Interaction of Rof Raj Kumar, Vice-Chancellor with Faculty Members of UIET

Chandigarh February 28, 2022

Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University held an interaction with  faculty and branch Co-ordinators of University Institute of Engineering & Technology (UIET). Prof. Raj Kumar was greeted at PU main guest house by Dean University Instruction (DUI) Prof. Renu Vig, Director UIET Prof. J. K. Goswamy, Co-ordinator Electronics & Communication Engineering (ECE) Dr. Naresh Kumar and other senior faculty members.

Prof. J K Goswamy apprised the gathering that three PG courses of UIET in Computer Science Engineering, Electronics & Communication Engineering and Mechanical Engineering had successfully got NBA accreditation for 3 years and the process is underway for NBA accreditation for its six UG courses.

Dr. Naresh Kumar informed that presently, M.E. (ECE) at UIET is the only National Board of Accreditation ( NBA) accredited PG course in ECE in this region.

Prof. Raj Kumar congratulated faculty members of these departments for getting PG accreditation. He motivated the other department faculty members to work towards getting all UG and PG courses accredited at UIET. He stressed the importance of working for amplifying the current strengths and removing the deficiencies. He suggested to start integrated courses in collaborative mode with other reputed institutions and undertake consultancy projects with industry. He further expressed his support for strengthening courses and taking PU to achieve greater heights.

Prof. Renu Vig informed that there is laboratory maintenance and upgradation fund that can be utilised for improving lab infrastructure. Discussion was held on the importance of offering Choice Based Credit System( CBCS)  in all departments which is the first step for implementation of NEP 2020 in the university.

Prof. Raj Kumar gave a hearing to all the issues faced by faculty members. He offered his full support to enhance the research and academics. He asked DUI to process the pending files so that growth can be achieved in UIET.

नग्गल जलौली टोल को हटाए सरकार,हटाना नही तो 10 किमी के दायरे में स्थानीय निवासियों को टोल मुक्त करे : चंद्रमोहन

  • पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन व कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम डीसी पंचकूला को सौंपा ज्ञापन
  • नगर निगम पंचकूला के क्षेत्र में है तो नग्गल जलौली टोल प्लाजा,नियमानुसार नही लग सकता टोल प्लाजा : चंद्रमोहन

पंचकूला, 28 फरवरी 2022:

यमुनानगर फोरलेन एनएच 73 पर निर्मित नग्गल टोल प्लाजा को यहां से हटाकर नेशनल हाइवे फीस(डिटरमिनेशन ऑफ रेट्स एंड कलेक्शन)रूल्स 2008 के रूल 8 के तहत नगर निकाय क्षेत्र के 10 किलोमीटर की सीमा के बाहर स्थानांतरित करने, या फिर 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्थानीय निवासियों को टोल मुक्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम डीसी पंचकूला महावीर कौशिक को मिनी सचिवालय पंचकूला में पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन व कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में जिला पंचकूला के कांग्रेसियों ने ज्ञापन सौंपा।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बीओटी के आधार पर हरियाणा के पंचकूला से यमुनानगर तक फोरलेन का निर्माण किया गया है जिसमे एक टोल प्लाजा नग्गल गांव के पास लगाया गया है जिससे जिला पंचकूला के हजारो किसानों,कर्मचारियों व आमजनमानस की जेब पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है क्योंकि यह इलाका पिछड़ा व अर्ध पहाड़ी क्षेत्र है,यहां रोजगार के साधनों का आभाव है व लोग स्व रोजगार कर खेती आदि पर ही अधिकतर निर्भर है।

चंद्रमोहन ने डीसी पंचकूला को बताया कि यह टोल प्लाजा नगर निगम पंचकुला के क्षेत्र में है जोकि नियमो के विरुद्ध है।नेशनल हाइवे फीस(डिटरमिनेशन ऑफ रेट्स एंड कलेक्शन)रूल्स 2008 के रूल 8 के भी तहत नगर निकाय क्षेत्र के 10 किलोमीटर की सीमा तक टोल प्लाजा नही लगाया जा सकता जबकि नग्गल टोल प्लाजा तो नगर निगम पंचकूला की सीमा में ही स्थित है।

कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि यह टोल प्लाजा व आसपास के निवासियो को दफ्तर,अस्पताल,विद्यालय,महाविद्यालय,शिक्षण संस्थान आदि कार्यो के लिए हररोज पंचकूला आना पड़ता है।यहाँ तक कि नगर निगम कार्यालय, लघु सचिवालय,न्यायलय,किसान मंडी,अनाज मंडी आदि भी पंचकूला में है।ऐसे में टोल प्लाजा लगने से स्थानीय निवासियों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है।इलाके के लोगो व स्थानीय निवासियों द्वारा निरंतर मांग की जा रही है कि इस टोल प्लाजा को हटाया जाए लेकिन उनकी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है।

चंद्रमोहन,प्रदीप चौधरी,सुधा भारद्वाज, विजय बंसल,शशि शर्मा,उपेंद्र आहलूवालिया, रवीन्द्र रावल ,
व कांग्रेस नेताओ ने डीसी के मार्फत नितिन गडकरी से मांग की है कि नेशनल हाइवे फीस(डिटरमिनेशन ऑफ रेट्स एंड कलेक्शन)रूल्स 2008 के रूल 8 के तहत नगर निकाय क्षेत्र के 10 किलोमीटर की सीमा के बाहर नग्गल टोल प्लाजा को यहां से हटाकर स्थानांतरित किया जाए।इसके साथ ही नग्ग्ल टोल प्लाजा के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्थानीय निवासियों को टोल मुक्त किया जाए।

Rashifal

राशिफल, 28 फरवरी 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

aries
मेष/aries

28 फरवरी 2022:  

आपको काफ़ी समय से चल रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आज आपको अपनी संतान की वजह से आर्थिक लाभ होने की संभावना नजर आ रही है। इससे आपको काफी खुशी होगी। दोस्तों के साथ शाम को घूमने बाहर जाएँ, इससे आपको बहुत फ़ायदा होगा। एक प्यारी-सी मुस्कुराहट से अपने प्रेमी का दिन रोशन करें। आज आपका मन ऑफिस के काम में नहीं लगेगा। आज आपके मन में कोई दुविधा होगी जो आपको एकाग्र नहीं होने देगी। जब आपको लगता है कि आपके पास घर वालों या अपने दोस्तों के लिए टाइम नहीं है तो आपका मन खराब हो जाता है। आज भी आपकी मन स्थिति ऐसी ही रह सकती है। क्या आपको लगता है कि शादी महज़ समझौतों का नाम है? अगर हाँ, तो आप आज हक़ीक़त महसूस करेंगे और जानेंगे कि यह आपके जीवन की सबसे अच्छी घटना थी।

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वृष/Taurus

28 फरवरी 2022:  

आज आप खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं, जो आपको तन्दुरुस्त बनाए रखेगा। बिना किसी की सलाह लिये बिना आज आपको पैसा कहीं भी इनवेस्ट नहीं करना चाहिए। किसी धार्मिक स्थल या संबंधी के यहाँ जाने की संभावना है। रोमांस आपके दिल पर क़ाबिज़ है। किसी भी तरह की साझीदारी करने से पहले उसके बारे में अपनी अंदरूनी भावना की बात ज़रूर सुनें। जो लोग घर सेे बाहर रहते हैं आज वो अपने सारे काम पूरे करके शाम के समय किसी पार्क या एकांत जगह पर समय बिताना पसंद करेंगे। आपका जीवनसाथी आज आपके लिए कुछ बहुत ख़ास करने वाला है।

