Saturday, December 7

            चंडीगढ़ युनिवेर्सिटी मोहाली MMS मामले में आरोपियों के वकील के मुताबिक, वीडियो बनाने वाली लड़की को ब्लैकमेल किया जा रहा था।   एक वीडियो आरोपी लड़की की है और दूसरी वीडियो कोई और लड़की की है।  यही नहीं, उसने एक नहीं बल्कि दो-दो वीडियो बनाए गए थे।  पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में एक चौथा शख्स भी है जो युवती को ब्लैकमेल कर रहा था।  उसका गिरफ्तार होना बाकी है।  फिलहाल खरड़ कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।  आरोपियों के वकील संदीप शर्मा ने कहा, पुलिस ने 10 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन 1 हफ्ते की रिमांड मिली है।

  • मोहाली पुलिस ने एमएमएस कांड पर बड़ा खुलासा किया है
  • पुलिस ने बताया कि लड़की को आरोपी लड़के ब्लैकमेल कर रहे थे
  • पुलिस ने बताया कि आरोपी ने लड़की को ब्लैकमेल कर अन्य लड़कियों को वीडियो मांगे थे

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 20 सितंबर : 

            पंजाब की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में वीडियो बनाने और लीक करने के मामले में गिरफ्तार लड़की सहित उसके दो सहयोगी लड़कों से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है।  पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपी लड़के वीडियो बनाने वाली लड़की को ब्लैकमेल कर रहे थे।  हॉस्टल में रहने वाली लड़की ने दोनों आरोपियों को अपना वीडियो बनाकर भेजा था, जिसे वायरल करने की धमकी देकर वे अन्य लड़कियों के वीडियो बनाने की मांग कर रहे थे।  सूत्रों का कहना है कि आरोपियों के पास से एक और वीडियो भी बरामद किया गया है, लेकिन इस वीडियों में दूसरी लड़की की शक्ल नहीं दिख रही है।

            मोहाली पुलिस ने आरोपी लड़की और उसके 2 साथियों, 31 साल के रंकज वर्मा और 23 वर्षीय सन्नी मेहता, को शिमला से गिरफ्तार किया है।  जब इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया तो पुलिस ने दावा किया कि इनके तार इंटरनेशनल गैंग से जुड़ रहे हैं।  पुलिस ने कोर्ट में यह भी दावा किया था कि सीयू के छात्राओं के कुछ और भी वीडियो बने हैं।  पुलिस ने कहा था कि आरोपी सन्नी एक खास गैजेट में वीडियो सेव करके रखता है और उसे शिमला से बरामद किया जाना है।  इसके बाद ही लड़की सहित तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन का पुलिस रिमांड दिया है।

            पुलिस सूत्रों के अनुसार छात्रा को धमकी दी गई कि उसका वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। वीडियो वायरल न करने के बदले लड़की पर हास्टल की दूसरी छात्राओं का अश्लील वीडियो भेजने का दबाव बनाया गया। इसके बाद लड़की अन्य छात्राओं के वीडियो भी भेजने लगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह भी आशंका जताई जा रही है कि इन वीडियो को आगे कहीं बेचा जाता होगा। फिलहाल पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है। मामले के तार गुजरात और मुंबई से भी जुड़ रहे हैं।

            इसी बीच सोमवार को पुलिस ने आरोपित लड़की, उसके ब्वायफ्रेंड सनी और रंकज वर्मा को खरड़ अदालत में पेश किया। पुलिस ने तीनों आरोपितों का दस दिन का रिमांड मांगा। हालांकि अदालत ने तीनों को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।

            पुलिस ने अदालत को बताया कि तीनों आरोपितों के मोबाइल फोन पर गुजरात और मुंबई से भी कई काल्स आई हैं। उनका इनसे क्या कनेक्शन है इस संबंध में तीनों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक अन्य शख्स भी शामिल है। उसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है। उसकी तलाश की जा रही है।

            पुलिस के अनुसार जांच में पता चला है कि युवती अपने ब्वायफ्रैंड सनी को जो वीडियो भेजती थी, उसे वह किसी अन्य डिवाइस में स्टोर करता था। सनी से वह डिवाइस बरामद की जानी है।

            अब तक प्रशासन और पुलिस यह कहती आई कि आरोपित लड़की ने एक ही वीडियो बनाया था, जोकि उसका खुद का था। लेकिन अदालत में बताया गया कि लड़की ने दो वीडियो बनाए थे। दूसरा वीडियो किसी और छात्रा का था। एडवोकेट संदीप शर्मा ने कहा कि दूसरी वीडियो में किसी का चेहरा नजर नहीं आ रहा और वह वायरल भी नहीं हुआ है। वकील ने यह भी कहा कि रंकज का इस मामले में कोई लेना देना नहीं है। जिस चौथे शख्स ने लड़की को ब्लैकमेल कर यह वीडियो बनवाए हैं उसने अपने आइपी अड्रेस पर रंजत की फोटो लगाई थी और वह रंकज बनकर ही युवती से चैटिंग कर रहा था।

            युवती सहित तीनों आरोपितों के मोबाइल फोन जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजे गए हैं। जांच में पता चला है कि तीनों ने अपने मोबाइल से कई वीडियो डिलीट किए हैं। पूरा डाटा रिकवर करने के लिए आइटी एक्सपर्ट टीम काम कर रही है। तीनों आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 354 सी (किसी को छिपकर देखना) व 66ई (किसी आपत्तिजनक चीज को इंटरनेट पर फैलाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत एक से तीन साल तक की जेल का प्रावधान है। अगर दोबारा से इन्हीं धाराओं के तहत मामला दर्ज होगा तो सात साल की कैद का प्रविधान है।

            इस मामले में पुलिस बार-बार बयान बदल रही है। एफआइआर में पुलिस ने छह छात्राओं के अश्लील वीडियो बनने की बात लिखी है। रविवार को मोहाली के एसएसपी विवेक सिंह सोनी ने एक वीडियो की बात कही थी, जोकि पकड़ी गई लड़की का ही था। वहीं, सोमवार को अदालत में पुलिस ने बयान दिया कि दो अश्लील वीडियो बनाए गए हैं।