दक्षिणपंथी संगठन के ऐलान से कृष्ण नगरी का माहौल गरम – मथुरा के शाही ईदगाह में स्थापित करेंगे कृष्ण की प्रतिमा

दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने ऐलान किया है कि आगामी छह दिसंबर को शाही मस्जिद ईदगाह में भगवान कृष्ण का जलाभिषेक होगा और उनकी पूजा की जाएगी। ईदगाह में पूजा किए जाने का ऐलान उस वक्त किया गया है जब स्थानीय अदालत 17वीं शताब्दी की मस्जिद को हटाने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। साथ ही अदालत में श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर का मालिकाना हक़ भी मांगा गया है।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/मथुरा :

उत्तर प्रदेश के मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के विवाद के बीच हिंदूवादी संगठनों ने शाही ईदगाह में घुसकर श्रीकृष्ण के बाल विग्रह स्थापना और जलाभिषेक करने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद इलाके में किसी भी प्रकार की अनहोनी की आशंका के चलते मथुरा में धारा 144 लागू कर दी गई है।

अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने घोषणा की थी कि 6 दिसंबर को मस्ज़िद में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित की जाएगी एवं जलाभिषेक किया जाएगा। स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा बताया गया है कि सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

मथुरा पुलिस ने हिंदूवादी संगठन के ऐलान के बाद 6 दिसम्बर से पहले ही शहर में धारा 144 लागू कर दी है। शहर में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। बाहर से आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि 6 दिसंबर के किसी भी कार्यक्रम में शामिल न हो।

हिंदू महासभा की नेता राज्यश्री चौधरी ने कहा था कि उनका संगठन 6 दिसंबर को जगह के शुद्धिकरण के लिए महाजलाभिषेक के बाद शाही ईदगाह में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि यह तारीख 1992 में मंदिर-मस्जिद विवाद के स्थल अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की प्रतीक है।

संगठन ने ऐलान किया कि वहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है और हिंदुओं को पूजा करने का अधिकार है। हालाँकि शासन ने उन्हें इस तरह के किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने की अनुमति नहीं देने और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने दोनों धार्मिक स्थलों, कटरा केशव देव मंदिर और शाही ईदगाह की सुरक्षा की समीक्षा की।

मथुरा के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मीडिया को बताया कि 6 दिसम्बर को लेकर पहले ही 24 नवम्बर से 21 जनवरी, 2022 तक के लिए निषेधाज्ञा लगा दी गई है, जिसके चलते पूरे जनपद में बिना अनुमति पाँच या पाँच से अधिक लोगों का एकत्र होने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।

शहर की जनता से अपील की गई कि ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल ना हो, जो साम्प्रदायिक माहौल ख़राब करने और कानूनी व्यवस्था का उल्लंघन करने वाला हो। इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी ये अपील की गई है कि वो इस मौके पर किसी तरह की हिंसक गतिविधि करने की ना सोचें क्योंकि प्रशासन माहौल ख़राब नहीं होने देगा।

एक अन्य दक्षिणपंथी संगठन नारायणी सेना ने कहा है कि वह मस्जिद को हटाने की माँग को लेकर विश्राम घाट से श्रीकृष्ण जन्मस्थान तक मार्च निकालेगी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने मथुरा कोतवाली में नारायणी सेना के सचिव अमित मिश्रा को हिरासत में लिया है, जबकि संगठन का दावा है कि उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव को लखनऊ में हिरासत में लिया गया है।

शाही ईदगाह के अंदर अनुष्ठान और मूर्ति स्थापना करने के लिए महासभा की धमकी ऐसे समय में आई है, जब स्थानीय अदालतें 17वीं शताब्दी की मस्जिद को हटाने की माँग वाली याचिकाओं की एक श्रृंखला पर सुनवाई कर रही हैं।

बताते चलें कि इस मामले की सुनवाई मथुरा की एक अदालत में हो रही है। मामले में श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर की 13.37 एकड़ जमीन का मालिकाना हक माँगा गया है। साथ ही मंदिर स्थल से शाही ईदगाह मस्जिद को भी हटाने की अपील की गई है।

“Development and Environment should go hand in hand” — V K Paul

The Valedictory Function for the ‘Interdisciplinary Refresher Course on Environment Studies 2021’ was organized by UGC-Human Resource Development Centre, Panjab University, Chandigarh jointly with Department of Botany, Panjab University, Chandigarh (17.11.2021 -30.11.2021) for the faculty of higher education institutes (Universities, Colleges and Research institutes) from varied disciplines. The meeting was conducted by Prof. (Dr.) Promila Pathak, Course Coordinator.

Prof. (Dr.) Vinod K. Paul, Member Niti Ayog, Govt. of India, in the rank of Union Minister of State, Former, Chairman, The Board of Governors, the Medical Council of India, PU alumnus in his valedictory address, accentuated upon the prerequisite i.e., the conception of a pathway for environmental protection of the entire nation, as a necessity to make it a responsible country and lead at a Global Level. He further stressed upon the requirement of effective antimicrobial resistances in our society, elucidating the state of our medical services during the Covid Pandemic, which was delayed in the case of vaccines and asked the audience to share their knowledge if they had any on antimicrobial resistance. He emphasized that development and environment should go hand in hand. 

Prof. Raj Kumar Vice Chancellor in his address, emphasized on the hybridization of various disciplines together. He requested the academicians to produce research in areas that creates employment for the country or make discoveries and inventions that generates products helpful to the society quoting the example of Covid Vaccine that helped our country during the pandemic and improved the state of misery brought about by the disease. He stated that collaboration and co-ordination is the key to success.

Prof. S. K. Tomar, Honorary Director UGC-HRDC,  addressed the participants and mentioned that refresher course is mandatory for academic upliftment of the teachers. He quoted “the refresher course on environment studies has acted as a big takeaway for each participant from various disciplines”. He also stated that burning of subtle, water contamination, solid waste management etc. are the current global issues before us and it is duty of each and every one (academicians and non-academicians) to address these dangerous problems and find the remedies to eradicate the problems. 

Earlier, Prof. Pathak extended her warm and gracious welcome to the dignitaries.