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मिथुन/Gemini

28 फरवरी 2022 :  

नियमित व्यायाम के माध्यम से वज़न को नियन्त्रित रखें। आज किसी पार्टी में आपकी मुलाकात किसी ऐसे शख्स से हो सकती है जो आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए आपको अहम सलाह दे सकता है। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। रोमांस के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन नहीं है, क्योंकि आप आज सच्चा प्यार ढूंढने में विफल हो सकते हैं। करिअर के नज़रिए से शुरू किया सफ़र कारगर रहेगा। लेकिन ऐसा करने से पहले अपने माता-पिता से इजाज़ता ज़रूर ले लें, नहीं तो बाद में वे आपत्ति कर सकते हैं। आज ऐसे बर्ताव करें जैसे कि आप ‘सुपर-स्टार’ हैं, लेकिन सिर्फ़ उन चीज़ों की ही प्रशंसा करें जो उसके क़ाबिल हैं। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच कोई बाहरी व्यक्ति दूरी पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप दोनों चीज़ें संभाल लेंगे।

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कर्क/Cancer

28 फरवरी 2022:  

बिना वजह अपनी आलोचना करते रहना आत्मविश्वास को कम कर सकता है। उधार मांगने वाले लोगों को नज़रअन्दाज़ करें। आपमें से कुछ गहने या घरेलू सामान ख़रीद सकते हैं। जो अपने प्रिय के साथ छुट्टियाँ बिता रहे हैं, ये उनकी ज़िन्दगी के सबसे यादगार लम्हों में से होंगे। काम और घर पर दबाव आपको थोड़ा ग़ुस्सैल बना सकता है। इस राशि के उम्रदराज जातक आज के दिन अपने पूराने मित्रों से खाली समय में मिलने जा सकते हैं। अपने जीवनसाथी के साथ आप प्यार और रुमानियत से भरे पुराने दिन एक बार फिर जी पाएंगे।

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Leo
सिंह/Leo

28 फरवरी 2022 :

आपको काफ़ी समय से चल रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। जिन लोगों ने किसी अनजान शख्स की सलाह पर कहीं निवेश किया था आज उन्हें उस निवेश से फायदा होने की पूरी संभावना है। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। रोमांस के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन नहीं है, क्योंकि आप आज सच्चा प्यार ढूंढने में विफल हो सकते हैं। अगर आप कामकाज के लिए ज़रूरत से ज़्यादा दबाव बनाएंगे तो लोग भड़क सकते हैं – कोई भी फ़ैसला लेने से पहले दूसरों की ज़रूरतों को समझने की कोशिश करें। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। आपके वैवाहिक जीवन से सारा मज़ा खो सा गया मालूम होता है। अपने जीवनसाथी से बात करें और कुछ मस्तीभरी योजना बनाएँ।

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कन्या/Virgo

28 फरवरी 2022 :   

शकी स्वभाव के चलते आपको हार का मुँह देखना पड़ सकता है। आप जीवन में पैसे की अहमियत को नहीं समझते लेकिन आज आपको पैसे की अहमियत समझ में आ सकती है क्योंकि आज आपको पैसे की बहुत आवश्यकता होगी लेकिन आपके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। घरेलू काम थका देने वाला होगा और इसलिए मानसिक तनाव की वजह भी बन सकता है। आप साथ में कहीं घूमने-फिरने जाकर अपने प्रेम-जीवन में नयी ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। कामकाज के मोर्चे पर आपको सबसे स्नेह और सहयोग प्राप्त होगा। जिंदगी में चल रही आपाधापी के बीच आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा और और आप अपने पसंदीदा कामों को कर पाने में कामयाब हो पाएंगे। अगर आप वैवाहिक तौर पर लंबे समय से कुछ नाख़ुश हैं, तो आज के दिन आप हालात बेहतर होते हुए महसूस कर सकते हैं।

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Libra
तुला/Libra

28 फरवरी 2022 :   

ज़्यादा यात्रा करना झुंझलाहट पैदा कर सकता है। माली सुधार की वजह से ज़रूरी ख़रीदारी करना आसान रहेगा। आपसी संवाद और सहयोग आपके और आपके जीवनसाथी के बीच रिश्ते को मज़बूत बनाएगा। आपके ज़हन में काम का दबाव होने के बावजूद आपका प्रिय आपके लिए ख़ुशी के पलों को लाएगा। एक अहम प्रोजेक्ट- जिसपर आप काफ़ी अरसे से काम कर रहे थे- टल हो सकता है। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। आपका जीवनसाथी हाल में हुई खटपट को भुलाकर अपने अच्छे स्वभाव का परिचय देगा।

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वृश्चिक/Scorpio

28 फरवरी 2022 : 

दूसरों के साथ ख़ुशी बांटने से सेहत और खिलेगी। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। आपके नज़दीकी लोग निजी जीवन में परेशानियाँ खड़ी कर सकते हैं। आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा- क्योंकि आपका प्रिय आपने लिए बहुत सारी ख़ुशी की वजह साबित होगा। कार्यक्षेत्र के नज़रिए से आज का दिन आपका है। इसका भरपूर फ़ायदा उठाएँ। अगर आप शादीशुदा हैं और आपके बच्चे भी हैं तो वो आज आपसे शिकायत कर सकते हैं क्योंकि आप उनको पर्याप्त समय नहीं दे पाते। जीवनसाथी के साथ आज की शाम वाक़ई कुछ ख़ास होने वाली है।

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धनु/Sagittarius

28 फरवरी 2022 :  

शाम के समय थोड़ा आराम कीजिए। आपकी ग़ैर-यथार्थवादी योजनाएँ आपके धन को कम कर सकती हैं। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। आज ही लंबे वक़्त से चले आ रहे झगड़ों को सुलझा लें, क्योंकि हो सकता है कि कल बहुत देर हो जाए। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। अपने काम से आराम लेकर आज आप कुछ समय अपने जीवनसाथी के साथ बिता सकते हैं। वैवाहिक जीवन के कुछ साइड इफ़ेक्ट्स भी होते हैं; आज आपको इनका सामना करना पड़ सकता है।

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1मकर/Capricorn

28 फरवरी 2022 : 

अपनी सेहत के बारे में ज़रूरत से ज़्यादा चिंता न करें। निश्चिंतता बीमारी की सबसे बड़ी दवा है। आपका सही रवैया ग़लत रवैये को हराने में क़ामयाब रहेगा। यदि शादीशुदा हैं तो आज अपने बच्चों का विशेष ख्याल रखें क्योंकि यदि आप ऐसा नहीं करते तो उनकी तबीयत बिगड़ सकती है और आपको उनके स्वास्थ्य पर काफी पैसा खर्च करना पड़ सकता है। शाम के समय कुछ हँसी-ख़ुशी भरा वक़्त अपने बच्चों के साथ गुज़ारें। आज आपको अपने प्रिय का एक अलग ही अन्दाज़ देखने को मिल सकता है। आपका दिमाग़ काम-काज की उलझनों में फँसा रहेगा, जिसके चलते आप परिवार और दोस्तों के लिए समय नहीं निकाल पाएंगे। आज खाली वक्त का सही उपयोग करने के लिए आप अपने पुराने मित्रों से मिलने का प्लान बना सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ बहुत रोमांचक काम कर सकते हैं।

