आज का पंचांग 05 जनवरी दिन बुधवार है। आज पौष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। आज बुधवार के दिन आपको भगवान श्री गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। आज के दिन गणेश जी को पूजा में 21 दूर्वा अर्पित करना चाहिए और मोदक का भोग लगाना चाहिए। ये दोनों ही वस्तुएं गणेश जी को अतिप्रिय हैं। पूजा के दौरान गणेश चालीसा का पाठ करना और गणपति मंत्रों का जाप करना भी बहुत ही लाभदायक होता है। गणेश जी घर और कार्यालय के वास्तु दोषों को भी दूर करते हैं। आपके घर में सुख शांति नहीं है, हमेशा कलह का माहौल रहता है, तो आपको गणेश जी की तस्वीर या मूर्ति लगानी चाहिए। हालांकि इसमें भी कई बातों का ध्यान रखना होता है। आप इसके संदर्भ में किसी वास्तु और फेंगशुई एस्कपर्ट से बात कर सकते हैं।
नोटः आज रात्रिः 07.54 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं, पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पाॅच व्यक्तियों के अकालमृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।
नोटः आज से शुक्र अस्त हो रहे हैं। किसी भी ग्रह की अस्त अवस्था उस समय आती है, जब कोई भी ग्रह सूर्य के साथ युति करते हुए किसी विशेष राशि में पहुंचता है। साफ शब्दों में समझें तो शुक्र ग्रह के मुख्य कारकत्वों में कमी आ जाती है और वे शक्तिहीन हो जाते हैं। अब 4 जनवरी 2022 को शुक्र धनु राशि में अस्त होने जा रहे हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः पौष़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः तृतीया दोपहर 02.35, तक है,
वारः बुधवार।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः श्रवण प्रातः 08.46 तक है,
योगः वज्र सांय काल 06.14 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः धनु, चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,
सूर्योदयः 07.19, सूर्यास्तः 05.34 बजे।