Panchang

पंचांग, 22 जुलाई 2021

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः आषाढ़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी दोपहर 01.33 तक है। वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः मूल सांय 04.25 तक हैं, 

योगः ऐन्द्र दोपहर 12.45 तक, 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः कर्क, 

चंद्र राशिः धनु, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.40, 

सूर्यास्तः 07.15 बजे।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने श्री माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करी

  • -सामाजिक दूरी का पालन करते हुये भंडारे की व्यवस्था को पुन शुरू करने का निर्णय- गुप्ता
  • – काली माता मंदिर कालका के समीप दो शक्ति स्तम्भ होने चाहिये आकर्षण का केंद्र -गुप्ता
  • – श्राईन बोर्ड के आसपास के व्यवसायिक क्षेत्र और अवैध अतिक्रमण को हटाने का कार्य हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा श्राईंन बोर्ड को किया जाये हस्तांतरित-गुप्ता

पंचकूला, 21 जुलाई

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने आज श्री माता मनसा देवी परिसर में माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की तथा वहां किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
इस अवसर पर उनके साथ जिला उपायुक्त व माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य प्रशासक विनय प्रताप सिंह तथा बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वाईएस गुप्ता भी उपस्थित थे।
जिला में कोरोना के मामलो में कमी को देखते हुये माता मनसा देवी मंदिर में भंडारे की व्यवस्था को पुन शुरू करने का निर्णय लिया गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि भंडारे के दौरान कम से कम 6 गज की दूरी का पालना व भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा कोविड के संबंध में जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
माता मनसा देवी परिसर की साफ सफाई के प्रबंध की समीक्षा करते हुये उन्होंने बोर्ड द्वारा गैर सरकारी सदस्यों की गठित स्वच्छता कमेटी को निर्देश दिये कि वे मंदिर परिसर की साफ सफाई, शौचालयों की मरम्मत व नये शौचालयों का निर्माण करने को लेकर अपनी रिपोर्ट आगामी बैठक में प्रस्तुत करे ताकि उस पर उचित कार्रवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि ठेकेदार की जिम्मेदारी तय करने के लिये मंदिर की साफ सफाई करने वाले कर्मचारियों का मासिक भुगतान स्वच्छता कमेटी की सिफारिशों के आधार पर किया जायेगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये मंदिर परिसर में बनी डिस्पेंसरी में डाॅक्टर दो शिफ्टों में अपनी ड्यूटी मंदिर के समयानुसार देंगे।
माता मनसा देवी परिसर में विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये श्री गुप्ता ने निर्देश दिये कि बोर्ड द्वारा गठित गैर सरकारी सदस्यों की निर्माण कमेटी बोर्ड मंदिर परिसर में किये जा रहे सभी निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिये कि माता मनसा देवी मंदिर परिसर में नये काॅरिडोर के निर्माण का कार्य 15 सितंबर 2021 तक पूरा होना चाहिये। श्री गुप्ता को अवगत करवाया गया कि काॅरिडोर का लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। काॅरिडोर के लिये ग्रेनाईट पत्थर खरीदने की स्वीकृति ले ली गई है तथा पत्थर लगाने का काम शीघ्र ही शुरू कर दिया जायेगा। श्री गुप्ता को यह भी बताया गया कि मंदिर परिसर में 5 मंजिली वृद्धाश्रम का कार्य 10.48 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है जोकि 15 जनवरी 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा।
गुप्ता ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कालका काली माता मंदिर के समीप बनाये जा रहे दो शक्ति स्तंभों को इस तरीके से विकसित करें कि वे लागों के लिये आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि इन स्तंभों का सौंदर्यकरण करने के लिये इन पर रंग बिरंगी लाईटिंग की व्यवस्था की जाये। उन्होंने आर्किटैक्चर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुख्य सिंह द्वार का एक आर्कषक डिजाईन शीघ्र अतिशीघ्र बनाकर उनके समक्ष प्रस्तुत किया जाये।
