एन ए कल्चरल सोसायटी ने वर्ल्ड पेपर बैग डे के उपलक्ष में सेक्टर 21 GMSS स्कूल में पेपर बैग कंपटीशन करवाया

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

वर्ल्ड पेपर बैग डे के उपलक्ष्य में सेक्टर 21 GMSS स्कूल में पेपर बैग कंपटीशन करवाया
विजेताओं को पुरस्कार दिए,
इस मौके पर प्रिंसिपल सुखपाल कौर,
इको क्लब इंचार्ज अनीता सूद और नवनीत कौर, क्राफ्ट टीचर शिल्या, मौजूद रहे, एन ए कल्चरल सोसायटी की ओर से फाउंडर प्रेसिडेंट निखार अनीता मिड्डा, पायल ने विजेताओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया!
प्रिंसिपल सुखपाल ने प्लास्टिक फ्री सोसाइटी के लिए पेपर बैग की महत्ता स्टूडेंट्स को समझाने के लिए के लिए सोसाइटी को धन्यवाद दिया!

रक्तदान कर बचा सकते हैं चार लोगों की जान – विपुल दुआ

  • भवन विद्यालय  ओल्ड स्टूडेंट्स सोसायटी की ओर से पेड़लर्स सेक्टर 35 में आयोजित हुआ 29वां सलाना  रक्त दान शिविर । 

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

12 जुलाई को पेडलर्स  सेक्टर 35 में लगे  रक्तदान शिविर  में 75 लोगों ने रक्तदान किया । आयोजक विपुल दुआ  ने कहा रक्तदान करने से हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है । बल्कि शरीर स्वस्थ रहता है। शिविर में   टीम ने करीब 75 यूनिट रक्त संग्रहण किया। वहीं कई सोसायटी के कई युवा रक्तदाता   15 -20 वीं बार रक्तदान कर चुके हैं । शिविर में महिलाओं ने भी रक्तदान किया।

मिनर्वा के विनीत राय मुंबई सिटी के लिए खेलेंगे

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली :

मिनर्वा एकेडमी एफसी के लिए खेल चुके मिडफील्डर विनीत राय इंडियन सुपर लीग(आईएसएल) में मुंबई सिटी एफसी की ओर से अपना सफर जारी रखेंगे। मुंबई सिटी ने उनके लोन को आगे बढ़ाया है, वे इससे पहले ओडिशा के लिए खेले थे और उन्हीं से मुंबई ने राय को लोन पर लिया था। वे इंडिया अंडर-23 के साथ इंडियन सीनियर टीम की ओर से भी खेल चुके हैं।

विनीत ने मिनर्वा के लिए 2017-18 का आईलीग सीजन खेला था और चार मुकाबलों में उन्हें खेलने का मौका मिला। मिनर्वा एकेडमी के ओनर रंजीत बजाज ने कहा कि वे एक अच्छे फुटबॉलर हैं और पूरी ताकत के साथ मैच के लिए उतरते हैं। वे हमारी टीम को मजबूती दे चुके हैं और अब वे मुंबई को भी मजबूत करेंगे। मुंबई के साथ वे अपने सफर को 2022-23 सीजन तक जारी रखेंगे।

असम के रहने वाले विनीत ने जनवरी 2022 को मुंबई की जर्सी पहनी थी और वे अभी तक उनके लिए 10 मैच खेल चुके हैं। वे 2022 एएफसी चैंपियंस लीग में क्लब की ओर से खेले जब टीम ग्रुप स्टेज में दूसरे स्थान पर रही। उन्होंने अप्रैल में एशिया की प्रीमियर क्लब चैंपियनशिप में मुंबई के लिए 6 में से 5 मैच खेले।
विनीत ने 2016 में अपने आईएसएल करियर की शुरुआत की थी। विनीत राय ने कहा कि मुंबई सिटी के साथ मेरे करियर के आखिरी छह महीने शानदार थे और फुटबॉलर के तौर पर मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। मैं खुश हूं कि टीम के साथ अपने सफर को जारी रखने वाला हूं। लीग में अच्छा खेलने के साथ साथ मैंने मुंबई के साथ कई प्लेयर्स के साथ मैदान शेयर किया। एशिया के टॉप लेवल पर हम खेले और अब हम इस सफर को जारी रखेंगे। 

