बदल गए दोस्त और सियासी दुश्मन, जानिए नीतीश का ये दिल्ली दौरा क्यों है
चुनाव के चाणक्य कहे जाने वाले रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर से चर्चा में हैं। उन्होंने बिहार की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार की राजनीति में बड़ा भूचाल आने वाला है। बड़ी उटल फेर की संभावना है। उनके इस बयान से सब का ध्यान उनकी तरफ एक फिर से खींच गया है। प्रशांत किशोर सुराज यात्रा के दौरान हाजीपुर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की राजनीति अभी 180 डिग्री घूमी है। पीछे क्या चल रहा है यह किसी को पता नहीं है। अभी देखिए प्रदेश की राजनीति कितनी बार घूमेगी। पीके ने दावा किया है कि वो 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में हवा का रुख सुराज की ओर मोड़ देंगे।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सीतामढ़ी/नयी दिल्ली – 05 सितंबर :
चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा कि बिहार में हालिया उथल-पुथल (सत्ता परिवर्तन) ‘राज्य केंद्रित’ घटना थी, और इससे राष्ट्रव्यापी प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। स्पष्ट है कि उन्होंने पिछले महीने जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के बीजेपी से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ महागठबंधन सरकार बनाने के घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। उन्होंने विपक्षी एकता कायम करने के लिए नीतीश कुमार के तीन दिन के दिल्ली दौरे को ज्यादा तवज्जो नहीं दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार पर शासन करने के लिए जनादेश मिला है, और यही उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा, यहां जो हुआ है वो एक राज्य पर केंद्रित घटना है, जिसका कोई राष्ट्रव्यापी प्रभाव होने की संभावना नहीं है।
सोमवार को अपने जन सुराज अभियान में सीतामढ़ी पहुंचे पीके ने पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नया बागी रुख ‘राजनीतिक अस्थिरता’ का प्रतीक है, जिसका सामना बिहार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘नई बीजेपी’ के उदय के बाद से कर रहा है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हम केवल एक बात निश्चित रूप से कह सकते हैं कि कुछ भी हो, नीतीश कुमार सत्ता पर काबिज रहेंगे जैसे कि वो इतने वर्षों से करते आ रहे हैं।
किशोर को चार साल पहले हफ्तों के भीतर ही जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया था और सीएए-एनपीआर-एनआरसी विवाद पर तीखे मतभेदों के बाद दो साल से भी कम समय में उन्हें निष्कासित कर दिया गया था।
किशोर ने दावा किया, मैं आपको लिखित रूप में दे सकता हूं कि बिहार में अगले विधानसभा चुनाव के लिए 2025 में एक और गठबंधन होगा। हम नहीं जानते कि कौन सी पार्टी या नेता किस तरफ उतरेगा। लेकिन वर्तमान परिदृश्य बदल जाएगा। 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी के शानदार अभियान के लिए आईपैक को श्रेय दिया गया था।