उदयपुर नव संकल्प घोषणा पर चंडीगढ़ कांग्रेस की दो दिवसीय कार्यशाला शुरू
चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ 31 मई :
उदयपुर नव संकल्प घोषणा को लागू करने के लिए चंडीगढ़ कांग्रेस की दो दिवसीय कार्यशाला आज यहां पीपुल कन्वेंशन सेंटर, सेक्टर 36-बी, चंडीगढ़ में शुरू हुई। विचार-विमर्श में पार्टी की स्थानीय इकाई के लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
पार्टी के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल और एआईसीसी के महासचिव हरीश चौधरी ने कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का एजेंडा तय करते हुये कार्यशाला की शुरुआत की। चर्चा का उद्देश्य 15 मई 2022 को उदयपुर राजस्थान में घोषित पार्टी के नव संकल्प को चण्डीगढ़ में लागू करना और पार्टी के एजेंडे को पूरा करने में पार्टी की स्थानीय इकाई के सामने आने वाली बाधाओं का समाधान खोजना है।
इस अवसर पर बोलते हुए अखिल भारतीय काग्रेंस समिति के महासचिव हरीश चौधरी ने प्रतिनिधियों से इस सवाल पर विचार करने के लिए कहा कि चंडीगढ़ के लोगों ने भले ही पिछले नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस का समर्थन किया था और वह पार्टी को जिताना भी चाहते थे, फिर भी पार्टी पर्याप्त सीटें क्यों हासिल नहीं कर सकी. चौधरी ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी की एक समृद्ध विरासत है और स्वतंत्रता के बाद पार्टी ने अपनी समावेशी एवं विकासोन्मुखी नीतियों से आधुनिक भारत का निर्माण किया है. उन्होंने आम जनता के बीच कांग्रेस की जनहितैषी विचारधारा और उपलब्धियों का प्रचार करने और पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों के कार्यान्वयन में उन्हें शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रतिनिधियों से अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए राज्य और जिला स्तर पर एक वर्ष में पार्टी की कम से कम एक आम सभा की बैठक करने का भी आग्रह किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने पार्टी में नयी प्रतिभाओं, विशेष रूप से युवाओं और समाज के वंचित वर्गों को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्राथमिक उद्देश्य कभी भी सत्ता हथियाना नहीं, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा करने के लिए देश में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन लाना है।
सीनियर जर्नलिस्ट अजय शुक्ला ने स्वतंत्रता संग्राम के गौरवशाली इतिहास को याद किया, जो कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में लड़ा गया था। उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस पार्टी ने एक धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक भारत की स्थापना के लिए ब्रिटिश भारत में स्वतंत्र राज्यों को एकजुट करने और उन्हें स्वतंत्र भारत में शामिल कराने के लिए अभूतपूर्व काम किया, वहीं आरएसएस और मुस्लिम लीग ने 1937 से ही एक अलग देश पाकिस्तान के गठन के बीज बोने शुरु कर दिए थे।
पार्टी की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष सुभाष चावला ने पार्टी डैलीगेटों से चंडीगढ़ के लोगों का प्यार और विश्वास फिर से हासिल करने की दिशा में काम करने का आवाहन किया. उन्होने कहा कि चण्डीगढ़ के लोग अपनी कठिनाइयों का हल निकालने के लिए हमेशा कांग्रेस की ओर ही देखते हैं।