गरीब बच्चों के दाखिले के लिए पहले की तरह जन्म प्रमाणपत्र की जगह शपथपत्र को माना जाए : तिवारी

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट :

आजकल शहर के सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए गरीबों के बच्चों को जन्म प्रमाणपत्र ना होने की वजह से से दर-दर भटकना पड़ रहा है। पूर्वांचल विकास महासंघ, ट्राइसिटी, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष शशिशंकर तिवारी ने नगर प्रशासन के अधिकारियों से मांग की है कि गरीबों की बच्चों को शिक्षा की अधिकार से वंचित ना किया जाए। वैसे भी सरकार बच्चों की पढाई सुनिश्चित करने की लिए अनेक कदम उठा रही है। तिवारी ने कहा कि पहले जो बच्चे घर में ही पैदा होते थे, उन्हें शपथपत्र के आधार पर ही दाखिला मिल जाया करता था, परन्तु अब जन्म प्रमाण पत्र आवश्यक कर दिया गया है जिस कारण इन बच्चों के माता-पिता को जगह-जगह भटकना पड़ रहा है। उन्होंने तत्काल इस और ध्यान देने के मांग की है ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए।

तिवारी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन हज़ारों बच्चो की और ध्यान नहीं दिया गया तो वे शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के बाहर इन बच्चों के साथ धरना देंगे।

Anti Corruption Helpline 93175 03050 Launched

Chandigarh, Democratic Front – April 20

National Anti Corruption and Operation Committee of India which is registered under NITI Aayog Government of India; declared its direct fight against corruption, real weakness of democracy.

 National President of the committee, Dr. Rajesh Shukla, at Chandigarh Press Club today launched the Anti Corruption Helpline 93175 03050. in presence of  Arun Malhotra, National General Secretary JN Mishra, National Law Secretary Pandit Sitaram Vishwakarma, National Planning Advisor Shikha Jain, National Secretary Laxmikant Gupta, Jaspal Singh General Secretary, In the presence of Dr. Ajit Singh Spokesperson, Sanjay Dadu Organization Secretary, Manish Joshi, Chief Legal Head, Ajay Pal Singh, Jagtar Singh .In today’s program helpline was launched in association with  Chander Verma, President of Chandigarh Business Council, Kamal Gupta, President of Chandigarh Property Association, Hitesh Puri, President of Chandigarh Resident Association Welfare Federation and office bearers of several association.

 Any citizen of the city can register a complaint on this helpline number , action within 48 hours and   the information about the action taken to redress that complaint will be made public on the Facebook page of the organization within 30 days.

While answering question from media person the National President of the committee, Dr. Shukla said that Anti-Corruption Helpline is run by almost all the governments and all political parties, but they remain like other promises, whereas our organization has been uprooting corruption from the society for last several years. Efforts are being made to eradicate  corruption  and today a big step is being taken in Chandigarh by taking the citizens of Chandigarh along and this step will be repeated sequentially across the nation. Chandar Verma said that due to wrong policies of Chandigarh Administration, the traders of Chandigarh are forced to migrate from Chandigarh. Hitesh Puri said that instead of approving the need based changes of the residents, the Chandigarh Administration is hanging the sword of 400 times penalty on city residents .

शिवालिक गार्डन की खस्ता हालत सुधारने के लिए एसई से लगाई गुहार

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट :

एमएचसी, से. 13 की आरडब्लयूए के अध्यक्ष कर्नल (से.नि.) गुरसेवक सिंह ने मनीमाजरा स्थित  शिवालिक गार्डन की खस्ता हालत सुधारने के लिए एसई (हॉर्टिकल्चर) कृष्ण पाल सिंह.से गुहार लगाई है। कर्नल गुरसेवक सिंह के मुताबिक इस गार्डन की हालत बदतर होने के पीछे मुख्य कारण इस गार्डन के आसपास के  खेल के मैदानों को वॉटर वर्क्स प्रोजेक्ट्स के नाम पर बंद कर देना है। इसलिए बच्चे व युवा शिवालिक गार्डन को  खेल के मैदान की तरह इस्तेमाल करते हुए यहाँ क्रिकेट व फुटबाल आदि खेलते हैं जिससे धूल-मिट्टी तो उड़ती ही है, साथ ही यहां सैर कर रहे या बैठे हुए लोगों को चोट लगने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि बिना किसी प्लानिंग के बच्चों व युवाओं के लिए वैकल्पिक खेल के मैदान का प्रावधान न किये जाने से शिवालिक गार्डन बर्बाद होकर रह गया है। उन्होंने अधिकारी से तुरंत यहाँ व्यक्तिगत तौर पर दौरा करके हालात का जाएजा लेने व आवश्यक कदम यथाने कि मांग की है।   