Panchkula Police

Police Files Panchkula , July

कावड – मेला 2022 श्रद्वालूओं की कडे सुरक्षा के प्रंबध करते हुए जारी की एडवाईजरी :- पुलिस उपायुक्त पंचकूला

पंचकूला 12 जुलाई:-  पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में 14 जुलाई 2022 से हो रही कांवड़ यात्रा लेकर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा कावडिय़ों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्कता व सुरक्षा के प्रंबध किए गये है औऱ सभी थाना व चौकी प्रभारियो क निर्देश दिए गये कि कावडियो को भी किसी प्रकार की दिक्कत ना हो । कावडियो की सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक को सूचारु रुप से करवानें हेतु एसीपी ट्रैफिक श्री राजकुमार रंगा को जिम्मेदारी दी गई है ताकि कावडियो द्वारा कावड यात्रा को लेकर कावडियो को व अन्य आमजन को ट्रैफिक को लेकर किसी भी प्रकार से कोई दिक्कत ना हो । इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त नें बताया कि उतराखण्ड पुलिस विभाग द्वारा कावडियो के लिए कावड- मेला 2022 उतराखण्ड मे जानें हेतु सभी श्रद्वालुओं के लिए आनलाईन रजिस्ट्रेशन पोर्टल जारी किया गया है जिस रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर https://policecitizenportal.uk.gov.in/Kavad श्रद्वालु अपना रजिस्ट्रेशन करके ही काव़ड-मेला 2022 में जाएं । ताकि कावडियो को किसी प्रकार की असुविधा ना हो  ।

इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व को लेकर कावडिय़ों का मेला 14 जुलाई से 30 जुलाई तक चलेगा ।पुलिस उपायुक्त नें जिला पंचकूला से जानें वालें सभी श्रद्वालुओ से अपील की है कि वे कावड- मेला 2022 में जानें हेतु पुलिस विभाग उतराखण्ड द्वारा जारी किये गये पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करके ही जाएं ताकि आप को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो । इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त नें थाना प्रभारियों को निर्देश दिए किए वे अपनें- अधीन क्षेत्र में गश्त करें और , पीसीआर और राइडर के माध्यम से नजर रखें और कांवडिय़ों के ठहरने व खान-पान के स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है । पुलिस को यह भी निर्देश दिए गए है कि वे कांवडिय़ों को सड़क पर साइड में चलने के लिए कहें । यह भी सुनिश्चित करें कि कांवडिय़ों की वजह से यातायात बाधित न हो । इस दौरान पुलिस कर्मी सादी वर्दी में भी निगरानी रखें । ट्रैफिक में  वाहनों की गति पर नियंत्रण रखने, म्यूजिक धीमी आवाज में ही चलाने की अनुमति देंगे । ताकि कावडियो के साथ -2 किसी अन्य आमजन को किसी प्रकार की समस्या ना हो ।

घर से कैश चोरी करनें वाला आरोपी गिऱफ्तार

पंचकूला 12 जुलाई:-  पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्दशानुसार, थाना प्रभारी हरवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में उसकी टीम सदस्य मुख्य सिपाही संदीप सिंह द्वारा चोरी के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सुरज पुत्र नारायण सिंह वासी सहारणपुर उतर प्रदेश के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता राजकुमार पुत्र प्रेम सागर वासी कबीर पंथ मौहल्ला नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि उसनें अपनें घर में सफेदी का कार्य करवाया था औऱ दिल्ली से वापिस आनें के बाद घर से अलमारी चैक करनें पर पाया कि घर में रखे 60000/- रुपये ( साठ हजार रुपये) चोरी होनें पाए गये जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 454,380 भा.द.स. के तहत थाना पिन्जोर में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में घर से कैश साठ हजार रुपये चोरी करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिंमाड पर लिया गया ।