Further, Prof. (Dr.) Promila Pathak gave a Brief Course Report on programme, as Course Coordinator. During inaugural ceremony, Honourable Sh J. Justin Mohan, Secretary, National Biodiversity Authority, functioning under the Ministry of Environment, Forest and Climate Change, Government of India with its headquarters at Chennai was the Chief Guest and inaugurated the Event.  In the inaugural address, he stated that even though after independence, forests have been still in India protected but they are an easy victim of anthropogenic activities. Sh Mohan further stated that the teachers are the fulcrum of education in our society and can play a major role in creating awareness among the students who are going to occupy various positions after they complete their education.Dr. Jayanti Dutta, Deputy Director, UGC-HRDC for ignited and motivated the participants during the ice breaking session. Prof. Pathak  mentioned thatthe course discussed broad topics related to environment  (7 keynote lectures and 20 invited lectures) and around 30 eminent resource persons including 4 VCs of various Universities [Prof. (Dr.) S. K. Mehta, The Vice Chancellor, University of Ladakh, Prof. (Dr.) Tej Partap, The Vice Chancellor, Govind Ballabh Pant University of Agriculture and Technology, Pant Nagar, Uttarakhand, Prof. (Dr.) R. K. Kohli, The Vice Chancellor, Amity University, Mohali, Prof. (Dr.) Nishtha Jaswal, The Vice Chancellor, Himachal Pradesh National Law University, Shimla],Prof. (Dr.) Adarsh Pal Vig, Chairman,  Punjab Pollution Control Board, Patiala. Dr. Abdul Qayum, IFS, Deptt. Conservator of Forests, U.T. Chandigarh, Dr. A. A. Mao, Director, Govt. of India, MoEF&CC , BSI, Kolkata, Prof. (Dr.) Chandrima Shaha, President, INSA, Professor of Eminence, National Institute of Immunology, New Delhi,  interacted with the participants. The course was attended by a total of 25 teacher participants from various departments of Panjab University, other Universities and Colleges across India (3 participants from Himachal Pradesh, 1 from Uttarakhand, 6 from Punjab, 1 from Haryana, 3 from Maharashtra, 11 from Chandigarh). She also elaborated upon the design, planning, organization and conduct of the two-week long Refresher Course detailing out various Resource Persons that were invited and various topics that were covered during their deliberations. In his feedback, on behalf of all the participants, Dr. Kedia conveyed gratitude to the organizers of the event for creating an extremely informative course that will help them as Teachers to spread environmental awareness amongst their students and society, especially thanking Prof. Pathak for her cooperation and the meticulous coordination during the event.

यूपी के विधानसभा चुनावों में बाहुबलियों की हालत खराब

विधानसभा चुनाव 2017 में बाहुबलियों को टिकट नहीं देने का बड़ा कदम अखिलेश यादव ने उठाया था। मुख्तार अंसारी और उनके परिवार को सपा में शामिल करने का विरोध किया।अतीक अहमद, विजय मिश्र, गुड्डू पंडित, अमनमणि का टिकट काट दिया था। अधिकांश बाहुबली छोटे दलों के टिकट पर चुनाव में उतरे और हारे. सिर्फ मुख्तार अंसारी ही विधायक बनने में सफल रहे। वहीं इस चुनाव में जो बाहुबली उतर रहे हैं उनकी जीत/हार ही उनका राजनीति में भविष्य तय करेगी।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/ लखनऊ:

यूपी की राजनीति में बाहुबली नेताओं का काफी बोलबाला रहा है। एक वक्त तो ऐसा था कि पूर्वांचल की चुनावी हवा का रुख ये बाहुबली ही तय किया करते थे लेकिन अब वक्त काफी बदला है। अधिकतर बाहुलबलियों को इस बार किसी बड़े दल ने टिकट नहीं दिया है। हालांकि कुछ ने अपने करीबियों को लड़ाने की तैयारी कर ली है। ऐसे में देखना होगा कि वह अब कितना प्रभाव जनता पर छोड़ पाते हैं।

1. मुख्तार अंसारी – लंबे समय से जेल में बन्द माफिया डॉन मुख्तार अंसारी एक बार फिर जेल से ही चुनाव लड़ेंगे। वे मऊ से जीतते रहे हैं और फिर इसी सीट से उतरेंगे। कयास लगाये जा रहे हैं कि वे या तो ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या फिर निर्दलीय ही मैदान में उतरेंगे। उनके भाई सिगबतुल्लाह अंसारी ने सपा जॉइन कर ली है लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी की छवि के मद्देनजर अखिलेश यादव उन्हें अपने टिकट से नहीं उतारेंगे। उनके भाई अफज़ाल अंसारी बसपा से सांसद हैं।राजभर ने उन्हें टिकट देने का न्यौता भी दिया है।

2. अतीक अहमद – प्रयागराज और इसके कई जिलों में कभी अपनी धमक रखने वाले माफिया डॉन अतीक अहमद विधानसभा के चुनाव में उतर भी सकते हैं और नहीं भी। संभावना जताई जा रही है कि उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन चुनाव लड़ेंगी। कुछ दिनों पहले उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ज्वाइन किया था। उन्हें प्रयागराज शहर दक्षिणी से उतारने की तैयारी है जहां से अतीक अहमद पांच बार विधायक रहे हैं।

3. अभय सिंह – अयोध्या की गोसाइगंज विधानसभा से विधायक रहे बाहुबली अभय सिंह 2022 के चुनाव में इसी सीट से किस्मत आजमाने की फिराक में हैं। वे लगातार सक्रिय हैं। उन्हें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी पहले की ही तरह उन पर भरोसा करेगी और फिर से उन्हें चुनाव में उतारेगी।

4. जितेन्द्र सिंह बबलू – अयोध्या की बीकापुर विधानसभा से बसपा के विधायक रहे जितेन्द्र सिंह बबलू ने कार्ड तो बेहद सीधा चला था लेकिन उल्टा पड़ गया। रीता बहुगुणा जोशी ने विरोध न किया होता तो बबलू बाजपा में होते। उन पर रीता जोशी का घर जलाने का आरोप है। फिलहाल 2022 के चुनाव के लिए वे अयोध्या जिले की बीकापुर सीट से ही तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार वे अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। इस तरह उन्हें पीठ पीछे भाजपा का भी साथ मिल जाएगा।

5. सोनू-मोनू – सुल्तानपुर जिले में इन दोनों बाहुबली भाईयों का अच्छा दबदबा रहा है। जिले की इसौली सीट से चन्द्रभद्र सिंह उर्फ सोनू बसपा से विधायक रहे हैं। फिलहाल वे तो जेल में हैं लेकिन उनके भाई यशभद्र सिंह उर्फ मोनू क्षेत्र में धुंआधार प्रचार कर रहे हैं। संभावना है कि 2022 का चुनाव सोनू सिंह बसपा के टिकट पर इसौली से लड़ेंगे।