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कुम्भ/Aquarius

28 फरवरी 2022 : 

बेकार का तनाव और चिंताएँ ज़िंदगी का रस निचोड़कर आपको पूरी तरह चूस सकती हैं। भलाई इसी में है कि इन आदतों को छोड़ दें, नहीं तो इनसे केवल आपकी परेशानियों में बढ़ोतरी ही होगी। आर्थिक तौर पर सुधार तय है। अपने परिवार को पर्याप्त समय दें। उन्हें महसूस होने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। उनके साथ अच्छा वक़्त बिताएँ और शिकायत करने का मौक़ा न दें। आप इस दिन को अपनी ज़िन्दगी में कभी नहीं भूलेंगे, अगर आप प्यार में डूबने के मौक़े को आज यूँ ही न गवाएँ तो। नयी परियोजनाओं और ख़र्चों को टाल दें। इस राशि वालों को आज के दिन अपने लिए समय निकालने की शख्त जरुरत है अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपको मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। आप महसूस करेंगे कि आपके जीवनसाथी में शहद से भी ज़्यादा मिठास है।

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मीन/Pisces

28 फरवरी 2022 : 

अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। माता या पिता की सेहत पर आपको आज बहुत धन खर्च करना पड़ सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी लेकिन साथ ही रिश्तों में मजबूती आएगी। परिवार के सदस्य कई चीज़ों की मांग कर सकते हैं। आपको अपने प्रिय के साथ समय बिताने की ज़रूरत है, ताकि आप दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जान व समझ सकें। सहकर्मियों और कनिष्ठों के चलते चिंता और तनाव के क्षणों का सामना करना पड़ सकता है। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद भी आज आप अपने लिए समय निकालपाने में सक्षम होंगे। खाली वक्त में आज कुछ रचनात्मक कर सकते हैं। यह दिन आपके जीवन में वसंत-काल की तरह है – रोमानी व प्यार से भरा; जहाँ सिर्फ़ आप और आपका जीवनसाथी साथ हों।

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panchang

पंचांग 28 फरवरी 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज सोम प्रदोष व्रत है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः फाल्गुऩ, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रि 03.17 तक है, 

वारः सोमवार। 

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा प्रातः 07.02 तक है, 

योगः वरीयान दोपहर काल 02.25 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः कुम्भ  चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.52,  सूर्यास्तः 06.16 बजे।

 चन्द्रशेखर आजाद ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए अहिंसा छोड़, सशस्त्र क्रान्ति का मार्ग चुना

वर्ष 1870 में सक्स-कोबर्ग के राजकुमार अल्फ्रेड एवं गोथा प्रयागराज (तब, इलाहाबाद) के दौरे पर आए थे। इस दौरे के स्मरण चिन्ह के रूप में 133 एकड़ भूमि पर इस पार्क का निर्माण किया गया जो शहर के अंग्रेजी क्वार्टर, सिविल लाइन्स के केंद्र में स्थित है। वर्ष 1931 में इसी पार्क में क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी चन्द्र शेखर आज़ाद को अंग्रेज़ों द्वारा एक भयंकर गोलीबारी में वीरगति प्राप्त हुई। आज़ाद की मृत्यु 27 फ़रवरी 1931 में 24 साल की उम्र में हो गई।

मैं भगतसिंह का साधक, 
मृत्यु साधना करता हूँ |
मैं आज़ाद का अनुयायी, 
राष्ट्र आराधना करता हूँ |

: राष्ट्रीय चिंतक मोहन नारायण 

स्वतन्त्रता संग्राम के इतिहास डेस्क : डेमोक्रेटिक फ्रंट

राष्ट्रिय स्वतन्त्रता के ध्येय को जीने वाले स्वाधीनता संग्राम के अनेकों क्रांतिकारियों में से कुछ योद्धा बहुत ही विरले हुए। जिनकी बहादुरी और स्वतंत्रता प्राप्ति की प्रबल महात्वाकांक्षा ने उन्हें जनमानस की स्मृति में चिरस्थायी कर दिया। उनके शौर्य की कहानियों को दोहराए बिना राष्ट्र की स्वाधीनता का इतिहास बया ही नहीं किया जा सकता है। जब भी हम देश के क्रांतिकारियों, आजादी के संघर्षों को याद करते है तो हमारे अंतर्मन में एक खुले बदन, जनेऊधारी, हाथ में पिस्तौल लेकर मूछों पर ताव देते बलिष्ठ युवा की छवि उभर कर आ जाती है। मां भारती के इस सपूत का नाम था चंद्रशेखर आजाद. जिनकी आज पुण्यतिथि है।

इस घटना के तार जुड़े है, 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुए भीषण नरसंहार से जिसके बाद से ही देश भर के युवाओं में राष्ट्रचेतना का तेजी से प्रसार हुआ। बाद में जिसे सन 1920 में गांधीजी ने असहयोग आन्दोलन का रुप दिया। इस समय चन्द्रशेखर भी बतौर छात्र सडकों पर उतर आये। महज 15 साल की उम्र के चंद्रशेखर को आन्दोलन में भाग लेने वाले क्रांतिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया। मामले में जब कोर्ट में जज के सामने इन्हें पेश किया गया तब कोई नहीं जानता था कि यहां भारत का इतिहास गढ़ा जाने वाला है जो सदियों के लिए इस देश की अमर बलिदानी परंपरा में एक उदाहरण जोड़ देगी। जज को दिए सवालों के जवाब ने चंद्रशेखर के जीवन को नई दिशा दी. उन्होंने जज के पूछने पर अपना नाम आजाद, पिता का नाम स्वतंत्रता, घर का पता जेल बताया। जिससे अंग्रेज जज तिलमिला उठा और उसने उन्हें 15 कोड़ों की सजा सुना दी। कच्ची उम्र के इस बालक के नंगे बदन पर पड़ता हर एक बेत (कोड़ा) चमड़ी उधेड़ कर ले आता। लेकिन इसके मुंह से बुलंद आवाज के साथ सिर्फ भारत माता की जय… वंदे मातरम के नारे ही सुनाई देते। वहां मौजूद लोगों ने आजाद की इस सहनशीलता और राष्ट्रभक्ति को देख दांतों तले उंगलियां दबा ली।

आजादी की लड़ाई को नई दिशा देने वाले इस विरले योद्धा का जन्म झाबुआ जिले के भाबरा गांव (वर्तमान के अलीराजपूर जिले के चन्द्रशेखर आजाद नगर) में 23 जुलाई सन् 1906 को पण्डित सीताराम तिवारी के यहां हुआ था। इस वीर बालक को अपनी कोख से जन्म देने वाली और अपने रक्त व दूध से सींचने वाली वीरमाता थी जगरानी देवी। चंद्रशेखर ने अपना बचपन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में गुजारा था। जहां वे भील बालकों के साथ खूब धनुष-बाण चलाया करते थे, जिसके कारण उनका निशाना अचूक हो गया था। उनका यह कौशल आगे चलकर भारत की स्वाधीनता के संघर्ष में खूब काम आया।

