पंचकूला, 26 नवंबर- अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि हम सभी का दायित्व बनता है कि हम अपने संविधान के अनुसार मौलिक कत्र्तव्यों का पालन करें और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाये।
अतिरिक्त उपायुक्त आज जिला सचिवालय के सभागार में संविधान दिवस के अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश के प्रति स्थापित उच्च मूल्यों का पालन कर अपने दायित्व का परिचय देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकार और कत्र्तव्य 26 नवंबर 1949 को संविधान के द्वारा प्राप्त हुए है, जिसे 26 जनवरी को लागू किया गया। उन्होंने कहा कि विभिन्नता में एकता के दर्शन करवाने वाले इस संविधान में व्यक्ति की गरिमा, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्रदान की गई है। भारत देश को इस संविधान की वजह से दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना गया है।
उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान दिवस की शपथ दिलाते हुये कहा कि हम, भारत के लोग, भारत को एक (संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतांत्रात्मक गणराज्य) बनाने के लिये तथा उसके समस्त नागरिको को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिये तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और (राष्ट्र की एकता और अखंडता) सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिये दृढसंकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज 26 नवंबर, 1949 को एकद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते है। उन्होंने इस अवसर पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई व शुभकामनायें भी दी।
इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला ऋचा राठी, एसडीएम कालका ममता शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद के प्रयासों के फलस्वरूप पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन पर मिलेगी यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधायें
– रेल मंत्रालय की रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में किया प्रस्ताव तैयार
-पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन के विस्तार की अधिक संभावनायें – विधानसभा अध्यक्ष
– चंडीगढ रेलवे स्टेशन का नाम पंचकूला-चंडीगढ रेलवे स्टेशन रखने की करी मांग-गुप्ता
पंचकूला, 26 नवंबर- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता के प्रयासों के फलस्वरूप चंडीगढ रेलवे स्टेशन के प्रस्तावित विस्तार में पंचकूला की तरफ यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधायें मिलने जा रही है। रेल मंत्रालय की रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रतन ने अपने चंडीगढ दौरे के दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता से बैठक की और उन्हें विश्वास दिलाया कि आगामी 29 तारीख को होने वाली पेंसर्जस सर्विस कमेटी की बैठक में वे इस मुद्दे को गंभीरता से उठायेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रतन ने आज चंडीगढ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन को एक विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव हैं। पहले यह कार्य रेलवे स्टेशन डवैलमेंट एथोरिटी द्वारा किया जा रहा था परंतु अब इसे रेल भूमि विकास प्राधिकरण को स्थानांतरित कर दिया गया है, जिससे कार्य में तेजी आयेगी।
श्री गुप्ता ने कहा कि लगभग 2 वर्ष पूर्व भारतीय रेलवे की स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में उन्होंने अपना पक्ष रखते हुये कहा था कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन पर जो सुविधायें चंडीगढ की तरफ दी जा रही है, वहीं सुविधायें पंचकूला की ओर भी दी जानी चाहिये ताकि पंचकूला के यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा उन्होंने 2020 में तात्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस संबंध में बात की थी, जिसके बाद रेल मंत्रालय की टीम ने इस रेलवे स्टेशन का दौरा किया था।
श्री गुप्ता ने कहा कि उन्हें खुशी है कि भोपाल में जिस तरह का विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया गया है। चंडीगढ में भी उसी स्तर का रेलवे स्टेशन विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया हैं, जिसमें पंचकूला की तरफ भी उसी तरह के प्रवेश द्वार का प्रावधान किया गया है जैसा चंडीगढ का है। श्री गुप्ता ने कहा उन्हें आश्वस्त किया गया है कि पंचकूला की तरफ भी उतना ही विकास किया जायेगा, जितना की चंडीगढ की ओर किया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि पंचकूला की तरफ रेलवे के पास लगभग 400 एकड भूमि उपलब्ध है इसलिये यहां पर विस्तार की संभावनायें ज्यादा है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन पर चंडीगढ और पंचकूला दोनों के यात्री आते हैं इसलिये इस स्टेशन का नाम पंचकूला-चंडीगढ रेलवे स्टेशन रखा जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मांग की है कि चंडीगढ की तर्ज पर पंचकूला की ओर रेलवे स्टेशन पर भी 24 घंटे टिकट काउंटर की सुविधा मिलनी चाहिये। पंचकूलावासियों को रेलवे स्टेशन तक आने-जाने के लिये बस सुविधा शुरू की गई हैं। फिलहाल शताब्दी रेल के समयानुसार सुबह और सायं बस सेवा आरंभ की गई है लेकिन यात्रियों की मांग को देखते हुये, और अधिक बसों की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि लगभग 50 साल बाद पंचकूला में रोडवेज का डिपो बना है और पंचकूला में बसों के बेड़े में बसों की संख्या 200 तक पंहुच गई हैं। इसके अलावा पंचकूला में 20 पिंक बसे आई है, जोकि विभिन्न सेक्टरों में चलाई जा रही है।