6. सुशील सिंह – चंदौली से विधायक सुशील सिंह माफिया ब्रजेश सिंह के भतीजे हैं। वैसे तो जरायम की दुनिया में इनका नाम कोई बहुत बड़ा नहीं है लेकिन ब्रजेश सिंह के रिश्तेदार होने के नाते छोटा भी नहीं है। वे फिर से चंदौली से भाजपा के टिकट पर लड़ेंगे।

7. राजा भैया – प्रतापगढ़ के कुण्डा से राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पहली बार किसी पार्टी से विधायक बनेंगे। वे 1993 से लगातार अभी तक निर्दलीय ही चुनाव जीतते रहे हैं लेकिन अब वे जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। राजा भैया ने साल 2018 में जनसत्ता दल बनायी थी।

8. डीपी यादव – डीपी यादव बदायूं जिले की सहसवान सीट से चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं। बदायूं में चर्चा तो ये है कि वे भाजपा से अपनी पार्टी राष्ट्रीय परिवर्तन दल का गठबंधन करना चाह रहे हैं। उनका भतीजा जितेन्द्र यादव भाजपा में है और जितेन्द्र की पत्नी वर्षा जिला पंचाय़त की अध्यक्ष है। संभावना है कि विधानसभा चुनाव के लिए कोई फार्मूला निकल जाए। डीपी यादव सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा की सवारी पहले भी कर चुके हैं। वे मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री थे और 2014 में अमित शाह और वे एक ही मंच पर नजर आ चुके हैं।

9. खब्बू तिवारी – इन्द्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी अयोध्या जिले की गोसाइगंज सीट से भाजपा से विधायक हैं। फिलहाल जेल में हैं। उन्हें तीन साल की सजा कोर्ट से हुई है।आज की स्थिति ये है कि वे कोई चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। टिकट बंटवारे तक कोर्ट से कोई रास्ता निकला तो वे गोसाइगंज से उतरेंगे।

10. धन्नंजय सिंह – माफिया धनंजय सिंह जौनपुर की मल्हनी सीट से मैदान में उतरने वाले हैं। वैसे तो वो 25 हजार के ईनामी हैं लेकिन क्षेत्र में जनसंपर्क करते दिख जाएंगे। जौनपुर में चर्चा है कि धनंजय सिंह भाजपा की किसी सहयोगी पार्टी अपना दस (एस ) या फिर निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। इससे उन्हें पर्दे के पीछे से भाजपा का भी सहयोग मिल जाएगा। इसी साल पंचायत चुनाव में उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं। भाजपा ने ये सीट अपना दल को दे दिया था और अपना दल के प्रत्याशी ने अपने समर्थकों संग श्रीकला रेड्डी को वोट दे दिया था।

इस विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल दबंग व बाहुबली नेताओं को उतनी तवज्जो नहीं दे रहे जितनी पहले देते थे। तमाम कोशिशों के बावजूद पूर्व में सांसद/विधायक रह चुके बाहुबली नेता बड़े दलों से टिकट नहीं ले सके हैं। बड़े दलों के गठबंधन में शामिल छोटे दलों तक से हाथ-पैर चलाने के बावजूद इन्हें कोई सफलता नहीं मिल रही है। अब इन दबंग नेताओं के सामने एक ही रास्ता है कि वह किसी छोटे दल का दामन थामे या निर्दल होकर मैदान में जाएं। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से बाहुबली छवि के लोगों को टिकट नहीं देने की नींव उत्तर प्रदेश में पड़ी थी।

यूपी में 2012 के विधानसभा चुनाव से पूर्व तक बाहुबली होना चुनाव में जीत की गारंटी मानी जाती थी लेकिन अब जनता इन्हें नकारने लगी है। 2012 के विधानसभा चुनाव में तमाम बाहुबलियों को हार का मुंह देखना पड़ा। हारने वालों में अतीक अहमद, बृजेश सिंह, अमरमणि के बेटे अमनमणि और धनजंय सिंह की पत्नी जागृति सिंह आदि नाम प्रमुख रहे। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में धनंजय सिंह, अतीक अहमद, मित्रसेन यादव, डीपी यादव, रमाकांत यादव, रिजवान जहीर, बाल कुमार पटेल जैसे बाहुबलियों को भी तमाम जोड़-जुगाड़ के बावदूज हार का मुंह देखने को मजबूर होना पड़ा।

उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक – हालांकि अभी इस वेरिएंट से डरने की आवश्यकता नहीं फिर भी लोगों के स्वास्थ्य की दृष्टि से किए जायें पुख्ता प्रबंध-उपायुक्त

पंचकूला, 30 नवंबर- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर बैठक की और उन्हें इसके मद्देनजर सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी इस वेरिएंट से डरने की आवश्यकता नहीं है परंतु फिर भी लोगों के स्वास्थ्य  की दृष्टि से पुख्ता प्रबंध किए जायें।
बैठक में श्री महावीर कौशिक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अस्पताल में सभी आवश्यक प्रबंध जैसे बैडस और आईसीयू बेडस की संख्या, ऑक्सीजन की उपलब्धता और कोविड टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी हासिल की।
श्री महावीर कौशिक ने निर्देश दिये कि जिन लोगों को अभी तक कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज़ नहीं लगी है उन्हें समय पर डोज़ लगवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए समय पर कोविड वैक्सीन की दोनो डोज़ लगवाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हालांकि जिला में कोरोना के मामलो में काफी हद तक कमी आई है लेकिन अभी भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जिला में महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा की अवधि को 31 दिसंबर तक बढा दिया गया है, जिसके तहत कोविड-19 के नियंत्रण के लिए फाई फोल्ड स्ट्रैटजी टैस्ट-ट्रेस-ट्रैक-वैक्सीनेशन-कोविड-19 उचित व्यवहार की पालना पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा लोगों से मास्क का प्रयोग करने व सामाजिक दूरी की पालना करने का आग्रह किया गया है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि समय पर टीकाकरण करवा कर तथा कोविड उचित व्यवहार को लेकर सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों की पालना करके ही हम इस खतरनाक बीमारी को हरा सकते हैं।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. मुक्ता कुमार, कोविड के नोडल ऑफिसर डॉ. राजीव नरवाल, डॉ. अनुज बिश्नोई, डॉ. मीनू सासन, डॉ. शिवानी, डॉ. मनकीरत तथा डॉ. नैनसी भी उपस्थित थे।

