भ्रष्टाचार करते मंत्री और IAS समेत 45 गिरफ्तार; सबसे ज्यादा माइनिंग और पंजाब पुलिस में रिश्वतखोर
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपना पदभार संभालने के पहले दिन से ही लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन का वादा किया था, जिसके तहत उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को वॉट्सऐप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस हेल्पलाइन को लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इन शिकायतों के आधार पर पंजाब पुलिस ने भ्रष्ट अधिकारियों और अन्य अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है. विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक एक पुलिस उपनिरीक्षक, आठ सहायक उप निरीक्षक, तीन प्रधान आरक्षक, एक आरक्षक, एक पुलिस होमगार्ड, दो पटवारी, एक लिपिक व एक लंबरदार, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के संचालक, सरकारी आईटीआई के एक प्रधानाचार्य, एक चिकित्सा अधिकारी, एक संभागीय वन अधिकारी और न्यायिक विभाग में समन सर्वर स्टाफ के सदस्य को गिरफ्तार किया है। इसी तरह एक खनन मामले में 17 नागरिक, पटवारियों के 4 सहायक और 1 वन ठेकेदार को भी भ्रष्ट आचरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कोरेल’पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
आम आदमी पार्टी (आआपा ) की भगवंत मान सरकार के सत्ता में आने के बाद पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक भ्रष्टाचार के आरोप में 45 अधिकारियों और नेताओं को गिरफ्तार किया है। ब्यूरो ने 21 जून तक इन मामलों में 28 एफआई दर्ज की हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपना पदभार संभालने के पहले दिन से ही लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन का वादा किया था, जिसके तहत उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को वॉट्सऐप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस हेल्पलाइन को लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
- पंजाब सरकार में सेहत मंत्री डॉ. विजय सिंगला ने विभाग के हर काम में 1% कमीशन मांगा। विभाग के अफसर ने सीएम भगवंत मान को शिकायत कर दी। जिसके बाद सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया गया।
- पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने एक पेड़ कटाई के बदले 500 रुपए की रिश्वत ली। करीब सवा करोड़ के घपले के बाद विजिलेंस ने उन्हें अमलोह स्थित घर से सोते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया।
- भोआ से पूर्व कांग्रेसी MLA जोगिंदरपाल का नाम अवैध माइनिंग में सामने आया। पुलिस ने केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
- IAS अफसर संजय पोपली ने सीवरेज बोर्ड के CEO रहते 7.30 करोड़ के टेंडर अलॉटमेंट के बदले 7 लाख की रिश्वत मांगी। 3.50 लाख की पहली किश्त ले ली थी। दूसरी किश्त मांगने पर ठेकेदार ने शिकायत कर दी।
- 24 मार्च को जालंधर तहसील की क्लर्क पर केस दर्ज हुआ। नौकरी के बदले 4 लाख रुपए मांगे थे।
- 25 मार्च को गुंडा टैक्स वसूलने के केस में 17 लोग गिरफ्तार हुए। 1.65 करोड़ की रिकवरी हुई।
- तरनतारन में सब इंस्पेक्टर समेत 4 लोगों पर केस दर्ज हुआ। एसआई 5 हजार की रिश्वत मांग रहा था। प्रोडक्शन वारंट के प्रोसेस के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी।
- संगरूर में ASI पर 10 हजार रुपए रिश्वत मांगने के आरोप लगे। ASI ने पूछताछ की बा कहकर चालान सबमिट करने के लिए रिश्वत मांगी थी।
- तरनतारन में ASI पर 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप लगे। इसका 14 सेकेंड का वीडियो सामने आया था। किसी जांच के संबंध में उससे रिश्वत मांगी गई थी कि उसमें उसका नाम नहीं आएगा।
- नवांशहर में सरकारी बुक डिपो के कर्मचारियों पर पर्चा दर्ज हुआ। शिकायत करने वाले ने कहा कि उनके बेटे के नाम के करेक्शन के लिए 1700 रुपए लिए थे। उन्होंने बेटी का नाम ठीक करवाना था तो उससे 15 हजार रुपए मांगे जा रहे थे।
- फाजिल्का में पटवारी के असिस्टेंट पर कार्रवाई हुई। इंतकाल दर्ज करने के बदले 5 हजार की रिश्वत मांगी गई थी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर कर पूरी व्यवस्था को साफ किया जाएगा। सीएम मान ने कहा कि लोगों को स्वच्छ, कुशल और पारदर्शी सरकार प्रदान करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मान ने कहा कि लोगों ने उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और वह लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार स्वच्छ, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन देकर उन्हें पूरा करने के लिए बाध्य हैं।