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक रेलवे श्री कर्ण सिंह, रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के सदस्य श्री गुरविंद्र सेठी व बीजेपी महामंत्री व कमेटी के सदस्य रामवीर भट्टी, नगर निगम के महापौर श्री कुलभूषण गोयल, बीजेपी के जिलाध्यक्ष श्री अजय शर्मा, महामंत्री श्रीमती परमजीत कौर, पार्षद श्री हरेंद्र मलिक, श्री जय कोशिक, श्री नरेंद्र लुबाना, श्री राकेश वाल्मिीकी, श्री सुरेश वर्मा सहित जिला मीडिया प्रभारी श्री नवीन गर्ग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन-5 से 7 विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रतन चंडीगढ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते हुये।
– विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता चंडीगढ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने उपरांत पत्रकारों को संबोधित करते हुये।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहिब डाॅ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर मालार्पण कर किया नमन
– हमें अपने अधिकारों के साथ साथ देश व समाज के प्रति अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करना चाहिये-गुप्ता
पंचकूला, 26 नवंबर- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने आज संविधान दिवस के अवसर पर अंबेडकर चैक सेक्टर-26 में बाबा साहिब डाॅ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर मालार्पण कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर देशवासियों व प्रदेशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनायें देते हुये श्री गुप्ता ने कहा आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को हमने संविधान को अपनाया था और इस संविधान के तहत देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हमें बहुत सारे अधिकार इस संविधान के तहत मिले है। उन्होंने कहा कि हमें अधिकारों के साथ साथ देश व समाज के प्रति अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करना चाहिये।
इस अवसर पर नगर निगम के महापौर श्री कुलभूषण गोयल, बीजेपी के जिलाध्यक्ष श्री अजय शर्मा, महामंत्री श्रीमती परमजीत कौर, पार्षद श्री हरेंद्र मलिक, श्री जय कोशिक, श्री नरेंद्र लुबाना, श्री राकेश वाल्मिीकी, श्री सुरेश वर्मा सहित जिला मीडिया प्रभारी श्री नवीन गर्ग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन- 8 से 9 हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता संविधान दिवस के अवसर पर अंबेडकर चैक सेक्टर-26 में बाबा साहिब डाॅ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर मालार्पण कर उन्हें नमन करते हुये।
कृषि विज्ञान केंद्र में व्यावसायिक प्रशिक्षण का आयोजन
पंचकूला, 26 नवंबर- चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र पंचकूला में स्प्रे तकनीक विषय पर पांच दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में जिले के 60 किसानों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विज्ञान केंद्र की इंचार्ज श्री देवी तल्लाप्रगड़ा ने की जबकि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगदीशचंद्र कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। कृषि विज्ञान केंद्र पंचकूला की संयोजिका ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा हर साल आयोजित किए जाते हैं जिनका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति व जनजाति के युवक-युवतियों को प्रशिक्षित करते उनके जीवन यापन के आर्थिक स्तर को बढ़ाना है। इस तरह के प्रशिक्षण हासिल कर बेरोजगार युवक-युवतियां छोटे स्तर पर अपना कोई भी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
प्रशिक्षण को समय की मांग बताते हुए उन्होंने कहा कि फसलों में खाद, बीज व बीमारियों की रोकथाम के लिए स्प्रे करते समय सावधानियां, कीटनाशकों का सही चयन, घोल बनाना, स्पे्रे उपरांत सावधानियां इत्यादि महत्वपूर्ण बातें साझा करना भी इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य था।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जगदीश चंद्र ने कहा कि कृषि में सही तरीके से खाद दवाई का इस्तेमाल करके हम वातावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑर्गेनिक दवाई जिसका पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता उसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। प्रशिक्षण में प्रदेश भर के अनुभवी वैज्ञानिकों ने अलग-अलग विषयों पर अपने विचार साझा किए।