सभी विभाग अपनी-अपनी कुल श्रमता के अनुसार अपरेंटिस के लिए मांग करें अपलोड-नगराधीश

  • अपरेंटिस योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर सक्षम बनाना-गौरव चैहान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट – पंचकूला, 20 अप्रैल :

नगराधीश गौरव चौहान ने सभी विभागों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने विभाग में कुल श्रमता के अनुसार अपरेंटिस के लिए अधिक से अधिक मांग अपलोड करें ताकि अधिक से अधिक युवाओं को अपरेंटिस के तहत प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा सकें।
श्री चौहान आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में अपरेंटिस के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए नियुक्त करने के संबंध में अधिकारियों की आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिन विभागों में पहले से अपरेंटिस के तहत युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं वे उनकी हाज़री माह की 10 तारीख से पूर्व अपलोड करना सुनिश्चित करें। उन्होने निर्देश दिये कि जिन विभागों ने अभी तक अपरेंटिस के लिए अपनी डिमांड अपडेट नहीं की है वे अगली बैठक से पूर्व अपनी-अपनी डिमांड अपडेट कर लें ताकि आगामी बैठक में किसी भी विभाग का स्टेटस शून्य न रहे।
उन्होंने आईटीआई के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विभागों ने अभी तक अपरेंटिस के तहत अपना डाटा अपडेट नहीं किया है उन्हें पत्र के माध्यम से इस बारे अवगत करवाया जाए और अधिक से अधिक डिमांड अपडेट करने के लिए कहा जाए।
उन्होंने कहा कि अपरेंटिस योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को अपरेंटिस के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें उनकी फील्ड में सक्षम बनाना है ताकि वे अपनी योग्यता के अनुसार रोज़गार प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर अपरेंटिस इंस्ट्रक्टर  सुमन रानी ने बताया कि युवाओं को अपरेंटिस  के तहत प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए 29 अप्रैल को एक मेले का भी आयोजन किया जाएगा जिसके माध्यम से विभाग अपनी-अपनी मांग के अनुसार अपरेंटिस ले सकते हैं।
इस अवसर पर सेक्टर 14 आईटीआई की प्रधानाचार्या बलविंदर शर्मा, जेएपीओ यशपाल ढांडा तथा जिला सभी विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।

पंचकूला प्रगति की राह पर तेजी से अग्रसर, लोगों को शीघ्र देखने को मिलेगा नया और वाईब्रेंट पंचकूला- विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता

  • गुप्ता ने पंचकूलावासियों को लगभग 4 करोड़ 35 लाख रुपये की विकास परियोजनाओं की दी सौगात
  • पंचकूला के प्रत्येक सेक्टर के एक-एक पार्क में सिन्थेटिक ट्रैक बनाने की करी घोषणा
  • सेक्टर 5 एमडीसी में 45 लाख रूपए की लागत से बनने वाली नाईट फूड स्ट्रीट के कार्य का किया शुभारंभ
  • पंचकूला में कुल चार स्थानों पर नाईट फूड स्ट्रीट की जायेंगी स्थापित-गुप्ता

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट – पंचकूला, 20 अप्रैल :

पंचकूला प्रगति की राह पर तेजी से अग्रसर हैं। जहां आये दिन नये-नये विकास कार्य किये जा रहे है वहीं आमजन की सुविधा के लिये कई नई योजनायें भी लागू की जा रही हैं। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इसी कड़ी में आज पंचकूलावासियों को लगभग 4 करोड़ 35 लाख रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात देते हुए घोषणा की कि पंचकूला के प्रत्येक सेक्टर के एक-एक पार्क में सिन्थेटिक ट्रैक बनाया जायेगा, जिससे विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह व मेयर कुलभूषण गोयल भी उपस्थित थे।

