मनोनित पार्षदों का आज पहला दिन था। इसके बाद शुरू हुई बैठक में  चौतरफा विरोध के  दौरान बीच-बीच में मनोनित पार्षद भी  बहस के साथ जवाब देते नजर आएं। एक दो पार्षद तो अपनी कुर्सी से उठकर बोलने लगे।

            हालांकि मनोनित पार्षदों ने कहा कि वे तो मनोनित पार्षद है जिनकी नियुक्त प्रशासन के जरिए हुई हैं इसमें उनका क्या कसूर है ? हंगामा बढ़ता देख मनोनित पार्षदो का सब्र भी  टूटता  चला गया। महिला मनोनित पार्षद गीता चौहान ने आप पार्षद रामचंद्र यादव को यहां तक कह दिया कि हमे झेलना पड़ेगा ,आदत डाल लो। उनके इस कथन के साथ ही चुने हुए बीजेपी पार्षदों ने समर्थन में टेबल थपथपानी शुरू कर दी। मनोनित महिला पार्षद ने यहां तक कहा कि आप मुद्दों की बात करें । दूसरी तरफ , विपक्षी पार्षदों ने सवाल उठाया है कि भाजपा  के नेताओं को मनोनीत पार्षद क्यों नियुक्त किया गया कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी का कहना था कि  पहली बार हुआ है कि किसी भी आर्मी से जुड़े हुए व्यक्ति को मनोनीत पार्षद नहीं बनाया गया क्या शहर में कोई भी  रिटायर्ड आर्मी पर्सन इस पद के काबिल नहीं था।

कांग्रेस का विरोध

चंडीगढ़ नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों ने आज सदन की बैठक में भाजपा के कार्यकर्ताओं को निगम में मनोनीत पार्षदों के रूप में प्रवेश करने का कड़ा विरोध किया.  उन्होंने आरोप लगाया कि कई नामांकित पार्षदों ने यह बात छुपायी कि वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उन्होंने अपने आप को सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रस्तुत किया।  उन्होंने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि प्रशासन ने भी किसी भी स्तर पर इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि वे सामाजिक नहीं बल्कि भाजपा से जुड़े राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. कांग्रेस पार्षदों ने मांग की कि जिन नामांकित पार्षदों ने नामांकन के लिए आवेदन करते समय अपने बायो डाटा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है, उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए. इन  नामांकनों को 1994 से चण्डीगढ़ में लागू पंजाब नगर निगम अधिनियम के प्रावधानों का खुले रुप से उल्लंघन बताते हुए काग्रेंसी पार्षदों ने कहा कि 2001 से 2015 तक जब कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम का नेतृत्व किया, तब केवल शहर की प्रतिष्ठित हस्तियों और अपने अपने क्षेत्रों के नामवर विशेषज्ञों को ही पार्षदों के रूप में नामित किया जाता था। इनमें रिटायर्ड फौजी ब्रिगेडियर के.एस चांदपुरी, जनरल ए.एस कांहलो, ब्रिगेडियर सन्त सिहं, शिक्षाविद् पाम राजपूत और के आत्माराम, व्यवसायी एम.पी. एस चावला, टेक्नोक्रेट पी.सी सांघी, प्रशासक के.एस. राजू, मेडिको अमृत तिवारी और कई अन्य गैर-राजनीतिक लेकिन प्रसिद्ध हस्तियां शामिल रहीं।

            गाबी का कहना था  कि आर्मी से जुड़े हुए लोग भाजपा  को माफ नहीं करेंगे साल 2024 के चुनाव में इसका जवाब दिया जाएगा शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा  का कोई भी सीनियर नेता शामिल नहीं हुआ है। भाजपा  पार्षद सौरभ  जोशी ने पार्टी का बचाव किया है उन्होंने कहा है कि जो भी  मनोनीत पार्षद नियुक्त हुए हैं वह अपने-अपने फील्ड में एक्सपर्ट हैं ।  भाजपा  पार्षद कुलजीत संधू का कहना था कि पहली बार ग्रामीण इलाकों से जुड़े हुए 4 लोगों को मनोनीत पार्षद बनाया गया है इसका गांव वालों को फायदा मिलेगा। पूरे हंगामे में मेयर बीच-बीच में बोलती रही कि यह गर्वनर की ओर से सीधे नियुक्त हुई है।