प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल भानु, पंचकूला में कार्यरत श्री पी0एस0 पापटा, महानिरीक्षक के सेवानिवृत्ति अवसर पर विदाई समारोह का किया आयोजन

पंचकूला, 30  नवंबर- प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल भानु, पंचकूला में कार्यरत श्री पी0एस0 पापटा, महानिरीक्षक के सेवानिवृत्ति अवसर पर विदाई समारोह की भव्य परेड का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र के उप महानिरीक्षक श्री राजेश शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनंदन किया तथा परेड कमांडर श्री रविंदर पुनिया (स0सेनानी/जी0डी0) ने सलामी दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर पाइप बैंड टीम द्वारा बैंड प्रदर्शन, डॉग स्कॉयड का प्रदर्शन एवं मोटरसाइकिल पर आई0टी0बी0पी0 जांबाज़ टीम द्वारा प्रदर्शन किया गया।
श्री पी0 एस0 पापटा, महानिरीक्षक द्वारा परेड का प्रदर्शन एवं अन्य किये गये प्रदर्शन के लिए प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया  गया तथा अपनी सर्विस के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया गयाद्य
श्री पापटा ने 35 वर्ष 5 माह 16 दिन की सर्विस के दौरान सराहनीय कार्याे के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, पुलिस पदक, महानिदेशक प्रशस्ति पत्र प्राप्त किये। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल हमेशा आपके द्वारा की गई सेवा को याद करेंगे तथा आपके सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन के खुशहाल, स्वस्थ और समृद्ध होने की कामना करते हैं।
  अंत में श्री विक्रांत थपलियाल सेनानी (प्रशिक्षण) द्वारा मुख्य अतिथि एवं उपस्थिति सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद किया।

कालका स्थित बाबा साहिब अम्बेडकर भवन में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का किया आयोजन
– 18 विभागों द्वारा पात्र लाभार्थियों को कल्याणकारी योजनाओं की दी गई जानकारी

पंचकूला, 30 नवंबर- कालका स्थित बाबा साहिब अम्बेडकर भवन में आज मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें कालका तथा पिंजौर के लाभार्थियों को 18 विभागों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
हाउसिंग फार ऑल विभाग के प्रधान सचिव श्री अनिल मलिक को इस मेले का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। श्री अनिल मलिक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गरीब लोगों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से स्वालंबी बनाने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलो के आयोजन का निर्णय लिया हैं।
इस अवसर पर श्री मलिक ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉल का अवलोकन किया और उपस्थित अधिकारियों से लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत दिये जाने वाले लाभ के बारे में जानकारी हासिल की। श्री मलिक ने लाभार्थियों से भी बातचीत कर उनका फीड बैक लिया। उन्होंने नीमा रानी, दीपिका, ज़हीर खान, अंजू और शुभम से कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जाना।
उनके साथ उपायुक्त श्री महावीर कोशिक और अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा भी उपस्थित थे।
मेले में 18 विभागों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की दी जानकारी- उपायुक्त
उपायुक्त श्री महावीर कोशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना सरकार की एक अहम योजना है। अंत्योदय परिववार उत्थान योजना के प्रभावी रूप से क्रियान्वयन के लिये अंत्योदय मेलो का आयोजन कर लाभपात्रों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ दिया जा रहा हैं।  
उन्होंने बताया कि आज लाभार्थियों को जिन विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई उनमें ग्रामीण विकास विभाग, रोजगार विभाग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग, मतस्य विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग कल्याण निगम, हरियाणा अनुसूचित जातियां वित्तीय एवं विकास निगम, हरियाणा महिला विकास निगम, हरियाणा एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन, हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड, हरियाणा कौशल विकास मिशन, बागवानी विभाग, पशुपालन तथा डेयरी विभाग, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा राज्य ब्रांच, हरियाणा राज्य बाल विकास निगम, कॉमन सर्विस सेंटर तथा विकास और पंचायत विभाग शामिल हैं।
श्री महावीर कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों के दौरान लाभान्वित करने के लिए कुल 2400 लाभार्थियों को चिन्तिह किया गया है। उन्होंने कहा कि आज कालका में लगाए गए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में 416 लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने बताया कि मेले आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य पात्रता के अनुसार लाभार्थियों को सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदान करना है ताकि उनकी आय 1 लाख 80 हजार तक पहुंचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला में ऐसे 7 मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जायेंगे जिनके लिए 7 जोनल कमेटियां बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि 4 मेले खण्ड स्तर पर आयोजित किए जायेंगे जबकि नगर निगम व नगर परिषद स्तर पर 3 मेलों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आज पहले मेले के दिन है और काफी संख्या में लाभार्थियों ने मेले में पहुंचकर सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की है।
इस अवसर पर पंचकूला के एसडीएम कालका ममता शर्मा, नगर परिषद कालका की कार्यकारी अधिकारी निशा शर्मा, डीआईओ सतपाल शर्मा भी उपस्थित थे।

कालका स्थित बाबा साहिब अम्बेडकर भवन में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का किया आयोजन
– 18 विभिन्न विभागों द्वारा पात्र लाभार्थियों को कल्याणकारी योजनाओं की दी गई जानकारी

