मेडिटेशन शरीर व स्वास्थ्य के लिए लाभदायक:एसके जैन एडीजीपी

  • एडीजीपी ने होमगार्ड के जवानों को दी मेडिटेशन की जानकारी

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 19 जुलाई :

पुलिस उप महानिदेशक (एडीजीपी) एसके जैन ने मंगलवार को पंचकूला सेक्टर 26 स्थित सिविल लाइन में होमगार्ड के जवानों को योगाभ्यास कराते हुए उन्हें नियमित रूप से योगा करने के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि मेडिटेशन शरीर को स्वस्थ रखने और अध्यात्म के प्रति आस्था जागृत करने का माध्यम है। इसलिए जवानों के साथ सभी नागरिकों को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। एडीजीपी ने होमगार्ड के जवानों को संदेश दिया कि वे प्रतिदिन सुबह योगाभ्यास करें। इससे जवानों को ड्यूटी के दौरान मिलने वाले तनाव से मुक्ति मिलेगी और अध्यात्म के प्रति आस्था जागृत होगी। एडीजीपी ने कहा कि वर्तमान समय में तनाव भारी जिंदगी को सहज और सरल बनाने, मन को निर्मल रखने के लिए ध्यान करना बहुत ही जरूरी है। अगर हम नियमित रूप से ध्यान करते हैं तो हमें ईश्वरीय शक्ति भी प्राप्त होती है। एसके जैन ने कहा कि ध्यान करने से मनुष्य सकारात्मक ऊर्जा और शांति का अनुभव करता है। ध्यान अनुभव की क्षमता को सूक्ष्म करने की एक प्रक्रिया है। ध्यान क्रोध को भी नियंत्रित करने का साधन है। निर्णय न ले पाने वाले भी इसे अपनी जिंदगी में शामिल कर सकते हैं। एसके जैन ने कहा कि ध्यान से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है। ध्यान हृदय रोग की रोकथाम के लिए उत्तम औषधि के समान है। यह मन की चंचलता को नियंत्रित करता है। दीर्घायु बनाने में इसकी अहम उपयोगिता है। ध्यान से शांति, सामर्थ्य, संतोष, विद्वत्ता में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि रात्रि के भोजन से पहले ही ध्यान के लिए बैठें। प्रातःकाल सूर्योदय से पहले ध्यान करें।एडीजीपी एसके जैन ने जवानों से कहा कि ध्यान आपको कई तरह से मदद कर सकता है। यह याद्दाश्त में सुधार करने, तनाव को कम करने और एक व्यक्ति के रूप में आपको अधिक कुशल बनाने में सहायक होता है। मेडिटेशन आपको सजग बनाती है। नींद की कमी, पोषक तत्वों की कमी और तनाव ऐसे प्रमुख कारण हैं जिनकी वजह से आपको हर समय नींद आती है। इस प्रकार, आपको सक्रिय रहने के लिए काम करना चाहिए, एक उचित जीवन शैली को और बढ़ावा देना चाहिए, और एक अच्छा ध्यान सत्र करना चाहिए, जिससे नींद को भूल जाएं।

मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए योगाभ्यास जरूरी: कमांडेंट संजीव कुमार 

होमगार्ड मुख्यालय के कमांडेंट संजीव कुमार ने कहा कि जवानों में ड्यूटी और घरेलू कामकाज के दौरान उत्पन्न होने वाले तनाव से दूर रखने के लिए पुलिस उप महानिदेशक एसके जैन ने उनको मेडिटेशन के बारे में जानकारी दी। एडीजीपी ने उन्हें ध्यान करते हुए संयमित जीवन यापन करने के प्रति जागरूक किया। कमांडेंट संजीव कुमार ने कहा कि ध्यान से अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। नियमित ध्यान करने वाले व्यक्ति ना कुछ बुरा कर सकता है और ना ही कुछ बुरा किसी को करने दे सकता है। इस सिद्धांत को अपनाने के लिए भी हमारे होमगार्ड के जवानों को ध्यान के प्रति पूरी तरह से रुचि लेना चाहिए और उसको अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। कमांडेंट ने जवानों को संदेश दिया कि आप केवल 5 मिनट या 10 मिनट के छोटे सत्रों में ध्यान की शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे लंबे समय तक आगे बढ़ें। जब आप छोटे सत्रों के लिए जागेंगे तो आपका दिमाग अपने आप काम करना शुरू कर देगा। ध्यान में पूरे शरीर को एक बिंदु पर केंद्रित करना होता है, उस बीच आपको दूसरी बातों के बारे में नहीं सोचना चाहिए। अच्छा होगा अगर आप भोजन से पहले या सुबह के वक्त ध्यान करें। इस प्रक्रिया को नियमित रूप से अपने जीवन में शामिल करना चाहिए।