            वहीं,शपथ ग्रहण  समारोह से बीजेपी के सीनियर नेताओं ने किनारा करना ही बेहतर समझाा। सत्ता पक्ष से कोई बड़ा  नेता नहीं दिखाई दिया।

यह भी  जगजाहिर है कि जब से मनोनित पार्षदों की सूची सर्वाजनिक हुई तब से ही शहर का सियासी पारा चढ़ता चला गया इसका गुबार सदन बैठक में हंगामे के साथ निकाला। सत्ता पक्ष भाजपा  के भीतर भी  असंतुष्टी का माहौल बना। शहर की गैर-राजनीतिक संगठनों ने भी  सूची पर सवाल उठाए थे।  

समारोह में आप पार्टी से संयोजक प्रेग गर्ग जरूर मौजूद रहे।

            सदन में हंगामा तब मचा जब कांग्रेसी पार्षद गाबी ने कहा कि शपथ लेने वाले मनोनित पार्षदों ने अपने परिचय में अपने राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया कि वे किन-किन पदों पर विराजमान हैं। गाबी का तर्क था कि हम एक आम टीवी  डिबेट में जाते हैं तो  उसमें क्षेत्र का विशेषज्ञ होने के साथ राजनीति दल का होने का भी  परिचय दिया जाता है। उनका आरोप था कि सभी  बीजेपी से संबंधित हैं। गाबी के कहते ही हंगमा मचना शुरू हो गया।

            वहीं, मनोनित पार्षदों ने सदन के पहले दिन जिस तरह के रंग ढंग दिखाए उससे अंदाजा लगाया जा सकता था कि मानो उन्हें पहले से ही इस स्थिति से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी गई हो ।

            वहीं, जैसे जैसे सदन की कार्यवाही आगे बढ़नी शुरू हुई तो माहौल सामान्य होता चला गया। जो पार्षद विरोध कर रहे थे वहीं बाद में चुने हुए पार्षदों को बधाई भी  देने लगे। भोजन  काल के दौरान तो नजारा बिल्कुल बदला हुआ था। ऐसे में सवाल यह भी उठे   कि यह हंगामा जनता को खुश करने के लिए  क्या महज रानीतिक ड्रामेबाजी से भरा  था? सदन में सवाल उठाने वाले भी  ऐसा प्रतीत हो रहे थे कि  उन्हें भी  सीखा-पढ़ाकर भेजा  गया था।

            माना जा रहा है कि सदन में विपक्षी पार्षदों की काट के लिए ही मनोनित पार्षदों की नियुक्त की गई है। आम तौर पर कई ऐसे प्रस्ताव थे जो त्रिशंकु सदन में वोटिंग की भेंट  चढ़ जाते थे। मनोनित पार्षदों के आने से किसी भी  प्रस्ताव को पारित कराने में सत्ता पक्ष के बीजेपी पार्षदों की अब ताकत बढ़ने की उम्मीद है।

            हालांकि इस समय मनोनीत पार्षदों के पास मेयर चुनाव में वोटिंग का अधिकार नहीं है। वोटिंग के अधिकार के मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी विचाराधीन है। 

            निगम की आज की बैठक के दौरान पार्षद जसबीर बंटी ने सेक्टर 42 में वी-4 सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग को लेकर हाउस में ही विरोध प्रदर्शन किया. इस सड़क का उपयोग छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा नंगे पांव चलते हुए किया जाता है.  बंटी सड़क की तुरंत मुरम्मत कराने के की अपनी मांग को लेकर मेयर के सामने ही धरने पर बैठ गये, जिसके बाद उनका प्रस्ताव एजेण्डे पर लाया गया और पारित हो सका।

            पार्षद सचिन गालव ने पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में किराएदारों को भेजे गए संपत्ति कर नोटिस को वापस लेने और मकान मालिकों से ही कर वसूलने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया.