पंचकूला, 30 नवंबर- कालका स्थित बाबा साहिब अम्बेडकर भवन में आज कालका तथा पिंजौर के लाभार्थियों के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का आयोजन किया गया। मेले के दौरान 18 विभिन्न विभागों द्वारा लाभार्थियों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
हाउसिंग फार ऑल विभाग के प्रधान सचिव श्री अनिल मलिक को इस मेले का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। श्री अनिल मलिक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गरीब लोगों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से स्वालंबी बनाने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलो के आयोजन का निर्णय लिया हैं।
इस अवसर पर श्री मलिक ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉल का अवलोकन किया और उपस्थित अधिकारियों से लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत दिये जाने वाले लाभ के बारे में जानकारी हासिल की। श्री मलिक ने लाभार्थियों से भी बातचीत कर उनका फीड बैक लिया। उन्होंने नीमा रानी, दीपिका, ज़हीर खान, अंजू और शुभम से कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जाना।
उनके साथ उपायुक्त श्री महावीर कोशिक और अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा भी उपस्थित थे।
मेले में 18 विभागों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की दी जानकारी- उपायुक्त
उपायुक्त श्री महावीर कोशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना सरकार की एक अहम योजना है। अंत्योदय परिववार उत्थान योजना के प्रभावी रूप से क्रियान्वयन के लिये अंत्योदय मेलो का आयोजन कर लाभपात्रों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ दिया जा रहा हैं।  
उन्होंने बताया कि आज लाभार्थियों को जिन विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई उनमें ग्रामीण विकास विभाग, रोजगार विभाग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग, मतस्य विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग कल्याण निगम, हरियाणा अनुसूचित जातियां वित्तीय एवं विकास निगम, हरियाणा महिला विकास निगम, हरियाणा एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन, हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड, हरियाणा कौशल विकास मिशन, बागवानी विभाग, पशुपालन तथा डेयरी विभाग, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा राज्य ब्रांच, हरियाणा राज्य बाल विकास निगम, कॉमन सर्विस सेंटर तथा विकास और पंचायत विभाग शामिल हैं।
श्री महावीर कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों के दौरान लाभान्वित करने के लिए कुल 2400 लाभार्थियों को चिन्तिह किया गया है। उन्होंने कहा कि आज कालका में लगाए गए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में 416 लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने बताया कि मेले आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य पात्रता के अनुसार लाभार्थियों को सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदान करना है ताकि उनकी आय 1 लाख 80 हजार तक पहुंचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला में ऐसे 7 मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जायेंगे जिनके लिए 7 जोनल कमेटियां बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि 4 मेले खण्ड स्तर पर आयोजित किए जायेंगे जबकि नगर निगम व नगर परिषद स्तर पर 3 मेलों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आज पहले मेले के दिन है और काफी संख्या में लाभार्थियों ने मेले में पहुंचकर सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की है।
इस अवसर पर पंचकूला के एसडीएम कालका ममता शर्मा, नगर परिषद कालका की कार्यकारी अधिकारी निशा शर्मा, डीआईओ सतपाल शर्मा भी उपस्थित थे।

असंगठित कामगारों का राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार करने के लिए अपना अधिक से अधिक संख्या में पजकीकरण करवाएं कामगार-उपायुक्त
– कामगार स्वयं पोर्टल www.esharm.gov.in के माध्यम से या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर कर सकते हैं पंजीकरण
-पंजीकरण से संबंधित किसी भी समाधान के लिए नेशनल हेल्पलाइन नंबर 14434 पर किया जा सकता है संपर्क

पंचकूला, 30 नवंबर- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने असंगठित कामगारों से अपील की है कि वे असंगठित कामगारों का राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार करने के लिए अधिक से अधिक पंजकीकरण करवाएं। कामगार स्वयं पोर्टल www.esharm.gov.in के माध्यम से या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण से संबंधित किसी भी समाधान के लिए नेशनल हेल्पलाइन नंबर 14434 पर संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि असंगठित कामगार जैसे निर्माण श्रमिक, खेतीहर मजदूर, दिहाड़ीदार मजदूर, बढ़ई, प्रवासी मजदूर, मनरेगा वर्कर, आटो चालक, आशा वर्कर/आंगनवाड़ी वर्कर, घरेलु कामगर, दूध बेचने वाले, बिजली मिस्त्री, रेहड़ी/पटरी वाले, रिक्शा चालक, सब्जी विक्रेता, कारीगर, बुनकर, पलंबर तथा अन्य असंगठित क्षेत्र के मजदूर ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
ई-श्रम कार्ड से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त ने कहा कि ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत व्यक्ति का ई-श्रम कार्ड पूरे भारत में स्वीकार्य होगा। इसके साथ-साथ पोर्टल पर पंजीकृत व्यक्ति पी.एम.एस.बी.वाई. के तहत दुर्घटना बीमा कवरेज का पात्र होगा। उन्होंने बताया कि विभन्न प्रकार की सामाजिक सुरक्षा लाभों का वितरण ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा। आपदा या महामारी जैसी कठिन परिस्थितियों में केन्द्र व राज्य सरकारों से मदद प्राप्त करने में भी पंजीकृत व्यक्ति को आसानी होगी। इसके साथ-साथ दुर्घटना से हुई मृत्यु अथवा स्थाई रूप से विकलांग होने पर 2 लाख रूपए, आंशिक विकलांग होने पर 1 लाख रूपए की अनुदान राशि प्रदान की जायेगी।
पंजीकरण के लिए आवश्यक शर्तों एवं प्रक्रिया के बारे में उन्होंने बताया कि कामगार की आयु 16 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वह ई.पी.एफ.ओ. और ई.एस.आई.सी./एन.पी.एस. का सदस्य नहीं होना चाहिए। इसके साथ-साथ कामगार आयकरदाता नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि कामगार स्वयं पोर्टल के माध्यम से या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के लिए श्रमिक के पास मोबाइल नंबर से लिंक आधार कार्ड और बैंक पास बुक का होना अनिवार्य है।

12 से 14 दिसंबर तक होगा जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव-2021 का आयोजन- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक

पंचकूला, 29 नवंबर- हरियाणा सरकार द्वारा 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 का आयोजन किया जायेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंचकूला के उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशानुसार गीता जयंती महोत्सव-2021 का जिला स्तर पर भी गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर से 14 दिसंबर तक जिला स्तरीय गीता जंयती महोत्सव-2021 का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला स्तर पर हवन और पाठ करवाने के साथ-साथ स्कूली बच्चों की प्रतियोगिताएं, गीता पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। इसके अलावा नगर शोभा यात्रा निकाली जायेगी तथा श्रीमद्भाग्वदगीता, महाभारत और भगवान श्री कृष्ण के बहुमुखी व्यक्तित्व पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे।
उन्होंने बताया कि गीता जयंती महोत्सव-2021 के सफल आयोजन के लिए हर जिला में उपायुक्त/अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया जायेगा, जिसमें नगराधीश, लेखा अधिकारी (ऑडिट) तथा जिला सूचना एवं लोक संपर्क अधिकारी सदस्य होंगे। उन्होंने बताया कि इस कमेटी की निगरानी में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जायेगा।

