चीन के उकसावे पर ताइवान का जवाब
1949 में माओत्से तुंग के नेतृत्व में कम्युनिस्ट पार्टी ने चियांग काई शेक के नेतृत्व वाले कॉमिंगतांग सरकार का तख्तापलट कर दिया था। जिसके बाद चियांग काई शेक ने ताइवान द्वीप में जाकर अपनी सरकार का गठन किया। उस समय कम्यूनिस्ट पार्टी के पास मजबूत नौसेना नहीं थी। इसलिए उन्होंने समुद्र पार कर इस द्वीप पर अधिकार नहीं किया। तब से ताइवान खुद को रिपब्लिक ऑफ चाइना मानता है।
एशिया डेस्क:
ताइवान से चल रही तनातनी के बीच चीन ने तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दी है। चीन ने कहा है कि तीसरा विश्व युद्ध किसी भी समय छिड़ सकता है। ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अमेरिका और ताइवान की मिलीभगत के कारण हालात काफी बिगड़ चुके हैं और बातचीत के रास्ते खत्म हो चुके हैं। यह रिपोर्ट ऐसे समय पर सामने आई है जब चीन ताइवान पर काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए है। मंगलवार को चीन ने ताइवान के वायु क्षेत्र में दर्जनों लड़ाकू विमान भेजे थे। बीते एक अक्तूबर से अबतक चीन करीब 150 लड़ाकू विमानों को ताइवान के वायु क्षेत्र में भेज चुका है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के लोग अमेरिका और ताइवान पर चौतरफा हमला करने के लिए तैयार हैं।
ताइवान ने कहा- अपनी आजादी और लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे
चीन की ओर से ताइवान की सीमा में लड़ाकू विमान भेजे जाने के बाद वहां की राष्ट्रपति ने शी जिनपिंग से आग्रह किया था वे इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाएं। इसके बाद भी चीन की कार्रवाई न रुकने पर ताइवान ने भी साफ कर दिया है कि अपनी आजादी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए वे पीछे नहीं हटेंगे। उधर, चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है। उसने यहां तक कह दिया है कि अगर हथियारों के दम पर ताइवान पर कब्जा करना पड़ा, वह उसके लिए भी तैयार है।
ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने उगला जहर
उसी दिन चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के प्रधान संपादक हू शिजिन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की स्टोरी को रिट्वीट किया। उन्होंने सवाल किया कि अमेरिकी सैनिकों की संख्या इतनी कम क्यों थी और पहले इसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया था। हू शिजिन ने सुझाव दिया कि अमेरिका आधिकारिक वर्दी में 240 सैनिकों को भेजे और ताइवान में उनकी उपस्थिति और स्थान की घोषणा करे। ग्लोबल टाइम्स के संपादक यहीं नहीं रूके। उन्होंने आगे लिखा कि फिर देखें कि क्या चीन की वायु सेना उन अमेरिकी आक्रमणकारियों को खत्म करने के लिए टॉरगेटेड हवाई हमला करेगी। इतना ही नहीं, दो दिन पहले भी हू शिजिन ने ताइवानी रक्षा मंत्री के 2025 तक चीन के हमला करने वाले बयान पर टिप्पणी की थी। उन्होंने वॉल स्ट्रीट जर्नल के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा था कि PLA के पास अब एक झटके में ताइवान को आजाद कराने की क्षमता पहले से ही है, 2025 तक इंतजार क्यों करना?
ताइवानी सेना को ट्रेनिंग दे रहे अमेरिकी सैनिक
गुरुवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया था कि दो दर्जन से अधिक अमेरिकी स्पेशल ऑपरेशन सोल्जर्स और सपोर्ट ट्रूप्स ताइवान में तैनात हैं। वे ताइवानी सेना के जवानों को सैन्य प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। इसके अलावा, यूएस मरीन कमांडो ताइवान के नौसैनिक बलों के साथ स्माल बोट ट्रेनिंग भी कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी सेना ताइवान में एक साल से अधिक समय से है।
ताइवान के रक्षा मंत्री ने कहा चीन कर सकता है हमला
न की बढ़ती सैन्य क्षमता को देखते हुए ताइवान ने चिंता जाहिर की है। चीन के रक्षा मंत्री चीऊ कुओ-चेंग ने कहा कि चीन 2025 तक पूरी क्षमता के साथ उस पर हमला कर सकता है। बुधवार को संसद में सांसदों के कठिन सवालों का जवाब देते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि पिछले 40 सालों में यह सबसे बुरी स्थिति है। जब से वह सेना में भर्ती हुए हैं, ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि चीन के पास पहले से इतने हथियार हैं, जिससे वह ताइवान को हथियारों के दम पर कब्जे में ले सकता है।