कॉंग्रेस गोवा में 2022 के चुनावों के लिए गंभीर नहीं है : रोहण खूँद

प्रियंका वाड्रा का राजनैतिक तौर पर अपने को महत्वपूर्ण बताना एक असर ऐसा है की गांधी परिवार नुसान उठा सकता है। प्रियंका के कारण कॉंग्रेस पार्टी में भी दो भाग हो रहे हैं, वह चाहे पंजाब हो या रास्थान। गोवा कांग्रेस को आज कई त्‍यागपत्रों का सामना करना पड़ा है। इससे इस तटीय राज्‍य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन को लेकर भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई है क्‍योंकि राज्‍य की प्रमुख विपक्षी पार्टी, कांग्रेस की  महासचिव प्रियंका वादरा आज गठजोड़ के मामले में कई  बैठक करने वाली हैं। गोवा की पोरकोरिम विधानसभा सीट से कांग्रेस नेताओं ने एक ग्रप ने आज सुबह इस्‍तीफा दे दिया। निर्दलीय विधायक रोहन खुंटे द्वारा समर्थित इस ग्रुप ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी, वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर गंभीर नहीं है।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

2022 में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में गोवा भी शामिल है। गोवा में सियासी दलों द्वारा प्रचार प्रसार शुरू है। वहीं, कांग्रेस ने भी चुनावी शंखनाद कर दिया है, लेकिन इससे पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को प्रियंका गांधी के दौरे से ठीक पहले  पोरवोरिम विधानसभा सीट के कई नेताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं। नेताओं का कहना है कि कांग्रेस राज्य में चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं है।  पूर्व जिला पंचायत सदस्य गुपेश नायत ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी राज्य में चुनाव को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। अब तक उसने अपनी कोई तैयारी भी शुरू नहीं की है।’

 कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा कुछ ही देर में गोवा की राजधानी पणजी पहुंचेंगी। प्रियंका वाड्रा अपने तय यात्रा के अनुसार, वह असोलन में शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करेंगी और सभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद प्रियंका वाड्रा  एक्वेम के कोस्टा मैदान में एक महिला सम्मेलन ‘प्रियदर्शनी’ को संबोधित भी करेंगी। इसके अलावा वह राज्य महिला कांग्रेस पदाधिकारियों और पदाधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगी।

पोरकोरिम के इस ग्रुप की अगुवाई करने वाले पूर्व जिला पंचालय मेंबर गणेश नाइक ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी आने वाले गोवा चुनाव को गंभीरता से लेती नजर नहीं आ रही। कुछ नेताओं के रुख के कारण ऐसा लग रहा कि उन्‍हें कुछ रुचि ही नहीं है। ‘ कांग्रेस को एक और झटका तब लगा जब दक्षिण गोवा के इसके सीनियर लीडर मोरेनो रेबेलो ने भी इस्‍तीफा दे दिया।  रेबलो के इस्‍तीफे वाले पत्र में दावा किया गया है कि वे कर्टोरियन सीट से मौजूदा एमएलए, अलेक्सियो रेगिनाल्‍डो को पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने के बावजूद, उम्‍मीदवार बनाने से खफा हैं।

गोवा में शिवसेना और कांग्रेस का गठबंधन

बता दें कि पिछले दिनों शिवसेना सांसद संजय राउत ने नई दिल्ली में प्रियंका के साथ एक घंटे की मुलाकात की थी और बाद में गोवा में पार्टियों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन का संकेत दिया था। विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से नेताओं का लगातार जाना पार्टी के लिए सही संकेत नहीं है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो ने सितंबर में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। वहीं, पूर्व सीएम रवि नाइक ने इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले अक्तूहर राहुल गांधी अगले साल होने वाले चुनावों के प्रचार के लिए अक्टूबर में गोवा भी गए थे