भर्ती फर्जावाडा में सलिप्त आरोपी गिरफ्तार, अब तक 103 गिरफ्तार*

पंचकूला 12 जुलाई:-  पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में एसआईटी इन्चार्ज एसीपी विजय कुमार नेहरा के निर्दशानुसार एएसआई सतीश कुमार द्वारा भर्ती फर्जीवाडा में सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विकास कुमार पुत्र श्याम वासी गाँव झोंझुकलां जिला चरखी दादरी उम्र 25 वर्ष के रुप में हुई । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 01 फरवरी 2022 को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पंचकूला द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि पुरुष व महिला सिपाही के पद पर हरियाणा पुलिस में भर्ती हेतु कुछ उम्मीदवारों नें लिखित परिक्षा के दौरान धोखाधडी की है जिन उम्मीदवारों की जांच में पाया गया कि कुछ उम्मीदवारों के फिंगर प्रिन्ट मैच नही हो रहे है जिनकी जांच में पाया गया कि कुछ उम्मीदवारो नें पुलिस भर्ती फर्जीवाडा में धोखाध़डी की है जिस बारें कार्यालाय पुलिस उपायुक्त में प्राप्त सूचना पर थाना सेक्टर 05 में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120-बी भा.द.स वा हरियाणा पब्लिक एक्जामिनेशन एक्ट 2021 के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी कार्रवाई हेतु पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया । एसआईटी नें उपरोक्त मामलें में सलिप्त मुख्य उम्मीदवार को कल दिनांक 11 जुलाई को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपी से पुछताछ करनें उपरान्त पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

एसआईटी इन्चार्ज एसीपी विजय कुमार नें बताया कि पुलिस व अन्य विभाग में फर्जीवाडा में अब तक 08 मामलों में 103 आरोपियो को गिरफ्तार किया जा चुका है

​​​​​​शिवसेना प्रमुख राष्ट्रपति चुनाव में NDA कैंडिडेट का समर्थन करेंगे; राउत बोले- मुर्मू को सपोर्ट, भाजपा को नहीं

राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना ने एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का ऐलान किया है। पार्टी के सीनियर नेता संजय राउत ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसका मतलब भाजपा का समर्थन करना नहीं है। उद्धव की बैठक में शामिल हुए शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा था , “वह एनडीए उम्मीदवार हैं लेकिन द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं और एक महिला हैं। हमें उन्हें अपना समर्थन देना चाहिए- यह सभी सांसदों की मांग है। उद्धव जी ने हमसे कहा है कि वह एक या दो दिन में अपना फैसला बताएंगे।’ गजानन कीर्तिकर ने आगे कहा, ‘हमने यूपीए उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल को भी समर्थन दिया था क्योंकि वह मराठी महिला हैं। हमने प्रणब मुखर्जी को भी समर्थन दिया था। उद्धव जी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान करेंगे क्योंकि वह आदिवासी महिला हैं। हमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीति से परे देखना चाहिए।” अब संजय राउत के बयान से साफ है कि पार्टी बचाने के लिए शिवसेना को अपने रुख में तब्दीली लानी पड़ी है। गौरतलब है कि पार्टी के 55 में से 40 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में सांसदों के भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में होने की बात कही जा रही है।

मुंबई(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नईदिल्ली/मुंबई :  

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी।  ठाकरे ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और आदिवासियों सहित अन्य नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद इस बात की औपचारिक घोषणा की।  ठाकरे ने कहा, “सांसदों की ओर से बिल्कुल कोई दबाव नहीं है, जैसा कि कई खबरों में दावा किया गया है। हालांकि, शिवसेना के कई नेताओं और आदिवासी समुदायों के पदाधिकारियों ने हमसे अनुरोध किया है। हमने राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का निर्णय लिया है।”

ठाकरे ने कहा, “मेरी पार्टी के आदिवासी नेताओं ने मुझसे कहा कि यह पहली बार है कि किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है।” ठाकरे ने कहा, “दरअसल, वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए, मुझे उनका समर्थन नहीं करना चाहिए था, लेकिन हम संकीर्ण मानसिकता वाले नहीं हैं।”

मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन शिवसेना इसलिए कर रही है क्योंकि जनभावना उनके साथ है। इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को लेकर कहा कि हमारी सद्भावना उनके साथ है। बता दें कि विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर जब मीटिंग हुई थी, तब उसमें शिवसेना ने भी हिस्सा लिया था। लेकिन अब उसका रुख विपक्षी एकता को भी एक झटके जैसा है। संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कल हुई सांसदों की मीटिंग में कहा कि देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अलग-अलग मत हैं, लेकिन द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी कैंडिडेट हैं। 

संजय राउत ने कहा कि यह देखना अहम है कि जनभावना क्या है। यह पहला मौका नहीं है, जब शिवसेना ने अपने गठबंधन से इतर उम्मीदवार का समर्थन किया है। इससे पहले 2007 में भी उसने एनडीए में रहते हुए यूपीए की कैंडिडेट प्रतिभा पाटिल को समर्थन दिया था। तब उसने मराठी नेता के नाम पर प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था। इसके बाद 2012 में उसने प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था। अब वह महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन में है तो उसने एनडीए कैंडिडेट के समर्थन का ऐलान किया है। 

बता दें कि उद्धव ठाकरे ने कल सांसदों की मीटिंग बुलाई थी। इसमें 19 लोकसभा सांसदों में से 12 ही पहुंचे थे और 7 गायब थे। यही नहीं मीटिंग में शामिल सांसदों ने भी ठाकरे पर दबाव बनाया था कि पार्टी को द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए। इस पर उद्धव ठाकरे ने विचार करने की बात कही थी। अब संजय राउत के बयान से साफ है कि पार्टी बचाने के लिए शिवसेना को अपने रुख में तब्दीली लानी पड़ी है। गौरतलब है कि पार्टी के 55 में से 40 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में सांसदों के भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में होने की बात कही जा रही है।

नही हटेगी सरकारी बसों से संत भिंडरावाले की तस्वीरे, पंजाब सरकार ने आदेश लिए वापिस

सिख संगठनों के विरोध के बाद पंजाब सरकार ने सरकारी बसों से संत जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीरों हटाने का आदेश वापस ले लिया है पंजाब रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन और पेप्सू की कुछ बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरांवाला व अन्य समर्थकों की तस्वीरों को अब नहीं हटाया जाएगा। बीते दिनों सिख संगठनों शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और पंजाब रोडवेज की विभिन्न यूनियनों ने सरकार के इस फैसले पर ऐतराज जता दिया था, जिसके बाद ने तस्वीरों को हटाने के आदेश वापस ले लिए हैं। 

सरकारी बस पर संत भिंडरांवाले की फोटो चस्पां करने से रोकती पुलिस

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ :  

आम आदमी पार्टी(आआपा) की पंजाब सरकार ने सरकारी बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर हटाने के मामले में अब यू-टर्न ले लिया है। दरअसल, सरकार ने सरकारी बसों में  भिंडरावाले की तस्वीर लगाने का आदेश दे दिया है। इसके लिए बाकायदा बस स्टैंड के सभी जनरल मैनेजरों को पत्र भी जारी कर दिया है। 

पंजाब की सरकारी बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले और जगतार सिंह हवारा की तस्वीरों को अब नहीं हटाया जाएगा। भगवंत मान सरकार ने इन दोनों की तस्वीरों को बसों से हटाने के लिए आदेश जारी किया था। सिख संगत की तरफ से इसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद अब सरकार ने 1 जुलाई को जारी किया गया अपना आदेश वापिस ले लिया है। उधर, भाजपा ने सरकार के आदेश वापस लेने की कड़ी निंदा की है और आरोप लगाया है कि भगवंत मान सरकार ने खालिस्तानी समर्थकों के आगे घुटने टेक दिए हैं।

