आम आदमी पार्टी के विधायक को 3 साल की सज़ा

लगता आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी की नेतृत्व सरकार मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं। क्योंकि, विधानसभा हलका पटियाला के ग्रामीण से आम आदमी पार्टी के विधायक को एक झगड़े के मामले में दोषी करार दे दिया गया।  मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि इंदर सिंह की अदालत ने उन्हें 3 वर्ष की सजा एवं 16 हजार रुपए जुर्माना किया। इनके साथ परिवार के अन्य सदस्य को भी दोषी करार देते हुए उन्हें भी 3-3 वर्ष की सजा सुनाई गई। इसमें विधायक  पत्नी सुरिंदर कौर सैनी, बेटे राहुल एक और दोषी परमिंदर सिंह शामिल थे। यह सजा रुपनगर की अदालत ने सुनाई है। फिलहाल, विधायक तथा उसके परिवार के पास उच्च अदालत में याचिका दायर कर जमानत हासिल करने का विकल्प भी है। लेकिन, अदालत के फैसले ने आआपा सरकार को विपक्ष द्वारा घेरने का एक अवसर दे दिया। आआपा विधायक ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के मंत्री ब्रह्म महिंद्रा मोहित महिंद्रा को हराया था।

  • ईमानदारी तथा अपराधियों को नो-टॉलरेंस की नीति का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार क्या अपनी पार्टी के मौजूदा विधायक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करती है या फिर ठंडे बस्ते में डाल देती है
  • कानून तथा नियमों के मुताबिक, अदालत द्वारा किसी विधायक को सजा देती है तो उसे अपनी विधायक सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ता है।
  • अगर विधायक जमानत लेकर उच्च अदालत में अपील कर लेते है तो फिर इस्तीफा की जरुरत नहीं पड़ती है

रूपनगर, चंडीगढ़(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

दमी पार्टी (आआपा) के एक विधायक, उनकी बेटी और बेटे को, 11 साल पुराने एक मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाई गई। पंजाब के पटियाला (ग्रामीण) से विधायक बलबीर सिंह और अन्य पर उनकी एक रिश्तेदार पर हमला करने का आरोप है। हालांकि, रूपनगर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि इंदर सिंह ने बलबीर सिंह, उनकी पत्नी रुपिंदर कौर, बेटे राहुल और एक अन्य व्यक्ति को सजा सुनाने के बाद जमानत दे दी। आआपा विधायक के खिलाफ मामला 2011 में उनके परिवार और उनकी पत्नी की बहन परमजीत कौर के बीच झगड़े से संबंधित है, जिनका विधायक के परिवार के साथ भूमि विवाद था. विधायक पर उनकी साली और साढू ने आरोप लगाए थे. हालांकि विधायक ने कहा है कि आरोप झूठा है।

चारों को आईपीसी की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने), धारा 324 (स्वेच्छा से खतरनाक हथियार से चोट पहुंचाने), धारा 325 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाने) और आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के अपराध के लिये सजा सुनाई गई। परमजीत कौर की शिकायत के आधार पर रूपनगर जिले में चमकौर साहिब पुलिस थाने में जून 2011 में आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। कोर्ट ने तीनों दोषियों को 16 -16 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। हालांकि कोर्ट ने विधायक बलबीर सिंह समेत चारों लोगों को इस मामले में 50 -50 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी ह। . विधायक बलबीर सिंह ने कहा कि वे सत्र कोर्ट में अपील दायर करेंगे. विधायक ने कहा वह इस मामले में आगे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।

आईपीसी की धारा 323

भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के अनुसार, जो भी व्यक्ति (धारा 334 में दिए गए मामलों के सिवा) जानबूझ कर किसी को स्वेच्छा से चोट पहुँचाता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या एक हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।

आईपीसी की धारा 324

आईपीसी की धारा 324: खतरनाक हथियारों से स्वेच्छा से चोट पहुंचाना। धारा 334 द्वारा प्रदान किए गए मामले को छोड़कर स्वेच्छा से गोली मारने, छुरा घोंपने, काटने से चोट का कारण बनता है, जो अपराध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इससे मृत्यु होने की संभावना है।

आईपीसी की धारा 325

भारतीय दंड संहिता की धारा 325 के अनुसार, धारा 335 द्वारा प्रदान किए गए मामले को छोड़कर जो कोई भी किसी दूसरे व्यक्ति को स्वेच्छापूर्वक गंभीर चोट पहुचाता है तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा जिसे सात वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, और साथ ही वह आर्थिक दंड के लिए भी उत्तरदायी होगा। सजा – सात वर्ष कारावास + आर्थिक दंड।

