करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 16 सितंबर :
रिद्धि बैद की तपस्या 2022 के चातुर्मास में पूरे देश भर में सबसे बड़ी तपस्या है। यह कथन जैन संत गणी श्री जय कीर्ति विजय जी महाराज साहब ने रिद्धि बैद पुत्री सुशील बैद के तप अभिनंदन समारोह में कहे।
उन्होंने कहा कि आज श्री संघ सूरतगढ़ में चहुं ओर तप की पताका फहरा रही है, धर्म ध्वजा लहरा रही है। तपस्या से मन के क्लेश दूर हो जाया करते हैं, कर्मों के बंधन खुल जाया करते हैं।
अभिनंदन समारोह का शुभारंभ जैन आचार्य श्री जयानंद सुरीश्वर जी महाराज के मंगलाचरण के साथ हुआ।
श्री आत्म वल्लभ महिला मंडल, आत्म वल्लभ युवक मंडल, श्री आत्म वल्लभ कन्या मंडल, तेरापंथ महिला मंडल,नीतू बैद, चिन्मय चोपड़ा, अखिल, अनीशा नौलखा, नेहा बैद,ज्योति बैद, ज्योति डागा, सुशीला दफ्तरी, राजेंद्र बैद,तारा देवी बांठिया, कुमकुम, मंजू,सुमन, श्रद्धा, जय श्री,आदि वक्ताओं ने रिद्धि बैद के तप की अनुमोदना गीतों और अपने भावों के माध्यम से की।
दिलात्म प्रकाश डालचंद बैद परिवार अपने ही परिवार ने भी तपस्विनी को आशीर्वाद प्रदान किया। परिवार दादी मां और अन्य भावविभोर हो रहे थे। सभी गदगद हो रहे थे। खुशियों के आंसू भाव विभोर का दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे। स्वर्गीय दिलात्मप्रकाश को याद किया जा रहा था। वे बड़ी संक्रांति पर आचार्य के दर्शन करने को दूरस्थ स्थान पर भी जरूर पहुंचा करते थे। निधि बैद स्व.दिलात्म प्रकाश बैद की पौत्री है। दिलात्मप्रकाश श्री आत्मवल्लभ जैन उत्तर क्षेत्र सभा के सदस्य भी रहे।
श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ, वीरेंद्र बैद श्रीगंगानगर, लोकपाल अनिल धानुका, विविधा संस्था,रमाकांत सोनी आदि द्वारा रिद्धि का बहूमान किया गया।
पत्रकारों करणीदानसिंह राजपूत,मनोज कुमार स्वामी एवं शिव सारड़ा नवल किशोर भोजक ने तपस्विनी का अक्षत वर्षा कर बहूमान किया।
जैन समाज के विभिन्न संगठनों के साथ साथ उपस्थित श्रावक समाज द्वारा तपस्विनी को अक्षत के साथ बधाया गया।
- तपस्विनी ने अभिनंदन समारोह में कहा कि आचार्य श्री के आशीर्वाद से यह संभव हो सका।
- तपस्विनी रिद्धि बैद के तप का ओज मुखारविंद पर झलक रहा था।
- तपस्विनी पूरे कार्यक्रम में मुस्कुरा रही थी। एक बड़ी तपस्या करने की प्रसन्नता हर भाव में थी।
प्रवक्ता संजय बैद ने बताया कि इस कार्यक्रम का संगीतमय मंच संचालन इंदौर से पधारे हुए हर्षद भाई और प्रवीण डी जैन ने संयुक्त रूप से किया।
💐💐मुनि दिव्यांश विजय जी महाराज, चारित्र वल्लभ जी महाराज और चैत्य वल्लभ जी महाराज ने भी अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
💐 इस कार्यक्रम में जैन और जेनेतर समाज के लोग सम्मिलित हुए। श्री संघ द्वारा सधार्मिक स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। शुक्रवार से ही श्री विजय वल्लभ महाराज की 68वीं पुण्यतिथि और अनेकांत विजय जी महाराज की 52वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 10 दिन का दशहिंका महोत्सव आरंभ हुआ जिसमें प्रतिदिन विभिन्न तरह की पूजा की जाएगी। पहले दिन श्री मोहनलाल, देवेंद्र कुमार,हर्ष गोलछा परिवार द्वारा पार्श्व पद्मावती का महा पूजन किया गया।
💐इस अभिनंदन समारोह के अनेक छाया चित्र प्रस्तुत कर हम आनंदित हैं।
💐- तपस्विनी रिद्धि बैद की शोभायात्रा वरघोड़ा का समाचार अलग से दिया है।