अनूठी पहल : वोट डालने वाले अभिभावकों के बच्चों को मुफ्त प्रोग्रामिंग सिखाने की पेशकश की दुनिया के सबसे कम उम्र के सीईओ 12 वर्षीय मीधांश गुप्ता ने

पंजाब के सभी 23 जिलों में मतदान जागरूकता अभियान चला कर पार्टियों को न देख कर अच्छे व्यक्तियों को वोट देने की अपील की मीधांश गुप्ता ने
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित मीधांश गुप्ता को पंजाब चुनाव जागरूकता अभियान के लिए तीन अलग-अलग श्रेणियों में अवार्ड मिला

चण्डीगढ़ : दुनिया के सबसे कम उम्र के सीईओ के तौर पर शुमार 12 वर्षीय मीधांश गुप्ता ने पंजाब के सभी 23 जिलों में मतदान जागरूकता अभियान चला कर जनता से अधिकाधिक संख्या में मतदान करने व पार्टियों को न देख कर अच्छे व्यक्तियों को वोट देने की अपील की। उन्हें पंजाब चुनाव जागरूकता अभियान के लिए तीन अलग-अलग श्रेणियों में अवार्ड मिलें है।

जालंधर निवासी मीधांश आज यहां चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने तीन जनवरी को अपना मिशन खुशहाल पंजाब शुरू किया था और पूरे पंजाब का दौरा कर सभी 23 जिलों को कवर किया व लोगों से बातचीत की व उन्हें अधिक संख्या में मतदान करने के लिए प्रेरित किया। यही नहीं, बल्कि उन्होंने एक कदम आगे बढ़ कर एक अनूठी पहल करते हुए आठ से 15 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को मुफ्त प्रोग्रामिंग ( ऑनलाइन) सिखाने की पेशकश की है जो अपने वोट करने वाले अपने अभिभावकों के साथ सेल्फी खींच कर भेजेंगे। इस अवसर पर मीधांश के माता-पिता संदीप गुप्ता और मोनिका गुप्ता, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन, पंजाब के अध्यक्ष सुरिंदर अग्रवाल और महासचिव रजनीश मित्तल आदि भी मौजूद रहे।  

उल्लेखनीय है कि छोटी सी उम्र में ही अनेकों परस्कारों से सम्मानित हो चुके बहुप्रतिभा सम्पन्न मीधांश ने हाल ही में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जीता है। पूरे पंजाब में अकेले ही उनका चयन हुआ और उन्हें प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने का भी मौका मिला। पूरे भारत में 29 बच्चों को बाल पुरस्कार से नवाजा गया और उनमें से सिर्फ 6 बच्चों को ही प्रधानमंत्री से बातचीत करने का मौका मिला। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी उन्हें 26 जनवरी, 2022 को गणतंत्र दिवस पर पदक और योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए मीधांश की सराहना की। जालंधर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में135 पुरस्कार विजेताओं में से मीधांश भी थे। मीधांश ने 5 साल की उम्र से अपनी क्षमता दिखाना शुरू कर दिया था और सिर्फ 9 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के वेबसाइट डेवलपर के रूप में उनकी पहली उपलब्धि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड के रूप में दर्ज की गई थी, जहां उन्होंने अपनी पहली पेशेवर वेबसाइट 21stjune.com अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लॉन्च की थी। अभी उनकी एक और वेबसाइट मिशन आत्म निर्भर भी है।

परिवारवाद में अखिलेश का खेल चुना देवरानी – जेठानी को चुनाव लड़ने के लिए

हरदोई की सांडी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने ऊषा वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वह पहले भी दो बार सांसद रह चुकी हैं, तो एक एक बार मंत्री पद भी संभाला है। इसके साथ ही सपा ने गोपामऊ विधानसभा सीट से राजेश्वरी देवी को चुनावी मैदान में उतारा है, जो कि पहले विधायक रह चुकी हैं। ये दोनों प्रत्याशी देवरानी-जेठानी हैं। बता दें कि ऊषा और राजेश्‍वरी दिवंगत परमाई लाल की बहू हैं, जो कि मुलायम कैबिनेट में मंत्री रहे थे।

हरदोई में राजेश्वरी देवी और ऊषा वर्मा ने दाखिल किया नामांकन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

