यह पहली बार होगा जब विपक्षी सीएम आवास के भीतर ही धरने पर बैठे। बता दें, पंजाब में कांग्रेस के दो पूर्व मंत्रियों साधू सिंह धर्मसोत व संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है। मामले में पूर्व मंत्री साधू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गिलजियां की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा की अगुवाई में पूर्व व वर्तमान विधायक मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने आधा घंटा मान के आवास के बाहर धरना दिया। इसके बाद उन्हें अंदर बुला दिया गया।
पूर्ववर्ती कांग्रस सरकार में मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ की जाने वाली संभावित कार्रवाई के विरोध में पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अन्य पार्टी नेताओं के साथ गुरुवार को सीएम भगवंत मान के आवास परिसर के अंदर धरना दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
भगवंत मान द्वारा प्रतिनिधिमंडल से मिलने से कथित तौर पर इनकार करने के बाद पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ गुरुवार को सीएम आवास पर धरना दिया। नेताओं ने दावा किया कि उन्हें सुबह 10 बजे मिलने का समय दिया गया था लेकिन उसके बावजूद, सीएम ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पहले से ही सीएम आवास परिसर में मौजूद नेताओं ने वहां धरना दिया।
इस सिलसिले में मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने आए थे। मुख्यमंत्री की ओर से 10 बजे का समय भी दिया गया था लेकिन जब उनके आवास पर पहुंचे तो उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया। सेक्टर-3 थाना पुलिस ने पंजाब मुख्यमंत्री आवास पर तैनात डीएसपी स्वर्णजीत सिंह की शिकायत पर कांग्रेस के 36 विधायकों व पूर्व विधायकों और 34 अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 341 और 353 के तहत केस दर्ज किया गया है।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि मुझे बड़ा दुख है कि बिना समय लिए बचे-खुचे कांग्रेसी नेता मिलने आ गए। वे रिश्वत मामले में गिरफ्तार नेता की पैरवी करने आए थे। लगता है कांग्रेसी पंजाब को लूटने वालों के साथ हैं। इसका सीधा मतलब है कि रिश्वतखोरी पर कांग्रेस नेताओं का हक है। लगता है कांग्रेसी पंजाब को लूटने वालों के साथ है।
आम आदमी पार्टी (आआपा) ने मुख्यमंत्री आवास के भीतर कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रदर्शन करने को शर्मनाक बताया है और इस घटना के लिए कांग्रेस की निंदा की है। आम आदमी पार्टी (आआपा) के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों लिया और कहा, “कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री आवास के भीतर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। कानून का उल्लंघन किया है। कांग्रेस नेता जिस तरह भ्रष्टाचार के आरोपी व्यक्ति का समर्थन कर रहे हैं, वह 100 चूहे खाकर बिल्ली चली हज पर जैसा है। दरअसल, कांग्रेस नेता साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी से डरे हैं।”
इस बीच सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा ,“उन्हें दुख है कि कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार मामले में फंसे नेताओं के समर्थन में उनके आवास पर आए। कहा कि पंजाब के लुटेरों का समर्थन करना इस बात का सबूत है कि रिश्वतखोरी उनके खून में है। मतलब कि रिश्वतखोरी कांग्रेस का अधिकार है।”
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/09_06_2022-congress_protest_in_mann_house_22786815_123358238.jpg6751200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 18:22:522022-06-09 18:23:28कोंग्रेसी नेता सीएम ‘मान’ के आवास के भीतर ही धरने पर बैठे
यह कथित ‘पेड़ घोटाला’ पंजाब की पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ। अमरेंद्र तथा चन्नी सरकार में धर्मसोत और गिलजियां के पास वन विभाग का जिम्मा था। आरोप है कि जिस घोटाले को अमरेंद्र सरकार के दौरान अंजाम दिया गया, उस पर कार्रवाई करने के बजाय चन्नी सरकार में आगे बढ़ाया गया। विजिलेंस ब्यूरो ने हाल ही में वन विभाग मोहाली के डीएफओ और एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने पूछताछ में बताया कि वन मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत द्वारा एक पेड़ कटाई के पीछे 500 रुपये लिए जाते थे। इसके अलावा पेड़ लगाने के मामले में भी पैसे लिए जाते थे। यह सब ओएसडी और मीडिया सलाहकार द्वारा मंत्री की सहमति से किया जाता था।
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 09 जून :
कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वन मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत के मामले में विजिलेंस की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि वन विभाग में पेड़ों की कटाई को लेकर ऊपर से नीचे तक रिश्वत चार्ट बना हुआ था। इस चार्ट के मुताबिक पूर्व मंत्री धर्मसोत को प्रति पेड़ 500 रुपये, वन मंडल अफसर को 200 रुपये, रेंज अफसर को 100 रुपये, ब्लाक अफसर 100 रुपये और फॉरेस्ट गार्ड 100 रुपये दिए जाने निर्धारित थे। विजिलेंस ने गिरफ्तार किए गए ठेकेदार हरमोहिंदर से एक डायरी बरामद की हे जिसे उसने बेसमेंट में छिपाकर रखा था। इस डायरी में पूरा हिसाब है कि उसने किस-किस को कितनी रिश्वत दी थी।
