देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का रहा है गौरवशाली इतिहास-राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय
- – देश की आंतरिक सुरक्षा के मामलों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने सदैव अग्रिम मोर्चे पर रह कर किया है काम
- – देश की सुरक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में देश और अपने बल का नाम किया रोशन
- – मीट के दौरान सभी पुलिस बलों के जवान एक दूसरे की कौशलताओं से होंगे पारंगत-राज्यपाल
पंचकूला, 31 मार्च:
हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। जब-जब भी देश की सुरक्षा की बात आई है, तो आईटीबीपी के जवानों ने अपना बलिदान देकर देश की सीमाओं की रक्षा की है।
राज्यपाल आज पंचकूला के भानू स्थित आईटीबीपी के प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित 40वीं अखिल भारतीय अश्वारोही चैंपियनशिप और पुलिस माउंटेड मीट 2021-22 के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के मामलों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने सदैव अग्रिम मोर्चे पर रहकर काम किया है। देश में कहीं भी प्राकृतिक आपदा, आतंकवाद, नक्सलवाद व अन्य प्रकार की चुनौतियों से पार पाने के लिए या देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत बनाने तथा अन्य कानून व्यवस्था के मामलों में आईटीबीपी ने हमेशा हर चुनौती का मुकाबला किया है। 24 अक्टूबर, 1962 को अपनी स्थापना के बाद से ही आईटीबीपी को समय-समय पर सीमा सुरक्षा, उग्रवाद विरोधी और आंतरिक सुरक्षा सम्बन्धी बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गई। जवानों ने इस जिम्मेवारी को बखुबी निभाकर देश का गौरव बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि आईटीबीपी ने देश की सुरक्षा में जहां महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वहीं खेल के क्षेत्र में भी अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में देश और अपने बल का नाम रोशन किया है। अखिल भारतीय अश्वारोही चैंपियनशिप में 18 टीमों के 600 से भी अधिक प्रतियोगी और घुड़सवार भाग ले रहें है। इसके साथ-साथ आईटीबीपी के 300 के लगभग घोड़े भी इस प्रतियोगिता में शामिल है। कोरोना के चलते पिछले दो वर्ष से यह प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई थी, लेकिन लम्बे अन्तराल के बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि अन्र्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में आईटीबीपी ने बड़े नामी खिलाड़ी दिए हैं। आईटीबीपी के सबसे बड़े ट्रेनिंग सैन्टर में जहां जवानों को सामरिक प्रशिक्षण दिया जाता है वहीं विश्वस्तरीय खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं भी हैं। उन्हें बेहद खुशी हुई है कि इस प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा शीघ्र ही आम जन-मानस व युवाओं के लिए खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं शुरू की जा रहीं है। इससे स्कूल, कालेजों में पढ़ने वाले युवा भी अश्वारोही तीरदंाजी, वाॅलीबाल व अन्य खेलों का प्रशिक्षण ले पाएंगें।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमं़ं़त्री श्री नरेन्द्र के नेतृत्व में भारतीय सेनाओं और अर्धसैनिक बलों का मजबूतीकरण हुआ है। सभी सेनाओं के जवान आज किसी भी दुश्मन देश का मुकाबला करने के लिए हिम्मत और साहस से लबालब हैं। सभी सेनाओं और सैनिक बलों के पास आधुनिक हथियार और सामरिक सुविधाएं है। केन्द्र सरकार ने आईटीबीपी, के जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए सेंटर बेनोवलेंट फंड की स्थापना की है, जिसके तहत विभिन्न आॅपरेशन कार्यों के दौरान वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों के परिवारों को 40 लाख रूपये की सहायता रिलीफ फंड के रूप में मुहैया करवाई जाती है। इसी तरह से आईटीबीपी के जवान व उनके परिवारों को आयुषमान भारत योजना में शामिल किया गया है। इस योजना के तहत सभी परिवारों को मुफ्त ईलाज की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी सैनिकों व उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। वीरगति को प्राप्त होने वाले सैनिकों व अर्द्ध-सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली एक्स-ग्रेशिया ग्रांट 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा देश की जनसंख्या का मात्र दो प्रतिशत होते हुए भी खेलों का हब बना है और हरियाणा के युवाओं ने विश्व में भारत का नाम रोशन किया है। हरियाणा सरकार की खेल नीति खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये अधिकतम नकद पुरस्कार तथा नौकरी में आरक्षण इत्यादि सुविधाओं के कारण पूरे देश में उत्तम है।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस व विभिन्न राज्यों की पुलिस की दक्षता बढ़ाने व बेहतर समन्वय करने के उद्देश्य से पुलिस माउंटेड मीट 2021-22 का भी आयोजन किया है। इस मीट के दौरान सभी पुलिस बलों के जवान एक दूसरे की कौशलताओं से पारंगत होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि सभी पुलिस बलों के जवानों को यहां नई तकनीक सीखने को मिलेगी जो देश व प्रदेश की सुरक्षा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
आईटीबीपी के महानिदेशक श्री संजय अरोड़ा ने कहा कि यह चैंपीयनशिप एक मेगा इवेंट है। आईटीबीपी ने अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं। इस प्रतियोगिता से सभी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस कर्मियों को विभिन्न खेलों में अपने खेल का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल के इस इवेंट का शुभारंभ करने से सभी खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
इस अवसर पर एचईआरसी के चेयरमैन आर.के. पचनंदा, मनोज रावत, अपर महानिरीक्षक पश्चिमी सीमांत, श्री ईश्वर सिंह दूहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, बीटीसी, श्री एसके शर्मा, राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक, मेघालय, पश्चिम बंगाल व कर्नाटका के पूर्व डीजी सहित अन्य राज्यों से आए हुए अधिकारी व खिलाड़ी उपस्थित थे।