डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 17 सितंबर :
आज विश्वकर्मा पूजा तथा देश के लोकप्रिय एवं यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के पावन अवसर पर जय मधुसूदन जय श्री कृष्ण फाउंडेशन की तरफ से चंडीगढ़ के सेक्टर 42 के झील के प्रांगण में पीपल का देव स्वरूप पौधा लगाया गया।
इस पावन अवसर पर संस्था के निदेशक एवं संस्थापक प्रमुख ने बताया कि हमारे सनातन धर्म के अनुसार पीपल को वृक्षों का राजा माना गया है। शास्त्रों के अनुसार इस वृक्ष में सभी देवी देवताओं और पितरों का वास होता है तथा इस पितृपक्ष के दौरान भी पीपल के पेड़ लगाने का विशेष महत्व है। भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं कहां है कि मैं वृक्षों में पीपल हूं। पुराणों में उल्लिखित है की पीपल के मूल में भगवान ब्रह्मा, मध्य में भगवान श्री विष्णु और अग्रभाग में भगवान शिव का वास है।
इस अवसर पर फाउंडेशन के सभी सदस्यों ने अपने प्रधानमंत्री जी द्वारा पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण के प्रति समर्पित संकल्प के लिए हृदय से धन्यवाद किया और आज 70 साल बाद फिर एक बार चीतों के पुनर्वास की प्रक्रिया की भूरी भूरी प्रशंसा की।
प्रभुनाथ शाही ने बताया कि एक पूर्व फॉरेस्टर होने के नाते आज वन और वन्यजीवों के बीच प्रधानमंत्री जी द्वारा समन्वित विकास के लिए उत्कृष्ट कार्य किए जा रहे हैं उसे देखकर वह बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहे हैं और जैव विविधता के संरक्षण के लिए बहुत ही उपयोगी कार्य हो रहा है जिसके लिए हम सभी अपने प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं और हम सभी को एक साथ मिलकर पर्यावरण और प्रकृति को बचाने के लिए आगे आना चाहिए तथा अपने पर्यावरण को अपने भगवान का दर्जा देते हुए अवश्य संरक्षण करना चाहिए।