8वां ईयूवीआईसी 2022 फोर्टिस मोहाली में आयोजित होगा

  • वैरिकाज़ नसों के जटिल मामलों पर विचार-विमर्श करेंगे डॉक्टर्स
  • – सभी प्रतिनिधियों को वीनस अल्ट्रासाउंड फिजिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन के ज्ञान और समझ को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 30 से अधिक मामलों का लाइव संचालन किया जाएगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट सामवाददाता, मोहाली – 12 अगस्त 22 :  

वैरिकाज़ वेनस (नसों) और वैरिकाज़ नसों के प्रबंधन से जुड़े उन्नत उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, फोर्टिस अस्पताल मोहाली में 8वें एंडोवास्कुलर और अल्ट्रासाउंड-गाइडेड वेनस इंटरवेंशन कोर्स-2022 (ईयूवीआईसी) का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 12-14 अगस्त 2022 तक किया जायेगा।

वैस्कुलर सोसाइटी फॉर लिम्ब साल्वेज के अंतर्गत में वेनस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वीएआई) के सहयोग से मेडिकल कोर्स / वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है और इसमें दुनिया भर के डॉक्टर भाग लेंगे। सभी प्रतिनिधियों को वीनस अल्ट्रासाउंड फिजिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन, वीनस लोअर एक्सट्रीमिटी अल्ट्रासाउंड इवेल्यूएशन, मैपिंग फॉर वेन एब्लेशन प्रोसिजर्स और मैनेजमेंट ऑफ वीनस डीजज के बारे में उनकी समझ बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 30 से अधिक मामलों का लाइव संचालन किया जाएगा।

डॉ रावुल जिंदल, डायरेक्टर, वास्कुलर सर्जरी, फोर्टिस अस्पताल मोहाली, जो सत्र का नेतृत्व करेंगे तथा कोर्स का संचालन करेंगे, ने कहा, तीन दिवसीय इस कोर्स / वर्कशॉप का उद्देश्य वैरिकाज – वेंस के लक्षणों, कारणों और उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाना है। वैरिकाज़ नसों से पीड़ित रोगियों में पैरों में फैली हुई नसें दिखाई देती हैं जो दर्द, सूजन, खुजली और रक्तस्राव का कारण बनती हैं। कुछ रोगियों को पैर में स्किन पिगमेंटेशन और अल्सरेशन का भी अनुभव होता है। क्लिनिकल एग्जामिनेशन और डुप्लेक्स अल्ट्रासाउंड के माध्यम से इस चिकित्सा रोग का निदान किया जाता है; और इन नसों को अलग करने के लिए विभिन्न प्रक्रियाएं हैं।

 वर्कशॉप में वास्कुलर अल्ट्रासाउंड थियोरी और मॉडल और रोगियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल होगा; यूएसजी गाइडेड पंचर का आईजेवी/फेमोरल वेन/पोपलाइटल वेन/फेमोरल आर्टरी/एक्सिलरी वेन/लॉन्ग सैफेनस वेन और शॉर्ट सेफेनस वेन; मेडिकल स्टॉकिंग्स और ईवीएलटी/आरएफ/फोम स्क्लेरोथेरेपी के लाइव प्रदर्शन के साथ वैरिकाज़ नसों के उन्नत उपचार का व्यावहारिक प्रशिक्षण; डीवीटी थ्रोम्बोलिसिस और आईवीसी फिल्टर के लाइव प्रदर्शन; कॉस्मेटिक वैरिकाज़ नसों का उपचार; स्टेम सेल और पीआरपी थेरेपी, वैरिकाज़ वेन (एमओसीए) के मैकेनिक-केमिकल एब्लेशन, ग्लू तकनीक और अन्य नवीनतम प्रक्रियाओं का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय डॉक्टर – फ्रांस से प्रो. जीन फ्रेंकोइस, डॉ. जीन पैट्रिक बेनिग्नी और डॉ. पास्कल फिलोरी; मिस्र से डॉ. वसीला ताहा; तुर्की से डॉ. सुआत डोगांसी और डॉ. अहमद कुरसट बोजक़ुर्ट; भारतीय डॉक्टरों के साथ यूके के डॉ. मार्क व्हाइटली -डॉ. डी बी देकीवाडिया, डॉ आर पिंजला, डॉ एम पटेल, डॉ पीयूष चौधरी, डॉ अमित श्रीवास्तव, डॉ एस पडारिया, डॉ आर वर्गीस, डॉ एचएस बेदी, डॉ डी सेल्वराज, डॉ एस देसाई, डॉ गुलशनजीत सिंह, डॉ यूपी सिंह और डॉ लाडबंस कौर व्याख्यान देंगे और वर्कशॉप का संचालन करेंगे।

कोर्स में वैरिकाज़ वेन्स  सर्विस प्रोवाइडर, सोनोग्राफर और अन्य एलाइड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स भी भाग लेंगे।