कांग्रेस ने किरण खेर द्वारा इस्तेमाल किए गए असंसदीय शब्दों का कड़ा विरोध किया

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट , चंडीगढ़ 3 जून: 

चंडीगढ़ सांसद द्वारा आम आदमी पार्टी के पार्षदों के लिए विवादास्पद शब्दों को जायज़ नही ठहराते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किरण खेर को कहा की वह पहले अपने पार्टी अध्यक्ष अरुण सूद को अपनी पार्टी के मेयर, पार्षदों एवं विरोधी पार्षदों के प्रति सोच समझ के बोलना सिखाती।

चावला ने कहा की मेयर एवं पार्षद होते हुए अरुण सूद ने कई बार अभद्र भाषा का प्रयोग किया है जिस कारण उनकी ही पार्टी की मेयर ने हाउस मीटिंग में उन्हें टोका और मज़बूर हो के उनके लिए उपशब्द कहे।

चावला ने कहा जिस प्रकार आम आदमी के पार्षद मेयर चुनाव में मेयर आसन तक पहुंच गए थे और तोड़ फोड़ की उसी प्रकार बीजेपी पार्षद नगर निगम में भी ऐसा तमाशा कर चुके हैं व कई बार बीजेपी पार्षद मेयर आसन तक पहुंचे, माइक तोड़े और महिलओ के साथ धक्का मुक्की तक कर चुके हैं ।

चावला ने आम आदमी पार्टी के पार्षदों को भी आड़े हाथो लेते हुए उनकी घोर निंदा की ।  आम आदमी को सोचना चाहिए क्या यह शब्द जायज़ थे जब उन्होंने पिछली मीटिंग में एक पूर्व मेयर के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया व उन्हें कार्टून कहा ।

चावला ने चिंता व्यक्त की कि भले ही चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे द्वारा आम आदमी पार्टी के एक पार्षद के खिलाफ यूटी चंडीगढ़ प्रशासक के कार्यालय में एक वायरल वीडियो के आधार पर, जिसमें उसे कथित तौर पर उसे अपने वार्ड के लोगों से पैसे वसूलते हुए दिखाया गया है, शिकायत दर्ज करा दी गई हो, पर अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह दोनो पार्टियों की मिली भगत दर्शाता है।

भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों की आपसी मिलीभगत के कारण चंडीगढ़ नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के बढ़ते स्तर पर गहन चिन्ता व्यक्त करते हुए उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सदन की बैठकों में चर्चा के लिए निर्धारित एजेंडे को भी पार्षदों के बीच समय पर प्रसारित नहीं किया जा रहा है। परिणामस्वरूप, शहर के कल्याण और विकास से संबंधित महत्वपूर्ण एजेंडे पर कोई सार्थक चर्चा करना मुश्किल हो जाता है।

चंडीगढ़ कांग्रेस ने चंडीगढ़ मेट्रो को यहां लाने की योजना को डंप करने की भी कड़ी आलोचना की । चावला ने कहा कि मेट्रो शहर में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए एकमात्र व्यवहारिक उपाय है क्यों कि यह साबित हो चुका है कि आज के आधुनिक शहरों में ट्रैफिक जाम को दूर करने के लिए “मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम” ही एकमात्र रास्ता है।

चावला ने ट्रिब्यून चौक पर फ्लाई ओवर के निर्माण की वकालत करने के लिए स्थानीय सांसद किरण खेर की आलोचना भी की। इस तरह के फ्लाई ओवर से न केवल  ‘सिटी ब्यूटीफुल’ के मूल चरित्र को नुकसान होगा, बल्कि इसकी ट्रैफिक भीड़ भाड़ की समस्या और भी बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि जबकि यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया में घनी आबादी वाले शहर फ्लाई ओवरों को उनके हानिकारक प्रभावों के तहत उनको नष्ट करना शुरू कर रहे हैं, यहाँ की स्थानीय सांसद अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए अव्यवहारिक परियोजनाओं की घोषणा कर रहीं हैं।

अन्य राज्यों से चंडीगढ़ में प्रवेश करने वाले वाहनों पर “कंजेशन टैक्स” लगाने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए, चावला ने कहा कि यह उपाय चंडीगढ़ के लोगों पर न केवल और अधिक वित्तीय बोझ डालेगा, वरन यातायात की भीड़ को और बढ़ा देगा क्योंकि इसे इकट्ठा करने के लिए टैक्स बैरियरज़ को स्थापित करना पडेगा।

चावला ने कहा कि पार्टी की हाल ही में संपन्न राज्य स्तरीय कार्यशाला में पारित प्रस्तावों को अगले कुछ दिनों में लागू किया जाएगा।

दीपा दुबे, पवन शर्मा वाइस प्रेसिडेंट, अच्छे लाल जनरल सेक्रेट्री और राजीव शर्मा प्रवक्ता चंडीगढ़ कांग्रेस ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।