उपायुक्त महावीर कौशिक ने ग्राम पंचायत संरक्षक योजना के तहत गोद लिये गये गांव रिहोड़ का किया दौरा
- विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति व इस दिशा में आ रही समस्याओं की ग्रामीणों से ली जानकारी
- योजना का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों के तहत तीव्र व समग्र विकास का तंत्र विकसित करना है-उपायुक्त
- उपायुक्त ने गांव में समस्याओं का जायजा लेने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मौके का किया निरीक्षण
पंचकूला, 19 फरवरी :
उपायुक्त महावीर कौशिक ने हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना के तहत गोद लिये गये बरवाला के गांव रिहोड़ का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत कर विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति व इस दिशा में आ रही समस्याओं की जानकारी ली। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
ग्राम सचिवालय रिहोड में गांववासियों से बातचीत करते हुये उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार की पंचायत संरक्षक योजना के तहत उन्हें रिहोड़ गांव का संरक्षक नियुक्त किया गया है।
श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के तहत तीव्र व समग्र विकास का तंत्र विकसित करने के उद्देश्य से हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम श्रेणी अधिकारियों को ग्राम पंचायत के संरक्षक की भूमिका प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लक्ष्य गांव में सरकार की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की सघन समीक्षा करना और ग्रामीणों के कल्याण से संबंधित मुद्दों की बेहतर समझ विकसित करना है।
उपायुक्त ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में रिहोड गांव में एचआरडीएफ और ग्राम विकास योजना के तहत लगभग 1 करोड़ 37 लाख रुपये के विकास कार्य करवाये गये है। उन्होंने कहा कि वे महीने में दो बार गांव रिहोड का दौरा करेंगे और गंाव में विकास कार्यों में आ रही समस्याओं का निदान करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने सिंचाई, कृषि, लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), यूएचबीवीएन और हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधिकारियों से गांव रिहोड में उनके विभागों से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एक परियोजना पर कई विभागों द्वारा काम करने के कारण कई बार आपसी तालमेल की कमी से काम पूरा होने में विलंब होता है। इसलिये उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिये ताकि कार्य एक तय समय अवधि में पूरे हो।
उपायुक्त ने इस अवसर पर ग्रामीणों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लाभ के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने गांव के सभी किसानों से अपील की कि वे 28 फरवरी तक अपनी फसल का पंजीकरण अवश्य करवायें। उन्होंने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने से किसानों को न केवल अपनी उपज मंडियों में बेचने में सुविधा होगी बल्कि वे कृषि एवं बागवानी विभाग द्वारा चलाई जा रही अनेक योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।
इससे पूर्व ग्रामीणों ने म्हारा गांव जगमग गांव के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये राज्य सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि गांव में बिजली की कोई समस्या नहीं हैं।
उपायुक्त ने ग्रामीणों से बातचीत के दौरान बताई गई समस्याओं का जायजा लेने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। गांव में बारिश के दिनों में पानी इक्ट्ठा होने की समस्या के निवारण के लिये उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को स्टोर्म वाॅटर ड्रेनेज की एक योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि बरवाला से गांव रिहोड सड़क पर बने अंडरपास में इक्ट्ठा हुये पानी की शीघ्र से शीघ्र निकासी की जाये ताकि वहां आवागमन शुरू हो सके। उन्होंने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों गांव रिहोड में पुरानी बिजली की तारों को एक माह में बदलने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर बीडीपीओ बरवाला विशाल पराशर, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के एसडीओ नवीन श्योराण, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग से बीआरसी नरेंद्र शर्मा, रिहोड गांव के मोहन लाल शर्मा, गांववासी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।