सिख समूहों ने पिछले सप्ताह के सरकारी आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। मंगलवार तक आदेश वापस नहीं लेने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी थी। . बीते सोमवार को बठिंडा अंचल के पीआरटीसी महाप्रबंधक ने एक लिखित आदेश में कहा था कि परिवहन निगम ने अपना 1 जुलाई का आदेश वापस ले लिया है और विरोध करने वाले दलों को इसकी जानकारी दी है।
दल खालसा के प्रवक्ता परमजीत सिंह मंड ने दावा किया है कि उन्हें भटिंडा से पीआरटीसी की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें कहा गया है कि आदेश को वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि पत्र में स्वीकार किया गया है कि भिंडरावाले और हवारा की तस्वीरें हटाने के आदेश से कुछ सिख संगठनों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब पंजाब के विभिन्न हिस्सों में दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे नजर आ रहे हैं। पुलिस कई मामलों में कार्रवाई कर रही है। 1 जुलाई को सरकार के आदेशों के बाद पुलिस ने बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले और जगतार सिंह हवारा की तस्वीरें हटानी शुरू कर दी थीं। इसका एसजीपीसी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने ट्वीट करके कड़ा विरोध किया था। उसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया।

भगवंत मान सरकार के सरकारी बसों पर से भिंडरावाले और हवारा की तस्वीर हटाने का फैसला वापस लेने पर भाजपा ने विरोध जताया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुभाष शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार खलिस्तानियों और आतंकियों के आगे झुक गई है। यह पंजाब के भाईचारे के लिए एक बड़ा खतरा है।

UP में सरकारी डॉक्टरों के ट्रांसफर विवाद पर CM योगी का एक्शन, 2 दिन में मांगी रिपोर्ट 

यूपी के स्वास्थ्य महकमे में बीते दिनों हुए ट्रांसफर को लेकर जारी विवाद के बीच सीएम योगी ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉक्टरों के ट्रांसफर मामले में अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और संजय भूसरेड्डी से दो दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है। बता दें कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसे लेकर सवाल उठाए थे।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ : 

उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के ट्रांसफर को लेकर जारी विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादले में कथित गड़बड़ियों का संज्ञान लिया और इस पूरे मामले में 2 दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है। स्वास्थ्य विभाग में तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने अपर मुख्य सचिव (होम) अवनीश अवस्थी और संजय भूसरेड्डी को रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा दिया है

बताया जा रहा है कि अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और संजय भूसरेड्डी को पूरे मामले में विवरण तैयार कर 2 दिनो में रिपोर्ट देनी है। बता दें कि पिछले दिनों सूबे के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रिजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में हुए डॉक्टरों के ट्रांसफर को लेकर पत्र लिखकर सवाल उठाए थे और कहा था कि उनकी जानकारी के बगैर यह सब हो गया। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि इसमें ताबदले नीति की अनदेखी की गई।

दरअसल जानकारी के अनुसार, डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक की जानकारी के बिना डॉक्टरों के एक तबादले का आदेश जारी कर दिया गया था। कहा जा रहा है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इन तबादलों की लिस्ट जारी करवा दी थी। वहीं डॉक्टरों के तबादले की वजह से कई जिलों के अस्पताल में डॉक्टरों की किल्लत शुरू हो गई है।
मामले पर उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद को चिट्ठी लिखा कि, “मेरी जानकारी में आया है कि मौजूदा सत्र में जो भी तबादला हुआ है, उसमें तबादला नीति का पूरी तरह पालन नहीं किया गया है, इस प्रकार उन सभी का पूर्ण विवरण प्रदान करें जिनका स्थानांतरण उनके स्थानांतरण के कारणों के साथ किया गया है।”

इतना ही नहीं डिप्टी CM बृजेश पाठक कहा कि, “मुझे बताया गया है कि लखनऊ समेत जिन जिलों में बड़े अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है वहां उनका तबादला कर दिया गया है, लेकिन उनके स्थान पर कोई विकल्प नियुक्त नहीं किया गया है, लखनऊ राज्य की राजधानी है यहां पहले से ही विशिष्ट डॉक्टरों की कमी है और गंभीर हालत में मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे जिलों से भी लखनऊ रेफर किया जाता है।”

