कांग्रेस को गुजरात से पंजाब तक झटके देगी भाजपा, आज ‘दिग्गज हिंदू नेता’ सुनील जाखड़ भाजपा में हो सकते हैं शामिल

सुनील जाखड़ ने बीते शनिवार को ही पार्टी को गुड बाय कह दिया था। सुनील जाखड़ कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से तब से ही नाराज चल रहे थे, जब राहुल गांधी की ‘मंजूरी’ के बावजूद वह पंजाब के मुख्यमंत्री इसलिए नहीं बन पाए, क्योंकि वह हिंदू थे। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने अंतिम समय पर यह कह कर स्थिति बदल दी, “अगर किसी हिंदू को मुख्यमंत्री बनाया गया तो पंजाब में आग लग जाएगी।” भाजपा नेता पूर्व विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा , “जाखड़ बड़े लीडर हैं। अगर हाईकमान राजी हो तो हम ऐसे नेताओं का बांहें फैलाकर स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि कमजोर हाईकमान की वजह से सुनील जाखड़ के साथ यह व्यवहार किया गया। उन्हें सस्पेंड करने और पदों से हटाने की बात कही गईजाखड़ परिवार ने 50 साल तक इस पार्टी को खून पसीने से सींचा है। जाखड़ का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी है। पहले हम 23 सीटों पर लड़ते थे, अब 73 पर लड़े और आगे 117 पर लड़ेंगे, इसलिए अच्छे नेताओं का स्वागत करेंगे।”

सारिका इवरी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जाखड़ को पार्टी की सदस्यता दिलवाएंगे। जानकारी के अनुसार, जाखड़ के भाजपा में शामिल होने का फैसला कल ही हो गया था। कांग्रेस को गुड बाय कहने वाले जाखड़ ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में मुलाकात की थी। जाखड़ इन दिनों दिल्ली में ही हैं।  उनके अलावा गुजरात के कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिक पटेल के भी भाजपा में जाने की अटकलें हैं। इस तरह भाजपा की ओर से कांग्रेस को गुजरात से पंजाब तक झटके दिए जा सकते हैं। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। इसके अलावा पार्टी ने उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए सभी पदों से हटा दिया था। उन पर पार्टी लाइन से अलग बयान देने के आरोप लगे थे, जिसके बाद हाईकमान ने यह कार्रवाई की थी।

इसके बाद सुनील जाखड़ ने फेसबुक लाइव कर भावुक भाषण देते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से ही इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में पंजाब के लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है और बाहर के ही कुछ लोग इसे चला रहे हैं। हाईकमान पर तंज कसते हुए सुनील जाखड़ ने कहा था कि सोनिया गांधी जी पंजाब को बख्श दीजिए। इसके साथ राजनीति करना सही नहीं है। उन्होंने कांग्रेस की महिला नेता अंबिका सोनी पर भी इशारों में ही जमकर हमला बोला था।

सुुनील जाखड़ को कांग्रेस के दिग्गज हिंदू नेताओं में गिना जाता था, जो पंजाब में उसका दशकों से हिस्सा रहे हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस में थे और किसानों के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती थी। दरअसल कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी से हटाने के बाद ज्यादातर विधायक उनके पक्ष में थे। इसके बावजूद उन्हें सीएम नहीं बनाया गया। इसके पीछे की वजह सोनिया गांधी की नजदीकी अंबिका सोनी हैं। जिन्होंने कहा, “अगर किसी हिंदू को मुख्यमंत्री बनाया गया तो पंजाब में आग लग जाएगी, पंजाब में सिख सीएम ही होना चाहिए।” इसीलिए चुनावों से पहले जाखड़ को हटाकर कांग्रेस ने नवजोत सिद्धू को प्रधान बना दिया था। इसके बाद नाराज होकर जाखड़ ने एक्टिव पॉलिटिक्स से किनारा कर लिया था।

सुनील जाखड़ को कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा था। कांग्रेस ने कहा कि चुनाव से पहले उनके बयानों से पार्टी को बहुत नुकसान हुआ। हालांकि जाखड़ ने इस नोटिस का जवाब नहीं दिया। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान को उनसे बात करनी चाहिए थी। इसके बजाय उन्हें नोटिस थमा दिया गया।

सुनील जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ने से पहले पार्टी नेताओं पर बड़े आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है। राहुल गांधी फैसले नहीं लेते। उन्हें दोस्त और दुश्मन की पहचान करनी चाहिए। जाखड़ ने अंबिका सोनी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब में ज्यादातर कांग्रेस इंचार्ज सोनी की ही कठपुतली बनकर काम करते रहे। जाखड़ ने कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर पर भी सवाल उठाए थे।