पूछताछ में ठेकेदार ने कबूल किया है है कि उसने 7 हजार पेड़ों की कटाई के बदले सालाना 70 लाख की रिश्वत दी थी। सितंबर 2021 में सीएम बदलने के बाद चन्नी सरकार में वन मंत्री बने संगत सिंह गिलजियां ने भी धर्मसोत का रास्ता अख्तियार कर ट्री गार्ड घोटाला किया था। उन्हें ट्री गार्ड खरीदने के मामले में 6.40 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई थी। मामले में उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि वन मंत्री रहते धर्मसोत ने 11 संपत्तियां बनाई थी, अब उनके 3 बैंक खातों की जांच की जा रही है। धर्मसोत की मोहाली, रोपड़, लुधियाना, पटियाला, जीरकपुर, खरड़ और रूपनगर की संपत्तियों को ट्रेस किया जा रहा है।
विजिलेंस ने धर्मसोत के लिए पैसा इकट्ठा करने वाले 2 पूर्व ओएसडी कमलजीत सिंह और चमकौर सिंह को भी गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी चमकौर सिंह बीते मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया भागने वाला था, लेकिन ठेकेदार हरमोहिंदर ने इस बात का खुलासा पहले ही कर दिया जिसके बाद बाद उसे भागने से 24 घंटे पहले गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि विभागीय तबादलों के लिए भी रेट चार्ट तैयार किया गया था, जिसके मुताबिक डीएफओ के तबादले के लिए लिए 10-20 लाख रु.,रेंज अफसर के लिए 5-8 लाख रु., ब्लॉक अफसर के लिए 5 लाख रु. और वन गार्ड के लिए 2-3 लाख रुपए निर्धारित थे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/2022_6largeimg_332084216.jpg547709Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 17:57:192022-06-09 17:57:55धर्मसोत की गिरफ्तारी के बाद सामने आया पेड़ काटने और तबादलों की रिश्वत का रेट चार्ट
The Department of Fine Arts of Post Graduate Government College, Sector-46, Chandigarh organised a RUSA sponsored ‘Two Day Capacity Building Workshop’ on Mural Painting to celebrate Environment Week The students painted the wall near the entrance of the college. Principal Dr. Abha Sudarshan, inaugurated the workshop by some bold brush stokes and encouraged the students to do more creative work in life. Ms. Arvinder Kaur, coordinator RUSA, Dr. Mandeep Gill, Asst. Professor, Department of Fine Arts and resource person Mr. Anil Kumar, a renowned artist provided their guidance to the painters. Almost 100 Students participated and benefited from this training. Principal Dr. Sudarshan gave away certificates to the participants on the successful completion of the workshop.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/image_6483441.jpg16001600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 17:16:372022-06-09 17:16:39Capacity Building Workshop on Mural Painting organised to celebrate Environment Week
निर्देशक अभिषेक दूधैया अब एयर होस्टेस अमृता अहलूवालिया की बायोपिक फिल्म बनाएँगे
1991 में हरियाणा की रहने वाली एयर इंडिया की एयर होस्टेस अमृता अहलूवालिया ने 11 साल की लड़की को उसके 60 साल के सऊदी पति के चंगुल से बचाया था।हैदराबाद पुलिस ने उस समय आठ अरब शेखों समेत 20 लोगों को गिरफ्तार कर 12 नाबालिग लड़कियों को बचाने का दावा किया था।
और निर्भय,बहादुर व साहसी अमृता अहलूवालिया इसी केस के सिलसिले में हैदराबाद में सेटल हो गयी और अपने एनजीओ के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के उत्थान के लिए काम कर रही है।
अजय देवगन, संजय दत्त,सोनाक्षी सिन्हा को लेकर ‘भुज द प्राइड ऑफ इंडिया’ प्रोडूस व डायरेक्ट करने वाले अभिषेक दूधैया ने अब एयर होस्टेस अमृता अहलूवालिया की बायोपिक बनाने जा रहे है। निर्माता-निर्देशक अभिषेक दूधैया के प्रोडक्शन हाउस ने अमृता अहलूवालिया से उन की ज़िंदगी पर फ़िल्म बनाने के लिए राइट्स लिए है।
निर्देशक अभिषेक कहते है,”अभी फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले व डायलॉग पर काम चल रहा है। जोकि जल्द ही पूरा हो जायेगा। इसके बाद कलाकारों का चयन होगा ।“
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/Director-Abhishek-Dudhaiya-Amrita-Ahluwalia.jpg13641024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 17:11:132022-06-10 01:42:20अब बनेगी एयर होस्टेस अमृता अहलूवालिया की बायोपिक
भ्रष्टाचार के खिलाफ पंचकूला पुलिस की मुहिम, चौकी इन्चार्ज निलम्बित