यूपी में इन दिनों विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज है। इस दौरान हरदोई जिले में एक दिलचस्‍प तस्‍वीर निकलकर सामने आयी है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी पर इस बार भी परिवारवाद का साया हावी रहा है। सपा ने हरदोई की 2 विधानसभा सीटों पर देवरानी-जेठानी को अपना प्रत्‍याशी बनाया है। ऐसे में हरदोई में सर्दी में भी चुनावी गर्मी उठान पर है।

हरदोई की सांडी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने ऊषा वर्मा को और गोपामऊ विधानसभा से राजेश्वरी देवी को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुनावी मैदान में उतारा है। ऊषा वर्मा पहले भी कई बार सांसद और मंत्री रह चुकी हैं। उनकी देवरानी राजेश्‍वरी देवी भी पहले विधायक रह चुकी हैं। ये दोनों प्रत्याशी देवरानी-जेठानी हैं। दोनों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। ऊषा और राजेश्‍वरी हरदोई के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री दिवंगत परमाई लाल की बहू हैं।

राजेश्वरी देवी ने क्या कहा
सपा प्रत्याशी राजेश्वरी देवी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को धन्यवाद देते हुए कहा कि पहले भी मुलायम सिंह ने हमको और ऊषा को चुनाव लड़ाया और अब राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हम दोनों पर विश्वास कर दोबारा मैदान में उतारा है। जनता के बीच में हम पहले से जा रहे हैं. जनता के भरोसे पर हमको दोबारा टिकट दिया गया है और हम सीट जीतकर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का काम करेंगे। हरदोई में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होगा. देखना दिलचस्प होगा कि देवरानी जेठानी अपनी अपनी विधानसभा में कैसा प्रदर्शन करेंगी।

ये भी पढ़ें:

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 19 February 2022

एसीपी पचंकूला नें पंजाब चुनाव को लेकर बार्डर से लगते बार्डर नाकों का किया निरिक्षण करते हुए किया सचेत

                    पचंकूला 19 फरवरी:- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा भा.पु.से. नें निर्देशानुसार जिला पंचकूला से लगती पंजाब सीमा पर 8 अन्तर्राज्यीय  पुलिस नाकें स्थापित किये हुए है जिन नाकों के द्वारा आने जानें वालों वाहनों पर कडी निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार से कोई अवैध शराब, अवैध अस्त्र शस्त्र और कोई नशीला पदार्थ की तसकरी ना हो । इसी सन्दर्भ में आज दिनांक 19 फरवरी को सहायक पुलिस आयुक्त श्री मुकेश कुमार व प्रबंधक थाना पिन्जौर निरिक्षक रामपाल के द्वारा पजांब चुनाव के साथ बार्डर नाकों को चैक किया गया औऱ नाको पर तैनात पुलिस कर्मियो को भी उचित दिशा निर्देश दिये गये ताकि पजाबं में होनें वालें विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की कोई शरारत या किसी शरारती तत्व द्वारा किसी तरह का खलल न डाल सकें ।

बार्डर नाकों पर तैनात पुलिस की 24 घण्टे डयूटी के दौरान बार्डर नाकों द्वारा पंजाब की तरफ आनें जानें वालों वाहनों पर कडी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार का मादक पदार्थो की तस्करी ना हो सकें  औऱ इसके साथ पचंकूला पुलिस पजांब पुलिस के साथ मिलकर बार्डर नाकों पर अर्लट होकर पहलें से तैनात होकर कडी निगरानी कर रही है । इसके अलावा बार्डर नाकों सें साथ लगतें सी.सी.टी.वी. कैमरो के द्वारा भी आनें जानें वाहनों व सदिंग्ध व्यक्तियो पर नजर रखी जा रही है

नशे के खिलाफ पुलिस ने जागरूकता अभियान चलाकर लोगो को किया जागरुक

  • प्रंबधक थाना व चौकी इन्जार्ज नें गांवो को नशे के दुष्पणामों बारे किया जागरुक
  • मादक पदार्थो की तस्करी करनें वालों बारे गुप्त सूचना देनें हेतु आमजन से की अपील :-   प्रबंधक थाना मन्शा देवी

पचंकूला 19 फरवरी :-

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पचंकूला में नशें पर रोकथाम लगानें के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया है जिस अभियान के तहत प्रबंधक पुलिस थाना मन्सा देवी निरिक्षक वाहिदा आमिद तथा इन्चार्ज पुलिस चौकी सकेतडी स.उप.नि. प्रवीण कुमार द्वारा गाँव सकेतडी की पुलिस चौकी में क्षेत्र के