आईपीसी की धारा 506

आईपीसी धारा 506: आपराधिक अभित्रास के लिए दण्डजो कोई आपराधिक अभित्रास का अपराध करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा ।21-Jan-2022

बताया जा रहा है कि मामला कुछ साल पुराना है। कुछ वर्ष मौजूदा आआपा के विधायक डॉ. बलबीर सिंह सहित परिवार का अपने बेहद करीबी रिश्तेदार के साथ झगड़ा हुआ था। एक-दूसरे पर हमला किया गया। दोनों तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। मामला अदालत में गया। रुपनगर की अदालत ने आज अपने फैसले में सभी सबूतों के आधार पर विधायक सहित परिवार को दोषी करार देते हुए 3-3 वर्ष के सजा तथा एवं जुर्माना लगाया। जबकि, विधायक के रिश्तेदार को अदालत ने सबूतों के अभाव की वजह से बरी कर दिया। बताया जा रहा है कि विधायक के रिश्तेदार आर्मी के पूर्व उच्च अधिकारी रह चुके हैं। 

ईमानदारी तथा अपराधियों को नो-टॉलरेंस की नीति का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार क्या अपनी पार्टी के मौजूदा विधायक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करती है या फिर ठंडे बस्ते में डाल देती है। कानून तथा नियमों के मुताबिक, अदालत द्वारा किसी विधायक को सजा देती है तो उसे अपनी विधायक सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ता है। लेकिन, इसमें अगर विधायक जमानत लेकर उच्च अदालत में अपील कर लेते है तो फिर इस्तीफा की जरुरत नहीं पड़ती है। 

विनय कुमार सक्सेना दिल्ली के नए उपराज्यपाल नियुक्त

विनय कुमार सक्सेना की प्राप्त सूचना के पश्चात सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल महोदय श्री विनय कुमार सक्सेना जी का दिल्ली की जनता की तरफ़ से मैं हार्दिक स्वागत करता हूं। दिल्ली की बेहतरी के लिए उन्हें दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल की तरफ़ से पूर्ण सहयोग मिलेगा। “ इसके साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली के उपराज्यपाल रहे श्री अनिल बैजल जी के साथ मिलकर दिल्ली में कई काम किए और कई समस्याओं को ठीक करने की कोशिश की। वे एक बेहद अच्छे इंसान हैं. भविष्य के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की कामना करता हूं। “

दिल्ली के उपराज्यपाल, विनय कुमार सक्सेना

नई दिल्‍ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। वह पदभार ग्रहण करने की तारीख से दिल्ली के उपराज्यपाल होंगे। सक्सेना, अनिल बैजल का स्थान लेंगे, जिन्होंने ”निजी कारणों” का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले विनय कुमार सक्सेना खादी ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार के चैयरमैन थे।  उनके नेतृत्व में, केवीआईसी के कारोबार में 248 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई, जबकि सिर्फ सात साल में बड़े पैमाने पर 40 लाख नए रोजगार सृजित हुए।

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘भारत के राष्ट्रपति को विनय कुमार सक्सेना को उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हो रही है। ’ उल्लेखनीय है कि तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग के अचानक इस्तीफा देने के बाद 1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल को दिसंबर 2016 में दिल्ली का 21वां उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था।  18 मई को दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने इस्‍तीफा दे दिया था। उनका यह फैसला अचानक लिया गया था। उन्‍होंने बताया था कि वे निजी कारणों से इस्‍तीफा दे रहे हैं।

23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं। उनके बारे में बताया जाता है कि वह कॉरपोरेट के साथ-साथ एनजीओ सेक्टर में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने 1984 में राजस्थान में जेके ग्रुप को ज्वॉइन किया और 11 सालों तक यहाँ काम किया। इसके अलावा उन्होंने जल संसाधन विकास के क्षेत्र में, सामाजिक कुप्रथाओं से लड़ने और आपदा प्रबंधन सहायता के क्षेत्र में भी काम किया।

देखना दिलचस्प होगा कि नए उप-राज्यपाल के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के रिश्ते कैसे रहते हैं? अनिल बैजल और अरविंद केजरीवाल के बीच खटपट की खबरें अक्सर चर्चा में रहती है। हाल ही में दिल्ली सरकार की डोर स्टेप डिलिवरी स्कीम को एलजी ने रोक दिया था जिसके बाद एक बार फिर सीएम और एलजी के बीच टकराव खुलकर सामने आ गई थी।

विनय कुमार सक्सेना की प्राप्त सूचना के पश्चात सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल महोदय श्री विनय कुमार सक्सेना जी का दिल्ली की जनता की तरफ़ से मैं हार्दिक स्वागत करता हूं। दिल्ली की बेहतरी के लिए उन्हें दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल की तरफ़ से पूर्ण सहयोग मिलेगा। “