उपायुक्त पुलिस पचंकूला के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस पॉलिसी की पालना के तहत आज दिनांक 9 जुन 2022 को पंचकूला पुलिस के एक उप निरीक्षक रैंक के अधिकारी सब इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, इंचार्ज पुलिस चौकी सेक्टर 25, पंचकूला थाना चण्डीमन्दिर के खिलाफ शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस आयुक्त पचंकूला डॉ० हनीफ कुरैशी, भा०पु० से०, द्वारा राजकुमार, ह०पु० से०, सहायक पुलिस आयुक्त पंचकूला के माध्यम से जांच करवाई गई, जो दौराने रेड पुलिस चौकी सेक्टर 25 इंचार्ज के कमरे से 500/500 रुपये के 60 नोट कुल 30,000 की राशी बरामद हुई । जो उक्त मामले की गहराई से जांच हेतु सम्बन्धित पुलिस चौंकी ईन्चार्ज के खिलाफ विभागीय कार्यवाही व गहन जांच का अनुमोदन करते हुए श्री राजकुमार, ह०पु० से०, सहायक पुलिस आयुक्त पंचकूला द्वारा पुलिस उपायुक्त पंचकूला को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई । पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री सुरेन्द्र पाल सिहं भा०पु० से० द्वारा उप०नि० सुखविन्द्र सिंह को उपरोक्त रिपोर्ट के आधार पर तुरंत प्रभाव से निलम्बित करते हुये गहन विभागीय जांच के आदेश पारित किये जा रहे है। पुलिस प्रवक्ता ने बतलाया कि यदि कोई भी पुलिस कर्मी किसी भ्रष्टाचार में सलिप्त पाया जाता है तो उसके बारे में जानकारी पुलिस उपायुक्त पचकूला व पुलिस आयुक्त पचकूला को तुरन्त दें।
अभद्र व्यवहार करनें पर मुन्सी को किया लाईन हाजिर
पचंकूला 09 जून :- पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि कल दिनांक 08 जून को पुलिस चौकी सेक्टर 02 पंचकूला में मीडिया कर्मी के साथ अभद्र व्यवहार करनें के मामलें में पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह नें कार्यवाही करते हुए, पुलिस पोस्ट सेक्टर 02 के मुन्सी सिपाही सर्वेश कुमार को लाईन हाजिर किया गया और इस मामलें में गहनता से जांच करनें हेतु सहायक पुलिस आयुक्त सुरेन्द्र कुमार को नियुक्त किया गया ।
इसके अलावा पुलिस उपायुक्त नें सभी थाना प्रभारियो को थाना में लगे सूचना बोर्ड पर इन्चार्जो तथा पुलिस अधिकारियो के नाम अपडेट करनें हेतु निर्देश दिए गयें ।
कार चालक के साथ मारपिटाई के मामलें में तीन आरोपी गिरफ्तार
पचंकूला 09 जून :-
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिह के नेतृत्व में, पुलिस चौकी इन्चार्ज सेक्टर 21, सतीश कुमार द्वारा कार चालक के साथ मारपिटाई धमकी देनें के मामलें में तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान हरप्रीत सिंह पुत्र बलदेव सिंह वासी गाँव नशराली गोबिन्दगढ जिला फतेहगढ साहिब , सुनिल कुमार पुत्र विनोद कुमार वासी सेक्टर 05 गोबिन्द गढ तथा कपील हाँडा पुत्र राम लुभाया वासी सेक्टर 01 गोबिन्दगढ जिला फतेहगढ साहिब के रुप में हुई ।
जानकारी के मुताबिक पीडित राजकुमार पुत्र श्री खानचंद वासी सनसिटी परिक्रमा सेक्टर 20 नें शिकायत दर्ज करवाई कि वह हैडलोन सेल प्रेचेंजिग का काम करता है और कुछ दिन पहलें वह क्रिकेट सट्टा में करीब 7 लाख रुपये हार गया था जो हारें हुए पैसें कपिल हाण्डा वासी गोविंदगढ को देने है जो व्यकित दिनांक 27 मई को कपिल हांडा अपनें दो दोस्तो के साथ गाडी में पंचकूला कोर्ट में आया और जहा पर आठ लाख देने बारे एक शपथ पत्र तैयार किया गया और फिर शिकायतकर्ता अपनें बीआरवी होण्डा गाडी में जिरकपुर के लिए निकला था जो देवी नगर सेक्टर 03 हाईवे के पास कपिल हांडा व उसके दो दोस्तो नें आकर गाडी रोककर गाडी में बैठकर शिकायतकर्ता के साथ गाली गलौच तथा हाथापाई की है जिस बारे पुलिस चौकी में प्राप्त शिकायत पर धारा 323, 341, 506, 34 भा.द.स. के तहत थाना सेक्टर 05 में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में ततपर्ता से कार्यवाही करते पुलिस चौकी सेक्टर 21,द्वारा आगामी कार्यावाही करते हुए उपरोक्त मामलें कल दिनांक 08 जून को तीन आरोपियो को गिऱफ्तार किया गया ।
पुलिस नें स्कूटी सवार मोबाइल स्नैंचर को किया काबू
पंचकूला/ 09 जून :-
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार में प्रंबधक थाना सेक्टर 07 निरिक्षक हरिराम के नेत़ृत्व में उप.नि. यादविन्द्र सिंह द्वारा मोबाइल स्नेंच की वारदात को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपी की पहचान गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सुमित उर्फ गोलू पुत्र सतगुरु लाल वासी मौली जाँगरा चण्डीगढ के रुप में हुई ।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता हैली पुत्री श्री अशोक कुमार वासी हाल किरायेदार सेक्टर 07 नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 05 जून को शाम करीब 8.30 पी.एम पर जब वह मार्किट में किसी काम से आई थी तो जब वह अपनें मोबाईल फोन पर बात कर रही थी तभी सामनें से एक व्यकित स्कूटी पर सवार होकर आया और हाथ से मोबाइल स्नैच करके भाग गया जिस बारे थाना सेक्टर 07 में प्राप्त शिकायत पर धारा 379-ए, भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में उप.नि. यादविन्द्र सिंह द्वारा आगामी कार्यवाही करते हुए कल दिनांक 08 जून को स्नैंचिंग की वारदात को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया और आरोपी के पास से स्नैच किया हुआ मोबाईल बरामद किया गया ।
अवैध वसूली : पुलिस नें अनिल भल्ला से प्रोडक्शन वारंट के दौरान 24 लाख 60 हजार 600 रुपये, 1 पिस्टल, काफी मात्रा में ज्वैलरी बरामद
तस्कर से 3 किलो 564 ग्राम अफीम बरामद
पंचकूला/ 09 जून :-
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार, डीसीपी पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में एसीपी क्राईम श्री अमन कुमार, एसीपी श्री सुरेन्द्र सिंह तथा प्रबंधक थाना सेक्टर 05 सुखबीर सिह द्वारा अवैध वसूली के मामलें में कार्यवाई करते हुए दिनांक 30 मई 2022 को बरामद हुए 4.63 करोड रुपये, ज्वैलरी, पैसा, अफीम तथा 2 अवैध पिस्तोल, 3 मैगजीन, 11 जिन्दा कारतूस इत्यादि बारें पुछताछ हेतु दिनांक 07 जून को आरोपी अनिल भल्ला तथा साहिल भल्ला को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी जो दोनों आरोपियो को पेश अदालत 3 दिंन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था ।