 गणमान्य लोगों के साथ मीटिग आयोजित की गई । मीटिंग के दौरान प्रंबधक थाना श्रीमति वाहिदा आमिद नें कहा कि आज का युवा नशे की दलदल फस कर अपनें जीवन को बरबाद कर रहा है और नशों ने कई लोगों के घर व जिंदगी को तबाह कर दिया है  क्योकि नशा करने वाले पहले सस्ते नशे से अपनी शुरुआत करते हैं । उसके बाद वे मंहगे नशे करने लगते हैं । महंगा नशा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते तो वे चोरी या किसी अपराध का रास्ता अपना लेते हैं । नशा खुद एक बीमारी है औऱ नशा करने वाले व्यकित जिंदगी में कभी सुखी नहीं रह सकते । कि हम नशों के खिलाफ खडा होकर नशे पर प्रतिबंध लगाना होगा ताकि समाज को नया रुप दे सकें और मीटिग के दौरान इन्चार्ज पुलिस चौकी प्रवीण कुमार नें कहा कि अगर कोई क्षेत्र में किसी प्रकार का नशे का सेवन करता है या किसी प्रकार से मादक पदार्थो की तस्करी करता है तो उस बारें पुलिस को गुप्त सूचना दे ताकि नशे पर रोकथाम लगाकर नशा तस्करो को गिरफ्तार करके नशें पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा सकें ।

इसके साथ ही इन्चार्ज पुलिस चौकी प्रवीण कुमार नें कहा कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार के कोई शिकायत या कोई समस्या होती है तो वह आकर पुलिस में अपनी शिकायत समस्या बता सकतें ताकि उस पर समय अनुसार कार्यवाही करके उस समस्या का समाधान किया जा सकें ।

पुलिस ने पकडी अवैध शराब व काबू किया आरोपी

 पचंकूला 19 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पचंकूला में अवैध शराब का धन्धा करनें वालो पर कडी कार्यवाही हेतु एक विशेष अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत प्रंबधक थाना पिन्जौर निरिक्षक रामपाल के नेतृत्व में पुलिस चौकी मढावाला की टीम द्वारा कल दिनांक 18 फरवरी को अवैध शराब सहित आरोपी को गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान हरजीत सिहं पुत्र हरमेश सिह वासी गाँव सीतोमाजरी पिन्जौर के रुप में हुई गिरफ्तार किये गये आरोपी के पास से अवैध शराब की देस्सी की 9 बोतल काबू की गई और आरोपी के खिलाफ थाना पिन्जौर में हरियाणा आबकारी अधिनियम 2020 के तहत मामला दर्ज किया गया ।

अब साईबर फ्रॉड हेल्प लाईन नम्बर 1930 : डीसीपी

  • साइबर फ्रॉड होने पर अब 155260 की जगह 1930 डायल करें
  • साइबर फ्रॉड होनें पर तुरन्त नजदीक पुलिस स्टेशन में साईबर हेल्प डेस्क से ले मदद, होगी प्राथमिकता व तीव्रता से कार्यवाही

 पचंकूला 19 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पचंकूला में पुलिस महानिदेशक श्री पी.के. अग्रवाल के निर्देशानुसार साईबर फ्राड से सम्बन्धित पीडितो को जल्द न्याय दिलवानें व कार्यवाही हेतु सभी थाना में साईबर हेल्प डेस्क स्थापित किये गये है जिस सम्बन्ध में आज दिनांक 19 फरवरी को कॉन्फ्रेंस हाल लघु सचिवालय सेक्टर 1 पचंकूला में सभी प्रबंधक थाना व साईबर हैल्प डेस्क नोडल अधिकारियो के साथ मीटिंग आयोजित की गई । मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त नें कहा कि साईबर धोखाधडी से सम्बन्धित पीडितो की शिकायत को प्राथमिकता देते हुए तीव्रता से कार्यवाही करे ताकि जल्द से जल्द पीडित को न्याय मिलें ।

मीटिंग के दौरान डीसीपी नें कहा कि साइबर क्राइम से सम्बन्धित शिकायतों के जल्द निपटारे के लिए साईबर हेल्प डेस्क नोडल अधिकारी पीडित के घर जाकर या विडियो कालिंग करकें प्राथमिकता से कार्यवाही करें ।

