इन्डोनेशिया की नई राजधानी ‘नुसंतारा’ जिसका सनातन हिंदू धर्म से सदियों पुराना नाता है
इंडोनेशिया की संसद द्वारा देश की राजधानी जकार्ता से कालीमंतन स्थानांतरित करने की मंजूरी के बाद नयी राजधानी नुसंतारा होगी। इंडोनेशिया पार्लियामेंट टीवी ने राष्ट्रीय विकास योजना मंत्री सुहार्सो मोनोआर्फा के हवाले से यह जानकारी दी। मोनोआर्फा ने कहा कि देश के संसद सभा ने आधिकारिक तौर पर राजधानी स्थानांतरण के संबंध में मंगलवार को एक विधेयक पारित किया। उन्होंने कहा कि राजधानी का कालीमंतन में स्थानांतरण कई विचारों, क्षेत्रीय लाभों और कल्याण पर आधारित है तथा द्वीपसमूह के बीच एक नये आर्थिक केंद्र के उदय की दृष्टि के साथ यह निर्णय लिया गया है।
इन्डोनेशिया/ भारत :
इंडोनेशिया पार्लियामेंट टीवी ने राष्ट्रीय विकास योजना मंत्री सुहार्सो मोनोआर्फा के हवाले से यह जानकारी दी। मोनोआर्फा ने कहा कि देश के संसद सभा ने आधिकारिक तौर पर राजधानी स्थानांतरण के संबंध में मंगलवार को एक विधेयक पारित किया। उन्होंने कहा कि राजधानी का कालीमंतन में स्थानांतरण कई विचारों, क्षेत्रीय लाभों और कल्याण पर आधारित है तथा द्वीपसमूह के बीच एक नये आर्थिक केंद्र के उदय की दृष्टि के साथ यह निर्णय लिया गया है।
असल में स्थानीय जैवनीज भाषा में नुसंतारा का अर्थ होता है द्वीप मंडल या द्वीप समूह, और इस द्वीप मंडल ने 14वीं सदी में जावा द्वीप पर शासन करने वाले मजापहित साम्राज्य के दौर में आकार लिया था। उस वक्त इस साम्राज्य के हिंदू राजा थे हयम वुरुक और उनके प्रधानमंत्री का नाम था गज:मद ‘साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक गज:मद ने एक बार प्रतिज्ञा की कि वे तब तक तामसिक भोजन नहीं करेंगे, जब तक कि पूरे नुसंतारा को मजापहित साम्राज्य के अधीन नहीं ले आते. उसे नवगठित नहीं कर लेते।
कहते हैं कि इसके बाद गज:मद विजय अभियान पर निकल, इसमें उन्होंने वर्तमान दिनों के मलेशिया, सिंगापुर, ब्रूनेई, दक्षिण थाईलैंड, तिमोर लेस्ते और दक्षिण-पश्चिम फिलिपींस के इलाकों को जीता. इन सभी इलाकों को मिलाकर ‘नुसंतारा’ को पुनर्गठित किया। इस तरह अपनी प्रतिज्ञा पूरी की। अपने ऐसे ही कारनामों की वजह से गज:मद को इंडोनेशिया में राष्ट्रीय नायक का दर्जा हासिल है। कालांतर में जब साम्राज्यवादी ताकतों के प्रभाव से मुक्त होने के लिए इंडोनेशिया में स्वतंत्रता-आंदोलन चला तो गज:मद और उनसे जुड़ी कहानियां उसके सबसे बड़े प्रेरक पहलू रहे।
यह भी ध्यान रखने लायक है कि इंडोनेशिया का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है, जिसे हिंदू सनातन परंपरा में भगवान विष्णु का वाहन कहा जाता है। यहां महज 40 हजार के करीब हिंदू आबादी है। कुछ बौद्ध और बाकी बहुसंख्य मुस्लिम हैं। लेकिन भगवान राम और रामायण सदियों से आज तक इंडोनेशियाई मुस्लिमों की जीवन-शैली और संस्कृति का अटूट हिस्सा बने हुए हैं।
नई राजधानी ‘नुसंतारा’ पूर्वी कलिमंथन प्रांत के 216 वर्ग मील में स्थापित हो रही है। यहां राष्ट्रपति भवन का परिसर डिजाइन करने की जिम्मेदारी बेलिनीज शिल्पकार न्योमैन नुआर्ता को दी गई है। न्योमैन उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने ‘गरुण-विष्णु कंचन प्रतिमा’ डिजाइन की थी।