इन परियोजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास

इस मौके पर गुप्ता ने लगभग 23 लाख रुपये की लागत से सेक्टर-6 वार्ड नंबर 2 के पार्क में बनाये गये ईपीडीएम फास्ट रबर ट्रैक का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया जिसमें लगभग 2.42 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-6 के वार्ड नंबर 2 में तारकोल की सड़को का निर्माण व अन्य विकास कार्य, लगभग 1.25 करोड़ रूपए की लागत से  सेक्टर-15 में वार्ड नंबर 5 में सामुदायिक शौचालय का निर्माण, कर्ब चैनल, ग्रिल्स, पेंटिंग द्वारा वार्ड की सुंदरता बढ़ाने का कार्य तथा सेक्टर-5 मनसा देवी काॅम्पलैक्स वार्ड नंबर 2 में 45 लाख रूपए की लागत से नाईट फूड स्ट्रीट का निर्माण शामिल है।

राज्य सरकार पंचकूला के विकास के लिये कृत संकल्प

इस अवसर पर बोलते हुये विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार पंचकूला के विकास के लिये कृत संकल्पित है, वहीं दूसरी ओर श्री कुलभूषण गोयल के नगर निगम महापौर बनने के पश्चात पंचकूला में नित नये विकास कार्यों की सौगात लोगों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पंचकूला में आयोजित विकास रैली में लगभग 320 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उद्घाटन व शिलान्यास किया और पंचकूलावासियों को लगभग 550 करोड़ रुपये की नई विकास परियोजनाओं की सौगात दी

सभी वेंडिंग जोन में की जायेगी शौचालयों की व्यवस्था

गुप्ता ने कहा कि पंचकूला में स्थित सभी वेंडिंग जोन में शौचालयों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। इसकी शुरूआत सेक्टर-15 से की गई है, जहां उन्होंने आज सामुदायिक शौचालय के निर्माण का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सेक्टर-6 में सभी सी-रोड का निर्माण किया जायेगा, जिसपर लगभग 2.42 करोड़ रूपए का खर्चा आएगा और यह कार्य आगामी 15 से 20 दिन में पूरा कर लिया जायेगा।

प्रत्येक सेक्टर के किसी भी एक पार्क में बनाया जायेगा सिंथेटिक ट्रैक

गुप्ता ने कहा कि इसके साथ साथ उन्होंने सेक्टर-6 में मकान नंबर 633 के सामने स्थित पार्क में ईपीडीएम फास्ट रबर ट्रैक का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पंचकूला और चंडीगढ में यह अपनी तरह का पहला पार्क है। इसी तरह का सिन्थेटिक पार्क पंचकूला के प्रत्येक सेक्टर के किसी भी एक पार्क में बनाया जायेगा ताकि वरिष्ठ नागरिकों को सुबह सायं सैर करने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

पंचकूला में चार स्थानों पर स्थापित की जायेगी नाईट फूड स्ट्रीट

गुप्ता ने कहा कि नाईट फूड स्ट्रीट का कनसैप्ट आज कई शहरों में सफलतापूर्वक चल रहा है। इसी को देखते हुये पंचकूला में चार थानों पर नाईट फूड स्ट्रीट स्थापित की जायेंगी। प्रत्येक नाईट फूड स्ट्रीट स्थापित करने पर लगभग 45 लाख रुपये की लागत आयेगी। इस परियोजना के शुरू होने से पंचकूला की एक नई सूरत देखने में मिलेगी। पंचकूला के लोगों को विदेशों की तर्ज पर सुविधायें यहीं उपलब्ध होगी और इस तरह की परियोजनायें स्थापित होने और नई सड़को और प्रवेश द्वारो के निर्माण से कुछ ही दिनों में लोगों को एक नया और वाईब्रेंट पंचकूला देखने का मिलेगा।

इस अवसर पर नगर निगम अधीक्षक अभियंता विजय गोयल, पार्षद जय कौशिक, हरेंद्र मलिक, सुरेश वर्मा, सोनिया सूद, सुनीत सिंगला, जिला उपाध्यक्ष उमेश सूद, सतपाल गुप्ता, जिला सचिव राजेंद्र नोनीवाल, मंडल अध्यक्ष युवराज कौशिक, संदीप यादव, मंडल महामंत्री महिपाल चैसाला, ओबीसी मोर्चा कोषाध्यक्ष जेपी जांगड़ा, मंडल आईटी प्रमुख मनन शर्मा व अन्य पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

विद्यार्थियों के भविष्य के साथ-साथ राष्ट्र का निर्माण भी कार्य कर रहे अध्यापक – कंवरपाल