अपने क्रांतिकारी जीवन की शुरुआत तो आजाद ने अहिंसा के आंदोलन से की थी लेकिन उन्होंने अंग्रेजों के बढ़ते अत्याचारों और अपमान को अधिक समय तक नहीं सहा और मां भारती को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए सशस्त्र क्रान्ति का मार्ग चुन लिया। आजाद के साथ क्रांतिकारी तो कई थे लेकिन राम प्रसाद बिस्मिल से उनकी खूब बनी। इनकी जोड़ी ने अंग्रेजों की जड़ें हिला कर रख दी।

एक समय तक देश के सभी युवा गांधीजी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन फरवरी सन् 1922 में ऐतिहासिक चौरी-चौरा घटना ने सशस्त्र क्रांति की चिंगारी को हवा दे दी। उस समय में ब्रिटिश भारत के संयुक्त प्रांत उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा शहर में गांधीजी के असहयोग आंदोलन में प्रदर्शनकारियों का पुलिस से संघर्ष हुआ। भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं जिसके बाद हालात तेजी से बिगड़े और भीड़ ने 22 पुलिसकर्मियों को थाने में बंद कर आग के हवाले कर दिया. इस घटना में हुई 3 नागरिकों और 22 पुलिसकर्मियों की मौत से आहत महात्मा गांधी ने तुरंत ही प्रभावी रुप से चल रहे असहयोग आंदोलन को रोक दिया। जिससे युवा क्रांतिकारियों के दल में भारी रोष उठा और उन्होंने अपना मार्ग गांधी से अलग कर लिया

इसके बाद ही चंद्रशेखर आजाद हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़े और उसके सक्रिय सदस्य बने। इसी दौरान उन्होंने राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 9 अगस्त 1925 को काकोरी लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए। ब्रिटिश सरकार ने इसमें हिंदुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के कुल 40 क्रान्तिकारियों के विरुद्ध सशस्त्र युद्ध छेड़ने, सरकारी खजाना लूटने व यात्रियों की हत्या करने का मुकदमा चलाया जिसमें राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ तथा ठाकुर रोशन सिंह को फांसी दे दी गई और अन्य को कठोर कारावास के लिए कालापानी भेज दिया गया।

अपने साथियों के बलिदान के बाद आजाद ने उत्तर भारत के सभी क्रांतिकारी दलों को एकजुट करके हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (HSRA) का गठन किया। जिसमें उनके साथी भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, जयदेव कपूर समेत कई क्रांतिकारी थे. जिन्होंने साथ मिलकर उग्र दल के नेता लाला लाजपतराय की हत्या का बदला अंग्रेजी अफसर सॉण्डर्स का वध करके लिया। आजाद कभी नहीं चाहते थे कि भगतसिंह खुद दिल्ली पहुँच कर असेम्बली बम काण्ड की घटना को अंजाम दे क्योंकि वो जानते थे कि इसके बाद एक बार फिर संगठन बिखर जायेगा लेकिन भगत नहीं माने और इस घटना को अंजाम दिया गया।

 जिसने ब्रिटिश सरकार की रातों की नींद हराम कर दी लेकिन हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (HSRA) बिखर गया। आजाद ने असेम्बली बम कांड के मुकदमे में गिरफ्तार हुए अपने साथियों को छुड़ाने के लिए भरसक प्रयास किए, वे इस संदर्भ में पंडित गणेश शंकर विद्यार्थी और पंडित जवाहरलाल नेहरू से भी मिले लेकिन बात नहीं बनी। उन्होंने वीरांगना दुर्गा भाभी (क्रांतिकारी भगवती चरण वोहरा की धर्मपत्नी) को भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव की फांसी रुकवाने के लिए गांधीजी के पास भी भेजा लेकिन गांधीजी ने भी उन्हें निराश कर दिया और उनके तीन और साथी आजादी के लिए फांसी पर झूल गए।

इन सारी घटनाओं के बावजूद चंद्रशेखर आजाद अंग्रेजों की नजरों से अब तक बचे हुए थे। वो अपने निशानेबाजी की कला के साथ वेश बदलने की कला में भी माहिर थे। जिसने अंग्रेजों के लिए उन्हें पकड़ने की चुनौती को और बढ़ा दिया था, कहा जाता है कि आजाद को सिर्फ पहचानने के लिए उस समय अंग्रेजी हुकूमत ने 700 लोगों को भर्ती कर रखा था बावजूद उसके वो कभी सफल नहीं हो पाए। लेकिन उन्हीं के संगठन हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (HSRA) के सेंट्रल कमेटी मेम्बर वीरभद्र तिवारी आखिर में अंग्रेजो के मुखबिर बन गए और वो दिन आया जब मां भारती के इस लाल को इलाहाबाद के अलफ्रेड पार्क (वर्तमान में प्रयागराज के चंद्रशेखर आजाद पार्क) में घेर लिया गया।

ये दिन था 27 फरवरी 1931 का, आजाद अपने साथी क्रांतिकारी सुखदेव राज से मिलने पहुंचे थे। वे दोनों पार्क में घूम ही रहे थे कि तभी अंग्रेज अफसर नॉट बावर अपने दल-बल के साथ वहां पर आ धमका जिसके बाद दोनों ओर से धुंआधार गोलीबारी शुरू हो गई। अचानक हुए इस घटनाक्रम में आजाद को एक गोली जांघ पर और एक गोली कंधे पर लग चुकी थीं। बावजूद इसके उनके हाव भाव सामान्य बने हुए थे। वे अपने साथी सुखदेव के साथ एक जामुन के पेड़ के पीछे जा छिपे और स्थिति को हाथ से निकलता देख अपने साथी सुखदेव को वहां से सुरक्षित निकाल दिया। इस दौरान आजाद ने 3 गोरे पुलिसवालों को भी ढेर कर दिया लेकिन अब उनके शरीर में लगी गोलियां अपना असर दिखाने लगी थीं।  

वहीं नॉट बावर अपने सिपाहियों के साथ अंधाधुंध गोलियां बरसा रहा था, आखिरकार आजाद की पिस्तौल खाली होने को आ गई! अब पास की गोलियां भी खत्म हो चुकी थीं लिहाजा इस वीर योद्धा ने अपनी पिस्तौल में बची अंतिम गोली को स्वयं की नियति में ही लिखने का साहसिक फैसला कर लिया। आजाद के मूर्छाते नेत्रों में अब भी उनका ध्येय ‘आजाद थे, आजाद है और आजाद रहेंगे!’ स्पष्ट था। अब पार्क में सन्नाटा पसर गया नॉट बावर के तरफ से भी फायरिंग थम गई थीं आजाद हर्षित मन से जीवन की अंतिम घड़ियों में अपने देश की माटी और उसकी आबोहवा को महसूस कर रहे है और यकायक उनकी पिस्तौल आखिर बार गरजी और ये वो क्षण था जब उन्होंने उस पिस्तौल में बची अंतिम गोली को अपनी कनपटी पर दाग लिया था।

‘बमतुल बुखारा’