इसके साथ मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त नें कहा कि साइबर फ्रॉड होने पर अब पीड़ितों को 155260 की जगह 1930 हेल्प लाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करानी होगी और इस नए नंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किया गया है अगर आपके साथ किसी प्रकार की साईबर धोखाधडी होती है तो वह सबसे पहलें हेल्पलाईन नम्बर 1930 डायल करें और अपनी शिकायत को साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ पर दर्ज करे क्योकि आपकी साथ हुई धोखाधडी के सम्बन्ध में जो पैसा साईबर क्रिमनल के बैंक खातो या किसी वालेंट में गया है तो वह तुरन्त ब्लाक होकर वापिस पीडित के खातें में आयेगा ।  

पुलिस उपायुक्त नें युवाओं से अपील की है कि वे साईबर अपराधो से सावधान रहें औऱ अपनें परिवार के सदस्यो (महिलाओ व बुर्जुगो) को भी जागरुक करे


ओएलएक्स पर धोखाधडी करनें वालें साईबर क्रिमनल को राजस्थान से पकड कर लाई क्राईम ब्रांच टीम

  • आरोपी नें खुद को डिफेन्स पर्सन बताकर प्लेट किराये पर लेनें का झांसा देकर गुगल पे के माध्यम से 115000/- रुपये की धोखाधडी की थी
  • आरोपी को लिया 10 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर

                  पचंकूला 19 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पचंकूला में ऑनलाइन धोखाधडी से सम्बन्धित अपराधो पर कडी कार्यवाही हेतु अलग अलग टीम को सगंठित किया गया है जो कल दिनांक क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला इन्चार्ज इन्सपेक्टर अमन कुमार व उसकी टीम द्वारा ऑनलाइन धोखाधडी के मामलें में आरोपी को भरतपुर राज्स्थान से गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान जावेद पुत्र लतीफ खान वासी गाँव भुटका जिला भरतपुर राजस्थान के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता दिशा खन्ना वासी पार्श्वनाथ रायल सोसाईटी सैक्टर 20 पंचकुला नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई और कहा कि उसनें एक फ्लैट किराये पर देनें के लिए मेजिक ब्रिक की वेबसाईट पर विज्ञापन दिया हुआ था औऱ जिस सम्बन्ध में दिनांक 31 अगस्त 2021 को  अन्जान व्यकित नें फोन करके कहा कि वह आपका फ्लैट किराये पर लेनें के लिए तैयार है औऱ कहा वह डिफेन्स पर्सन है और आर्मी कैन्टीन में काम करता है जिसनें कहा कि मै आपको किराया पे कर देता हुँ जिसनें पे करनें के लिए शिकायतकर्ता से गुगल पे नम्बर मांगा फिर साईबर क्रिमनल नें मनी रिक्वैस्ट भेज दी जैसें ही शिकायतकर्ता नें मनी रिक्वेस्ट लिंक पर क्लिक किया तो शिकायतकर्ता के खातें से 20000/-रुपये कट गयें फिर साईबर क्रिमनल नें झासा मे लेकर कहा कि यह गल्ती से कट गयें फिर पैसें भेजता हुँ ऐसे गुगल पे पर अलग मात्रा में रिक्वेस्ट भेजकर अलग अलग मात्रा में कुल 1,15,000 रुपयो की धोखाधडी कर ली है । जिस बारे थाना सैक्टर 20 में प्राप्त शिकायत पर धारा 406,420 भा0द0स0 के तहत मामला दर्ज किया गया जिस मामलें आगामी तफतीश क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला के द्वारा अमल में लाया गया जो मामलें में आगामी तफतीश कार्यवाही करते साईबर धोखाधडी को अन्जाम देनें वालें आऱोपी को कल दिनांक 18 फरवरी को भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया औऱ गिरफ्तार कियें गये आरोपी को पेश अदालत 10 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ताकि आरोपी के द्वारा अन्य की वारदातो का भी खुलासा किया जा सके औऱ आरोपी को पास से धोखाधडी करके हडपी गई राशि को बरामद किया जा सकें ।

“ACTOR PRANAV VASHISHT FROM CHANDIGARH TO PLAY ONE OF THE LEAD ROLES IN CHOUSAR” 

February 19, 2022, Chandigarh : 

Actor Pranav Vashisht will be playing the character of Ripan, who is one of the leads in the political web series, named ‘Chausar: The Power Games’. The web series depicts the dark side of Punjab politics and how politicians benefit from each other’s conspiracy. Pranav Vashisht is a star of the current generation, having worked with Shahid Kapoor as one of his team mates in 1986 period, has played the lead role in  Film “Life Cab”, has played one of the leads in Barrack No.19. He is also seen in Punjabi video songs like Embrace.