  • नए-नए सुझावों और विचारों से शिक्षा और स्कूल का स्तर ऊंचा उठाएं अध्यापक
  • पंचूकला में आयोजित प्रवेश उत्सव कार्यक्रम की मंडल स्तरीय कार्यशाला में पहुंचे थे शिक्षा मंत्री

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट – पंचकूला, 20 अप्रैल :

हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि अध्यापक राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ विद्यार्थियों के भविष्य के निर्माण का काम भी करते हैं । उनके द्वारा पढ़ाए जा रहे बच्चे अलग-अलग क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री बुधवार को पंचूकला के इंद्रधनुष आडिटोरियम मे आयोजित प्रवेश उत्सव कार्यक्रम की मंडल स्तरीय कार्यशाला में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सरकारी स्कूलों में लगभग साढ़े चार लाख विद्यार्थियों के दाखिले हुए थे। हमारा प्रयास है कि इस वर्ष भी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या पिछले वर्ष से ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि एक अध्यापक के अंदर नेतृत्व की भावना का होना बेहद जरुरी है, जिससे वह समाज के अलग-अलग वर्गों से जुड़कर विद्यालय में अच्छे बदलाव ला सकता है। शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों व स्कूल से जुड़े स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे निरंतर स्कूलों के संपर्क में रहे, ताकि नए-नए सुझावों और विचारों से शिक्षा और स्कूल का स्तर ऊंचा उठे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा लगाई विज्ञान प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कार्यक्रम में आए जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, स्कूल प्रिंसिपल को निर्देश दिए कि प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में आए छात्रों से संवाद करें। उनसे सरकारी स्कूलों में आने की वजह का आम लोगों में ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें। इसके लिए सोशल मीडिया व अलग-अलग संचार माध्यमों का इस्तेमाल करें। इससे सरकारी स्कूलों की छवि में और इजाफा होगा व ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी भविष्य में सरकारी स्कूलों में दाखिला लेंगे।

एमआईसी पोर्टल बेहतर तरीके से काम करे, इसे सुनिश्चित करें अध्यापक

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि एमआईएस पोर्टल बेहतर तरीके से काम करे, इसे अध्यापकों द्वारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस पोर्टल पर विद्यार्थियों से जुड़ा सारा डाटा सहीं से फीड किया जाना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को भविष्य में पुस्तकों व अन्य किसी चीज से जुड़ी कोई समस्या न आए।

सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी दाखिला लें, अध्यापक इस पर करें काम

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी दाखिला लें, अध्यापकों को इस पर काम करना चाहिए। प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को मनाने का भी यही उद्देश्य है। इसके लिए अध्यापकों, प्राचार्यों व शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य अधिकारियों को सर्वेक्षण, रैली, पोस्टर, पैम्फलेट, विज्ञापन, मुनादी व ग्राम पंचायत का सहयोग लेकर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। हरियाणा सरकार आज सरकारी स्कूलों में बेहतर से बेहतर शिक्षा मुहैया करवा रही है।  शिक्षकों को हर बच्चे को एक सर्वेक्षण के माध्यम से ट्रैक करना चाहिए। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में रिजस्टर एवं आंगनवाड़ी डेटा का जन्म पंजीकरण से मिलान करके डोर-टू-डोर सर्वे कर हर बच्चे की स्कूली शिक्षा की स्थिति जांचनी चाहिए। ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

सरकारी स्कूलों में सुधार करने वालों से लेनी चाहिए प्रेरणा

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश में जिन भी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है, हमें उन स्कूलों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने फतेहाबाद जिला की चार पंचायतों और झज्जर जिला की दो पंचायतों को सम्मानित भी किया। इन पंचायतों के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बेहद कम रह गई थी। यहां की ग्राम पंचायत और ग्रामीणों ने सरकार के साथ मिलकर स्कूलों की व्यवस्था को ठीक किया और ग्रामीणों को सरकारी स्कूल में ही विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। इससे इन ग्राम पंचायतों के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ। आज पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों को इनसे प्रेरणा लेने की जरुरत है।

प्रवेश महोत्सव में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में आए विद्यार्थियों ने रखे विचार