बता दें कि इससे पहले अलीगंज स्थित राज्य स्वास्थ्य संस्थान में तैनात 14 डॉक्टरों के मामले को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। मामले पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग से पूरी आंख्या भी मांगी थी।

सरस्वती हैरिटेज बोर्ड डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमिच के सराहनीय प्रयासो से प्राचीन पवित्र सरस्वती नदी का जल, यमुनानगर के जीवरहेडी भोगपुर से होते हुए कुरुक्षेत्र में पहुंचा

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमिच ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सफल नेतृत्व में प्राचीन पवित्र नदी सरस्वती नदी को धरातल पर लाने का प्रयास हरियाणा भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है और उसी कड़ी के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की योजनाएं व कार्य धरातल पर हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड द्वारा पूरे हरियाणा में किए जा रहे हैं। 

डिप्टी चेयरमैन धूमन सिंह किरमिच ने बताया कि उन कार्यों के सफल परिणाम आने शुरू हो गए हैं। जिला यमुनानगर के गांव जींवरहेडी भोगपुर से बनाए गए मार्ग से होते हुए सरस्वती नदी ने जिला कुरुक्षेत्र में प्रवेश कर लिया है और यह एक अच्छा सूचक है। उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश रहेगी कि इस सरस्वती नदी के मार्ग में लगातार जल प्रवाहित होता रहे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं पर उन्हें रास्ते में जलकुंभी या किसी प्रकार की मिट्टी की कोई रुकावट दिखाई देती है तो वह तुरंत सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के अधिकारियों या उन्हें सूचित कर सकते हैं। उस पर तुरंत कार्रवाई करके उसे साफ किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सरस्वती नदी के प्रवाह में लगातार जल प्रवाहित होने से किसानों को खेती के लिए वाटर लेवल ऊपर आ जाएगा,डार्क जोन की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी क्योंकि अगर लगातार सरस्वती नदी का जल प्रभावित रहेगा तो इससे किसानों को खेती करने में आसानी होगी। 

हरियाणा सरस्वती हैरिटेज बोर्ड डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमिच ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड सरस्वती नदी के किनारों  के सौंदर्यीकरण में भी लगा हुआ है और जहां-जहां से सरस्वती नदी गुजर रही है वहां-वहां से उसके किनारों व सरस्वती नदी की साफ-सफाई का कार्य पूरे जोरों शोरों से किया जा रहा है। इसमें कार्य में सभी अधिकारी व बोर्ड के सदस्यो का उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा हैं। उन्होंने बताया कि आदिबद्री मे भी सरस्वती नदी के पानी से सरोवर को भरा जा रहा है जिससे वहां आने वाले श्रद्धालुओ को पूजा आर्चना व स्नान करने में सुगमता हो रही है। प्राचीन प्रवित्र सरस्वती नदी के जल को धरातल पर लगातार प्रवाहित रखने के लिए वो लगातार नई-नई योजनाओं व कार्यो को सफलतापूर्वक क्रियांवित कर रहे है। इससे यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है।

Chandramohan

बीजेपी सरकार में लगातार बढ़ रहा है देश का कर्ज़ – चन्द्रमोहन

  • भाई चन्द्रमोहन बोले – 2014 में 56.51 लाख करोड़ था भारत पर कर्ज, अब है 139 लाख करोड़, श्रीलंका की दिलाई याद

पंचकुला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला :

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा साल 2014, देश पर क़र्ज़= ₹56.51 लाख करोड़, साल 2022, देश पर क़र्ज़= ₹139 लाख करोड़। सोचिये, समझिये, जानिये, सवाल पूछिये, नहीं तो श्रीलंका जैसे हालात हो जाएंगे।” चन्द्रमोहन जी
द्वारा शेयर की गई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में श्रीलंका में कर्ज जीडीपी का 119 फीसदी हो गया था। जबकि 2019 में यह 94 फीसदी था।