Chausar: The Power Games’ is without a doubt one of the most keenly awaited Punjabi web series. In this action-packed web series about the Power Games, every Punjab politician’s hidden truth and every move is exposed! 

Talking about his character, actor Pranav Vashisht said, “Acting in a Web-series is really exciting especially with a show like ‘Chausar: The Power Games’. The content of web-series has advanced over the years with more thought provoking and engaging stories coming to life; I am glad to be part of this phase. Chausar: The Power Games’ is a very thrilling and exceptional story that showcases the dark side of Punjab politics and how politicians benefit from each other’s conspiracy. The show will make your heart beat faster and your mind reel with the thrill of it all. I am honored to be working with Sairakshita, Narjeet, Mehakdeep, Suchi Birgi, Vishal Saini, Hashneen Kaur, Mahabir Bhulla, Narinder Neena, and other talented Punjabi actors that will be appearing in the web series.This is a great opportunity for me and I am looking forward to it”

127 youth donated blood in blood donation camp organized by Vishvas Foundation

Chandigarh 19 February 2022:

With the blessings of Gurudev Shri Swami Vishwas ji, four blood donation camps were organized by Vishvas Foundation in Chandigarh on Saturday. These camps were organized in Furniture Market Sector 34, Market Sector-21, Mobile Market Sector-22 and Bus Stand Manimajra. Indian Red Cross Society Punjab State Branch Chandigarh played an important role in the camp. Special care was taken for social distance, masks and sanitization in the camp.

General Secretary of Vishvas Foundation, Sadhvi Neelima Vishvas said that Blood Bank PGI Chandigarh, GMSH Sector 16, Rotary and Blood Bank Society Resource Center Sector-37 and Panchkula Welfare Trust cooperated in collecting blood in the camp. A total of 127 blood donors saved the lives of others by donating blood in the blood donation camps. All the blood donors who came to the blood donation camp were encouraged by giving appreciation letters, masks, soaps, souvenirs and gifts.

Avinash Sharma, Varsha Sharma, Varinder Kumar Gandhi, Sadhvi Preeti Vishvas, Madhu Khanna, Rakesh Kumari, Hem Chand Gupta and other dignitaries were also present on this occasion from Vishvas Foundation.

SERB-DST grants International Travel support to PU Scientist to Present Research Papers at American Academy of Forensic Sciences Conference in Seattle, WA (USA)

Chandigarh February 19, 2022

Dr. J.S. Sehrawat, Assistant Professor, Department of Anthropology, Panjab University, Chandigarh, has been awarded International Travel Grant by Science and Engineering Research Board (SERB), DST, Govt. of India, New Delhi, to attend and present his research papers in-person at 74th Annual Scientific Meeting of American Academy of Forensic Sciences (AAFS) at Seattle, WA (USA).  The conference will be held at Washington State Convention Center, Seattle (WA) from 21st to 25th February, 2022. It is a great achievement to secure funding for attending and presenting research papers during current challenging times of COVID-19 when almost whole of the world is closed due to COVID restrictions. The continuous financial support for his international travels by one or the other central funding agency every year reflects his research acumen and dedication to the discipline of forensic science in India; he has represented India in a number of international conferences in the recent past. Considering his experiences and contributions in diverse fields of forensic sciences, he is credited with the Membership of American Academy of Forensic Sciences in the Anthropology section.