प्रवेश महोत्सव के दौरान प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में दाखिला लेने वाले विवेक और अंजली ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में सरकारी स्कूलों की अपेक्षा फीस अधिक थी, किताबों का भारी-भरकर खर्च होता था। इसके अतिरिक्त किसी भी वर्ष स्कूल की वर्दी बदल दी जाती थी। ऐसे में उनके माता-पिता पर हमारी पढ़ाई का बड़ा खर्च पड़ता था। तभी प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में दाखिला लिया, आज सरकारी स्कूल में प्राइवेट से अच्छी पढ़ाई करवाई जा रही है और हमारे पहले जितना खर्च भी वहन नहीं करना पड़ रहा है।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री महावीर सिंह और महानिदेशक जे.गणेशन सहित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे है।

गेहूं की एमएसपी पर प्रति क्विंटल रु 500 बोनस दे सरकार- हुड्डा

कोशिक खान यमुनानगर, डेमोक्रेटिक फ्रंट :

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि जब से हरियाणा में बीजेपी सरकार आई है, तब से विकास और कानून व्यवस्था दोनों लापता हैं। इस सरकार ने प्रदेश की ऐसी हालत कर दी है कि स्कूलों में टीचर, अस्पतालों में डॉक्टर और सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी नहीं हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि, प्रदेश में जब कांग्रेस सरकार थी तो वह नौकरियां देने की नीति पर चलती थी; इसके विपरीत मौजूदा सरकार नौकरियां छीनने की नीति पर चल रही है। उन्होंने स्कूलों का उदहारण देते हुए बताया कि प्रदेश में 63 स्कूल ऐसे हैं जहां पर एक भी टीचर नहीं है। करीब 40 स्कूल ऐसे हैं जहां सिर्फ एक टीचर है। इनमें यमुनानगर के भी स्कूल शामिल हैं।

हुड्डा यमुनानगर में विधायक बिशन लाल सैनी के आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यमुनानगर में कांग्रेस सरकार के दौरान पावर प्लांट लगाया गया था, ताकि 24 घंटे बिजली मिल सके। लेकिन, आज स्थिति यह है कि यहां पर लोगों को कई-कई घंटों का पावर कट झेलना पड़ रहा है। बाकी हरियाणा की स्थिति का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है। यमुनानगर में ही नौकरी से निकाले गए पीटीआई और ड्राइंग टीचर्स लगातार धरना दे रहे हैं। हुड्डा ने दोहराया कि भविष्य में कांग्रेस सरकार बनने पर उन्हें फिर से बहाल किया जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी सरकार अपनी कोई भी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है। इसलिए प्रदेश का किसान, मजदूर, कर्मचारी, कारोबारी, गरीब व मध्यम वर्ग इससे परेशान है। 2014 से पहले कांग्रेस सरकार के दौरान जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, निवेश, खुशहाली और विकास में नंबर वन था, उसे मौजूदा सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई, अपराध और बदहाली में नंबर एक बना दिया है।

किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए हुड्डा ने बताया कि इस बार मौसम की मार के चलते गेहूं के किसानों को भारी घाटा हुआ है। उत्पादन में काफी गिरावट देखी जा रही है। आज तक सरकार ने बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की भी पूरी गिरदावरी नहीं करवाई। इसलिए हिसार समेत कई जगहों पर किसानों को धरना-प्रदर्शन करना पड़ा। किसानों को हुए घाटे की भरपाई के लिए सरकार को गेहूं की एमएसपी पर प्रति क्विंटल ₹500 बोनस देना चाहिए। 

जर्जर कानून व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश में चोरी, लूट, डकैती, हत्याएं आम बात हो गई है। ऐसा लग रहा है कि यहां सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। जश हत्याकांड पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मासूम के हत्यारों को हर हाल में पकड़ा जाना चाहिए। मामले में कोई भी निर्दोष फंसे ना और दोषी बचे ना, इसलिए परिवार की संतुष्टि के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मासूम के साथ बेहद दर्दनाक वारदात हुई है। इस तरह की निर्दयता कोई इंसान नहीं कर सकता, ऐसा करने वाला कोई राक्षस ही होगा। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जश के घर जाकर उनके परिजनों भी मुलाकात की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।

उकलाना में सीवरेज साफ करते हुए 4 कर्मियों की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने गहरा दु:ख जताया। उन्होंने परिजनों के लिए उचित आर्थिक मुआवजे और 1-1 सरकारी नौकरी की मांग की। हुड्डा ने कहा कि सरकार को पूरे मामले की जांच करवानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी कोई घटना ना हो।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा यमुनानगर में पूर्व विधायक कृष्णा पंडित के निधन पर आयोजित शोकसभा में पहुंचे। उन्होंने पूर्व विधायक कृष्णा पंडित को श्रद्धांजलि देकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस मौके पर उनके साथ पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, विधायक बिशन लाल सैनी, वरूण मुलाना समेत कई वरिष्ठ नेता व स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।