श्रीलंका के हालातों को देखते हुए भाई चन्द्रमोहन  ने कहा केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। श्रीलंका की आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है और यह देश दिवालिया घोषित हो चुका है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी मुल्क में हालात इतने बुरे हो चुके हैं, कि महंगाई से परेशान जनता सड़कों पर उतर आई है और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। वहीं, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अपना आवास छोड़कर भाग गए हैं। श्रीलंका के ऊपर कई देशों के अलावा आईएमएफ का भी कर्ज है। श्रीलंका के इस कर्ज का जिक्र करती एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर कर अब ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री भाई चंद्रमोहन ने कहा साल 2014, देश पर क़र्ज़= ₹56.51 लाख करोड़, साल 2022, देश पर क़र्ज़= ₹139 लाख करोड़। सोचिये, समझिये, जानिये, सवाल पूछिये, नहीं तो श्रीलंका जैसे हालात हो जाएंगे।”भाई  चन्द्रमोहन द्वारा शेयर की गई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में श्रीलंका में कर्ज जीडीपी का 119 फीसदी हो गया था। जबकि 2019 में यह 94 फीसदी था।

वहीं, इसमें आगे कहा है कि यह भारत के लिए भी चिंता का विषय है क्योंकि पिछले 8 सालों में केंद्र सरकार की देनदारियों में ढाई गुना इजाफा हुआ है जबकि कई राज्यों की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। इसमें आगे कहा गया है कि आईएमएफ के डेटा के मुताबिक, भारत में कर्ज जीडीपी का 90.6 फीसदी तक पहुंच गया है। इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधा है।

पुस्तकालय का हमारे जीवन में महत्व

सृष्टि के समस्त चराचरों में मनुश्य ही सर्वोत्कृष्ट कहलाने का गौरव प्राप्त करता है। मनुष्य ही चिंतन-मनन कर सकता है। अच्छे-बुरे का निर्णय कर सकता है तथा अपने छोटे से जीवन में बहुत कुछ सीखना चाहता है। उसी जिज्ञासावृत पुस्तकें शंात करती है अर्थात ज्ञान का भंडार पुस्तकों में समाहित है। ऐसा स्थान जहां अनेक पुस्तरों को संगृहीत करके उनका एक विशाल भंडार बनाया जाता है। पुस्तकालय कहलाता है। पुस्तकालय ज्ञान के वे मंदिर हैं जो मानव इच्छा को शांत करते हैं, उसे विभिन्न विषयों पर नई जानकारियां उपलब्ध करते हैं, ज्ञान के संचित कोश से उसे निश्चित करते हैं। अतीत झरोखों की झलक दिखाते हैं तथा उसके बौद्धिक स्तर को उन्नत करते हैं। : जसविंदर पाल शर्मा

  1.  पुस्तकालय से हमें विभिन्न प्रकार की पुस्तकें पढ़ने का अवसर प्रदान होता है।
  2. यहां पर हम विभिन्न प्रकार की भाषाओं वाली किताबें पढ़ सकते है।
  3. यहां पर किताबें पढ़ने से मन एकाग्र रहता है क्योंकि पुस्तकालय कक्ष शांत होते है।
  4. पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ने के लिए अधिक धन की आवश्यकता नहीं होती है।

मोहाली संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्री मुक्तसर साहिब पंजाब :

पुस्तकालय एक ऐसा स्थान है जहाँ पुस्तकों और सूचना के स्रोतों को संग्रहित किया जाता है। वे लोगों के लिए विभिन्न उद्देश्यों के लिए उन तक पहुंच बनाना आसान बनाते हैं। पुस्तकालय बहुत सहायक और किफायती भी हैं। इनमें किताबें, पत्रिकाएं, समाचार पत्र, डीवीडी, पांडुलिपियां और बहुत कुछ शामिल हैं। दूसरे शब्दों में, वे सूचना का एक व्यापक स्रोत हैं

एक सार्वजनिक पुस्तकालय सूचना की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सभी के लिए खुला है। वे सरकार, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा चलाए जाते हैं। समाज या समुदाय के सदस्य अपने ज्ञान को बढ़ाने और अपने शोध को पूरा करने के लिए इन पुस्तकालयों का दौरा कर सकते हैं।