Dr. Sehrawat claimed a significant achievement to his credit that his research papers have been accepted for in-person scientific presentations at AAFS Annual Scientific Meeting where thousands of delegates from across the world participate every year. He expects some excellent scientific collaborations and networkings with the researchers from global universities and research institutions to boost up his future academic and research accomplishments. Participation in AAFS 2022 conference will provide me a great opportunity for interacting and having professional networkings, not only with my collaborators (who will be there in AAFS 2022 meeting at Seattle) but also with other global scientists and experts to seek their expert guidance for identification of such a huge and only skeletal collection from India, Dr. Sehrawat said. AAFS 2022 will offer him ample opportunities for complementary dialogues, scientific networkings, and plausible research collaborations. Expansion of professional networkings and scientific cooperation are expected from different deliberations and presentations at such a bigger common platform related to diverse sub-disciplines of forensic sciences. Various sub-themes of the conference will help to have a deeper insight into global scenario and different perspectives about current research endeavours in the field of forensic anthropology, odontology, osteology and other allied disciplines. The shared opinions and experiences with global scientific community will help me better understand and bridge knowledge void in my research area which will further improve upon my research strategies in the discipline. Excellent scientific collaborations and networkings with researchers from prestigious universities and research institutions are expected to boost up my future academic and research accomplishments too. It will help me in better understanding of scientific consolidations and standardization of biological anthropological techniques developed worldwide to help me towards the most accurate and reliable identification of thousands of unknown human skeletal and dental remains excavated from an abandoned well at Ajnala- the only skeletal collection reported from India. I wish to expand my scientific domain in collaboration with international researchers in the field. Forensic experts of diverse sub-disciplines from all across the world will exchange their research findings and practical forensic experiences at this international conference of very high repute.

Dr. Sehrawat is working towards forensic identification of thousands of unknown human skeletal remains excavated from an abandoned well at Ajnala (Amritsar, India) and SERB, Department of Science and Technology has funded this project of national importance. The human remains reportedly belong to 282 Indian sepoys killed by the British forces in August 1857, during India’s first freedom struggle against the colonial rulers. Thousands of unknown human skeletal remains along with contextual items of identity unearthed from the said well situated underneath a religious structure were handed over to Dr. Sehrawat for establishing their biological identity. Dr. Sehrawat has research agreements and collaborations with University of Oklahoma (USA), Cranfield Forensic University, Swindon (UK), St. John’s Memorial University, Canada, Max Planck Institute of Human History, Germany, BSIP, Lucknow, WIHG, Dehradun, IIT Roorkee for the identification pursuits of these skeletal remains of its kind firstly reported from India. Recent stable isotope, carbon dating and mitochondrial DNA results have verified that Ajnala remains belong to the individuals of reported regiment of British Indian army. “It’s my pledge as well as scientific obligation to extend the deepest respects to the martyred brave Indian soldiers killed during British rule in India by learning and applying advanced scientific techniques available to the global scientific community” said Dr. Sehrawat. Retrieval of such human remains from the cemeteries, war-time mass graves and other clandestine burials is a common affair in the western world like USA, UK, Canada and some other European and American countries, including some war-affected Asian countries of the world. I expect numerous distinguished forensic anthropologists from these continents to participate and share their research experiences and observation at this international platform.

Earlier, Dr. Sehrawat has presented his research papers in England, New Orleans, Seattle, Baltimore, Toronto, Portugal, Anaheim etc. The International Association of Forensic Sciences (IAFS) had financed his entire trip for his research presentations in Toronto (Canada) in August 2017. Dr. Sehrawat has published quality research papers in various international and national journals and was awarded with ‘Young Progressing Career Achievement’ award by University of Delhi in 2018, for his research contributions to the discipline of Forensic Anthropology. Previously, he has served Department of Forensic Medicine and Toxicology, GMCH-32, Chandigarh, for more than eight years.

Dr. Sehrawat will present a research paper entitled “Multi-isotopic analysis of Ajnala skeletal remains for provenance of their local or non-local origin, geographic affinity and mobility patterns” in which he will elaborate how isotopic analysis of δ13C, δ14N, δ18O and 87Sr/86Sr helped him in narrowing down the potential geographic affiliation and mobility history of Ajnala victims. He will also emphasize the role of dental pathologies, anomalies and restorations in forensic identifications of Ajnala dental remains in his second presentation.

Web based Faculty Training Program concluded at UIPS

Chandigarh February 19, 2022

The one-week long virtual Faculty Training Program under UGC Networking Resource Centre in Pharmaceutical Sciences on the theme “Emerging Trends and Alternatives in Pharmacological Research” conducted by University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS), Panjab University, from February 14 – 19, 2022 successfully concluded today.

