यमुनानगर में कचरे के अंबार के कारण शहर की सुंदरता पर लग रहा है ग्रहण
- सफ़ाई व्यवस्था लचर होने से शहरवासियों को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है
- सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आ रही है परेशानी, जल्द ही सुचारू होगी व्यवस्था:-मेयर मदन चौहान
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 26 अक्तूबर :
एक ओर जिला यमुनानगर प्रशासन स्वच्छता अभियान पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा करता है और स्वच्छता अभियान को लेकर होने वाली प्रतिस्पर्धाओ में अव्वल आने की बात की जा रही है, परंतु यदि धरातल पर सफाई व्यवस्था औऱ स्वच्छता की बात की जाए तो यह सभी बातें मिथ्य दिखाई दे रही हैं। इन दिनों यमुनानगर शहर की मुख्य जगहों पर कूड़े-कचरे का अंबार देखा जा सकता है। यमुनानगर के मॉडल टाउन, वर्कशॉप रोड, मॉडल कॉलोनी व अन्य पॉश क्षेत्रों में कचरे का ढेर दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं जिसके चलते यमुनानगर के मुख्य क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन कुंडों के ढेर से जहां शहर की सुंदरता पर कलंक लग रहा है वही अनेकों बीमारियां फैलने का खतरा बहु बना हुआ है। बुधवार की सुबह का नजारा देखते हुए लग रहा था कि यमुनानगर में सफाई व्यवस्था मात्र भाषणों व दस्तावेजों में ही दिखाई दे रही है, धरातल पर नगर निगम के उच्च अधिकारियों औऱ सफाई कर्मचारियों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों से इस बारे में जब बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शहर के भीतर जगह जगह पर कचरे के ढेर पड़े होने के कारण राहगीरों को चलने में भी परेशानी हो रही है वही यमुना नगर के मुख्य मार्ग वर्कशॉप रोड पर डिवाइडर के ऊपर कूड़े के ढेर लगे हैं जिससे निगम प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सफ़ाई व्यवस्था को लेकर कई बार सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क साधा गया परंतु सफाई व्यवस्था की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
हर वर्ष सफाई व्यवस्था की दृष्टि से स्थानीय प्रशासन व नगर निगम के द्वारा करोड़ों रुपए का ठेका शहर की सुंदरता व स्वच्छता के लिए दिया जाता है लेकिन वास्तविकता की दृष्टि से यह शून्य है। इन दिनों जिला यमुनानगर में डेंगू व मलेरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है जिसका मुख्य कारण गंदगी है। नगर निगम प्रशासन के आला अधिकारियों की चुप्पी औऱ सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का खामियाजा स्थानीय नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
- वर्ज़न मेयर यमुनानगर : हड़ताल के समाप्त होने पर पुनः सुचारू रूप से होगी सफाई व्यवस्था
सफ़ाई व्यवस्था दुरुस्त न होने पर जब मेयर मदन चौहान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निगम यमुनानगर औऱ जगाधरी सदैव जनता की सुविधा औऱ सेवाओं के लिए कृतसंकल्प है औऱ शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सभी कार्यों को वह स्वंम अपने नेतृत्व में करवा रहे हैं। चौहान ने बताया कि पिछले 8 दिनों से सभी सफ़ाई कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं जिसके चलते यह समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि शहर के बाहरी स्थानों से कचरे को उठाकर निस्तारण प्लांट में निरंतर ले जाया जा रहा है तथा निगम के सफ़ाई कर्मी घर घर जाकर कचरा उठा रहे हैं।
मेयर ने बताया कि यमुनानगर जगाधरी को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए निगम प्रशासन द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनके माध्यम से शहर से कचरा प्रबंधन में औऱ अधिक क्रांति आएगी। चौहान ने कहा कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों व चौकों की सुंदरता बढ़ाने के लिए अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल जल्द ही समाप्त हो जाएगी जिसके उपरांत पुनः सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से हो जाएगी।