मां भारती ने अपने लाल को खो दिया था लेकिन उसका ख़ौफ अंग्रेजों में इस कदर हावी था कि गोरे सिपाही उसके मृत शरीर के पास तक आने से कतरा रहे थे और लगातार उन पर गोलियां बरसाए जा रहे थे। आखिर में चंद्रशेखर आजाद की इस बहादुरी से नॉट बावर इतना प्रभावित हो चुका था कि उसने खुद टोपी उतार कर आजाद को सलामी दी और उनकी पिस्तौल को (जिसे आजाद ‘बमतुल बुखारा’ कहते थे) अपने साथ अपने देश ले गया था, जिसे आजादी के बाद वापस भारत लाया गया।

व्साभार नागेश्वर पवार

पी चिदंबरम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के यूपी चुनाव में प्रचार न करने के सवाल पर चुप्पी साध ली

उत्तरप्रदेश के पहले पाँच चरणों के चुनाव प्रचार से उनकी अनुपस्थिति ने पार्टी में कई लोगों को चौंका दिया था। राहुल गांधी ने गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब में कई जनसभा को संबोधित किया लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार से दूर रहे।  हालांकि राहुल गांधी पिछले दिनों वाराणसी गए थे लेकिन उस दौरान वे सिर्फ गुरु रविदास मंदिर गए। राहुल गांधी का रविदास मंदिर दौरा भी पंजाब चुनाव को ध्यान में रखकर ही आयोजित किया गया था। हालांकि अगले कुछ दिनों में वह प्रयागराज और अमेठी का दौरा कर सकते थे, और वहां चुनाव प्रचार अभियान में भी शामिल हो सकते थे।

  • यू पी के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आखिर वह किस मुद्दे पर वोट कर रहे हैं : चिदंबरम
  • यूपी के हर 16 व्यक्ति में से एक व्यक्ति नौकरी या काम के लिए यूपी छोड़कर बाहर जाता है : चिदंबरम
  • यूपी के लोग मेहनती हैं, यूपी ने 8 प्रधानमंत्री दिए हैं, बावजूद इसके यूपी गरीब रह गया है : चिदंबरम
  • यू पी में एक हजार लोगों पर एक डॉक्टर भी नहीं है : चिदंबरम

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान जारी है। भाजपा से लेकर सपा पूरी ताकत के साथ इस चुनाव में उतरी है, मगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अब तक यूपी चुनाव में सक्रियता नहीं दिखी है। आज यानी रविवार को जब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम लखनऊ में प्रेस वार्ता कर रहे थे, तब उन्हें भी राहुल गांधी से जुड़े एक सवाल का सामना करना पड़ा। पी चिदंबरम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के यूपी चुनाव में प्रचार न करने के सवाल पर चुप्पी साध ली।

दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस वार्ता की और कहा कि यूपी में आधा चुनाव हो चुका है और कांग्रेस हर विधानसभा में अकेले दम पर मजबूती से लड़ रही है। यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए चिदंबरम ने कहा कि यूपी के लोग मेहनती हैं, यूपी ने 8 प्रधानमंत्री दिए हैं, बावजूद इसके यूपी गरीब रह गया है।

पी चिदंबरम ने कहा कि पिछले 5 साल में यूपी की बिल्कुल भी तरक्की नहीं हुई और यूपी की प्रति व्यक्ति आय देश की औसत प्रति व्यक्ति आय से आधी से भी कम है. चिदंबरम ने नीति आयोग समेत कई अन्य एजेंसियों के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि यूपी के 12 जिलों में 50 फ़ीसदी से भी अधिक लोग ग़रीब हैं। चिदंबरम ने कहा यूपी के दो जिलों में करीब 60 फ़ीसदी लोग गरीब हैं और इन जिलों में से एक बलरामपुर है, जहां आज वोटिंग हो रही है।

उन्होंने आगे कहा कि यूपी के शहरों में हर चार में से एक युवा बेरोजगार है, जबकि यूपी में सरकारी नौकरियों में काफी वैकेंसी है। यूपी की नवजात मृत्यु दर 35 फ़ीसदी बताते हुए चिदंबरम ने कहा कि यहां पर एक हज़ार लोगों पर 36 फीसदी डॉक्टर हैं, यानी एक हजार लोगों पर एक डॉक्टर भी नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि मैं यूपी के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आखिर वह किस मुद्दे पर वोट कर रहे हैं, क्योंकि यूपी कई पैमानों में देश में सबसे नीचे के पायदान पर है। चिदंबरम ने कहा कि यूपी के हर 16 व्यक्ति में से एक व्यक्ति नौकरी या काम के लिए यूपी छोड़कर बाहर जाता है।

बघेल और गहलोत ने राहुल गांधी के घर पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों पर विस्तृत चर्चा की, 2017 वाली गलती न हो इसलिए बनाई रणनीति

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज केसी वेणुगोपाल, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अशोक गहलोत के साथ बैठक की। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों पर विस्तृत चर्चा की गई। 10 मार्च को घोषित होने वाले परिणामों के संबंध में रणनीति पर भी चर्चा की गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 5 राज्यों में चुनाव और आगे के रास्ते पर विस्तृत चर्चा की गई। वर्तमान सरकार द्वारा संविधान और लोकतंत्र की चुनौतियां खतरे में हैं। कांग्रेस आज एकमात्र विपक्षी पार्टी है, लोगों को उम्मीदें हैं। यह देखना हमारा कर्तव्य है कि हम पार्टी में क्या योगदान दे सकते हैं। वहीं राजस्थान सरकार की कोयले की खदान जिसका MDO है अड़ानी समूह के नाम, इस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने खनन पर लगा रखी है रोक, इसको लेकर दोनों राज्यों के बीच चल रही है खींचतान, इसको लेकर राहुल गांधी की मौजूदगी में चर्चा होने की बात आ रही है सामने, छत्तीसगढ़ से सीएम बघेल और सीएम गहलोत ने इस सवाल का नहीं दिया जवाब।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है और इस बीच कांग्रेस ने दिल्ली में अहम बैठक बुला ली है। राहुल गांधी के आवास पर पांच राज्यों में हुई वोटिंग को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। राहुल गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूपी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल थे। बैठक में पांच राज्यों में हुई वोटिंग और उत्तर प्रदेश में बचे 2 चरणों के चुनाव की तैयारी पर चर्चा की गई।

सूत्रों के मुताबिक बैठक में 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर भी रणनीति बनाई गई। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को निर्देश दिया गया है कि वो चुनावी प्रदेश के महासचिव और प्रभारी के साथ मंत्रणा कर मतगणना की पूरी तैयारी कर लें। प्रदेश के कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वो काउंटिंग सेंटर पर बराबर नजर बनाए रखें। वहीं अलग-अलग राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को भी चुनावी राज्य में निरीक्षण के लिए लगाया जाएगा। 

सीएम गहलोत प्रेस वार्ता में कहा कि 5 राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर भी गंभीर चर्चा की है। इसे योजनाबद्ध तरीके से अमलीजामा पहनाने की कोशिश पार्टी कर रही है। चर्चा इस पर भी की गई कि चुनाव बाद की परिस्थितियों से कैसे डील करना है। सीएम ने कहा कि शहरी रोजगार गारंटी योजना को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति तय करेगी।  छत्तीसगढ़ की गोधन योजना को लेकर पार्टी गंभीर है हाल में बजट में सीएम ने विभिन्न योजनाओं खासकर पुरानी पेंशन योजना की बहाली की बात कही है। उसको कांग्रेस शासित अन्य प्रदेशों में लागू कराने को लेकर भी इस हाइप्रोफाइल मीटिंग में मंथन हुआ।