            पार्षद गुरबख्श रावत ने शहर में वर्षा जल निपटान प्रणाली को पूरी तरह से मशीनीकृत करने का एक प्रस्ताव पेश किया ताकि सफाई कर्मचारियों को स्वयं सफाई के लिए उतर कर अपनी जान जोखिम में डालने पर मजबूर न होना पड़े।

            उधर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी आज नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के  शपथ समारोह  के बाद विधिवत कार्यभार संभालने पर सभी ने क्राफेड के सीनियर वाइस चेयरमैन उमेश घई  को शुभकामनाएं दी व आशा प्रकट की कि चंडीगढ़ की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की समस्याओं का समाधान अब त्वरित रूप से होगा। वही क्राफेड के चेयरमैन हितेश पुरी ने भी उमेश घई को  मनोनीत करने पर प्रशासक का आभार जताया व भविष्य में भी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से  प्रशासन को हर संभव सहायता की बात दोहराई।

आयुष्मान कार्ड बनाने का आखिरी एक हफ्ता शेष बचा है

विनोद कुमार/सरोज बाला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

                        आयुष्मान कार्ड बनाने का आखिरी एक हफ्ता शेष बचा है,नगर निगम एवं चनङीगढ प्रशासन द्वारा सभी कालोनी सैकटरों के कम्युनिटी सेंटर में विशेष कैंप लगाए गए हैं,अगले एक हफ्ते तक आपके पास आखिर मौका है,आयुष्मान कार्ड बनवाने का।

कॉंग्रेस पाषार्दों  ने आज सदन की बैठक के मनोनीत पाषार्दों के प्रवेश का कडा विरोध किया

            चंडीगढ़ नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों ने आज सदन की बैठक में भाजपा के कार्यकर्ताओं को निगम में मनोनीत पार्षदों के रूप में प्रवेश करने का कड़ा विरोध किया.  उन्होंने आरोप लगाया कि कई नामांकित पार्षदों ने यह बात छुपायी कि वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उन्होंने अपने आप को सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रस्तुत किया. 

            उन्होंने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि प्रशासन ने भी किसी भी स्तर पर इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि वे सामाजिक नहीं बल्कि भाजपा से जुड़े राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. कांग्रेस पार्षदों ने मांग की कि जिन नामांकित पार्षदों ने नामांकन के लिए आवेदन करते समय अपने बायो डाटा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है, उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए. इन  नामांकनों को 1994 से चण्डीगढ़ में लागू पंजाब नगर निगम अधिनियम के प्रावधानों का खुले रुप से उल्लंघन बताते हुए काग्रेंसी पार्षदों ने कहा कि 2001 से 2015 तक जब कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम का नेतृत्व किया, तब केवल शहर की प्रतिष्ठित हस्तियों और अपने अपने क्षेत्रों के नामवर विशेषज्ञों को ही पार्षदों के रूप में नामित किया जाता था. इनमें रिटायर्ड फौजी ब्रिगेडियर के.एस चांदपुरी, जनरल ए.एस कांहलो, ब्रिगेडियर सन्त सिहं, शिक्षाविद् पाम राजपूत और के आत्माराम, व्यवसायी एम.पी. एस चावला, टेक्नोक्रेट पी.सी सांघी, प्रशासक के.एस. राजू, मेडिको अमृत तिवारी और कई अन्य गैर-राजनीतिक लेकिन प्रसिद्ध हस्तियां शामिल रहीं.

            भाजपा के दबाव में भाजपा के कार्यकर्ताओं को मनोनीत करके प्रशासक ने न केवल चंडीगढ़ के लोगों के हितों पर कुठाराघात किया है, बल्कि शहर में लोकतांत्रिक परंपराओं को एक बड़ा झटका दिया है.

            निगम की आज की बैठक के दौरान पार्षद जसबीर बंटी ने सेक्टर 42 में वी-4 सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग को लेकर हाउस में ही विरोध प्रदर्शन किया. इस सड़क का उपयोग छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा नंगे पांव चलते हुए किया जाता है.  बंटी सड़क की तुरंत मुरम्मत कराने के की अपनी मांग को लेकर मेयर के सामने ही धरने पर बैठ गये, जिसके बाद उनका प्रस्ताव एजेण्डे पर लाया गया और पारित हो सका. 

            पार्षद सचिन गालव ने पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में किराएदारों को भेजे गए संपत्ति कर नोटिस को वापस लेने और मकान मालिकों से ही कर वसूलने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया.