इसके साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली के उपराज्यपाल रहे श्री अनिल बैजल जी के साथ मिलकर दिल्ली में कई काम किए और कई समस्याओं को ठीक करने की कोशिश की। वे एक बेहद अच्छे इंसान हैं. भविष्य के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की कामना करता हूं। “

अजमगढ़ में कट्टरपंथी मिशनरियों के जबरन धर्मांतरण के खेल का हुआ पर्दाफाश, VHP की शिकायत पर पुलिस ने रेड में 3 आरोपितों को पकड़ा, 1 नाबालिग

  आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि रविवार को शहर कोतवाली क्षेत्र में धर्मांतरण की एक सूचना मिली थी, जिसके आधार पर मौके से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। वहीं, पूछताछ के बाद आज (सोमवार) दो अभियुक्तों रौसीसुख पुत्र राजेश सुख और विजय कुमार पुत्र फुला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आजमगढ़ जिले में धर्मांतरण का मामला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि जिले में तीन महीने में यह तीसरी धर्मांतरण की घटना है। इससे पहले शहर कोतवाली के सरायमंद राजा और ठंडी सड़क के मड़या में भी धन व भूत प्रेत का लालच देकर धर्मांतरण कराये जाने का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।

आजमगढ़, लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

यूपी के आजमगढ़ जिले में लगातार पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराये जाने का खेल जारी है। ताजा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित शाही पुल के समीप मड़या जयरामपुर मोहल्ले का है। वहीं, मकान में धर्मांतरण कराये जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया था। इसके बाद दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो धर्मांतरण की बात खुली। वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों रौसीसुख और विजय कुमार को जेल भेज दिया है।

बहरहाल, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों को रविवार को सूचना मिली कि शहर के मड़या जयरामपुर में एक मकान में कुछ लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और वीडियो और फोटो लेने लगे। वहीं, इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी। इस दौरान मकान के अंदार काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं और वहां प्रार्थना सभा भी चल रही थी। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई, जहां उनसे पूछताछ की गई.पुलिस ने मौके पर धर्म प्रचार सामग्री भी बरामद की।

अब आगे इनसे बाकी की पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि पकड़े गए तीन आरोपितों में से एक नाबालिग था, इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया। जो गिरफ्तार हुए उनके नाम रौसी सुख और विजय कुमार हैं। एसपी शैलेंद्र ने कहा है कि आरोपितों से पूछताछ के बाद कार्रवाई होगी।

विश्व हिंदू परिषद के आजमगढ़ के महामंत्री गौरव रघुवंशी ने बताया, “हमारे पास धर्म परिवर्तन से जुड़ी शिकायतें काफी लंबे समय से आ रही थी जो कि पूरी तरह गैर कानूनी है। मासूम जनता को तरह-तरह के लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। हम माँग करते हैं कि इन लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में इस काम को न दोहराया जाए।”

इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों ने भी धर्म परिवर्तन के खेल की पोल पट्टी खोली है। उन्होंने कहा कि मकान में लोगों को जुटाकर ऐसे आयोजन होते रहते हैं, इसलिए उन्हीं लोगों ने ये शिकायत हिंदू संगठनों को दी थी। उनकी शिकायत के बाद पुलिस ने इस कार्यक्रम में रुकवाया।

उल्लेखनीय है कि यूपी में पहले भी धर्म परिवर्तन कराने की बहुत सी शिकायतें आती रही हैं। पिछले साल जामिया नगर से दो आरोपित पकड़े गए थे जिन्होंने मूक-बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा दिया था। आरोप था कि ये गिरोह सालाना 200-300 लोगों का धर्म परिवर्तन करवाता था।

बाल श्रम पर अंकुश लगाने के लिये शीघ्र ही चलाया जायेगा जागरूकता अभियान -उपायुक्त महावीर कौशिक

  • मार्केेंट एसोसिएशन और इंड्रस्टियल एसोसिएशन के सहयोग से जगह-जगह जागरूकता शिविरों का आयोजन कर लोगों को बाल श्रम के विरुद्ध किया जायेगा प्रेरित
  • सरकार के प्रयासों के साथ साथ लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने की भी आवश्यकता -उपायुक्त

कोरल ‘पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 23 मई :

जिला में बाल श्रम पर अंकुश लगाने के लिये शीघ्र ही एक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, जिसके तहत श्रम विभाग पंचकूला द्वारा मार्केेंट एसोसिएशन और इंड्रस्टियल एसोसिएशन के सहयोग से जगह-जगह जागरूकता शिविरों का आयोजन कर लोगों को बाल श्रम के विरूद्ध प्रेरित किया जायेगा। यह निर्देश उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज लघु सचिवालय के सभागार में बाल श्रम से संबंधित मामलों के लिए गठित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुये दिये।