पुलिस नें अनिल भल्ला की पत्नी और बेटे की बहू से मिले करोड़ों रुपये कैश, ज्वेलरी, अफीम, पिस्तौल, कारतूस बारे में पूछताछ दौरान दोबारा अनिल भल्ला के घर से तालाशी के दौरान अनिल के घर दिनाक दिनांक 08 जून को 24 लाख 60 हजार 600 रुपये, 1 पिस्तौल, काफी मात्रा में ज्वैर्लसी तथा कागजात ( स्टाम पेपर, बैंक चैक) हस्ताक्षर शुदा बरामद किए है
इसके अलावा दिनांक 30 मई 2022 को अनिल भल्ला की पत्नी अंजू भल्ला तथा अजंली पत्नी साहिल भल्ला से 697 ग्राम अफीम बरामद बारें अनिल भल्ला तथा साहिल भल्ला से पुछताछ की गई जिस पुछताछ में साहिल भल्ला नें बतलाया कि वह अफीम निर्मल सिंह पुत्र नराता राम वासी गाँव बसौला पिन्जोर से लेकर आता था और यह अफीम भी उसनें निर्मल सिंह पुत्र नराता राम से खरीदी थी ।
दिनांक 08 जून 2022 को एसीपी क्राईम अमन कुमार द्वारा ततपर्ता से कार्यवाही करते हुए एक अलग से टीम तैयार करके निर्मल सिह वासी गाँव बसौला पिन्जोर के घर पर छापामारी करते हुए आरोपी निर्मल सिंह से 3 किलो 564 ग्राम अफीम (जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये) बरामद करके, निर्मल सिंह को गिरफ्तार किया गया है व इस संबध में अलग से अभियोग संख्या 335 दिनांक 08.06.2022, धारा 18-61-85 एन.डी.पी.एस एक्ट, थाना पिन्जोर में मुकदमा दर्ज किया गया ।
इसके अलावा आरोपी निर्मल सिंह को पेश अदालत पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा ताकि आरोपी से भारी मात्रा में बरामद नशीला पदार्थ बारें पुछताछ करके आगामी कार्यवाही की जा सकें ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/panchkula-police-1.jpg250300Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 16:49:072022-06-09 17:07:18Police Files, Panckula – 09 June 2022
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने खिलाफ दर्ज़ FIR पर कहा है कि “मुझे FIR का एक अंश मिला है. यह मेरी देखी हुई पहली प्राथमिकी है, जो यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि अपराध क्या है.। हम इससे भयभीत नहीं होंगे। जहां तक मेरे खिलाफ एफआईआर की बात है, हम अपने वकीलों से सलाह लेंगे और जरूरत पड़ने पर इसका समाधान करेंगे। अभद्र भाषा की आलोचना करने और अभद्र भाषा का प्रयोग करने की तुलना नहीं की जा सकती।”
नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट – 9 जून :
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली में प्राथमिकी दर्ज हुई। भड़काऊ भाषण देने के मामले में दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में स्वामी यति नरसिम्हानंद का भी नाम है। ओवैसी पर आरोप है कि उन्होंने बुधवार को भड़काऊ भाषण दिया। स्वामी यति नरसिम्हानंद डासना देवी मंदिर के पुजारी हैं। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन यूनिट स्पेशल सेल के अधीन काम करती है। यह यूनिट साइबर क्राइम के सभी जटिल एवं संवेदनशील मामलों को देखती है। नफरत भरे एवं भड़काऊ भाषण देने के मामले में IFSO ने कई लोगों के खिलाफ के मामले दर्ज किए हैं।
ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली पुलिस में यति, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ मामलों को आगे बढ़ाने का साहस नहीं है। यही वजह है कि मामले में देरी और कमजोर प्रतिक्रिया जारी है। वास्तव में यति ने मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार को बढ़ावा देने और इस्लाम का अपमान करके अपनी जमानत की शर्तों का बार-बार उल्लंघन किया है।
दिल्ली पुलिस पर भड़के ओवैसी
ओवैसी के मुताबिक दिल्ली पुलिस शायद हिंदुत्ववादी कट्टरपंथियों को ठेस पहुंचाए बिना इन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने का तरीका सोचने की कोशिश कर रही थी। दिल्ली पुलिस “दोनों पक्षवाद” या “संतुलन-वाद”सिंड्रोम से पीड़ित है। एक पक्ष ने खुले तौर पर हमारे पैगंबर का अपमान किया है, जबकि दूसरे पक्ष का नाम BJP समर्थकों को समझाने और ऐसा दिखाने के लिए दिया गया है कि दोनों पक्षों में अभद्र भाषा थी. मेरे मामले में एफआईआर यह भी नहीं कह रही है कि आपत्तिजनक क्या था।
हमने नूपुर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल और असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ सोशल मीडिया पर उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणियों के संबंध में दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं। इन्होंने अन्य धर्मों के लोगों की भावनाओं को आहत किया है। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
मालूम हो कि बीते दिनों पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के कारण भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही दिल्ली मीडिया सेल के प्रमुख नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था।