Teachers of UIET met V C of P U today and submitted a representation

Chandigarh April 20, 2022

Teachers of University Institute of Engineering & Technology (UIET) met Vice Chancellor of Panjab University today and submitted a representation to him signed by teachers of UIET. In the representation, teachers of UIET have demanded that individual branches of UIET should be upgraded to full-fledged independent departments. As of now UIET has 6 Engineering branches v.i.z Mechanical, Electrical & Electronics, Computer Science, IT, Biotechnology, and Electronics  that are under administrative control of Director of UIET. Each branch has a Single Point of Contact (SPoC) that is referred to as “Coordinator” to coordinate affairs of a branch and liason with Director of UIET. Coordinator of a branch of UIET has no financial/administrative power and is required to communicate with higher authorities of PU through Director of UIET. Interesting to observe here that in Panjab University, UG as well as PG courses in Chemical Engineering are run by a full-fledged independent department.

Senate Member Dr Parveen Goyal and Professor Manu Sharma from UIET stated that “In University system, existence of a branch of Engineering instead of a department is very disadvantageous for students, teachers and employees of UIET. Each branch of UIET should be upgraded to an independent department of PU and accordingly designation of “Coordinator” should also be upgraded to “Chairperson”. This way, each branch of UIET will have independent budget and the Chairpersons will have financial as well as administrative powers as specified in PU calender”.

Dr Parveen Goyal said that “Upgradation of branch of UIET to an independent department will be a historic step in right direction as it will empower branches of UIET by giving them some financial, administrative and academic autonomy”.

Dr Naresh Mehandia from UIET argued that UIET is largest department of Panjab University with largest strength of students, largest strength of teachers and largest strength of employees. It is practically difficult to manage such a large department in University system. He further stated that administration of such a large department creates unnecessary bottlenecks and now it is high time that for growth of UIET such bottlenecks should be cleared. Vice Chancellor of Panjab University patiently interacted with the delegation and assured the delegation that he will look into the entire matter at his earliest.

Research.com issued the first edition of its top scientists list for Chemistry

Koral ‘Purnoor’, Democratic FrontChandigarh April 20, 2022

Research.com issued the first edition of its top scientists list for Chemistry. Since 2014, it has been one of the key websites for Chemistry research, providing accurate statistics on scientific achievements. The rating includes h-index, publication, and citation data as of December 6th, 2021. Based on a comprehensive study of 166,880 scientists on Google Scholar and Microsoft Academic Graph, the top scientists ranking is a credible list of notable scientists in the field of Chemistry. The goal of this list is to inspire others around the world to investigate where leading experts are headed, as well as to provide an opportunity for the entire scientific community to learn who the leading experts are in specific fields of research, across countries, and within research institutions. The entire ranking for India is available at:
https://research.com/scientists-rankings/chemistry/in

Dr. S.K. Mehta (F.R.S.C), Vice Chancellor of University of Ladakh and Professor in Panjab University, has been ranked 196thamong 1000 scientist of India and is the only person from Panjab University to achieve this feat. Dr. Mehta attained his Doctoral degree in Chemistry from Panjab University and Post-Doc from TechnischeUniversität Berlin, Germany. He is a recipient of Haryana Vigyan Ratan Award, Bronze medal from Chemical Research Society of India (CRSI), Authors award by Royal Society of Chemistry UK and Prof. W.U. Malik memorial award of Indian council of chemists. He was also awarded STE Green Excellence award for his noteworthy contributions in the field of “Colloidal Chemistry” and “Nanochemistry”.

Prof. Mehta has an h-index of 57with 10255citations. He has guided 13 Post-Doctoral/Research associates, 47 Ph.D., 48 M.Sc. and 21 Summer trainees. He has delivered more than 25 International talks and 122 National lectures. His extensive research experience of more than 45 years paved way for new technological insights and breakthroughs. He has extensive research experience in the fabrication of different nanostructures and nano-assemblies, for diverse applications such as drug delivery, photocatalysis, sensing and bioactivity to name a few.