बाल श्रम के मामलों में संलिप्त पाये जाने पर 50 हजार रुपये तक जुर्माना व 2 साल तक की सजा हो सकती है-

उपायुक्त ने कहा कि बाल श्रम पर अंकुश लगाने के लिये सरकार के प्रयासों के साथ साथ लोगों की मानसिकता में भी बदलाव लाने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिये आगामी जून माह में श्रम विभाग पंचकूला द्वारा विभिन्न मार्केंटस और ओद्यौगिक क्षेत्रों में जागरूकता शिविरों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाये कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से श्रम करवाना कानूनी अपराध है और इसकी उल्लंघना करने पर जुर्माने के साथ साथ सजा का भी प्रावधान है। उपायुक्त ने कहा कि बाल श्रम (रोकथाम और विनियमन) संशोधन अधिनियम के तहत 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से दुकानों, फैक्ट्रियों, कारखानों, होटल, ढाबो और घरों में काम करवाना अपराध हैं और ऐसे मामलों में संलिप्त पाये जाने पर 20 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये जुर्माना तथा 2 साल तक की सजा हो सकती है।

14 से 18 वर्ष तक आयु के बच्चों से 86 जोखिम भरे व्यवसाय व उद्योगों में काम करवाना अपराध-

उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा 14 से 18 वर्ष तक आयु के बच्चों से भी जोखिम भरे व्यवसाय व उद्योगों जैसे आॅटो मोबाईल वर्कशाॅप, गैराज, सर्कस, साबुन बनाना, अगरबत्ती बनाना, कचरा उठाना और कबाड़ चुनना, चूना भट्ठा तथा घरेलू श्रम सहित अन्य 86 व्यवसाय एवं प्रक्रियाओं में काम नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चे तथा युवा हर कार्य को जोश तथा जिद के साथ करते हैं और इस दिशा में वे सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए जागरूक करें कि यदि उन्हें कहीं बाल श्रम होता दिखे तो वे इसकी सूचना दें। 

बाल श्रम से संबंधित कोई भी जानकारी मिलने पर दें तुरंत सूचना-

उपायुक्त ने निर्देश दिये कि जागरूकता शिविरों के माध्यम से पुलिस हैल्प लाईन नंबर 100, चाईल्ड लाईन नंबर 1098, केंद्र सरकार के पेंसिल पोर्टल और सहायक श्रम आयुक्त की ईमेल locopkl1@gmail.com की जानकारी भी लोगों को दी जायें ताकि यदि किसी के संज्ञान में बाल श्रम का मामला आता है तो वे इसकी जानकारी दें सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि बाल श्रम से संबंधित कोई भी सूचना मिलने पर जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी द्वारा त्वरित कार्रवाही की जायें ताकि बाल श्रम में फसंे बच्चों को छुड़ाकर चाईल्ड वेलफेयर काउंसिल के माध्यम से उनका पुर्नवास सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला ऋचा राठी, सहायक श्रम आयुक्त नवीन शर्मा, चाईल्ड वेलफेयर काउंसिल की अध्यक्ष ममता गोयल, लेबर इन्सपेक्टर तेजबीर सिंह और कृष्ण कुमार और शिक्षा विभाग व पुलिस विभाग के अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

रियल टाइम इंटरएक्टिव वर्चुअल क्लासरूम परिषद का सराहनीय प्रोजेक्ट – महावीर कौशिक

  •  स्लम एरिया, चिल्ड्रन होम एवं राजकीय विद्यालय की छात्राओं को दी जाएगी निशुल्क कोचिंग-रंजीता मेहता
  •  परिषद द्वारा संचालित शिशुगृह में जिला उपायुक्त महावीर कौशिक और मानक महासचिव रंजीता मेहता ने किया प्रोजेक्ट का शुभारंभ

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला :एल

पंचकुला हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित शिशुगृह में रियल टाइम इंटरएक्टिव वर्चुअल क्लासरूम एजुकेशन प्रोजेक्ट का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला उपायुक्त एवं जिला प्रधान जिला बाल कल्याण परिषद पंचकूला आईएएस महावीर कौशिक और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही परिषद मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता ने रिबन काटकर किया।

रियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रदेश भर में 3 स्थानों पर करनाल गुरुग्राम और पंचकूला में वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से स्लम एरिया, चिल्ड्रन होम एवं राजकीय विद्यालय की छात्राओं को छठी से बारहवीं तक साइंस एवं गणित ब्लैडेट लर्निंग प्रोग्राम नई  शिक्षा नीति 2020 के तहत निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। जिला उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने परिषद द्वारा संचालित वर्चुअल क्लासरूम प्रोजेक्ट को शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। परिषद अनाश्रित बच्चों, गरीबों और जरूरतमंदों को निशुल्क कोचिंग देगी। जो कि बाल कल्याण के क्षेत्र में बेहद सराहनीय कार्य है और इसके माध्यम से बच्चे निशुल्क कोचिंग ले अपने डॉक्टर एवं इंजीनियर बनने के सपने के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर पाएंगे।

उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से विभिन्न विषयों की कोचिंग निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। जो कि निश्चित रूप से बच्चों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगी। मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश भर में होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स प्राइवेट लिमिटेड धारूहेड़ा गुरुग्राम की सीएसआर पॉलिसी के अंतर्गत रियल टाइम इंटरएक्टिव वर्चुअल क्लासरूम एजुकेशन प्रोजेक्ट की स्थापना हरियाणा के तीन विभिन्न जिलों में की है। जिसमें पंचकूला, गुरुग्राम और करनाल शामिल है और भविष्य में  प्रयास रहेगा कि सीएसआर के अंतर्गत की अन्य जिलों में भी यह प्रोजेक्ट चलाया जाए ताकि  गरीब जरूरतमंद बच्चों को रियल टाइम वर्चुअल कक्षाओं में स्कूल में चल रहे सिलेबस के साथ-साथ उसी सिलेबस को लेकर साइंस, मैथ, इंग्लिश, ओलंपियाड, जेईई एवं नीट को ध्यान में रखते हुए बेसिक कांसेप्ट क्लीयरिंग रियल टाइम इंटरएक्टिव कक्षाओं का आयोजन सप्ताह में प्रत्येक क्लास के लिए एक-एक बार किया जाएगा।

रंजीता मेहता ने बताया कि लगभग 930 बच्चे  इन सभी तीनों वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से निशुल्क पढ़ाई का लाभ ले पाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का प्रयास है कि जरूरतमंद बच्चे किसी भी अभाव में अपने सपनों के पीछे भागना न छोड़े बल्कि अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करें और इसमें हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद इस तरह के अनेकों योजनाओं के माध्यम से भरपूर सहयोग करेगी।

इस अवसर पर सीनियर बाल कल्याण अधिकारी ओपी मेहरा, जिला सीनियर बाल कल्याण अधिकारी मिलन पंडित, बाल कल्याण अधिकारी सरोज मलिक, जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी विश्वास मलिक, जिला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह एवं अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

पानी की कमी को देखते हुए खंड मोरनी में दो करोड़ बीस पैंतीस लाख की लागत से लगेंगे सात नए ट्यूबवेल, तीन का किया शुभारंभ- लतिका शर्मा

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोरनी, 23 मई :

मोरनी में पीने के पानी की समस्या को देखते हुए जन स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत पड़ने वाले गाँव थापली, भोगपुर व पीपल की खुरली में तीन नए ट्यूबवेल लगाने के कार्य का शुभारंभ सोमवार को क्षेत्र की पूर्व विधायक व भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की कोषाध्यक्ष लतिका शर्मा द्वारा थापली से किया गया। इस मौके पर उनके साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष सुखबीर, महामंत्री परमजीत, बलजीत, निशा ठाकुर, लाल सिंह काठी, सरपंच मामचंद, सरपंच खेमराज, सरपंच उपेंद्र, भूपेन्द्र, कूलभूषण दारा, घनश्याम आदि विभिन लोग उपस्थित रहे।

इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए लतिका शर्मा ने कहा कि क्षेत्र वासियों की माँग को देखते हुए खंड मोरनी के लिए दो करोड़ पैंतीस लाख रूपये से लगने वाले सात ट्यूबवेलों को सूबे की मनोहर सरकार से मंज़ूर करवाया गया है। जिनका लाभ जल्द ही क्षेत्र वासियों को मिलेगा। वहीं जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर ने बताया कि लगभग दो करोड़ पैंतीस लाख रुपये की लागत से कुल सात नए ट्यूबवेल सरकार द्वारा मंज़ूर किए गये हैं। जिनमे से गाँव थापली, भोगपुर व पीपल की खुरली में लगने वाले तीन ट्यूबवेलों के कार्यों का आज शुभारंभ किया गया हैं। जिनका लाभ एक महीने के अंदर-अंदर क्षेत्र के लोगों को मिलने लगेगा। 

जनशक्ति आवाज मंच ने किया कार्यकारिणी का विस्तार

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला,23 :