सरकार लोकतंत्र की आत्मा को चोट पोह चा रही है : चन्द्र मोहन

पंचकूला 30 नवंबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चन्द्र मोहन ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह लोकतंत्र की आत्मा को चौट पहुंचाने पर आमादा है इसलिए हरियाणा प्रदेश में नंबरदारों की नियुक्ति पर रोक लगा कर सरकार ने लोकतंत्र की हत्या करने के लिए पहला कदम उठाया है।
      उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में प्रदेश के सभी उपायुक्तो को आदेश जारी किया करके इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि नंबरदारों की नियुक्ति ना की जाए। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में नंबरदारों के 23375 पद स्वीकृत हैं , जिनमें से एक तिहाई पद खाली पड़े हुए हैं। इसी प्रकार  नम्बरदार  के अतिरिक्त सरबराह नंबरदार (कार्यकारी) की नियुक्ति पर भी  राज्य सरकार द्वारा रोक लगाई गई है । इस से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार  नंबरदारों के पद को खत्म करने पर आमादा है। जिसका हर स्तर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा विरोध किया जायेगा।
      चन्द्र मोहन ने याद दिलाया कि एक तरफ जहां लोकतंत्र को अन्तिम पायदान तक पहुंचाने के लिए  पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के द्वारा पंचायती राज संस्थाओं को और अधिकार देने के लिए संविधान में 73 वां संशोधन किया गया था ताकि लोकतंत्र में सबकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल किया है कि क्या वह मुख्यमंत्री बनने से पहले भी प्रशासन चलाने के मामले में पहले से ही दक्षता प्राप्त थे। केवल यह अनुमान लगा लेना कि इस डिजिटल क्रान्ति के युग में नंबरदारों की जरूरत नहीं बची है। यह उनके साथ अन्याय है ‌
        उन्होंने दोहराया कि नंबरदार आज भी गांव में प्रशासन और गांव के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं।  अगर इस कड़ी को तोड़ने का प्रयास किया गया तो इसके दुष्परिणाम बड़े घातक होंगे। यह सरकार का दायित्व है कि सरकार नंबरदारों से कितना और किस प्रकार से कार्य लेती है।
      उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश  में नियुक्त नंबरदारों को हरियाणा सरकार द्वारा 3000 रुपए महीना पेंशन और फ्री बस किराए की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और यह सुविधा खट्टर साहब को कटक रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार मिल कर प्रदेश के ताने-बाने को तोड़ने पर आमादा है ताकि प्रदेश में अफरा तफरी का माहौल बना रहे। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि हो सकता है कि कल खट्टर सरकार सभी विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को समाप्त करने के लिए उपकुलपति का पद भी समाप्त करदे‌। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भाजपा की केंद्र सरकार ने लेटरल इन्ट्री के माध्यम से आई ए एस के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम किया है उसी तरह से गांव के ताने-बाने को समाप्त करने के लिए सरकार नंबरदारों का पद समाप्त करने पर विचार कर रही है और इस फैसले कांग्रेस पार्टी द्वारा हर स्तर पर विरोध किया जायेगा।

PU VC meets Power Minister

Panjab University  Vice Chancellor Prof Raj Kumar made a courtesy visit to the office of Sh Raj Kumar Singh, former Indian bureaucrat and a current Union Cabinet Minister of Power, New Delhi. PU VC discussed about the solar power project for the campus.Attachments area

बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक ने रिटेल एवं एमएसएमई एक्स्पो में 152 करोड़  के लोन बांटे होम लोन में दो ईएमआई की छूट देता है बैंक ऑफ महाराष्ट्र :  हेमन्त टम्टा

चण्डीगढ़ :

सैक्टर 43 स्थित होटल में बैंक ऑफ महाराष्ट्र आंचलिक कार्यालय, चण्डीगढ़ ने रिटेल / एमएसएमई एक्सपो का आयोजन किया जिसके तहत ट्राईसिटी की सभी शाखाओं के साथ व अंचल की सभी शाखाओं में शाखा स्तर पर  रिटेल /एमएसएमई एक्सपो  का आयोजन हुआ।

एक्सपो का शुभारम्भ बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक हेमन्त टम्टा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस आयोजन में बैंक ऑफ महाराष्ट्र  के कई अप्रूवड बिल्डर्स, कार डीलर्स, बिजनस चैनल पार्टनर्स, डीएसए व एज्यूकेशन लॉन काउसलंर्स के साथ स्थानीय अंचल प्रबंधक सुशांत कुमार गुप्ता, उप अंचल प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता, सीपीसी हेडस अभिषेक बिंदल, महीलाल मीना के साथ ट्राईसिटी के शाखा प्रबंधक व बैंक के भावी ग्राहकों ने हिस्सा लिया।

हेमन्त कुमार  टम्टा ने सभी उपस्थित  ग्राहकों को मुलाक़ात कर स्वीकृति पत्र प्रदान किये। एक्सपो में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, चंडीगढ़ अंचल ने रिटेल में कुल 75 करोड़ ( 120 खाते )  व एमएसएमई में 77 करोड़ (92 खाते ) की राशि  का ऋण स्वीकृत  कर कुल 152 करोड़ का व्यवसाय दर्ज किया।

 इसी  दौरान हेमंत कुमार टम्टा ने मीडिया से रुबरु होते हुये बतलाया कि बैंक के  सीएमडी ए.एस. राजीव का लक्ष्य मार्च  2024 तक बैंक  का कुल व्यवसाय रु. 5,00,000/-करोड़ (पाँच लाख करोड़) तक हासिल करना हैं।टम्टा ने भिन्न–भिन्न जमा एवं अग्रिम योजनाओं  के बारे में विस्तृत  रूप से चर्चा की। उन्होंने बताया कि उनका बैंक समय पर किश्त चुकाने वालों को होम लोन में दो ईएमआई की छूट देता है जिस कारण बड़ी संख्या में आम जन बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तरफ आकृष्ट हो रहें हैं।

उपस्थित ग्राहकों  ने बैंक द्वारा दी जा रही सेवाओं  की भूरि–भूरि  प्रंशसा की। कार्यक्रम के अंत में  धन्यवाद  संजय कुमार गुप्ता

अम्बेडकर को पढ़कर ही उनका मूल्यांकन किया जाना चाहिए : डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री


चण्डीगढ़ :

