लखीमपुर खीरी – पत्रकार की हत्या के पश्चात से स्थिति बेहद तनावपूर्ण, राजनैतिक पर्यटन पर रोक, धारा 144 लागू
9 लोगों की मौत के बाद से ‘किसान प्रदर्शनकारी’ धरने पर हैं। सोमवार (4 अक्टूबर, 2021) को सुबह साढ़े 4 बजे ही राकेश टिकैत वहाँ पहुँच गए थे और उन्होंने एक गुरुद्वारे में बैठक भी की। इस में आगे की रणनीति बनाई गई। केंद्रीय गृह मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष का नाम FIR में डालने की माँग की गई। फ़िलहाल स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लखीमपुर खीरी में धारा-144 लगा दिया गया है। इन आठ लोगों में 4 प्रदर्शनकारी 4 भाजपाई शामिल हैं। एक और नाम है ‘रमन कश्यप’। रमन कश्यप की हत्या के बाद से जन मानस में राकेश टिकैत के खिलाफ भीषण गुस्से की लहर है। सनद रहे पिछले दिनों ज़ी टीवी द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में टिकैत के भाई का भंडाफोड़ हुआ था तब राकेश टिकैत ने मीडिया घरानों को धमकाया था की हमारा साथ दो नई तो …… । पत्रकार की हत्या को उसी संदर्भ में देखा जा रहा है।
सारिका तिवारी, लखनऊ/चंडीगढ़:
लखिम पुर खीरी में यह दुखांत दुर्घटना क्या हुई की राजनैतिक दलों के तो पों बारह हो गए। ‘किसान प्रदर्शनकारियों’ की गुंडई के बाद अब वहाँ ‘राजनीतिक पर्यटन’ भी शुरू हो गया। कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(कांग्रेस) और पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा(कांग्रेस) भी वहाँ पहुँच रहे हैं। ‘भारतीय किसान मोर्चा’ के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी वहाँ पहुँचे हैं और कहा है कि कार्रवाई न होने तक मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी कल ही से अतिउत्साह में जान पड़ रहे हैं। गांधी वाड्रा के साठा समस्त विपक्षी दलों ने यह साफ नहीं किया है कि वह नौं के नौं मृतकों के साथ हैं या मात्र 4 किसानों के साथ।
इन गिद्धभोजी पर्यटकों के प्रवास में कहीं ‘रमन’ का नाम भी आता है या फिर इनकी पर्यटन मंडली घात लगा कर प्रदर्शनकारियों द्वारा मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भी खड़ी है।
सनद रहे कि लखीमपुर खीरी में अबतक कुल 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 4 की मौत गाड़ी चढ़ाने से जबकि बाकी बवाल में हुई है। किसानों का आरोप है कि वो कृषि कानूनों को लेकर विरोध कर रहे थे तब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। इसके बाद प्रदेश ही नहीं देश भर में बवाल मचा हुआ है। वहीं मंत्री के बेटे आशीष का कहना है कि वो गाड़ी में नही थे।
सभी राजनीतिक दलों ने किया लखीमपुर का रुख
इस घटना के बाद देश भर से राजनीतिक दलों के नेताओं ने लखीमपुर का रुख कर लिया है। देर रात से ही नेताओं ने लखीमपुर जाने की कोशिश शुरू कर दी। हालांकि किसी भी दल के नेता को लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही। किसी को हाउस अरेस्ट किया गया है तो किसी को रास्ते में हिरासत में लिया गया।
लखीमपुर पहुंचने से पहले प्रियंका हिरासत में, कांग्रेसियों ने किया हंगामा
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा कल रात ही लखनऊ पहुंच गई। देर रात लखनऊ से लखीमपुर के लिए रवाना हुई। पुलिस ने पहले उन्हें लखनऊ के कौल हाउस पर ही रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रियंका नहीं रुकी। पुलिस से तीखी नोकझोंक के बाद प्रियंका लखीमपुर के लिए रवाना हुई। हालांकि पुलिस ने उन्हें सीतापुर के हरगांव से हिरासत में ले लिया। प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। काफी देर तक धरने पर रहने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। उन्होंने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र भी हाउस अरेस्ट
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी देर रात अपने लखनऊ आवास से लखीमपुर के लिए निकल रहे थे। लेकिन उससे पहले ही उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इसके बाद सतीश मिश्रा की पुलिस से काफी बहस हुई और उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा आदेश है तो उन्हें दिखाया जाए। बाद में संयुक्त पुलिस आयुक्त की तरफ से लिखित आदेश मिलने के बाद सतीश मिश्र ने अपना कार्यक्रम स्थगित किया।
संजय सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद को सीतापुर से हिरासत में लिया गया
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी देर रात लखीमपुर के लिए रवाना हुए. लेकिन उन्हें सीतापुर में ही रोक दिया गया. संजय सिंह को हिरासत में लेने के बाद पुलिस लाइन में रखा गया। लखीमपुर जा रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने सीतापुर के खैराबाद टोल प्लाजा पर रोक लिया। इस बीच उनकी पुलिस से तीखी बहस हुई। पुलिस चंद्रशेखर को हिरासत में लेने के बाद सीतापुर पुलिस लाइन ले आयी।
लखीमपुर जाने से रोकने पर धरने पर बैठे अखिलेश, पुलिस ने हिरासत में लिया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज सुबह लखीमपुर के लिए निकलना था। लेकिन इससे पहले ही उनके घर के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा बैठा दिया गया। अखिलेश यादव ने लखीमपुर के लिए निकलने की कोशिश की तो उन्हें भारी पुलिस बल ने रोक दिया. इस दौरान बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी अखिलेश यादव के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करने लगे। जब पुलिस ने जाने की अनुमति नहीं दी तो अखिलेश यादव अपने आवास के सामने ही सड़क पर धरने पर बैठ गए। काफी देर तक धरने पर बैठे रहने के बाद पुलिस ने अखिलेश यादव को भी हिरासत में ले लिया।
छत्तीसगढ़ के सीएम और पंजाब के डिप्टी सीएम के लखनऊ एयरपोर्ट आने पर रोक
इस घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखविंदर एस रंधावा को भी आज लखीमपुर पहुंचना था। लेकिन उनके प्लेन के लखनऊ में उतरने पर रोक लगा दी गई है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को लिखे पत्र में कहा है कि दोनों को लखनऊ में उतरने की अनुमति न दी जाए।