उन्होंने निर्देश दिये कि श्री माता मनसा देवी परिसर में बनाये जाने वाले संस्कृत काॅलेज के भवन का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाये। उन्होंने बताया कि 2.10 एकड़ भूमि में बनने वाले इस भवन का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा किया गया है। उन्होंने उपायुक्त एवं श्री माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री विनय प्रताप सिंह से कहा कि वे स्वयं संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ निर्माण स्थल का दौरा करें और निर्माण कार्य में आ रही बाधाओ ंको प्राथमिकता के आधार पर दूर करें। इसी प्रकार उन्होंने माता मनसा देवी मंदिर परिसर में नेशनल इंस्टीच्यूट आॅफ आयुर्वेदा एंड नैचरोपैथी को स्थापित करने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिये। इस संस्थान के निर्माण के लिये माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड द्वारा 19.87 एकड भूमि आयुष मंत्रालय भारत सरकार को आवंटित की गई है और इसका निर्माण कार्य भी आयुष मंत्रालय द्वारा किया जाना हैं। राष्ट्रीय आयुर्वेंद संस्थान जयपुर के लाईजेन आॅफिसर डाॅ दिनेश शर्मा ने श्री गुप्ता को बताया कि इस संस्थान के निर्माण का कार्य एजेंसी को अलाॅट कर दिया गया है जो 15 अगस्त 2021 तक इस कार्य के शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आयुर्वेंद संस्थान जयपुर माता मनसा देवी मंदिर के समीप बनने वाले डायगनिस्ट सेंटर में अपनी ओपीडी शुरू करने के इच्छुक है, जिसके लिये संस्थान को उपयुक्त स्थान उपलब्ध करवाया जाये। बैठक में बताया गया कि डायगनिस्ट सेंटर का निर्माण वैली पब्लिक स्कूल के साथ लगती भूमि पर किया जाना प्रस्तावित है। इस डायगनिस्ट सेंटर के निर्माण पर लगभग 2.52 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी।
माता मनसा देवी मंदिर परिसर में अवैध अतिक्रमण की समीक्षा करते हुये श्री गुप्ता ने निर्देश दिये कि श्राईन बोर्ड के आसपास का व्यवसायिक क्षेत्र और अवैध अतिक्रमण को हटाने का कार्य हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा श्राईंन बोर्ड को हस्तारिंत किया जाये। इसके अलावा खाली पड़े बूथों की नीलामी का काम भी शीघ्र शुरू किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सिंह द्वार के रख रखाव का कार्य भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की बजाय श्राईंन बोर्ड द्वारा किया जाये। उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी श्रीमती ममता शर्मा को सिंह द्वार के समीप शराब के ठेके को जल्द से जल्द हटवाने के निर्देश दिये। इस पर श्रीमती ममता शर्मा ने श्री गुप्ता को बताया कि आगामी 7 दिनोें में शराब के ठेके को वहां से हटवा दिया जायेगा।
बैठक में बोर्ड द्वारा की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के लिये शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया गया हैं, जिसके अनुसार जागरण के लिये 11 हजार रुपये, हवन के लिये 3100 रुपये, मुंडन के लिये 251, छोला बुकिंग के लिये 1100 रुपये, एसी रूम के लिये 600, नाॅन एसी रूम का 300 रुपये, नये दो पहिया वाहन की पूजा का 500 रुपये तथा नये चार पहिया वाहन की पूजा के लिये 1100 रुपये निर्धारित किये गये है।
इस अवसर पर कालका की पूर्व विधायक व महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्रीमती लतिका शर्मा, बोर्ड के सदस्य व गेल की निदेशक बंतो कटारिया, श्री माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड की सचिव श्रीमती शारदा प्रजापति, बोर्ड के सदस्य अजय शर्मा, श्यामलाल बंसल, अमित जिंदल, बलकेश वत्स, हरबंस सिंगला, बोर्ड के एसोसियेट मेंबर विशाल सेठ व नरेंद्र जैन, एचएसवीपी की संपदा अधिकारी श्रीमती ममता शर्मा सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

फोटो कैप्शन-1 से 2 हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता श्री माता मनसा देवी परिसर में श्री माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुये, साथ है जिला उपायुक्त व माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य प्रशासक श्री विनय प्रताप सिंह।

Panchkula Police

पुलिस फाइलें, पंचकूला – 21 जुलाई

पुलिस कमीश्नरेट पचंकूला – 21 जुलाई 

फेसबुक से सावधान ! परिचित की फेक आईडी बनाकर धोखाधडी करनें वालों सें रहें सावधान :- डीसीपी पंचकूला

