उपायुक्त ने अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों की ली बैठक

  • पंचकूला और कालका की उप मण्डल स्तरीय टास्क फोर्स कमेटियों को खनन स्थलों का रात को औचक निरीक्षण कर 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिये निर्देश
  • सभी स्क्रीनिंग प्लांटों का होगा स्टाॅक वैरीफिकेशन
  • अवैध कच्चे माल की खरीद पाए जाने पर स्क्रीनिंग प्लांट किए जाएं बंद-डीसी

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला  –  20 सितंबर  :

            उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज लघु सचिवालय के सभागार में खनन को लेकर गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने पंचकूला में स्थित सभी स्क्रीनिंग प्लांटों का स्टाॅक वैरीफिकेशन करने और अवैध कच्चे माल की खरीद पाये जाने पर उसे सील करने के निर्देश दिये।


            उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पंचायती जमीन पर पंचायत की अनुमति के बिना और लीज अमाउंट दिये बिना खनन करने पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये। उन्होंने खनन अधिकारी को सभी अधिकारियों को ठेकोदारों के नाम व लीज की समय सीमा की मेल करने के निर्देश दिये ताकि सभी अधिकारियों को ठेकोदारों के नाम और उनका खनन दायरे का पता लग सके और सही तरह से उसका निरीक्षण किया जा सके।


            उन्होंने जिला में अवैध खनन की गतिविधियों पर पूणतः अंकुश लगाने के लिए पंचकूला और कालका की उप मण्डल स्तरीय टास्क फोर्स कमेटियों को खनन स्थलों का रात को निरीक्षण कर 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अगर किसी स्क्रीनिंग प्लांट पर स्टाॅक से ज्यादा या कम माल मिलता है तो उसके चालान करना सुनिश्चित करें।


            उपायुक्त ने पंचकूला और कालका की उप मण्डल स्तरीय टास्क फोर्स कमेटियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित तौर पर निरीक्षण करें और यदि कोई भी अवैध खनन का मामला संज्ञान में आता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। उपायुक्त ने हाल ही में उपमण्डल स्तरीय टास्क फोर्स कमेटियों का गठन किया है।


            उपायुक्त ने निर्देश दिये कि पंचकूला और कालका के एसडीएम और संबंधित एसीपी, टास्क फोर्स कमेटियों के सदस्यों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में औचक निरीक्षण कर हर 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।


            उपायुक्त ने चारों ब्लाॅकों के जिला खनन अधिकारी को निर्देश दिये कि वे आबकारी एवं कराधान अधिकारी (बिक्री कर) के साथ जिला के सभी स्क्रीनिंग प्लांटों में कच्चे माल की स्टाॅक वैरीफिकेशन करें और यदि किसी भी स्क्रीनिंग प्लांट के पास अवैध कच्चे माल की खरीद पाई जाती है तो उसकी रिपोर्ट तुरंत हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को दी जाए ताकि इन स्क्रीनिंग प्लांटों को तुरंत प्रभाव से बंद किया जा सके।


            इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला ऋचा राठी, एसडीएम कालका रूचि सिंह बेदी, डीडीपीओ शंकर लाल, ईटीओ पूनम खेड़ा, एसीपी पंचकूला सुरेंद्र सिंह, एसीपी कालका रमेश गुलिया, जिला खनन अधिकारी ओम दत्त शर्मा, तहसीलदार रायपुररानी विरेन्द्र गिल, नायब तहसीलदार पंचकूला महादेव सिंह, तहसीलदार कालका विक्रम सिंगला, नायब तहसीलदार जितेन्द्र गिल, बीडीपीओ पिंजौर मार्टीना महाजन, रायपुररानी परमनंदन सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।