जनशक्ति आवाज मंच की एक बैठक सोमवार को पंचकूला जिला न्यायालय परिसर में हुई। बैठक जनशक्ति आवाज मंच के राष्ट्रीय संयोजक रणधीर सिंह बधराण की अध्यक्षता में अलग हरियाणा उच्च न्यायालय के मुद्दे को लेकर बुलाई गई थी। जिसमें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से अलग हरियाणा उच्च न्यायालय की मांग के समर्थन को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार, विपक्ष के नेता, अभय चौटाला, अन्य राजनीतिक दलों और निर्वाचित निर्दलीय विधायकों को भेजा जाएगा। बैठक के बाद मंच की कार्यकारिणी का विस्तार भी किया गया। जिसमे कई अधिवक्ताओं को मंच के पदाधिकारियों के रूप में नामित किया गया। रणधीर बधराण ने कहा कि कार्यकारिणी के विस्तार से जनशक्ति आवाज मंच को नई मजबूती मिलेगी। नामित किए गए पदाधिकारियों में वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय पंघाल, सुमेंद्र बधरान अध्यक्ष राज्य कार्यकारिणी समिति और सुलेख चंद अध्यक्ष अंबाला, हिमांशु चौहान एडवोकेट उप प्रधान, आशीष राणा एडवोकेट सह सचिव, भूपेन्द्र कुमार एडवोकेट कों सलाहकार, अंकित मलिक जिला प्रवक्ता, राजेन्द्र कुमार सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। बैठक के दौरान मंच के राष्टÑीय संयोजक रणधीर सिंह बधराण, जिलाध्यक्ष कृष्ण शर्मा, राकेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष, यशपाल राणा प्रदेश प्रवक्ता, रविकांत राष्ट्रीय सलाहकार एवं कई अन्य अधिवक्ता एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

कांग्रेस में बंपर ज्वाइनिंग, 8 पूर्व विधायकों और मंत्रियों के साथ अन्य दलों के बड़े नेताओं ने थामा पार्टी का दामन

  • शारदा राठौर, रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलवाल, परमिंदर ढुल, जिले राम शर्मा, राकेश कंबोज, राजकुमार वाल्मीकि, सुभाष चौधरी, किशन लाल पांचाल कांग्रेस में शामिल
  • भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान के नेतृत्व में ली पार्टी की सदस्यता
  • एकसाथ इतनी ज्वाइनिंग कांग्रेस के प्रति जनता की भावनाओं को कर रही हैं प्रतिबिंबित- हुड्डा 
  • कांग्रेस को मिल रहा है तगड़ा रिस्पॉन्स, आने वाला समय कांग्रेस का- हुड्डा
  • अलग-अलग वर्गों व जातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं सभी नेता- उदयभान
  • कांग्रेस को मिल रहा है सभी वर्गों का समर्थन- उदयभान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, 23 मई, चंडीगढ़ः 

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में आज कांग्रेस में बंपर ज्वाइनिंग हुईं। 8 पूर्व विधायकों ने एकसाथ कांग्रेस का दामन थामा। इनमें शारदा राठौर, रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलवाल, परमिंदर सिंह ढुल, जिले राम शर्मा, राकेश कंबोज, राजकुमार वाल्मीकि और सुभाष चौधरी शामिल हैं। इनके साथ एलएसपी प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल पांचाल ने भी पार्टी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। इन नेताओं की ज्वाइनिंग के लिए राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा कई दिनों से प्रयासरत थे।

इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान ने सभी नेताओं और उनके समर्थकों, कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में स्वागत किया। साथ ही, उन्हें पार्टी में पूरा मान-सम्मान दिलाने का भरोसा दिलाया। हुड्डा ने कहा कि एकसाथ इतनी बड़ी तादाद में दिग्गज नेताओं की जॉइनिंग जनता की भावनाओं को प्रतिबिंबित कर रही है। इससे स्पष्ट है कि अब जन भावनाएं कांग्रेस के साथ हैं। कांग्रेस को जनता का तगड़ा रिस्पॉन्स मिल रहा है, क्योंकि भविष्य के लिए यही एकमात्र विकल्प है। आने वाला समय कांग्रेस का है। 

चौधरी उदयभान ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने वाले सभी नेता अलग-अलग वर्गों और जातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें दो कंबोज, एक ब्राह्मण, एक जाट, दो अनुसूचित जाति वर्ग, एक राजपूत, एक पांचाल और एक प्रजापति समाज से संबंध रखते हैं। यह ज्वाइनिंग स्पष्ट संकेत दे रही है कि सभी वर्ग कांग्रेस के साथ हैं। इनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। अब सब मिलकर संगठन को आगे बढ़ाने के लिए मेहनत करेंगे।

इस मौके पर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कई विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री समेत कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेतागण भी मौजूद रहे।