सीएम गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का संविधान खतरे में है। सरकार में फासीस्ट लोग है। देश ऐसे माहौल में जी रहा है। मीडिया दबाव में है। देश की जनता देख रही है। पुरानी पेंशन बहाली पर सीएम गहलोत ने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से फैसला लिया गया है।  बुढ़ापे में सरकारी कर्मचारी सुरक्षित रहे। सरकारी कर्मचारियों की भविष्य की चिंता नहीं रहे। इसलिए पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है। सीएम ने कहा कि यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सुरक्षित महसूस नहीं करेगा तो वह सरकार में अपना योगदान कैसे करेगा? मानवाधिकार आयोग ने भी टिप्पणी की है कि सरकार को अपने निर्णय पर विचार करना चाहिये। ज्यूडिशरी के पे कमीशन इसे नहीं मान रहे, डिफेंस वाले इससे पहले ही अलग किए जा चुके हैं। मानवाधिकार आयोग खुद ये कह रहा है ऐसी स्थिति में लोग दो वर्ग में बंट गए हैं। इन सबको देखते हुए हमारी सरकार ने सोच समझ कर निर्णय लिया है।

सीएम गहलोत ने प्रेस वार्ता में मोदी सरकार की नीति और नीयत को कटघरे में खड़ा किया। मोदी सरकार को फासीवादी करार दिया। सीएम ने कहा कि भाजपा को लोकतंत्र में यकीन नहीं है। संविधान में यकीन नहीं है। जिसके कारण देश के संविधान और लोकतंत्र को खतरा है। सीएम गहलोत ने दावा किया कि साहित्यकार, पत्रकार, लेखक सब दुखी हैं और मीडिया पर भी दबाव है।

महर्षि दयानंद जन्मोत्सव पर भव्य शोभायात्रा आयोजित

शोभायात्रा का शुभारंभ संजय टंडन ने गुब्बारे उड़ाकर और ओम ध्वज फहरा कर किया चण्डीगढ़, पंचकूला, मोहाली, रोपड़ डेराबस्सी, और सूरजपुर के डीएवी एवं आर्य शिक्षण संस्थाओं ने बढ़ चढक़र लिया भाग  

चण्डीगढ़ :

केंद्रीय आर्य सभा के तत्वावधान में महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 198वें जन्मोत्सव एवं बोधोत्सव का आयोजन सेक्टर 7 स्थित आर्य समाज में बड़े धूमधाम से किया गया। इस मौके पर एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया। इस शोभायात्रा का शुभारंभ पूर्व नगर भाजपाध्यक्ष संजय टंडन ने गुब्बारे उड़ाकर और ओम ध्वज फहरा कर किया। यह शोभा यात्रा आर्य समाज से आरंभ हुई। इसमें चण्डीगढ़, पंचकूला, मोहाली, रोपड़ डेराबस्सी, और सूरजपुर के डीएवी एवं आर्य शिक्षण संस्थाओं ने बढ़ चढक़र भाग लिया। शोभायात्रा के दौरान इन संस्थानों व आर्य समाजों ने बड़ी मनमोहक झांकिया प्रस्तुत कीं। इसमें वैदिक धर्म के प्रति आस्था को विशेष रूप से दर्शाया गया। स्वामी दयानंद, वेद, यज्ञ, देशभक्ति, आर्य परंपरा और स्वच्छ पर्यावरण पर विशेष रूप से झांकियों को केंद्रित किया गया था। इस शोभायात्रा में सबसे आगे घोड़ों पर सवार युवक हाथों में झंडिया लिए जय उद्घोष करते हुए आगे बढ़ रहे थे। शोभा यात्रा सेक्टर 7, 8,18 तथा 19 की मार्किट  से होती हुई आर्य समाज सेक्टर 19 में संपन्न हुई। यात्रा में काफी संख्या में वैदिक साहित्य भी वितरित किया गया। कार्यक्रम के समापन से पूर्व केंद्रीय आर्य सभा के प्रधान रविंद्र तलवाड़ ने उपस्थित गणमान्य लोगों का धन्यवाद किया। इस मौके पर स्वामी ओंकारानंद सरस्वती,आचार्य शिव कुमार शास्त्री, पंडित कुलदीप आर्य,  प्रकाशचंद्र शर्मा, डॉ. विनोद कुमार, धर्मवीर बत्रा, डॉ अजय गुप्ता, श्रुति कांत, पवन पाल, मधु बहल, सुमेधा महाजन, सुनीता रन्याल, रोजी शर्मा आदि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान स्कूलों व कालेजों के प्रिंसीपल व अध्यापक भी मौजूद थे। यात्रा की समाप्ति पर ऋषि लंगर का आयोजन भी किया  गया।

क्या कीव छोड़ कर जेलेंसकी भाग चुके हैं ?

यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। हमले के तीसरे दिन अब रूसी मीडिया की तरफ से बड़ा दावा किया है। रूसी मीडिया के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की राजधानी कीव को छोड़कर भाग गए हैं। इससे पहले जेलेंस्की ने दावा किया कि रूस की सेना उनके और उनके परिवार के पीछे पड़ी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेलेंस्की अपने दल के साथ लविवि में हैं।

  • यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की झुकने को तैयार नहीं है
  • उन्होंने वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि वह कीव में ही हैं

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। आज हमले का तीसरा दिन है। हाल ही में रूसी मीडिया ने दावा करते हुए कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की राजधानी कीव छोड़कर भाग गए हैं। रिपोर्ट में दावा करते हुए बताया है कि जेलेंस्की अपने दल के साथ लविवि में हैं। इससे पहले राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने दावा करते हुए कहा था कि रूसी सेना उनके और उनके परिवार को मारे के लिए पीछे पड़ी हुई है।

बाता दें कि बीते शुक्रवार को राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अपने एक बयान में कहा था कि वह ऐसे संकट के समय में देश छोड़कर नहीं जाएंगे। वह अपनी आखरी सांस तक देश की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे। जेलेंस्की ने आगे कहा था कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन में अपने देश के साथ खड़ा हूं और रूसी सेना का डट के मुकाबला कर रहा हूं। जेलेंस्की ने अन्य देशों से मदद मांगते हुए कहा था कि यूक्रेन अकेले रूस से लड़ रहा है। हमे हथियारों की जरूरत है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने दावा किया था कि उसे फ्रांस की तरफ से मदद पहुंचाई जा रही है।

जेलेंस्की ने यह वीडियो संदेश ऐसे समय पर जारी किया है, जब उनके देश छोड़कर भागने की अफवाह आग की तरह फैल रही थी ऐसे में उन्होंने वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि वह कीव में ही हैं और अपने देश की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे।