Over the years, Prof. Mehta has relentlessly contributed towards the human health and environment through highly substantial scientific efforts that have led him to be the recipient of several acclaims and awards. The inclusion in the top scientist list of Chemistry has given great joy for everyone associated with Prof. Mehta and congratulated him for this achievement.

तीन प्रदेशों के त्रिकोण पर स्थित कालेश्वर महादेव मठ एतिहासिक मंदिर,शिव अमृत का लाभ ले सभी : चंद्रमोहन

  • पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने मंदिर में टेका माथा,प्रदेश वासियों के सुख समृद्ध जीवन की मनोकामना की

पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, 20 अप्रैल 2022 :

हरियाणा विधानसभा के लगातार चार बार विधायक और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रह चुके  भाई चन्द्रमोहन  जी ने शिवालिक की पहाड़ियों में स्थित देश के ऐतिहासिक श्री कालेश्वर महादेव मठ कलेसर(यमुनानगर,हरियाणा) में पूर्व चेयरमैन विजय बंसल,पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी नलवा रणधीर पणिहार,पूर्व पार्षद संजीव राजू, दीपांशु बंसल राष्ट्रीय कन्वीनर कांग्रेस छात्र इकाई एनएसयूआई आरटीआई सेल व अन्य लोगो के साथ माथा टेका और पूजा अर्चना करके प्रदेशवासियों के सुख समृद्ध जीवन की मनोकामना की।मंदिर में गुरु शांतिदास व पंडितो द्वारा पूजा करवाई गई और मंदिर के इतिहास के बारे बताया गया।

भाई चंद्रमोहन ने बताया कि यह मंदिर यमुनानगर से 45 किलोमीटर की दूरी पर शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में यमुना नदी किनारे है जोकि श्रद्धालुओं की अटूट श्रद्धा और आस्था का केंद्र है।मंदिर में स्वयंभू प्राचीन शिवलिंग है,4000 साल पुराना वट वृक्ष है,रामसेतु के निर्माण में लगे दो पत्थर जोकि 5 किलो से ज्यादा का भार होने के बावजूद पानी में नीचे नहीं जाते,मां पार्वती की पिंड मूर्ति दर्शन,हजारों साल प्राचीन मूर्तियां,जड़ी बूटी से तैयार शिव अमृत क्रोनिक डिजीज(किडनी,हार्ट,चर्म रोग,कैंसर) जैसी बीमारियों के उपचार में कारगर औषधि दी जाती है। यह मठ लोक समन्वय का प्रतीक माना जाता है।

भाई चंद्रमोहन ने कहा कि सभी लोग शिव अमृत का लाभ उठाए क्योंकि दूर दूर से लोग इस शिव अमृत के माध्यम से विभिन्न बीमारियों से राहत पा चुके है।

विजय बंसल ने बताया कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश के त्रिकोण पर स्थित श्री कालेश्वर महादेव मठ जो प्राचीनतम व धार्मिक ऐतिहासिक है। यहां पर खोदाई में निकले पत्थर शिलाओं से ज्ञात होता है कि प्राचीनकाल की संस्कृति में सांकेतिक भाषाओं का प्रयोग किया जाता था।पौराणिक मान्यता है कि इस मठ में स्वयं भगवान शिव स्वयंभू लिंग के रूप में विराजमान हैं। यह शिवलिंग बहुत अद्भुत है जिसके मूल में ब्रह्मा जी की नाभि, मध्य में विष्णु जी का चक्र और ऊपर भगवान शिव विराजमान हैं।

चंद्रमोहन ने बताया कि यहां पहाड़ पर भगवान शंकर और मां पार्वती की गुफाएं प्राचीनकाल से ही रहस्य बनी हुई थीं। ये गुफाएं पहाड़ पर ठीक उसी स्थिति में हैं जैसे कि यहां कालेश्वर महादेव मठ में भगवान शंकर व मां पार्वती के अलग अलग मंदिर बने हुए हैं। यहां पर स्थित पहाड़ियों को द्रोण घाटियां भी कहते हैं।मान्यता है कि गुरु द्रोणाचार्य ने पांडवों को शस्त्रों का ज्ञान दिया था। महाभारत काल से यहां का नाम काफी जुड़ा हुआ है। पांडवों को 12 वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास मिला, तो उन्होंने विराट नगरी में अज्ञात वर्ष बिताया था। यह विराट नगरी मठ से एक योजन दूर स्थित है, जिसे अब बहराल गांव के नाम से जाना जाता है।