कांग्रेस ज्वाइन करने वालों नेताओं का परिचय इस प्रकार है-

शारदा राठौर

शारदा राठौर फरीदाबाद जिले की बल्लभगढ़ सीट से 2005 से 2009 तक विधायक रहीं। 2005 के चुनाव में वो 34,076 मतों के अंतर से चुनाव जीतीं। इसके बाद 2009 में इनकी जीत का अंतर 23,844 वोटों का था| पिछले विधान सभा चुनाव से पहले अगस्त 2019 में वो कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं| उनके कांग्रेस में वापिस आने से पूरे फरीदाबाद क्षेत्र में पार्टी को मजबूती मिलेगी|

राम निवास घोड़ेला

2009 विधानसभा चुनाव में रामनिवास घोड़ेला बरवाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। 2019 में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ा था।

नरेश सेलवाल

नरेश सेलवाल हिसार जिले की उकलाना (सुरक्षित) से 2009 में विधायक चुने गए। क्षेत्र की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए नरेश सेलवाल के वापिस पार्टी में आने से कांग्रेस को अनुसूचित जाति वर्ग में और मजबूती मिलेगी और समाज में पार्टी का विस्तार होगा।

परमिंदर सिंह ढुल

परमिंदर सिंह ढुल 2009 और 2014 में जींद जिले की जुलाना सीट से इनेलो की टिकट पर विधायक चुने गए और दोनों चुनाव में जीत का अंतर 10,000 मतों से अधिक था। 2019 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और 37,749 वोट प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे।

जिले राम शर्मा

पं. जिले राम शर्मा 2009 में करनाल जिले की असंध सीट से विधायक रहे। पं. जिले राम शर्मा की क्षेत्र और ब्राह्मण समाज में मजबूत पकड़ है।

राकेश कंबोज

राकेश कंबोज 2005 में करनाल जिले की इंद्री सीट से विधायक रहे। हजकां के प्रत्याशी के रुप में 2009 में 26,153 वोट और 2014 में 18,892 वोट लेकर वो इसी सीट से तीसरे स्थान पर रहे। 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए 46,659 वोट लिए और दूसरे स्थान पर रहे।

राजकुमार वाल्मीकि 

राजकुमार वाल्मीकि 1985 से 1991 तक यूथ कांग्रेस में सेक्रेटरी पद पर रहे। इसके बाद जुंडला विधानसभा क्षेत्र से 1991 से 1996 तक विधायक रहे तथा मुख्य संसदीय सचिव के पद पर आसीन रहे।

1998 में लोकसभा अंबाला से चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें करीब 1,75000 वोट प्राप्त किए| 2014 में लोकसभा क्षेत्र अंबाला से चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें करीब 3 लाख वोट प्राप्त हुए| 2006 से 2014 तक scheduled caste finance and development corporation के चेयरमैन पद पर रहे। आज आम आदमी पार्टी को छोड़ कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। फिलहाल राजकुमार वाल्मिकि आम आदमी पार्टी के अंबाला से प्रभारी थे।

सुभाष चौधरी

सुभाष चौधरी (पूर्व मंत्री) विधानसभा क्षेत्र जगाधरी से 1996 से 2000 विधायक और मंत्री रहे। 2005 से 2009 तक विधायक रहे।

किशन लाल पांचाल

किशन लाल पांचाल (प्रदेश अध्यक्ष लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी) ने रोहतक से 2019 में लोकसभा व बहादुरगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ा|अब किशन लाल पांचाल लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी छोड़ कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं।

ज्ञानवापी पर हिन्दू पक्ष में ‘रूबीना खानम’ का ब्यान अखिलेश को बर्दाश्त नहीं, खानम सपा से पदमुक्त

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रही बयानबाजियों के बीच अलीगढ़ की महिला नेता रुबीना खानम ने हिंदुओं के पक्ष में बयान दिया था। ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) की नेता रुबीना खानम पर अब सपा ने एक्शन ले लिया है। उन्होंने आगे कहा, “मुझे हैरानी इस बात की है कि मुझे उन्होंने पद मुक्त इसलिए किया है कि मैंने अनुशासनहीनता की है। ऐसी अनुशासनहीनता तो मैं बार-बार करना चाहूंगी। अब मेरा समाजवादी पार्टी में भी रहने का कोई मतलब नहीं है। ऐसी पार्टी में तो मैं खुद नहीं रहना चाहती, जहां मुझे सच बोलने का अधिकार ना हो, जहां मैं हिंदू भाइयों की बात नहीं कर सकती, जहां मैं देश की बात नहीं कर सकती पहले मैंने इस पार्टी में रहते हुए तुष्टीकरण की राजनीति की, सिर्फ एक तरफा एक वर्ग विशेष की राजनीति की, लेकिन जब मुझे ज्ञान हुआ, मेरी आत्मा ने और मेरे जमीर ने कहा मैं जिस देश में रहती हूं उस देश की बात करनी चाहिए, जिस देश का मैंने नमक खाया है, उस देश की बात करनी चाहिए.मुझे किसी पार्टी की बात नहीं करनी चाहिए।”