वीडियो में ज़ेलेंस्की ने “झूठ पर विश्वास न करें” टाइटल वाले एक पोस्ट में यूक्रेन के हथियार डालने की आ रही किसी भी रिपोर्ट का खंडन किया। वीडियो में उन्होंने कहा “मैं यहां हूं। हम हथियार नहीं डाल रहे हैं। हम अपने देश की रक्षा करेंगे, क्योंकि हमारा हथियार सच्चाई है और हमारी सच्चाई यह है कि यह हमारी भूमि है, हमारा देश है, हमारे बच्चे हैं, और हम इस सब की रक्षा करेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “बस इतना ही, मैं आपको बस इतना ही बताना चाहता था। यूक्रेन जिंदाबाद”

राष्ट्रपति ने अपने देशवासियों से मजबूती के साथ डटे रहने की अपील की है। जेलेंस्की ने कहा कि लड़ाई अभी जारी है और यह यूक्रेन का भविष्य निर्धारित करेगी। जेलेंस्की को अमेरिकी सरकार ने राजधानी कीव से निकलने को कहा था, लेकिन जेलेंस्की ने इससे इनकार कर दिया। इस लड़ाई में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत होने की सूचना मिली है।

रूसी सेना की ओर से राजधानी कीव में किए गए हमलों में अपार्टमेंट की इमारत और पुलों और स्कूलों को भारी क्षति हुई है। इस बात के भी संकेत मिल रहे हैं कि रूस यूक्रेन की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने (अपदस्थ करना) की कोशिश कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक यूक्रेन की मौजूदा सरकार को हटाना ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का उद्देश्य है। दुनिया के नक्शे में बदलाव करने और रूस के शीतयुद्ध कालीन प्रभाव को बहाल करने के लिए यह पुतिन का अभी तक का सबसे बड़ा कदम है। हालांकि इस युद्ध में अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन का कितना हिस्सा अब भी उसके कब्जे में है और कितने हिस्से पर रूस का नियंत्रण हो गया है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने संघर्ष विराम की अपील की और एक अस्पष्ट बयान में चेतावनी दी कि कई शहरों पर हमला हो रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, “आज रात हमें मजबूती के साथ डटे रहना होगा। आज ही यूक्रेन का भविष्य निर्धारित होगा।” जेलेंस्की को अमेरिकी सरकार ने राजधानी कीव से निकलने को कहा था, लेकिन जेलेंस्की ने इससे इनकार कर दिया। अमेरिका के खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यहां युद्ध चल रहा है। मुझे गोला बारूद चाहिए, यात्रा नहीं।’’

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 26 February – 2022

सहायक पुलिस आयुक्त पचंकूला नें प्लास्टिक और पॉलीथिन पर जागरुक अभियान के तहत सैक्टर 02 पहुंचकर किया जागरुक

                      पचंकूला 26 फरवरी :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा भा.पु.से के निर्देशानुसार आज दिनांक 26 फरवरी 2022 को सहायक पुलिस आयुक्त पचंकूला विजय कुमार ह.पु.से. के द्वारा माननीय पुलिस महानिदेश के नेतृत्व में प्लास्टिक के रोकथाम व प्लास्टिक के दुष्परिणांमों बारे जागरुक करनें के लिए नगर निगम पचंकूला के साथ मिलकर एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है जिस अभियान के तहत सहायक पुलिस आय़ुक्त द्वारा जिला पचंकूला का प्लास्टिक मुक्त शहर बनानें के मकसद से पचंकूला क्षेत्र के अलग-2 मार्किट व सैक्टरो में जाकर आमजन व दुकानदारो को प्लास्टिक के दुष्परिणामों बारें जागरुक करते हुए कहा कि प्लास्टिक का उपयोग आज हर जगह पर किया जा रहा है, भले ही हमें सब्जी लेनी हो या फिर घर की कोई भी चीज । प्लास्टिक के इसी ज्यादा यूज की वजह से प्रकृति को बहुत ही ज्यादा नुकसान हो रहा है । हम इंसानों ने ही इस प्लास्टिक का आविष्कार किया है, लेकिन हमारी इस गलती की वजह से इसका भुगतान प्रकृति को देना पड़ रहा है । हम सभी को पता है कि, प्लास्टिक कभी भी सडता नहीं है बल्कि जमीन के नीचे हमारे पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचाता है और प्रदूषण को फैलानें में भी प्लास्टिक का योगदान बढ रहा है । आज अगर हमने प्लास्टिक का उपयोग करना बंद नहीं किया, तो आने वाले भविष्य में प्लास्टिक बहुत ही बड़ा चिंता का विषय बन जाएगा ।

इस दौरान सहायक पुलिस आयुक्त नें कहा कि जितना हो सके उतना प्लास्टिक के बैग का उपयोग कम करना है, यदि हमें बाजार में से कोई भी चीज(सब्जी) लेने जानी है तो उस समय हमें हमारे साथ कपड़े की या फिर कागज की बैग साथ में रखनी है । औऱ प्लास्टिक की पीईटीई (PETE) और एचडीपीई (HDPE) प्रकार के सामान चुनिए । यह प्लास्टिक आसानी से रिसाइकल हो जाता है और जितना हो सके उतना कम प्लास्टिक का प्रयोग करें और धीरे-2 इसका प्रयोग करना छोड दें ।

इस सम्बन्ध में एसीपी पचंकूला नें जानकारी  कहा कि 100 ग्राम तक प्लास्टिक कैरी बैग पर 500 रुपये जुर्माना, 101 ग्राम से 500 ग्राम तक 1500 रुपये जुर्माना, 501 ग्राम से 1 किलो ग्राम पर 3000/- रुपये जुर्माना, 1 किलो ग्राम से 5 किलो ग्राम तक 10000/- , 5 किलो ग्राम से 10 किलो ग्राम पर 20000/- रुपये तथा 10 किलो ग्राम से ऊपर प्लास्टिक रखनें पर 25000/- रुपये पर जुर्माना किया जा सकता है इसके अलावा जुर्माना के साथ साथ सजा का भी प्रावधान दिया गया है ।

जो पुलिस द्वारा नगर निगम टीम के साथ मिलकर मार्किट  व सेक्टरो में जांच के दौरान पायें जानें दुकानदारो को प्लास्टिक हेतु चालान भी किये गये है इस सम्बन्ध में एसीपी नें कहा कि मकसद कोई चालान करना नही है परन्तु सिर्फ प्लास्टिक मुक्त शहर बनाना है इसी सम्बन्ध में एसीपी नें आमजन व दुकानदार तथा सभी मौजूद आमजन से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि प्लास्टिक का बहिष्कार करो औऱ इसका प्रयोग धीरें -2 कम करते हुए छोड दें और इसके साथ ही अपनें बच्चो को, आने वाली पीढी को भी प्लास्टिक दुष्परिणामों बारें जागरुक करें ताकि यह समाज,देश प्लास्टिक मुक्त बन सकें और पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें ।

इस अवसर पर मार्किट -2 पचंकूला से बिन्द्र सिह, देवेन्द्र सिह , ईश्वर सिंह , साहिल शर्मा, कृष्ण कुमार तथा रविन्द्र नाथ नें सहयोग करते हुए एसीपी पचंकूला का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग करना छोड देगें औऱ अपनें परिवार व सम्बंधियो को भी प्लास्टिक के दुष्परिणामों बारें जागरुक करेंगें ।

