- अगर पंजाब के युवाओं और पंजाबियों को आआपा के केंद्रीय नेतृत्व ने धोखा दिया तो हम सड़कों पर उतरेंगे: गुरतेज सिंह पन्नू
- आआपा नेताओं ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के लिए गलत लोगों को चुनने को लेकर पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बगावत कर दी है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो), चंडीगढ़ :
पंजाब विधानसभा चुनाव में आआपा (आम आदमी पार्टी) पर करोड़ों रुपए लेकर टिकट बेचने के इल्जाम लग रहे हैं। और ये आरोप लगाने वाला विरोधी पार्टी के लोग नहीं, बल्कि आआपा के ही कार्यकर्ता हैं। चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता करते हुए आआपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व पर करोड़ों में टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। साथ ही माँग की है कि पार्टी को अ
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फ़िलहाल कोरोना से पीड़ित हैं और हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ में नगरपालिका चुनाव में अच्छे प्रदर्शन बनने के बाद वहाँ विजय यात्रा निकाली थी। आरोप लगे थे कि कोरोना के लक्षण आने के बावजूद उन्होंने रैलियाँ की और लोगों से मिलते-जुलते रहे। अब उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के अपनी ही पार्टी की पोल खोल रहे हैं। करोड़ो रुपए लेकर टिकट बेचने के आरोप लगाए जा रहे हैं। यही है उनकी ‘बदलाव’ वाली राजनीति?
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चंडीगढ़ में AAP से कम सीटें होने के बावजूद भाजपा अपना मेयर बनाने में कामयाब रही, जिसके लिए भी आआपा कार्यकर्ता पार्टी के अंदरूनी कलह को दोषी ठहरा रहे हैं। ‘शिरोमणि अकाली दल (SAD)’ ने भी आआपा पर टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। पार्टी के प्रवक्ता दिलजीत सिंह चीमा ने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामलों का संज्ञान लेकर मामला दर्ज करने का आदेश देना चाहिए। आआपा ने अपने पैम्प्लेट्स में अन्य दलों से पैसे लेकर उसे वोट देने की सलाह लोगों को दी है। अब यह नीति खत्म कर देना चाहिए। पार्टी के मोहाली जिला के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गुरतेज सिंह पन्नू और उपाध्यक्ष शीरा भाणबौरा ने प्रेस वार्ता करते हुए अपनी बात रखी।
चीमा ने कहा, “ये स्पष्ट है कि पार्टी के टिकट्स बेच कर अरविन्द केजरीवाल खुद को अमीर बना रहे हैं। आआपा यही मॉडल हर जगह फॉलो कर रही है, इसीलिए जहाँ-जहाँ वो चुनाव लड़ रही है वहाँ टिकट्स बेचे जा रहे हैं। विपक्षी नेताओं के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये करोड़ों रुपए का घोटाला है, जिसकी पोल उच्च-स्तरीय जाँच के बाद ही खुल सकती है। वो चुनाव में अमीरों पर दाँव लगा रहे हैं। उनका दिल्ली मॉडल पूर्णरूपेण फ्लॉप है, इसीलिए पंजाब की जनता को दिखाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है।”
नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में वे केजरीवाल और आप की दिल्ली इकाई के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे।
आआपा नेताओं ने उन 13 उम्मीदवारों की सूची भी पेश की, जिन्हें निर्वाचन क्षेत्रों में योग्य टिकट उम्मीदवारों की अनदेखी कर टिकट दिया गया है। नेताओं ने कहा कि इनमें से ज्यादातर लोग हाल ही में अन्य पार्टियों से आप में शामिल हुए थे और उद्योगपति हैं न कि आम लोग। नेताओं ने केजरीवाल और राघव चड्ढा से पूछा है कि किस आधार पर इन लोगों को टिकट दिया गया है?
S.No | Name | Constituency | Party |
1 | Kulwant Singh | Mohali | SAD |
2 | Sukhjinder Singh Lalli Majhitia | Majhitia | Congress |
3 | Dinesh Dhall | Jalandhar North | Congress |
4 | Amit Ratan Kotfatta | Bathinda Rural | SAD |
5 | Sheetal Angral | Jalandhar West | BJP |
6 | Raman Behl | Gurdaspur | Congress |
7 | Jagroop Singh Sekhwa | Quadian | SAD |
8 | Ranjit Rana | Bhulath | Congress |
9 | Gurmeet Khudian | Lambi | Congress |
10 | Madan Lal Bagga | Ludhiana North | SAD |
11 | Laddi Dhos | Dharamkot | Congress |
12 | Inderjit Kaur Mann | Nakodar | SAD |
13 | Vibooti Sharma | Pathankot | Congress |
बता दें कि हाल ही में प्रेस क्लब में राघव चड्ढा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कॉन्ग्रेस के पूर्व पार्षद दिनेश ढल को पार्टी में शामिल करवाया जाना था, लेकिन टिकट बँटवारे को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान पंजाब के सह-प्रभारी के खिलाफ ‘राघव चड्ढा चोर है’ के नारे लगाए गए। बात यहीं तक रहती तो गनीमत होती, लेकिन मामला इतना बढ़ गया कि लोगों के बीच जमकर मारपीट भी हो गई। टिकट बँटवारे को लेकर करीब 45-50 मिनट हुए बवाल के बाद राघव चड्ढा को पिछले दरवाजे से बाहर भागना पड़ा।