मंगलवार को कैबिनेट मंत्री स्वामी मौर्य के इस्तीफे के बाद बांदा के तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक ब्रजेश प्रजापति ने त्यागपत्र दे दिया है। इनके अलावा शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर के विधायक भगवती प्रसाद सागर ने इस्तीफा दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षा के कारण में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी को आगे और झटके लग सकते हैं और कई विधायक व मंत्री समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। मौर्य के अलावा बांदा की तिंदवारसीट से बीजेपी विधायक बृजेश तिवारी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी आलाकमान हरकत में आ गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के नाराज नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट – लखनऊ/मुंबई :
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सपा जॉइन कर ली है। इसके बाद तीन विधायकों के इस्तीफे की सूचना आ रही है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि 13 और विधायक समाजवादी पार्टी जॉइन करने वाले हैं।
शरद पवार ने उत्तर प्रदेश और गोवा विधानसभा चुनाव से पहले अहम बयान देकर हलचल मचा दी है। उन्होंने मुंबई में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनकी पार्टी गोवा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से गठबंधन के लिए बात कर रही है। इसी के साथ उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा से इस्तीफा देने और समाजवादी पार्टी में शामिल होने को लेकर भी बड़ा खुलासा किया। पवार ने कहा कि मौर्य के अलावा यूपी के कुल 13 विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं। बताया गया है कि राकांपा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लडे़गी। पार्टी अध्यक्ष शरद पवार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ चुनावी मंच भी साझा करेंगे। वे अगले हफ्ते लखनऊ जाएंगे, जहां सपा और अन्य छोटे दलों के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा होगी।
माना जा रहा है कि भाजपा को हराने के लिए शरद पवार गोवा में भी भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों का गठबंधन बनाने की कोशिश कर सकते हैं। उधर यूपी की स्थिति पर नजर रखकर वे विपक्ष को साथ लाने में भी अहम भूमिका निभाने का मूड बनाते दिख रहे हैं। गौरतलब है कि 2019 में महाराष्ट्र में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिलने के बावजूद शरद पवार ने अपनी पार्टी, शिवसेना और कांग्रेस को साथ लाने का जिम्मा संभाला और राज्य में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार सुनिश्चित की।
पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर भी अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि यूपी के लोग अब बदलाव चाहते हैं। हम भी राज्य में बदलाव को देखना चाहेंगे। उन्होंने आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की कोशिश हो रही है। राज्य के लोग इसका मुहंतोड़ जवाब देंगे।”