राष्ट्रवादी डॉ भीम राम अम्बेडकर बहुर्मुखी व्यक्तित्व के धनी थे। बिना पढ़े इस बहुआयामी व्यक्ति पर टिप्पणी करना तर्कसंगत नहीं। ये विचार सप्त सिंधु डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्टडी सर्किल की ओर से सविधान दिवस पर गांधी स्मारक भवन, सेक्टर 16 में आयोजित एक विचार गोष्ठी में सांस्कृतिक मंत्रालय (भारत सरकार) के सलाहकार डॉ. कुलदीप चन्द अग्नि होत्री ने उपस्थित जनों के समक्ष रखे। इस संगोष्ठी में बोलते हुए संघ के वरिष्ठ प्रचारक प्रेम गोयल ने कहा कि हम समरस होकर ही डॉ बी आर अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो०बलराम सिंह गौत्तम ने कहा कि बाबा साहब ने अपनी पुस्तक में अंकित किया है कि आर्य भारत के ही मूल निवासी थे। डॉ० अश्विनी गिल ने बाबा साहब को राष्ट्रभक्त बताया। कार्यक्रम संयोजक व सहकार भारती के राष्ट्रीय सचिव देवेन्द्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के जनक बाबा साहब महामानव थे। इस कार्यक्रम में उपरोक्त के अतिरिक्त प्रचारक सुमित, दीपक बतरा, डॉक्टर बलवान सिंह मंडल, डॉक्टर हरवंश सिंह, पवन कुमार मट्टू, पूर्व महापौर व कार्यक्रम के सह  संयोजक केवल कृष्ण आदिवाल, शर्मिला ठाकुर आदि महानुभाव उपस्थित हुए।

ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿੱਚ ਦੋ ਖੂਨਦਾਨ ਕੈਂਪ ਲਗਾਏ ਗਏ

133 ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਖੂਨਦਾਨ ਕੀਤਾ

ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ, 30 ਨਵੰਬਰ 2021:

 ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਮੰਗਲਵਾਰ ਨੂੰ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿੱਚ ਦੋ ਖੂਨਦਾਨ ਕੈਂਪ ਲਗਾਏ ਗਏ। ਪਹਿਲਾ ਕੈਂਪ ਸੈਕਟਰ 25 ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਕੈਂਪ ਮਾਰਕੀਟ ਸੈਕਟਰ 40 ਸੀ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿਖੇ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ। ਇੰਡੀਅਨ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਪੰਜਾਬ ਰਾਜ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਨੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਕੈਂਪਾਂ ਵਿੱਚ ਅਹਿਮ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਈ। ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਮਾਸਕ, ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ ਅਤੇ ਸਵੱਛਤਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਧਿਆਨ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ।

ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਦੀ ਜਨਰਲ ਸਕੱਤਰ ਸਾਧਵੀ ਨੀਲਿਮਾ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਬਲੱਡ ਬੈਂਕ ਪੀਜੀਆਈ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਦੀ ਟੀਮ ਨੇ ਡਾ: ਨਿਪੁਨ ਪਰਿੰਜਾ ਅਤੇ ਡਾ: ਬਸੰਤ ਦੀ ਦੇਖ-ਰੇਖ ਹੇਠ 133 ਯੂਨਿਟ ਖ਼ੂਨ ਇਕੱਤਰ ਕੀਤਾ | ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਪੀਜੀਆਈ ਬਲੱਡ ਬੈਂਕ ਦੇ ਐਸੋਸੀਏਟ ਪ੍ਰੋਫੈਸਰ ਡਾ: ਸੁਚੇਤ ਸਚਦੇਵ ਨੇ ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਦੀ ਹੌਂਸਲਾ ਅਫਜਾਈ ਕੀਤੀ। ਇਸ ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਯੁਕਤੀ ਹਰਬਸ ਮੁਹਾਲੀ ਵੱਲੋਂ ਸ੍ਰੀਮਤੀ ਸਾਕਸ਼ੀ ਵਰਮਾ ਵੱਲੋਂ ਸਮੂਹ ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਮੁਫਤ ਆਯੁਰਵੈਦਿਕ ਦਵਾਈਆਂ ਵੀ ਦਿੱਤੀਆਂ ਗਈਆਂ।

ਡਾਕਟਰ ਸੁਚੇਤ ਸਚਦੇਵ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਖੂਨਦਾਨ ਮਹਾਨ ਦਾਨ ਹੈ। ਕਿਸੇ ਲੋੜਵੰਦ ਨੂੰ ਖੂਨ ਦੇਣ ਨਾਲ ਉਸਦੀ ਜਾਨ ਬਚ ਸਕਦੀ ਹੈ। ਆਮ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਮਾਨਸਿਕਤਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਕਿ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਨਾਲ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ। ਇਹ ਗੁੰਮਰਾਹਕੁੰਨ ਜਾਣਕਾਰੀ ਹੈ। ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਨਾਲ ਕੋਈ ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦੀ ਅਤੇ ਇੱਕ ਹਫਤੇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅੰਦਰ ਖੂਨ ਦੀ ਸਪਲਾਈ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਸਰੀਰ ਵਿੱਚ ਨਵਾਂ ਖੂਨ ਸੰਚਾਰਿਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਕਿ ਉਹ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਦਾ ਪ੍ਰਣ ਲੈਣ ਅਤੇ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਖੂਨਦਾਨ ਜ਼ਰੂਰ ਕਰਨ।

ਇਸ ਖੂਨਦਾਨ ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਆਏ ਸਾਰੇ ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਸ਼ੰਸਾ ਪੱਤਰ, ਮਾਸਕ, ਸਾਬਣ, ਬੈਜ ਅਤੇ ਤੋਹਫੇ ਦੇ ਕੇ ਉਤਸ਼ਾਹਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਇੰਡੀਅਨ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਪੰਜਾਬ ਰਾਜ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਤੋਂ ਰਾਕੇਸ਼ ਕੁਮਾਰੀ, ਰਿੰਕੂ ਅਤੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਤੋਂ ਸਾਧਵੀ ਸ਼ਕਤੀ ਬਿਸਵਾਸ, ਮੰਜੂਲਾ ਗੁਲਾਟੀ, ਯਸ਼ਪਾਲ ਅਗਰਵਾਲ, ਸ਼ਿਆਮ ਸੁੰਦਰ ਸਾਹਨੀ, ਵਿਕਾਸ ਕਾਲੀਆ, ਵਰਿੰਦਰਾ ਗਾਂਧੀ, ਅਵਿਨਾਸ਼ ਸ਼ਰਮਾ, ਵਰਸ਼ਾ ਸ਼ਰਮਾ, ਰਮੇਸ਼ ਸੁਮਨ, ਅਨੁਰਾਗ. , ਗਿਆਨ ਕਟੋੰਚ, ਕਾਂਤਾ ਕਟੋੰਚ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪਤਵੰਤੇ ਵੀ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।