पुस्तकालयों का महत्व

लोगों को विश्वसनीय सामग्री प्रदान करने में पुस्तकालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सीखने और ज्ञान प्राप्त करने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित और बढ़ावा देते हैं। किताब के कीड़ों को पढ़ने और अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए ढेर सारी किताबें मिल सकती हैं। इसके अलावा, विविधता इतनी व्यापक है कि ज्यादातर लोगों को वही मिलता है जिसकी उन्हें तलाश होती है।

इसके अलावा, वे लोगों को महान शैक्षिक सामग्री प्राप्त करने में मदद करते हैं जो उन्हें बाजार में अन्यथा नहीं मिल सकती है। जब हम अधिक पढ़ते हैं, तो हमारे सामाजिक कौशल और अकादमिक प्रदर्शन में सुधार होता है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुस्तकालय प्रगति करने के लिए एक महान मंच हैं। जब हमें कक्षा में गृहकार्य मिलता है, तो पुस्तकालय संदर्भ सामग्री के साथ हमारी सहायता करते हैं। यह बदले में, हमारी सीखने की क्षमताओं और ज्ञान को आगे बढ़ाता है। यह हमारे समग्र विकास में भी सहायक है।

पुस्तकालय के उपयोग

पुस्तकालय एक बहुत ही उपयोगी मंच है जो सीखने के इच्छुक लोगों को एक साथ लाता है। यह हमें अपने ज्ञान को सीखने और बढ़ाने में मदद करता है। हम अपनी पढ़ने की आदतों को पुस्तकालय से विकसित करते हैं और ज्ञान के लिए अपनी प्यास और जिज्ञासा को संतुष्ट करते हैं। यह व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास और विकास में मदद करता है।
इसी प्रकार, पुस्तकालय शोधकर्ताओं के लिए सूचना के प्रामाणिक और विश्वसनीय स्रोत प्रदान करते हैं। वे एक पुस्तकालय में मौजूद सामग्री का उपयोग करके अपने कागजात को पूरा करने और अपनी पढ़ाई करने में सक्षम हैं। इसके अलावा, पुस्तकालय बिना किसी व्यवधान के अकेले या समूहों में अध्ययन करने के लिए एक महान स्थान है।
इसके अलावा, पुस्तकालय हमारी एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। चूंकि यह एक ऐसी जगह है जहां पिन ड्रॉप साइलेंस की आवश्यकता होती है, एक व्यक्ति मौन में पढ़ या पढ़ सकता है। यह हमें अपनी पढ़ाई पर अधिक कुशलता से ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। पुस्तकालय हमारी सोच को भी विस्तृत करते हैं और हमें आधुनिक सोच के प्रति अधिक खुला बनाते हैं।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुस्तकालय बहुत किफायती हैं। जो लोग नई किताबें खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं और बस एक पुस्तकालय से किताबें उधार ले सकते हैं। इससे उन्हें बहुत सारा पैसा बचाने और मुफ्त में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है।

संक्षेप में, ज्ञान प्राप्त करने के लिए पुस्तकालय एक महान स्थान हैं। वे प्रत्येक व्यक्ति की अलग-अलग सेवा करते हैं। वे सीखने और ज्ञान की प्रगति को बढ़ावा देने का एक बड़ा स्रोत हैं। पुस्तकालयों में पढ़ने और शोध करने के द्वारा अपने खाली समय का आनंद उठाया जा सकता है। जैसे-जैसे दुनिया डिजीटल हो गई है, अब पुस्तकालय के माध्यम से ब्राउज़ करना और आप जो खोज रहे हैं उसे प्राप्त करना आसान हो गया है। पुस्तकालय उचित वेतन और अविश्वसनीय कामकाजी परिस्थितियों वाले लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं।

इस प्रकार, पुस्तकालय सभी की मदद करते हैं, जो यहां आते हैं और जो वहां कार्यरत हैं। हमें डिजिटल युग के कारण पुस्तकालयों को नहीं छोड़ना चाहिए। पुस्तकालय से मिलने वाली प्रामाणिकता और विश्वसनीयता की जगह कोई नहीं ले सकता।