उपायुक्त महावीर कौशिक ने बरवाला खण्ड के गांव रिहोड़ का किया दौरा

  • उपायुक्त ने राज्य सरकार की पंचायत संरक्षण योजना के तहत गोद लिए गांव में ग्रामीणों से बातचीत कर किया समस्याओं का समाधान
  • गांव में स्थित दो आंगनबाड़ियों का किया निरीक्षण, आहार की गुणवत्ता की चैक
  • उपायुक्त ने गांव में कई घरों में जाकर लोगों से की मुलाकात, परिवार पहचान पत्र में दर्ज सालाना आय का किया मिलान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट पंचकूला, 23 अप्रैल:

उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज बरवाला खण्ड के गांव रिहोड़ का दौरा किया और गांव से संबंधित शिकायतें सुनी। उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए दिशा-निर्देश दिये।
ग्राम सचिवालय रिहोड में गांववासियों से बातचीत करते हुये उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार की पंचायत संरक्षक योजना के तहत उन्हें रिहोड़ गांव का संरक्षक नियुक्त किया गया है।
कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के तहत तीव्र व समग्र विकास का तंत्र विकसित करने के उद्देश्य से हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लक्ष्य गांव में सरकार की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की सघन समीक्षा करना और ग्रामीणों के कल्याण से संबंधित मुद्दों की बेहतर समझ विकसित करना है।

उपायुक्त ने गांव में जल भराव की समस्या का समाधान करते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शमशाान घाट की तरफ जाने वाले नाले का स्तर उंचा उठाया जाए ताकि पानी की निकासी व्यवस्थित तरीके से हो और नाले में ओवरफ्लो की समस्या न रहे। उन्होंने गांववासियों की मांग पर आश्वासन दिया कि संस्कृति मॉडल स्कूल बतौड़ में पढने वाले गांव रिहोड़ के बच्चों की सुविधा के लिए पंचकूला से बतौड़ वाया रिहोड़ बस सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को गांव की गउशाला के उपर से गुज़र रही हाई टैंशन वायर्स को 15 दिन में स्थानांतरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गांव की महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित करने की संभावनाओं को तलाशा जाए ताकि वे गांव में ही कार्य करके अपनी आजीविका कमा सकें।

इस अवसर पर महावीर कौशिक ने गांव में स्थित दो आंगनबाड़ियों का निरीक्षण किया और आंगनबाड़ी सुपरवाईजर व वर्कर से आंगनबाड़ियों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को प्रतिदिन अलग-अलग पोष्टिक आहार दिया जाता है ताकि बच्चे स्वस्थ व सेहतमंद रहें। उपायुक्त ने स्वयं आगनबाड़ी की रसोई में जाकर वहां पर पकाया गया आहार खा कर गुणवत्ता की जांच की। इसके अलावा उन्होंने आंगनबाड़ी के स्टोर रूम में रखा सूखा राशन जैसे मूंगफली, बड़ियां, दलिया इत्यादि की गुणवत्ता चैक की। उन्होंने आंगनबाड़ियों में स्थित शौचालयों का निरीक्षण भी किया और 15 दिन में शौचालयों में पुरानी सीट्स को बदल कर नई सीट्स लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम को देखते हुए आंगनबाड़ियों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उपायुक्त ने गांव मे स्थित शमशान घाट में जाकर वहां पानी व अन्य व्यवस्थाओं का जायज़ा भी लिया।

इसके उपरांत उपायुक्त ने गांव में कई घरों में जाकर लोगों से मुलाकात की और परिवार पहचान पत्र में दर्ज की गई सालाना आय का मिलान किया। उन्होंने बताया कि 1.80 लाख से कम सालाना आय वाले परिवारों की आय को बढाने के लिए जिला में दो चरण में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ प्रदान करने के साथ-साथ स्वरोज़गार स्थापित करने के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा अति गरीब परिवारों के बच्चों को उनकी रूचि व योग्यता के अनुसार निजी क्षेत्र में रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

इससे पूर्व उन्होंने सिंचाई, कृषि, लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), यूएचबीवीएन और हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधिकारियों से गांव रिहोड में उनके विभागों से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

इस अवसर पर बीडीपीओ बरवाला विशाल पराशर, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के एसडीओ नवीन श्योराण, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के एसडीओ धर्मेंद्र कुमार, एनआरएलएम के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर दिनेश कुमार, बिजली विभाग के जेई राजिन्द्र, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग बरवाला के ब्लाक रिसोर्स र्कोओडिनेटर नरेन्द्र शर्मा, गांव की सरपंच मधुबाला व गांव के लोग भी उपस्थित थी।