            पार्षद गुरबख्श रावत ने शहर में वर्षा जल निपटान प्रणाली को पूरी तरह से मशीनीकृत करने का एक प्रस्ताव पेश किया ताकि सफाई कर्मचारियों को स्वयं सफाई के लिए उतर कर अपनी जान जोखिम में डालने पर मजबूर न होना पड़े.

बठिंडा नगर निगम की प्लास्टिक अवशेष से सडक़ें बनाने की पहल 

  • प्लास्टिक का प्रयोग करने से सडक़ों के निर्माण पर लागत कम आएगी: डॉ. निज्जर  
  • प्लास्टिक अवशेष की समस्या निपटाने में भी मिलेगी सफलता  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

                       

                        पंजाब सरकार द्वारा प्लास्टिक अवशेष के निपटारे और इसके विकास कार्यों में प्रयोग को सुनिश्चित बनाने की कोशिशों के चलते नगर निगम बठिंडा ने एक नवीन पहल करते हुए प्लास्टिक अवशेष से सडक़ें बनाने का काम शुरू किया है।  

                        स्थानीय सरकार संबंधी मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम बठिंडा स्टाफ द्वारा सडक़ के निर्माण में प्लास्टिक के प्रयोग की शुरुआत से प्लास्टिक के अवशेष का सार्थक समाधान भी ढूँढ लिया गया है और इससे लागत भी कम आती है।

            उन्होंने बताया कि बठिंडा में जुझार सिंह नगर रोड बाजवा घर से मेन गली तक और गली नं. 3-ए जुझार सिंह नगर में प्लास्टिक अवशेष के प्रयोग से सडक़ का निर्माण किया गया है। इसके अलावा गली नंबर 3 बी जुझार सिंह नगर में प्लास्टिक के प्रयोग से सडक़ का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि 1000 रनिंग फुट लम्बी सडक़ के निर्माण में बिटूमन में 8 प्रतिशत प्लास्टिक अवशेष के प्रयोग से सडक़ का निर्माण किया गया है।  


                        स्थानीय सरकार संबंधी मंत्री ने बताया कि प्लास्टिक का प्रयोग सडक़ों के निर्माण के लिए करने से प्लास्टिक अवशेष की समस्या का निपटारा करने में सफलता मिलेगी, जिससे पर्यावरण को साफ़-सुथरा और प्रदूषण रहित बनाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इससे सडक़ों को पहले की अपेक्षा बढिय़ा क्वालिटी का बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही सडक़ें बनाने की लागत भी कम आएगी। उन्होंने बताया कि इसके तत्काल नतीजे सन्तोषजनक हैं। जल्द ही और कमेटी/कॉर्पोरेशन में प्लास्टिक का प्रयोग सडक़ों के निर्माण कार्यों में किया जाएगा।  

कुलतार सिंह संधवा ने हरियाणा के राज्यपाल से मुलाकात की

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय से हरियाणा राजभवन में मुलाकात की।पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि कुलतार सिंह संधवा ने आज सुबह हरियाणा के राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की है। इस मौके पर संधवा ने श्री दत्तात्रेय के साथ अपने अनुभव सांझा किए।

गाँव तारापुर माजरी में जल्द ही लगाया जायेगा लेबर रजिस्ट्रेशन कैंप : अनमोल गगन मान  

  • कैबिनेट मंत्री द्वारा गाँव तारापुर माजरी में कुश्ती मुकाबले प्रोग्राम में शिरकत  


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

      पंजाब के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले, निवेश प्रोत्साहन, श्रम और शिकायत निवारण कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान ने गुरूवार को जि़ला एस.ए.एस. नगर के गाँव तारापुर माजरी में ग्राम पंचायत और कुश्ती समिति द्वारा करवाए गए 10वें विशाल कुश्ती मुकाबले प्रोग्राम में शिरकत की। यहाँ पहुँचने पर ग्राम पंचायत और कुश्ती समिति द्वारा कैबिनेट मंत्री का स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया।  


            इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार हर वर्ग के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार यत्नशील है। उन्होंने कहा कि पंजाब को खेल के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने और नौजवानों को नशों से दूर रखने के लिए लोक हित में कई फ़ैसले लिए गए हैं। अनमोल गगन मान ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है और सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध सख़्त कदम उठाए गए हैं।  


            कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गाँव तारापुर माजरी में कैंप लगाकर लेबर कार्ड बनाए जाएंगे, जिससे श्रम विभाग के अधीन सरकार की अलग-अलग योजनाओं का लाभ ज़रूरतमंदों तक पहुँच सके। उन्होंने बताया कि खरड़ विधान सथा क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा 6 पुलों को मंज़ूरी दी गई है, जिनका निर्माण जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।  


            इसके अलावा गाँव-वासियों द्वारा कैबिनेट मंत्री को अन्य समस्याओं से भी अवगत करवाया गया, जिसको सुनकर कैबिनेट मंत्री ने जल्द ही सभी समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्होंने तारापुर माजरी में स्थित धार्मिक स्थान लालां वाला पीर की दरगाह पर भी माथा टेका और आशीर्वाद लिया।  


            इस मौके पर ग्राम पंचायत और कुश्ती समिति के सदस्यों के अलावा सब-तहसील माजरी के नायब तहसीलदार श्री करमजीत सिंह खटड़ा समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में गाँव-वासी उपस्थित थे।

पुलिस के सहयोग से हटवाया अवैध कब्जा

  • चुनाव आयोग से अनुमति लेकर की गई अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई
  • नशा तस्करों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई रहेगी जारी : एसडीएम शंभू राठी

डिंपल कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालावाली :

            प्रशासन की ओर से नशा तस्करों के खिलाफ अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई निरंतर जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को डबवाली उपमंडल के गांव गंगा में नशा तस्कर के पंचायती जमीन पर किए अवैध कब्जे को हटवाया गया। आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते अवैध कब्जे को हटवाने के लिए प्रशासन की ओर से चुनाव आयोग से अनुमति ली गई और उसके बाद पुलिस के सहयोग से अवैध कब्जे को हटवाया गया।

            खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राज सिंह डबवाली की ओर से शुक्रवार को सुबह गांव गंगा में नशा तस्कर द्वारा पंचायती जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को हटाया गया। इस कार्रवाई के लिए नायब तहसीलदार राजेश कुमार ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त रहे। पुलिस बल के सहयोग से शांतिपूर्वक ढंग से अवैध कब्जे हटाने की प्रक्रिया पूर्ण की गई।

            खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी डबवाली राज सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से सूचना मिली थी कि गांव गंगा में निर्मल नामक व्यक्ति नशा तस्करी में संलिप्त है और उस द्वारा पंचायती जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। पुलिस सूचना के आधार पर एसडीएम शंभू राठी ने पंचायती जमीन पर अवैध कब्जे की तस्दीक के लिए नायब तहसीलदार गोरीवाला राजेश कुमार, एसएचओ सदर देवीलाल व बीडीपीओ डबवाली राज सिंह की टीम का गठन किया। तस्दीक में नशा तस्कर का पंचायती जमीन पर कब्जा अवैध पाया गया। नशा तस्कर को अवैध कब्जा हटाने बारे नोटिस भी दिया गया। अवैध कब्जा हटवाने से पूर्व प्रशासन की ओर से चुनाव आयोग से अनुमति ली गई। इसके बाद प्रशासन व पुलिस के संयुक्त सहयोग से पंचायती जमीन से नशा तस्कर के कब्जे को हटाया गया।

            एसडीएम शंभू राठी ने कहा कि समाज में फैल रहा नशा हम सभी के लिए चिंता का विषय है। इस चुनौती को हमें मिलकर खत्म करना करना होगा और इसके लिए सभी को मिलकर आगे आना होगा। जिला प्रशासन द्वारा नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए गंभीरता से कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने उपमंडल वासियों से आह्वान किया कि वे नशा तस्करों के अवैध कब्जों को हटवाने में प्रशासन का सहयोग करें और क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लिए अपना योगदान दें।

ब्रह्मचर्य के पालन से ही व्यक्तित्व का हो सकता है निखार : आचार्य चंद्रदेव

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ :

            आर्य समाज सेक्टर 7-बी में प्रवचन के दौरान आचार्य चंद्रदेव ने कहा कि आहार सदा शुद्ध, शाकाहारी एवं संतुलित होना चाहिए। हमारे शरीर का आधार नाभि है। जठराग्नि हमारी पाचन क्रिया को सही रखते हुए रस, रक्त, मांस, मज्जा, अस्थि, आदि धातुओं में परिवर्तित करती है। ब्रह्मचारियों और ब्रह्मचारणियों को जीवन में संयम रखना चाहिए।

            वेद का मंत्र कहता है कि ब्रह्मचर्य के द्वारा विद्वान लोग मृत्यु तक को भगा देते हैं। महाभारत काल में भीष्म पितामह जब मृत्यु शैया पर लेटे हुए थे तब सूर्य दक्षिणायन की ओर था। उन्होंने कहा था कि जब तक सूर्य उत्तरायण में नहीं होगा तब तक वे शरीर नहीं छोड़ेगे। ब्रह्मचर्य के पालन से ही व्यक्ति अपने व्यक्तित्व को निखार सकता है।  इसी से वह बलिष्ठ और सदाचारी होता है। बिना सदाचार के ब्रह्मचर्य का पालन संभव नहीं है । धर्म के मूल में ही शरीर विद्यामान होना जरूरी है। इसके बिना धर्म संभव नहीं है। आचार्य विजयपाल शास्त्री ने भजन प्रस्तुत किये।

            इस मौके पर चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली से काफी संख्या में लोग मौजूद थे।  

कोविड -19 महामारी के प्रबंधन की दिशा में जी-20  के प्रयासों को मजबूत करने की आवश्यकता : डा. मांडविया

  • केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रिस्तरीय बैठक में समापन भाषण दिया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेक फ्रंटजैतो –  28 अक्तूबर : 

            केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज इंडोनेशिया के बाली में दूसरी जी20 स्वास्थ्य मंत्रीस्तरीय बैठक में अपने समापन भाषण के दौरान कहा, “वैश्विक स्वास्थ्य परितंत्र बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ (सेटा), गावी, जी7 और जी20 में अंतर-सरकारी वार्ता निकाय के बीच स्थायी वित्तपोषण, आईएचआर सुधार और निर्बाध चर्चा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

            “केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत अपने इंडोनेशियाई समकक्ष के चिकित्सा प्रति-उपायों के लिए विनिर्माण और अनुसंधान केंद्रों को प्राथमिकता देने के आह्वान का समर्थन करके की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दुनिया किसी भी भविष्य की चिकित्सा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहे। उस संदर्भ में, उन्होंने “एक स्थायी चिकित्सा प्रति-उपाय मंच बनाकर और सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण और सस्ती नैदानिक टीके और चिकित्सा पद्धति की उपलब्धता सुनिश्चित करके कोविड-19 महामारी के प्रबंधन की दिशा में जी20 द्वारा किए गए प्रयासों को मजबूत करने” की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।

            इंडोनेशिया, इटली, सऊदी अरब और जी20 की पिछली अध्यक्षता करने वाले देशों की सराहना करते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की आगामी भारतीय अध्यक्षता के दौरान भारत की योजना स्वास्थ्य आपातकालीन रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया; सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्तापूर्ण और किफायती चिकित्सा प्रत्युपायों की उपलब्धता और पहुंच पर ध्यान केंद्रित करते हुए फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने; और स्वास्थ्य कार्य समूहों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज में सहायता और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार और समाधान को प्राथमिकता देने की है।

            डॉ. मांडविया ने जी20 चर्चाओं का समर्थन, सहयोग और समृद्ध करने के लिए साक्ष्य आधारित पारंपरिक दवाओं के माध्यम से चिकित्सा प्रत्युपायों, चिकित्सा मूल्य यात्रा और समग्र स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच का विस्तार करने के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान पर डिजिटल स्वास्थ्य कार्यशाला जैसे साइट कार्यक्रमों का भी प्रस्ताव रखा। डॉ. मांडविया ने भारत द्वारा आयोजित होने वाली अगली जी20 स्वास्थ्य मंत्रीस्तरीय बैठक में जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और अन्य प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत और निमंत्रण देकर अपना भाषण समाप्त किया। उन्होंने सभी के लिए एक समान वैश्विक स्वास्थ्य संरचना बनाने में उनका समर्थन और सहयोग भी मांगा।