इसके इसके बाद नुपुर शर्मा ने मंगलवार को कहा था कि वे पार्टी के निर्णय को स्वीकार करती हैं और उसका सम्मान करती हैं। उन्होंने कहा था कि मैं संगठन में व्यवहारिक रूप से पली-बढ़ी हूं। मैं उनके निर्णय को स्वीकार करती हूं और उसका सम्मान करती हूं।
वहीं, नवीन कुमार जिंदल ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें व उनके परिजनों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। जिंदल ने एक जून को मुहम्मद साहब पर विवादित ट्वीट किया था, जिसके बाद उनपर सोशल मीडिया पर हमला हो रहा है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/owaisi_large_1223_9.jpeg7051200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 16:40:432022-06-09 16:41:59असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली में प्राथमिकी दर्ज हुई
भ्रष्टाचार के खिलाफ पंचकूला पुलिस की मुहिम, चौकी इन्चार्ज निलम्बित
उपायुक्त पुलिस पचंकूला के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस पॉलिसी की पालना के तहत आज दिनांक 9 जुन 2022 को पंचकूला पुलिस के एक उप निरीक्षक रैंक के अधिकारी सब इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, इंचार्ज पुलिस चौकी सेक्टर 25, पंचकूला थाना चण्डीमन्दिर के खिलाफ शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस आयुक्त पचंकूला डॉ० हनीफ कुरैशी, भा०पु० से०, द्वारा श्री राजकुमार, ह०पु० से०, सहायक पुलिस आयुक्त पंचकूला के माध्यम से जांच करवाई गई, जो दौराने रेड पुलिस चौकी सेक्टर 25 इंचार्ज के कमरे से 500/500 रुपये के 60 नोट कुल 30,000 की राशी बरामद हुई । जो उक्त मामले की गहराई से जांच हेतु सम्बन्धित पुलिस चौंकी ईन्चार्ज के खिलाफ विभागीय कार्यवाही व गहन जांच का अनुमोदन करते हुए श्री राजकुमार, ह०पु० से०, सहायक पुलिस आयुक्त पंचकूला द्वारा पुलिस उपायुक्त पंचकूला को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई । पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री सुरेन्द्र पाल सिहं भा०पु० से० द्वारा उप०नि० सुखविन्द्र सिंह को उपरोक्त रिपोर्ट के आधार पर तुरंत प्रभाव से निलम्बित करते हुये गहन विभागीय जांच के आदेश पारित किये जा रहे है। पुलिस प्रवक्ता ने बतलाया कि यदि कोई भी पुलिस कर्मी किसी भ्रष्टाचार में सलिप्त पाया जाता है तो उसके बारे में जानकारी पुलिस उपायुक्त पचकूला व पुलिस आयुक्त पचकूला को तुरन्त दें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/06/Panchkula-Police.jpg9601280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 16:03:272022-06-09 16:56:34Police Files, Panckula – 09 June 2022
इस साल देश के नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है, ऐसे में सरकार और विपक्ष की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इस बीच जो रिपोर्ट सामने आ रही है उसके अनुसार विपक्ष कांग्रेस और विपक्ष अपना अलग राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार उतार सकता है जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी एनडीए के साथ मिलकर राष्ट्रपति का उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अलग राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार मैदान में उतार सकते हैं। राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद है और उनको देश का प्रथम नागरिक माना जाता है। भारत में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका काफी अनूठा है क्योंकि इसमें कई देशों के चुनाव के तरीकों को शामिल किया गया है।
राजनैतिक विश्लेषक सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आयोग में अपने साथी अनूप चन्द्र पांडेय के साथ गुरुवार को विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। राजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति पद के लिए 15 जून को अधिसूचना जारी की जाएगी। 29 जून तक नामांकन किए जा सकते हैं। सभी नामांकन दिल्ली में ही किए जा सकेंगे। नाम वापसी की अंतिम तिथि 2 जुलाई होगी। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर मतदान 18 जुलाई को किए जायेंगे और इनके नतीजे 21 जुलाई को आयेंगे। मतगणना दिल्ली में रिटर्निंग ऑफिसर (राज्यसभा के महासचिव) की निगरानी में होगी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के लिए लोकसभा और राज्यसभा सांसद तथा राज्यों की विधानसभाओं ( दिल्ली और पुडुचेरी केन्द्र शासित प्रदेशों की विधानसभा सहित) के सदस्य मतदान करते हैं। संविधान के अनुसार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले मतदान में राजनीतिक दल अपने विधायकों व सांसदों को किसी एक को मत देने के लिए व्हीप जारी अर्थात बाध्य नहीं कर सकते।
चुनाव आयोग ने आज राष्ट्रपति चुनाव का एलान कर दिया है। दोपहर तीन बजे इसे लेकर आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। चुनाव प्रक्रिया 15 जून से शुरू होगी। 18 जुलाई को मतदान होगा तो नतीजे 21 जुलाई को आएंगे।
चुनाव की ये प्रक्रिया कब तक पूरी होगी? राष्ट्रपति चुनाव आम चुनाव से कितना अलग होता है? कौन राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकता है? इस चुनाव में कौन वोट डाल सकता है? क्या अलग-अलग वोटर के वोट की वैल्यू भी अलग-अलग होती है? वोट की वैल्यू तय कैसे होती है? आइए जानते हैं…