A total of 146 participants selected for training, hailing from various Colleges/Universities, representing 20 different states of India and 2 from abroad were trained on emerging tools, techniques and various alternatives to animals in pharmacological research. As many as 40 eminent speakers’ ‎from academic institutions, industrial houses and research organizations across India, USA and Canada deliberated on the emerging tools, techniques and alternatives to animals in the field of Pharmacological research

Professor S K Kulkarni, Emeritus Professor of Pharmacology & Former Pro-Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh, delivered the VALEDICTORY KEYNOTE LECTURE on “IMPACT OF COVID19-PANDEMIC ON LAB-BASED RESEARCH”. In his talk, Professor Kulkarni shared the data indicating COVID-19 pandemic taking a toll on mental health especially anxiety disorders and depressive disorders with an associated rise in prescriptions of psychotropic medicines. He discussed about the impact of COVID pandemic on bench based research, in terms of publications, new grant application fund, new collaboration and conference. Publications in the area of COVID have dramatically increased with most of them not contributing to any significant outcomes in future.

Professor Anil Kumar, Program Course Coordinator briefed about the deliberations of the week-long course and appreciated the interactions between the resource persons and the participants. Professor Kanwaljit Chopra, Head Pharmacology and Former Chairperson UIPS welcomed and introduced the Chief Guest and Guest of the Honor of valedictory session.

The Chief Guest, Dr Sujit K Dutta, Joint Commissioner (Animal Welfare); Member, Secretary Committee for the Purpose of Control and Supervision of Experiments on Animals (CPCSEA) & Secretary & Appellate Authority, Animal Welfare Board of India; Department of Animal Husbandry and Dairying, Ministry of Fisheries, Animal Husbandry and Dairying; Government of India, New Delhi admired the efforts made by UIPS in training young researchers in Pharmaceutical research. He apprised about the mission, objectives and activities of CPCSEA and the new reforms and guidelines made to enhance its functioning.

Professor R C Sobti, Former Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh & Babasaheb Bhimrao Ambedkar University (BBAU), Lucknow, Uttar Pradesh Guest of the Honor reiterated about the convergence of technologies like artificial intelligence, bioinformatics, omics etc and their role in dissolving the boundaries across various fields.

Dr Anurag Kuhad, Joint Course Coordinator, presented the Vote of Thanks.

Around 300 students and selected faculty participants enthusiastically attended the weeklong events.

Sensitization session on Menstrual Hygiene Management (MHM) to Hostel staff.

Chandigarh February 19, 2022

“Dialogue around menstruation is still buried under all different notions, religious and cultural taboos that connect a normal bodily function like menstruation to evil spirits, shame, impurity and embarrassment”. All these notions and stigmas around an issue that need to be talked about keeps girls and women away from right knowledge, awareness and understanding which in turn  adversely affects their health and make them suffer in silence said .said Smita Sharma, Warden, Girls hostel no.1. “Not only there is lack of information and honest conversations around menstruation, the disposal of menstrual waste is also a challenge” said Harjit Kaur, Warden, Girls hostel no. 2.

To understand the grass root perspective in this direction, a  workshop on ‘Menstrual Health and Hygiene Management for the hostel cleaners was jointly organized by Mata Gujri Hall Girls Hostel 1and LuxmiBai Hall, Girls Hostel 2 in collaboration with Centre of Social Work, Panjab University.

The workshop was conducted by Ishita Choudhary, alumna of Centre for Social Work, a certified trainer in menstrual hygiene management. She stressed that menstrual and reproductive health issues are interconnected and it is extremely important to provide information on various menstrual products available in the market and their sustainable disposal. “Ice breaking and patiently building a rapport with the cleaners was a must for the success of the session, so that they could share their experience and give honest inputs.” she added. The cleaners were also made aware about the working of the sanitary pad incinerators installed in the hostels.

The event was received very well by the cleaners. One of the cleaners aged 45 stated that despite of being married and being mother of teenage daughters, this session was an eye opener for her.

The event was hosted by Dr Smita Sharma and Dr. Harjit Kaur, Wardens, Girls Hostel 1 and 2 respectively with Centre for Social Work is planning to organise such workshops in all girls hostels in a sequential manner.

