सोमवार से शुरू हुई कर्मचारियों एवं मजदूरों की हड़ताल का प्रदेश भर में व्यापक असर रहा
केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों एवं कर्मचारी संघों के आह्वान पर सोमवार से शुरू हुई कर्मचारियों एवं मजदूरों की हड़ताल का प्रदेश भर में व्यापक असर रहा। हड़ताल के कारण लगभग सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों, नगर निगमों, परिषदों, पालिकाओं में काम काज ठप्प रहा। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद रोड़वेज की बसों का चक्का जाम रहा। शाम तक बसें डिपो में ही खड़ी दिखाई दी। रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल सन् 2018 की सबसे बड़ी हड़ताल है। ट्रेड यूनियनों से जुड़े लाखों औद्योगिक मजदूर व असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर भी हड़ताल पर रहे। बैंक, बीमा,डाक,तार भूजल बोर्ड सहित केन्द्रीय कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने हड़ताल की भारी सफलता का दावा करते हुए हड़ताल को ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व करार दिया। नगर निगमों, परिषदों व पालिकाओं के कर्मचारियों ने हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिसके कारण पब्लिक डिलिंग व सफाई का काम काज ठप्प रहा। बिजली निगम के शिफ्ट में कार्यरत तकनीकी कर्मचारी रविवार रात 10 बजे से ही हड़ताल पर चले गए थे और सुबह बिजली निगमों के अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसके कारण बिजली आपूर्ति की शिकायतों व बिजली बिलों की दूरस्ती नहीं हो पाई। स्वास्थ्य विभाग में मल्टी पर्पज हेल्थ वर्कर, स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी व मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन व अन्य कई संगठन से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसके कारण एमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी काम काज बुरी तरह प्रभावित रहा। शिक्षा विभाग में टीचिंग, नान टीचिंग व मिनिस्टीरियल स्टाफ भी हड़ताल में शामिल रहा। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, हरियाणा टूरिज्म, सिंचाई व बीएंडआर के फिल्ड व मिनिस्टीरियल स्टाफ के हड़ताल में शामिल होने से काम काज ठप्प रहा। प्रदेश की लगभग सभी युनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग,राजस्व विभाग, डीआईटीएस,पैक्स के पटवारी एवं कानूनों,नहर पटवारी भी हड़ताल में शामिल रहे। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने के कारण वहां भी काम काज ठप्प रहा। हरियाणा बीज विकास निगम, आईटीआई, खजाना, मेवात माडल स्कूल्ज पंचायत, राज तकनीकी शिक्षा आदि विभागों में भी हड़ताल का व्यापक असर रहा। आंगनवाड़ी आशा व मिड डे मील वर्करों ने भी हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हड़ताली कर्मचारियों एवं मजदूरों ने जिला मुख्यालयों एवं खंड स्तर पर एकत्रित हो कर शहरों में जुलूस निकाला और केन्द्र एवं राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किए। प्रदशनों में 8 दिसंबर से हड़ताल पर चल रही आंगनवाडी वर्कर्स की हड़ताल एवं मांगों का पुरजोर समर्थन किया और सरकार की हठधर्मिता की घोर निन्दा की तथा मुख्यमंत्री से राजहठ छोड़कर पीएम व सीएम की घोषणाओं सहित अन्य मांगों का समाधान कर हड़ताल समाप्त करवाने की मांग की गई।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, मुख्य संगठनकर्ता धर्मबीर फोगाट,प्रेस सचिव इंद्र सिंह बधाना, कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद बाटू व उप प्रधान शीलक राम मलिक ने हड़ताल की सफलता का दावा करते हुए कहा कि सरकार की निजीकरण की नीतियों, कर्मचारियों की छंटनी करने, जनवादी एवं जनतांत्रिक अधिकारों पर किए जा रहे हमलों और कर्मचारियों की लंबित मांगों का समाधान करना तो दूर उन पर गंभीरता से बातचीत तक न करने के खिलाफ एकत्रित हो रहे आक्रोश को कर्मचारियों ने हड़ताल करके प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी और हड़ताल की समाप्ति पर आगामी आंदोलन का ऐलान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा राष्ट्र की परिसंपत्तियों को बेचना राष्ट्रहित नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी एवं मजदूर अपनी जान की कुर्बानी देकर सार्वजनिक क्षेत्र, संविधान, संवैधानिक संस्थाओं, ट्रेड यूनियन एवं जनवादी अधिकारों की रक्षा करेंगे।