कब तक पूरी होगी चुनाव की प्रक्रिया? 15 जून को चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन की अंतिम तारीख 29 जून तक है। मतदान 18 जुलाई को होगा। वहीं नतीजे 21 जुलाई को आएंगे। इसके बाद 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नए राष्ट्रपति को शपथ दिलाएंगे।
25 जुलाई को ही क्यों शपथ लेते हैं नए राष्ट्रपति? हर पांच साल पर 25 जुलाई को देश को नया राष्ट्रति मिलता है। ये सिलसिला 1977 से चल रहा है। जब उस वक्त के राष्ट्रपति फकरुद्दीन अली अहमद का कार्यकाल के दौरान फरवरी 1977 में निधन हो गया।
राष्ट्रपति के निधन के बाद उप राष्ट्रपति बीडी जत्ती कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। नए राष्ट्रपति की चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद नीलम संजीव रेड्डी 25 जुलाई 1977 को राष्ट्रपति बने। इसके बाद से ही हर पांच साल पर 25 जुलाई को राष्ट्रपति चुने जाते हैं।
पूरे विश्व में भारतसबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश हैं। भारत के राष्ट्रपति को देश का प्रथम नागरिक माना जाता है। राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद है और वह तीनों सेनाओं का सर्वोच्च सेनापति होता है। राष्ट्रपति को शपथ इसलिए दिलाई जाती है ताकि संविधान और भारत के कानून को संरक्षित और सुरक्षित किया जा सके।
राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा-राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है।
राष्ट्रपति चुनाव में वोट कौन डालता है? राष्ट्रपति का चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। एक सांसद के वोट की वैल्यू 708 होती है। वहीं, विधायकों के वोट की वैल्यू उस राज्य की आबादी और सीटों की संख्या पर निर्भर होती है।
वोट डालने की प्रक्रिया भी आम चुनाव जैसी नहीं होती है। वोटर्स को चुनाव आयोग की ओर से एक विशेष पेन दी जाती है। उसी पेन से उम्मीदवारों के आगे वोटर को नंबर लिखने होते हैं। एक नंबर उसे सबसे पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के आगे डालना होता है। ऐसे दूसरी पसंद वाले उम्मीदवार के आगे दो लिखना होता है। अगर आयोग द्वारा दी गई विशेष पेन का इस्तेमाल नहीं होता तो वह वोट इनवैलिड हो जाता है।
राष्ट्रपति चुनाव में कुल कितने वोटर्स होंगे? राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्य वोट डालते हैं। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं। 12 मनोनीत सांसद इस चुनाव में वोट नहीं डालते हैं। इसके साथ ही लोकसभा के सभी 543 सदस्य वोटिंग में हिस्सा लेंगे। इनमें आजमगढ़, रामपुर और संगरूर में हो रहे उप चुनाव में जीतने वाले सांसद भी शामिल होंगे।
इसके अलावा सभी राज्यों के कुल 4 हजार 33 विधायक भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालेंगे। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 809 होगी। हालांकि, इनके वोटों की वैल्यू अलग-अलग होगी।
राज्यवार विधायकों के वोट की कितनी अहमियत होती है? देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की वैल्यू सबसे ज्यादा 208 होती है। वहीं, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के एक विधायक के वोट की वैल्यू 176 तो महाराष्ट्र के एक विधायक के वोट की वैल्यू 175 होती है।
बिहार के एक विधायक के वोट की वैल्यू 173 होती है। सबसे कम वैल्यू सिक्किम के विधायकों की होती है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू सात होती है। इसके बाद नंबर अरुणाचल और मिजोरम के विधायकों का आता है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू आठ होती है।
किस राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू कितनी है?
राज्य
सदस्यों की संख्या
एक सदस्य के वोट की वैल्यू
सभी सदस्यों के वोट की वैल्यू
आंध्र प्रदेश
175
159
27,825
अरुणाचल प्रदेश
60
08
480
असम
126
116
14,616
बिहार
243
173
42,039
छत्तीसगढ़
90
129
11,610
गोवा
40
20
800
गुजरात
182
147
26,754
हरियाणा
90
112
10,080
हिमाचल प्रदेश
68
51
3,468
झारखंड
81
176
14,256
कर्नाटक
224
131
29,344
केरल
140
152
21,280
मध्य प्रदेश
230
131
30,130
महाराष्ट्र
288
175
50,400
मणिपुर
60
18
1,080
मेघालय
60
17
1,020
मिजोरम
40
08
320
नगालैंड
60
09
540
ओडिशा
147
149
21,903
पंजाब
117
116
13,572
राजस्थान
200
129
25,800
सिक्किम
32
07
224
तमिलनाडु
234
176
41,184
तेलंगाना
119
132
15,708
त्रिपुरा
60
26
1,560
उत्तराखंड
70
64
4,480
उत्तर प्रदेश
403
208
83,824
पश्चिम बंगाल
294
151
44,394
दिल्ली
70
58
4060
पुडुचेरी
30
16
480
कुल
4033
————
5,43,231
* जम्मू कश्मीर की विधानसभा अभी भंग है।
सांसदों के वोट की क्या होगी वैल्यू? राज्यसभा के 245 में से 233 सांसद राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालते हैं। लोकसभा में 543 सांसद वोट डालते हैं। राज्यसभा और लोकसभा सदस्यों के एक वोट की कीमत 700 होती है। दोनों सदनों में सदस्यों की संख्या 776 है। इस लिहाज से सांसदों के सभी वोटों की वैल्यू 5,43,200 होती है। अब अगर विधानसभा सदस्यों और सांसदों के वोटों की कुल वैल्यू देखें तो यह 10 लाख 86 हजार 431 हो जाती है। मतलब राष्ट्रपति चुनाव में इतने वैल्यू वाले वोट पड़ेंगे।
एक वोट की कीमत अलग-अलग क्यों होती है?
हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की जनसंख्या अलग-अलग है। इस चुनाव में हर एक वोट की कीमत राज्य की जनसंख्या और वहां की कुल विधानसभा सीटों के हिसाब से तय होती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि हर वोट सही मायने में जनता की नुमाइंदगी करे।
वोटों की ये वैल्यू मौजूदा या आखिरी जनगणना की जनसंख्या के आधार पर तय नहीं होती है। इसके लिए 1971 की जनसंख्या को आधार बनाया गया है। राष्ट्रपति चुनाव में जनगणना का आधार 2,026 के बाद होने वाली जनगणना के बाद बदलेगा। यानी, 2031 की जनगणना के आंकड़े प्रकाशित होने के बाद 1971 की जगह 2031 की जनगणना के आधार पर सांसदों और विधायकों के वोट की वैल्यू तय होगी।
अब बात विधायक और सांसद के वोट का मूल्य की। दोनों के मूल्य तय करने का तरीका अलग-अलग है। विधायक के वोट का मूल्य एक साधारण सूत्र से तय होता है। सबसे पहले उस राज्य की 1971 की जनगणना के मुताबिक जनसंख्या को लेते हैं। इसके बाद उस राज्य के विधायकों की संख्या को सौ से गुणा करते हैं। गुणा करने पर जो संख्या मिलती है उससे कुल जनसंख्या को भाग दे देते हैं। इसका नतीजा जो आता है वही उस राज्य के एक विधायक के वोट का मूल्य होता है।
इसे एक उदाहण से समझ सकते हैं। जैसे 1971 में उत्तर प्रदेश की कुल आबादी 8,38,49,905 थी। राज्य में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं। कुल सीटों को 1000 से गुणा करने पर हमें 403000 मिलता है। अब हम 8,38,49,905 को 403000 से भाग देते हैं तो हमें 208.06 जवाब मिलता है। वोट दशमलव में नहीं हो सकता इस तरह उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मूल्य 208 होता है।
अब बात सांसदों के वोट की कीमत की करते हैं। सांसदों के वोट की कीमत निकालने के लिए सभी विधायकों के वोट की कीमत को जोड़ लिया जाता है। जोड़ने पर जो संख्या आती है उसे राज्यसभा और लोकसभा के कुल सांसदों की संख्या से भाग दे देते हैं। वही एक सांसद के वोट की कीमत होती है। जैसे उत्तर प्रदेश के कुल 403 विधायकों के वोट की कुल कीमत 208*403 यानी 83,824 है।
इसी तरह देशभर के सभी विधायकों के वोट की कीमत का जोड़ 543,231 है। राज्यसभा के 233 और लोकसभा के 543 सासंदों का जोड़ 776 है। अब 5,43,231 को 776 से भाग देने पर हमें 700.03 मिलता है। इस पूर्णांक में 700 लिया जाता है। इस तरह एक सांसद के वोट का मूल्य 700 होता है। विधायकों और सांसदों के कुल वोट को मिलाकर ‘इलेक्टोरल कॉलेज’कहा जाता है। यह संख्या 10,86,431 होती है।
क्या पार्टियां इस चुनाव के लिए भी व्हिप जारी करती हैं? व्हिप एक तरह आदेश होता है तो पार्टियां अपने सांसदों और विधायकों को जारी करती हैं। व्हिप का उल्लंघन करने पर संबंधित सांसद या विधायक की सदस्यता भी चली जाती है। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव में पार्टियां व्हिप जारी नहीं कर सकती हैं। सांसद और विधायक इस चुनाव में वरीयता के आधार पर वोट करते हैं। यानी, जो आपका पसंद का उम्मीदवार है उसे पहली वरीयता देनी होती है। यानी, उसके नाम के आगे एक लिखना होता है। दूसरी पसंद वाले उम्मीदवार के नाम के आगे दो नंबर लिखना होता है। सबसे पहले पहली वरीयता वाले वोट गिने जाते हैं। अगर पहली वरीयता में उम्मीदवार को पचास फीसदी से ज्यादा मूल्य के वोट नहीं मिलते तो दूसरी वरीयता के वोटों की गनती होती है।
कौन लड़ सकता है राष्ट्रपति चुनाव? चुनाव लड़ने वाला भारत का नागरिक होना चाहिए। उसकी उम्र 35 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। चुनाव लड़ने वाले में लोकसभा का सदस्य होने की पात्रता होनी चाहिए। इलेक्टोरल कॉलेज के पचास प्रस्तावक और पचास समर्थन करने वाले होने चाहिए।
साभार AU
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/PE22.jpg540960Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 15:20:592022-06-09 15:32:49इस साल देश के नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है, आइये जानते हैं की राष्ट्रपति कैसे चुने जाते हैं
दिव्यांगना मिस व वैभव मिस्टर फेयरवेल बने तो करणदीप को मिस्टर हैंडसम और आशिया को मिला मिस चार्मिंग
मोहाली संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, 9 जून 22 :
फेस-3ए स्थित खालसा कॉलेज (अमृतसर) आफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज में ‘रूकसत 2022’ का आयोजन फेस 4 स्थित कम्युनिटी सेंटर में किया गया, जिसमें बी.कॉम, बी कॉम ऑनर, बी.बी.ए, बी.सी.ए और पी.जी.डी.सी.ए ,एमएससी आईटी/एलटी, एमए सशोलजी एमबीए, एम कॉम के सीनियर विद्यार्थियों को कॉलेज के जूनियर विद्यार्थियों ने फेयरवेल पार्टी दी। इस अवसर पर जूनियर विद्यार्थियों ने सीनियर विद्यार्थियों को गुलाब का फूल भेंट कर उनके भविष्य के लिए मंगलकामनायें की।
कार्यक्रम में मिस्टर व मिस फेयरवेल, और मिस्टर हैंडसम व मिस चार्मिंग प्रतियोगिता सभी के दर्शकों के बीच आकर्षण का केन्द्र बना रहा। जिसमें विद्यार्थियों ने खूबसूरत परिधानों में अपनी कला का प्रदर्शन रैंप मॉडलिंग द्वारा की। इस दौरान जूनियर विद्यार्थियों ने विभिन्न रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक गीत, वेस्टर्न गाने, डांस इत्यादि प्रस्तुत किये जिसने सभी का मन मोह लिया। मिस्टर और मिस फेयरवेल प्रतियोगिता में बीए छठे सेमेस्टर के वैभव को मिस्टर फेयरवेल और बीए छठे सेमेस्टर की दिव्यांगना को मिस फेयरवेल चुना गया। जबकि बी.कॉम छठे सेमेस्टर की आशिया को मिस चार्मिंग और बीकॉम 6 वें सेमेस्टर के करणदीप सिंह को मिस्टर हैंडसम के खिताब से नवाजा गया।