सरकार पहले भर्ती घोटाले करती है और फिर खानापूर्ति की जांच का शोर मचाकर मामले को रफादफा कर देती है- बुद्धिराजा

  • नोटों का बोरा, पेपर रखो कोरा, भर्ती हो जाएगा छोरा, ईमानदारी का पीटो ढींढोरा
  • HPSC व HSSC भर्ती घोटालों की  सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास चंडीगढ़ पहुंची यूथ कांग्रेस
  • दो घंटे इंतजार करवाने के बाद भी मांगपत्र लेने नहीं पहुंचे सीएम और उनका स्टाफ
  • सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम, मांग नहीं मानी तो HPSC पर चढ़ाई करेगी यूथ कांग्रेस- बुद्धिराजा
  • अगर मुख्यमंत्री निष्पक्ष जांच नहीं करवाते तो उनकी भूमिका पर सवाल उठना लाजमी- बुद्धिराजा
  • चोर मचाए शोर’ की नीति पर काम कर रही है खट्टर सरकार- बुद्धिराजा

30 नवंबर, चंडीगढ़ः

प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने पद संभालते ही भर्ती घोटालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनके नेतृत्व में आज मांगपत्र लेकर यूथ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री खट्टर के आवास पहुंचा। इसमें एचपीएससी और एचएसएससी भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग थी। लेकिन मुख्यमंत्री आवास पर 2 घंटे इंतजार करवाने के बाद भी यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने ना मुख्यमंत्री पहुंचे और ना ही उनके स्टाफ का कोई सदस्य।
इसपर रोष जाहिर करते दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि मुख्यमंत्री के रवैए से साफ है कि वो मामले की जांच से भाग रहे हैं। लेकिन यूथ कांग्रेस ने सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो यूथ कांग्रेस 3 दिन बाद एचपीएससी की चढ़ाई करेगी। बुद्धिराजा ने कहा कि सरकार भर्ती घोटाले में शामिल उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों और सत्ताधारियों को बचाने में लगी हुई है। सरकार एचपीएससी भर्ती घोटाले को भी एचएसएससी ‘कैश फॉर जॉब’ घोटाले की तरह रफा-दफा करना चाहती है। इतने दिन बाद भी रिमांड के दौरान विजिलेंस घोटाले के आरोपियों से उपयुक्त बरामदगी नहीं कर पाई। कोर्ट की तरफ से आरोपियों का रिमांड खारिज करते हुए जो टिप्पणी की गई है उससे साफ है कि विजिलेंस सरकार के दबाव में पूरे मामले को दबाना चाहती है। इसमें कहा गया है कि विजिलेंस की मंशा ही नहीं है कि वह दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाए। 

बुद्धिराजा ने कहा कि यह सरकार ‘चोर मचाए शोर’ की नीति पर काम कर रही है। सरकार पहले भर्ती घोटाले करती है और फिर खानापूर्ति की जांच का शोर मचाकर मामले को रफादफा कर देती है। खट्टर सरकार के दौरान दो दर्जन से ज्यादा भर्तियों के पेपर लीक हो चुके हैं। लेकिन अब तक एक भी मामले में दोषियों को सजा नहीं हुई है। कांग्रेस की तरफ से बार-बार पेपर लीक, खाली ओएमआर शीट, कैश फॉर जॉब और फर्जी सॉल्वर जैसे घोटालों की जांच करवाने की मांग उठाई गई। लेकिन बार-बार मुख्यमंत्री की तरफ से इन आरोपों को नकारते हुए भर्ती माफिया को क्लीन चिट दे दी गई। क्या इससे स्पष्ट नहीं हो जाता कि भ्रष्टाचारियों को खुद मुख्यमंत्री का संरक्षण हासिल है? अगर ऐसा नहीं है तो फिर मुख्यमंत्री पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच से क्यों भाग रहे हैं? 

प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खट्टर बार-बार झूठ बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान कोई भी भर्ती रद्द नहीं हुई। जबकि कुछ दिन पहले ही पेपर लीक होने के चलते कॉन्स्टेबल भर्ती को रद्द किया गया था। उससे पहले इसी सरकार के दौरान पीजीटी संस्कृत और टीजीटी इंग्लिश जैसी भर्तियों को रद्द किया गया। इतना ही नहीं नायब तहसीलदार और आईटीआई इंस्ट्रक्टर से लेकर कलर्क, बिजली निगम के एलडीसी समेत दो दर्जन भर्तियां के पेपर लीक हुए हैं। लेकिन सरकार ने ना भर्तियों को रद्द किया और ना ही पेपर लीक करने वालों पर कोई कार्यवाही की। 

बुद्धिराजा ने कहा कि खट्टर सरकार भर्ती घोटाले में सजा काट रहे लोगों के समर्थन से चल रही है। ऐसे में इस सरकार से भर्तियों में पारदर्शिता की उम्मीद ही बेकार है। उन्होंने याद दिलाया कि जिस तरह एचपीएससी में छापेमारी कर चंद छोटे कारिंदों पर कार्रवाई का ड्रामा हो रहा है, इस तरह का ड्रामा खट्टर सरकार पहले भी कर चुकी है। 2017 में खुद सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने एचएसएससी के दफ्तर में छापेमारी की थी। उस दौरान जांच में पता चला था कि आयोग के दफ्तर में बैठे लोगों ने हजारों अभ्यार्थियों से पैसे लेकर उन्हें अलग-अलग पदों पर भर्ती किया है। आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड में एचएसएससी मेंबर्स की संलिप्तता के सबूत भी मिले थे। लेकिन ना तो पैसे देकर भर्ती हुए किसी अभ्यर्थी से कोई पूछताछ की गई और ना ही एचएसएससी के चेयरमैन और मेंबर्स से। 

इसी तरह एचपीएससी घोटाले में भी अब तक चेयरमैन और मेंबर से कोई पूछताछ नहीं की गई। जबकि निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि सबसे पहले एचपीएससी और एचएसएससी के चेयरमैन को बर्खास्त किया जाए और सदस्यों के इस्तीफे लिए जाएं। अगर मुख्यमंत्री ऐसा नहीं करते हैं तो पूरे मामले में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े होना लाजमी है।