कृषि व कृषि से संबंधित सभी विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी के बारे में भी अवगत कराया गया। कृषि अनुसंधान केंद्र करनाल की वैज्ञानिकों ने रसायनों के सही समय व उचित मात्रा में प्रयोग करने की जानकारी दी और साथ ही इस्तेमाल की जाने वाली नोजल के बारे में भी बताया। कृषि उत्पादों में बढ़ते रसायन अवशेषों पर मंथन करते हुए ऑर्गेनिक खेती को एक महत्वपूर्ण विकल्प बताया गया। कृषि अर्थशास्त्री डॉ. गुरनाम सिंह ने फसल लागत को कम करने के तौर-तरीकों का जिक्र किया और किसानों से अपनी फसल का पूरा लेखा-जोखा रखने की अपील की। बागवानी विशेषज्ञ डॉ. राजेश लाठर ने फसल विविधीकरण को समय की जरूरत बताया और परंपरागत खेती व तौर-तरीकों में बदलाव करने की सलाह दी। बागवानी फसलों में स्पे्र की समय सारणी और सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया गया।
डॉ. बलवान सिंह ने प्राकृतिक खेती करने पर जोर देते हुए बताया कि कृषि में कीड़े-बीमारियां इत्यादि मौसम और प्रकृति के हिसाब से अपनी गतिविधियां घटाते व बढ़ाते हैं। किसान इनके नियंत्रण के लिए काफी खर्चा करता है, जिसे उचित सावधानी व जानकारी से बचाया जा सकता है। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
राजकीय महाविद्यालय कालका में किया ’अंतर जिला स्तरीय’ विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
– जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में पंचकूला और अंबाला जिले के 11 महाविद्यालयों ने लिया भाग
पंचकूला, 26 नवंबर- राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या श्रीमती प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में ’अंतर जिला स्तरीय’ विज्ञान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें पंचकूला और अंबाला जिले के 11 विभिन्न महाविद्यालयों ने भाग लिया।
इस संबंध में जानकारी देते हुये प्रो. डाॅ. बिंदु ने बताया कि प्रस्तुत प्रदर्शनी नोडल आॅफिसर डाॅ. रामचंद और प्रभारी डाॅ. नीरू के मार्गदर्शन और दिशानिर्देशन में लगवायी गई। प्रस्तुत प्रदर्शनी में मनोविज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रो. राकेश गोयल, नवनीत नेंसी, भूगोल विज्ञान के प्रो. गुलशन, जीव विज्ञान की प्रो. डाॅ. नीरू, डाॅ. बिंदु, वनस्पति विज्ञान के प्रो. डाॅ. रामचंद, रसायन विभाग की इंदु, भौतिक विज्ञान की डाॅ. गुरप्रीत कौर, कंप्यूटर साईस विभाग के प्रो. भूप सिंह ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के माॅडल बनाने के लिये प्रोत्साहित किया।
निर्णायक मंडल के सदस्य डाॅ गौरव (चेयरमैन, भूगोल विज्ञान, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ), डाॅ. रोशन लाल (वरिष्ठ प्रो. मनोविज्ञान विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ), डाॅ. आनंद नारायण सिंह (वनस्पति विज्ञान विभाग, पंजाब यनिवर्सिटी चंडीगढ), डाॅ समरजीत सिहोतरा (भौतिक विज्ञान विभाग पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ), डाॅ. इंदु (जीव विज्ञान विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ), डाॅ राजीव (पर्यावरण विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ) तथा श्री रमेश गुप्ता (वैज्ञानिक, भारत सरकार) रहे, जिन्होंने अपने-अपने विषय में विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये माॅडल का विस्तार से अवलोकन किया तथा विद्यार्थियों के प्रयासों की भरपूर सराहना की।
उन्होंने सभी विषयों के माॅडल के परिणाम निकाले, जिसमें मनोविज्ञान विषय पर बनाये गये माॅडल में प्रथम स्थान राजकीय महाविद्यालय अंबाला केंट को मिला, द्वितीय स्थान राजकीय महाविद्यालय पंचकूला सेक्टर-1 को मिला, तृतीय स्थान राजकीय महाविद्यालय कालका और राजकीय महाविद्यालय पंचकूला सेक्टर-14 को मिला। इसी प्रकार भूगोल विषय पर बनाये गये माॅडल का परिणाम, प्रथम राजकीय महाविद्यालय अंबाला केंट, द्वितीय राजकीय महाविद्यालय कालका व तृतीय राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़, कंप्यूटर साईस के माॅडल में प्रथम राजकीय महाविद्यालय अंबाला केंट, द्वितीय एसडी काॅलेज, अंबाला केंट और तृतीय राजकीय महाविद्यालय कालका, भौतिक विज्ञान के माॅडल में प्रथम राजकीय महाविद्यालय कालका, द्वितीय राजकीय महाविद्यालय अंबाला केंट व तृतीय राजकीय महाविद्यालय पंचकूला सेक्टर-14, रसायन विभाग के माॅडल में प्रथम एसडी काॅलेज अंबाला केंट, द्वितीय राजकीय महाविद्यालय कालका व तृतीय डीएवी काॅलेज अंबाला सिटी, वनस्पति विज्ञान के माॅडल में प्रथम राजकीय महाविद्यालय अंबाला केंट, द्वितीय राजकीय महाविद्यालय कालका व डीएवी काॅलेज अंबाला सिटी और जीव विज्ञान के माॅडल में प्रथम राजकीय महाविद्यालय कालका, द्वितीय डीएवी काॅलेज अंबाला सिटी रहे।
प्रस्तुत विज्ञान प्रदर्शनी में 39 आॅफलाईन और 14 आॅनलाईन माॅडल प्रस्तुत किये गये। विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्यातिथि श्रीमती रीटा गुप्ता प्राचार्या संस्कृत महाविद्यालय पंचकूला रही। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। विज्ञान प्रदर्शनी को देखने प्राचार्य पीयूष (विवेकानंद मिलेनियम स्कूल) भी आये।
विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित व प्रेरित करने के लिये श्रीमती रंजना कुमारी (संस्कृत अध्यापिका, राजकीय माध्यमिक स्कूल, जबरोट में कार्यरत) ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को पुरस्कार के रूप में 100 रुपये दिये। उन्होंने विभाग से अनुरोध भी किया कि ऐसी विज्ञान प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किया जाना चाहिये।