कार्यक्रम में कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ. हरीश कुमारी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत करने वाले ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। डा. कुमारी ने विद्यार्थियों को गुड-लक कहते हुए समाज में एक अच्छा इंसान बन कर अपने माता-पिता और कॉलेज व प्रोफेसरों का नाम रोशन करने के लिए भी प्रेरित किया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/Photo-6.jpeg567823Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 13:07:042022-06-09 13:07:22खालसा कॉलेज में विद्यार्थियों की फेयरवेल पार्टी ‘रूकसत 2022’ का आयोजन
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंजाब वीश्वविद्यालय :
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में अयोजित तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आज समापन हुआ। इस अवसर मुख्य अतिथि के रूप में यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग की विभागाध्यक्ष प्रो. मधुरिमा वर्मा रही।
और विशिष्ट अतिथि के रूप में पंजाब यूनिवर्सिटी के एन.एस.एस कॉर्डिनेटर प्रो.अश्वनी कौल मौजूद रहे। कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों के द्वारा स्वयंसेवकों को पर्यावरण बचाव के प्रति सजग रहने के लिए कहा गया ताकि आने वाले।
समय के अंदर हमारा पर्यावरण पूरी तरह से सुरक्षित रह सके और विश्व स्तर पर भारत की एक विशेष पहचान बन पाए। इस अवसर पर एन.एस.एस के इतिहास के बारे सामाजिक कार्य विभाग से अमित भारद्वाज ने विस्तार से प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम के दौरान हरगोबिंद सिंह रंधावा के नेतृत्व में पर्यावरण बचाओ पर एक नाटक का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से उन्होंने सभी को यह संदेश दिया कि किस तरह से हमारी धरती का पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है और हमें इस प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को बचाने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे ताकि आने वाले समय के अंदर हमारी आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण से संबंधित किसी भी समस्या का सामना न करना पड़ सके। इसके साथ ही इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अच्छा कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की संयोजक व एन.एस.एस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रिचा शर्मा ने कहा इसी तरह से एन.एस.एस की तरफ से आने वाले समय के अंदर भी विभिन्न तरह की गतिविधियों का अयोजन किया जाएगा ताकि समाज में एक सार्थक बदलाव लाया जा सके। कार्यक्रम के अंत में प्रो. स्वर्णजीत कौर के द्वारा आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया गया।इस अवसर पर स्टाफ के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/06/Press-note-1-Photo-1.jpg615665Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-06-09 13:00:222022-06-09 13:01:09विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एन.एस.एस के तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम का हुआ समापन
We may request cookies to be set on your device. We use cookies to let us know when you visit our websites, how you interact with us, to enrich your user experience, and to customize your relationship with our website.
Click on the different category headings to find out more. You can also change some of your preferences. Note that blocking some types of cookies may impact your experience on our websites and the services we are able to offer.
Essential Website Cookies
These cookies are strictly necessary to provide you with services available through our website and to use some of its features.
Because these cookies are strictly necessary to deliver the website, you cannot refuse them without impacting how our site functions. You can block or delete them by changing your browser settings and force blocking all cookies on this website.
Google Analytics Cookies
These cookies collect information that is used either in aggregate form to help us understand how our website is being used or how effective our marketing campaigns are, or to help us customize our website and application for you in order to enhance your experience.
If you do not want that we track your visist to our site you can disable tracking in your browser here:
Other external services
We also use different external services like Google Webfonts, Google Maps and external Video providers. Since these providers may collect personal data like your IP address we allow you to block them here. Please be aware that this might heavily reduce the functionality and appearance of our site. Changes will take effect once you reload the page.
Google Webfont Settings:
Google Map Settings:
Vimeo and Youtube video embeds:
Google ReCaptcha cookies:
Privacy Policy
You can read about our cookies and privacy settings in detail on our Privacy Policy Page.