डिटैक्टिव स्टाफ पचंकूला नें बीमा पॉलिसियों के नाम पर करोडो रुपये की धोखाधडी करनें वालें आरोपी को किया गिरफ्तार

                    पचंकूला 26 फरवरी :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा के निर्देशानुसार डिटैक्टिव स्टाफ पचंकूला इन्सपेक्टर मोहिन्द्र सिह व उसकी टीम द्वारा बीमा पॉलिसियों के नाम पर करीब 2 करोड रुपये की ठगी करने के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गयें आरोपी की पहचान प्रवीण जैमस उर्फ प्रवीण जैन पुत्र राजकुमार वासी नयु करबेला लोधी रोड नई दिल्ली हाल सैक्टर 2-बी, वसुन्दरा गाजियाबाद उतर प्रदेश के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता कुलदीप लाल पुत्र चिरंजी लाल वासी बसंत विहार, कालका नें कार्यालय पुलिस उपायुक्त पचंकूला में शिकायत दर्ज करवाई कि वह कार्यपालक अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुआ है जिसनें वर्ष 2012 में मैक्श लाईफ हेल्थ इंश्योरेंस 5 साल के लिए ली थी जिस बारें किसी किरमोई नाम के फोन करके कहा कि अच्छे रिटर्न के लिए पोलिशी खरीद लो इस बारे अलग -2 नम्बरो से किसी व्यकित किरमोई या के.पी. आहुजा के द्वारा अलग अलग नम्बरो से काल आनें शुरु हो गये जो शिकायतकर्ता नें वर्ष 2015 में कुछ पोलिशी खरीद ली । उसके बाद उन्होंने अलग-अलग खातों में पैसे लेना शुरू कर दिया और शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि वे अपने खातों से बुकिंग करके बेहतर छूट प्राप्त कर सकते हैं और पॉलिसियों के भुगतान के बहाने भुगतान लेते रहे और जो शिकायतकर्ता को धोखाधडी से अलग -2 पोलिशियो के तहत अलग अलग राशि में पैसें ट्रांसफर करते हुए करीब 2 करोड रुपये की ठगी की गई । और वर्ष 2020 में शिकायतकर्ता को शक होनें पर सभी पोलिशियो की जांच की गई जिससे पाया कि आरोपियो नें शिकायतकर्ता के साथ धोखाधडी की है जिस बारें थाना कालका में प्राप्त शिकायत पर धारा 406/420/467/468/471/34 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया जिस मामलें में आगामी तफतीश क्राईम युनिट डिटैक्टिव स्टाफ पचंकूला के द्वारा अमल में लाया गया जो दौरान तफतीश मामलें में धोखाधडी करनें वालें सलिप्त आरोपी को कल दिनांक 25 फरवरी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

समाज को नशा मुक्त करने की दिलाई ई-शपथ :- एसीपी पचंकूला

  • जिन्दगी को हाँ और नशे को ना कहें शपथ पर करवाई शपथ:-  एसीपी पचंकूला

                    पचंकूला 26 फरवरी :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा के निर्देशानुसार एंटी नारोटिक्स के नोडल अधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार अध्यक्षता में आज दिनांक  26 फरवरी 2022 को हैल्थ केयर सेन्टर सैक्टर 16 पचंकूला में सैक्टर 16 से कम्युनिटी लायजन ग्रुप के सदस्यो व अन्य मोजिज व्यक्तियो के साथ मिलकर नशा मुक्ति पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

इस कार्यक्रम के दौरान एंटी नारोटिक्स के नोडल अधिकारी एसीपी नें कहा कि नशा परिवार का ,समाज का औऱ इस देश का सबसे बडा दुश्मन है जिसनें लाखो लोगो की दुनिया औऱ परिवारो को तबाह कर दिया है । नशे की लत में पड जानें से नशें की वजह से सडक दुर्घटना, आर्थिक हानि, स्वास्थय को हानि, परिवार की बर्बादी , बच्चो  की पढाई और संस्कारो प्रभाव पडता है जिस नशें का बहिष्कार करके नशा मुक्त पचंकूला, नशा मुक्त भारत बनाना है ।

इस कार्यक्रम के दौरान एसीपी पचंकूला की अध्यक्षता में कम्युनिटी लायजन ग्रुप के सदस्यो व मौजिज व्यक्तियो के साथ भारत सरकार द्वारा सचांलित ई-प्लेज (शपथ) के माध्यम से 40 लोगो नें शपथ लेते हुए कहा कि:- जिन्दगी को हाँ औऱ नशे को ना कहें शपथ – हमे अहसास है कि हमारे देश में विशेष रुप से युवाओं के बीच नशीला दवाओं का दुरुपयोग बढता जा रहा है औऱ ये चिंता का विषय है हम शपथ लेते है कि हम नशीला दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम में सहयोग करेगें । हम वचन देते है कि किसी भी प्रयोजन के लिए किसी भी प्रकार से हानिकारक अथवा अवैध पदार्थो का सेवन नही करेंगें । हम प्रत्येक व्यकित, विशेषत, युवाओ को प्रोत्साहित करते हुए नशीली दवाओ के दुष्प्रभावों के सबंध में जागरुकता पैदा करेंगें ताकि भारत का युवा वर्ग नशामुक्त जीवन-यापन कर सके और वे समाज के रचनात्मक एंव महत्वपूर्व सदस्य बन सकें । आज हम प्रतिज्ञा करते है कि नशे से दुर रहेगें और स्वस्थ जीवन-यापन करेंगें । इसके साथ ही शपथ लेनें वालें सभी अधिकारी व कर्मचारियो नें शपथ पत्र भी ग्रहण किया गया ।

इस कार्यक्रम के दौरान अर्बन हैल्थ केयर सेन्टर सैक्टर 16 की इन्चार्ज श्री मति ललिता भगत नें भी शपथ लेते हुए कहा कि किसी भी प्रकार के मादक पदार्थो का सेवन नही करेंगें और प्रत्येक व्यकित, युवाओ को नशीले पदार्थो दवाओं के दुष्प्रभावों बारे जागरुकता पैदा करेंगें ताकि भारत का युवा वर्ग नशामुक्त जीवन-यापन कर सके और वे समाज के रचनात्मक एंव महत्वपूर्व सदस्य बन सकें ।

इसी दौरान डा0 निशाथा शर्मा नें भी शपथ लेते हुए कहा कि नशा एक ऐसी लत है जो अच्छे भले व्यक्ति को बुरा बना देती है। व्यक्ति नशे का गुलाम हो कर इसकी पूर्ति के लिए कईप्रकार के अनैतिक कार्यों मे लिप्त हो जाता है तथा अपराध करने लग जाता है । नशा चाहे बीडी, सिगरेट, तम्बाकू, शराब इत्यादि किसी भी प्रकार का हो उसे छोड दें ।

इस अवसर पर सी.एल.जी ग्रुप सैक्टर 16  के सदस्य, मौजिज व्यकित, इन्चार्ज पुलिस चौकी सैक्टर 16 उप.नि. सुशील कुमार, हैल्थ केयर सेन्टर सैक्टर 16 पचंकूला से एसएमओ श्रीमती ललिता भग, यशपाल गर्ग ,राजीव गर्ग तथा बृजेश मोदगिल भी उपस्थित रहें ।