उपायुक्त महावीर कौशिक ने ग्राम पंचायत संरक्षक योजना के तहत गोद लिये गये गांव रिहोड़ का किया दौरा

  • विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति व इस दिशा में आ रही समस्याओं की ग्रामीणों से ली जानकारी
  • योजना का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों के तहत तीव्र व समग्र विकास का तंत्र विकसित करना है-उपायुक्त
  • उपायुक्त ने गांव में समस्याओं का जायजा लेने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मौके का किया निरीक्षण  

पंचकूला, 19 फरवरी :

उपायुक्त महावीर कौशिक ने हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना के तहत गोद लिये गये बरवाला के गांव रिहोड़ का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत कर विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति व इस दिशा में आ रही समस्याओं की जानकारी ली। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

ग्राम सचिवालय रिहोड में गांववासियों से बातचीत करते हुये उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार की पंचायत संरक्षक योजना के तहत उन्हें रिहोड़ गांव का संरक्षक नियुक्त किया गया है।

श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के तहत तीव्र व समग्र विकास का तंत्र विकसित करने के उद्देश्य से हरियाणा पंचायत संरक्षक योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम श्रेणी अधिकारियों को ग्राम पंचायत के संरक्षक की भूमिका प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लक्ष्य गांव में सरकार की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की सघन समीक्षा करना और ग्रामीणों के कल्याण से संबंधित मुद्दों की बेहतर समझ विकसित करना है।

उपायुक्त ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में रिहोड गांव में एचआरडीएफ और ग्राम विकास योजना के तहत लगभग 1 करोड़ 37 लाख रुपये के विकास कार्य करवाये गये है। उन्होंने कहा कि वे महीने में दो बार गांव रिहोड का दौरा करेंगे और गंाव में विकास कार्यों में आ रही समस्याओं का निदान करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने सिंचाई, कृषि, लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), यूएचबीवीएन और हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधिकारियों से गांव रिहोड में उनके विभागों से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एक परियोजना पर कई विभागों द्वारा काम करने के कारण कई बार आपसी तालमेल की कमी से काम पूरा होने में विलंब होता है। इसलिये उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिये ताकि कार्य एक तय समय अवधि में पूरे हो।

उपायुक्त ने इस अवसर पर ग्रामीणों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लाभ के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने गांव के सभी किसानों से अपील की कि वे  28 फरवरी तक अपनी फसल का पंजीकरण अवश्य करवायें। उन्होंने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने से किसानों को न केवल अपनी उपज मंडियों में बेचने में सुविधा होगी बल्कि वे कृषि एवं बागवानी विभाग द्वारा चलाई जा रही अनेक योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।

इससे पूर्व ग्रामीणों ने म्हारा गांव जगमग गांव के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये राज्य सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि गांव में बिजली की कोई समस्या नहीं हैं।

उपायुक्त ने ग्रामीणों से बातचीत के दौरान बताई गई समस्याओं का जायजा लेने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। गांव में बारिश के दिनों में पानी इक्ट्ठा होने की समस्या के निवारण के लिये उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को स्टोर्म वाॅटर ड्रेनेज की एक योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि बरवाला से गांव रिहोड सड़क पर बने अंडरपास में इक्ट्ठा हुये पानी की शीघ्र से शीघ्र निकासी की जाये ताकि वहां आवागमन शुरू हो सके। उन्होंने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों गांव रिहोड में पुरानी बिजली की तारों को एक माह में बदलने के निर्देश दिये।

इस अवसर पर बीडीपीओ बरवाला विशाल पराशर, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के एसडीओ नवीन श्योराण, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग से बीआरसी नरेंद्र शर्मा, रिहोड गांव के मोहन लाल शर्मा, गांववासी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अंबाला के सांसद श्री रतन लाल कटारिया 21 फरवरी को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की करेंगे अध्यक्षता

पंचकूला, 19 फरवरी:

अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया 21 फरवरी को प्रातः 11 बजे जिला सचिवालय के सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की आयोजित बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

इस संबंध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त श्री आयूष सिन्हा ने बताया कि 21 फरवरी को आयोजित होने वाली बैठक में एजेंडा के अनुसार विभिन्न विभागों से संबंधित लगभग 25 योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में उपायुक्त श्री महावीर कौशिक भी उपस्थित रहेंगे।

उन्होंने बताया कि बैठक में पिछली बैठक की पुष्टि व कार्यवाही के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन-शहरी, अटल मिशन फॉर रिजूवनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉरमेशन, समग्र शिक्षा, मिड डे मील स्कीम, समेकित बाल विकास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण, श्याम प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, डिजिटल इंडिया-पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम प्रत्येक ग्राम पंचायत में काॅमन सर्विस सेंटर उपलब्ध कराना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, बीपीएल परिवारों के लिए एलपीजी कनेक्शन तथा दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की जाएगी।