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, सेमोक्रेटिक फ्रंट, अलीगढ़/ चंडीगढ़:

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बीते तीन दिनों में लगातार कई घटनाक्रम बदले हैं.मस्जिद में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष ने किया था। वाराणसी कोर्ट के निर्देश के बाद बीते शनिवार को ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद लगातार तीन दिनों तक मस्जिद में सर्वे हुआ। सर्वे के तीसरे और अंतिम दिन कोर्ट ने ज़िला प्रशासन को निर्देश देते हुए उस जगह को सील करने को कहा जहां सर्वे टीम को कथित तौर पर ‘शिवलिंग’ मिला था। वहीं शिवलिंग मिलने के दावे के बाद आम जनता से लेकर राजनेता भी इस मुद्दे पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं।

शनिवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने एक पत्र जारी कर रुबीना खानम को अनुशासहीनता में महानगर अध्यक्ष पद से पदम मुक्त कर दिया। इस पर रुबीना खानम ने कहा है कि जब हमने राष्ट्रहित की बात की, सत्य की बात की। सभी धर्मों का सम्मान करते हुए हिंदू धर्म की आस्था का सम्मान करते हुए बहुसंख्यकों की भी बात की, सपा के लिए ये अनुशासनहीनता हो गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुद को हटाए जाने पर रुबीना ने नाराजगी जताई। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “मैं अनुशासनहीन इसलिए हो गई क्योंकि मैं समाजवादी पार्टी के हिसाब से नहीं बोली। मुझे सपा ने पद से इसलिए हटा दिया क्योंकि मैंने राष्ट्रवाद और सभी धर्मों के सम्मान की बात कह दी। यही सपा का असली चेहरा है।”

रुबीना ने कहा, “जिस पार्टी में मैं सच भी नहीं बोल सकती और देश की बात भी नहीं कर सकती उसमें मैं नहीं रहना चाहती। मेरे पास आए लेटर में मुझे अनुशासनहीन बताया गया है। मतलब मुसलमानों के साथ हिन्दुओं की भी बात करना अनुशासनहीनता कैसे हो गया ? अगर ये अनुशासनहीनता है तो मैं इसे बार-बार करूँगी। आज पद से निकाला है कल पार्टी से निकाल देंगे। ऐसी पार्टी में मैं खुद नहीं रह सकती।”

रुबीना के मुताबिक, “जिस पार्टी में बहू अपर्णा यादव का सम्मान नहीं हुआ वहाँ मेरा सम्मान कैसे होता ? ये सच है कि मैं पहले तुष्टिकरण की राजनीति करती थी। लेकिन बाद में मुझे मेरी आत्मा ने झकझोर दिया। तब मुझे आत्मज्ञान हुआ। तब से मैंने पूरे देश की बात करनी शुरू कर दी।”

इससे पहले ज्ञानवापी सर्वे पर बोलते हुए रुबीना खानुम का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। तब उन्होंने कहा था, “अगर ये साबित हो जाता है कि किसी शासन ने जबरन ताकत के दम पर मस्जिद बनाई गई थी। तब हमारे धर्म गुरुओं को समझना चाहिए कि वहाँ नमाज़ पढ़ना हराम है। साथ ही तब हमारा मुस्लिम समाज और उलेमा उस जमीन को हिन्दू पक्ष को लौटा दें।”

गौरतलब है कि रुबीना खानुम पहले कई विवादित बयानबाजी कर चुकी हैं। हिजाब विवाद में रुबीना ने हिजाब पर हाथ डालने वालों के हाथ काट देने का एलान किया था। वहीं लाऊडस्पीकर विवाद में भी उन्होंने मंदिरों के आगे लाऊडस्पीकर पर कुरान का पाठ करने की धमकी दी थी।

एन जी ओ एन ए कल्चरल सोसायटी को मिला वीमेन एचीवर अवार्ड 

चंडीगढ़ : 23 मई 
समाज में महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्यों की वजह से चंडीगढ़ की एन ए कल्चरल सोसाइटी को वुमन अचीवर अवार्ड से नवाजा गया। गौरतलब है कि सोसाइटी पिछले 5 सालों से समाज में महिलाओं व जरूरतमंद बच्चों के लिए लगातार प्रयासरत रहती है और खास कर करोना काल में सोसाइटी की पायल निखार ने अपने घर से ही भोजन बना बना कर कई जरूरतमंदों का भला किया इसीलिए  आयोजक राधिका व  मुख्य अतिथि गुलशन ग्रोवर व संजीव जुनेजा  ने सोसाइटी की पदाधिकारियों को अवार्ड से सम्मानित किया।