                         पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज डीसीपी पंचकूला श्री मोहित हांडा (IPS) नें आज फेसबुक के माध्यंम सें साईबर फ्राड होनें बारें जानकारी देते हुए बताया कि आज की साईबर दुनिया में साईबर अपराध बढ रहा है जिसको देखते हुए आपको अलर्ट रहनें की जरुरत है अगर आप अलर्ट रहेंगें तो आपके साथ कभी आनलाईन धोखाधडी शिकार नही होंगें ।

इस बारें जानकारी देते हुए डीसीपी पंचकूला नें कहा जानकारी देते हुए बताया कि साइबर क्रिमिनल्स पैसो की ठगी धोखाधडी करनें के लिए फेसबुक पर दो तरीके सें फेसबुक प्रोफाईल बनाकर धोखधडी करते है । पहला, फेसबुक यूजर्स का फर्जी प्रोफाइल बनाकर उसके जरिये यूजर के परिचितो (दोस्तो व रिश्तेदारो) से फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम मैसेज भेजकर अपना रिश्तेदार व कोई अन्य व्यकितयों को बीमार या हॉस्पिटल में परिवार का सदस्य भर्ती बताकार या कोई अन्य मजबूरी बताकर रुपये मांगते हैं ।

क्योकि फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने के लिए यूजर्स के ही फोटोग्राफ को साइबर अपराधी चुराते हैं और फिर प्रोफाइल बनाकर उसका इस्तेमाल करते हैं.।

ठगी का दूसरा तरीका है, अपराधी आपकी फेसबुक प्रोफोईल को हैक करके फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम मैसेज भेजकर अपना रिश्तेदार व कोई अन्य व्यकितयों को बीमार या हॉस्पिटल में परिवार का सदस्य भर्ती बताकार या कोई अन्य मजबूरी बताकर रुपये मांगते हैं । यूजर के प्रोफाइल को यूज करते हैं और यूजर को जानकारी भी नहीं मिलती है ।

 इस प्रकार के लोगो से सावधान रहें अगर कोई व्यकित आपको फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम सें किसी भी पेटीएम, गुगल पें, फोन पें, या किसी वालेट में पैस ट्रांसफर ना करें ।  इसकी सूचना तुरन्त साईबर क्राईम रिपोर्टिग हैल्पलाईन नम्बर (155260) पर काल करके दें । और अगर आपके साथ किसी भी प्रकार की कोई ठगी हो जाती है तो तुरन्त 155260 पर काल करें ताकि आपके धोखे से भेजा गया पैसा वापिस आ सकें । और इस सम्बन्ध में अपनी शिकायत साईबर क्राईम रिपोर्टिग साईट :- https://cybervolunteer.mha.gov.in/

फेसबुक अकाण्ट को हैक करनें सें कैसें बचें  :-

1.      फेसबुक प्रोफोईल अकाउंट का पासवर्ड समय समय बदलते रहें । और पासवर्ड मजबूत करैक्टर से बनाए अपनें पासवर्ड में unique symbols, numbers, lower-case letters, upper-case letters के साथ बनायें जैसं Cartoon-Duck-14-Coffee-Glvs, SantosH#1980@KumaR.

2.      किसी भी अन्जान स्थान पर अपना फेसबुक अकाण्ट ना खोलें । और अपनें फेसबुक अकाण्डट के सैंटिग में जाकर Security and login पर जाकर चैक करते रहें कि आपका अकाण्ट किसी Device पर कहाँ पर लोग इन है । अगर किसी अन्जान जगह पर लाग इन है तो उसको लाग आऊट करें और अपनें फेसबुक अकाण्ट का पासवर्ड बदल लें ।

3.      अगर आप किसी कैफें या किसी अन्य कम्पयुटर पर अपना अकाण्ट लाग इन करते है तो अपनें पासवर्ड सेंव ना करें । और काम करनें के बाद प्रोपर तरीके लाग आऊट करें ।

फर्जी फेसबुक अकाण्ट सें कैसें बचें :-

1.   अपने फेसबुक अकाउंट को पब्लिक न करें । अपनें अकाउण्ट को Lock profile करके रखें ।

2.   अपनी फ्रेंड लिस्ट को प्राइवेट रखें उसको पब्लिक ना करें ।

3.   अगर किसी शख्स का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाया गया है, उसे असली फेसबुक पर इस फर्जी अकाउंट के बारे

     पोस्ट कर जानकारी साझा करनी चाहिए ।   

4.   फर्जी फेसबुक प्रोफाइल अगर आपके किसी परिचित या खुद की बनाई हो उस फेसबुक प्रोफाईल को रिपोर्ट प्रोफाईल करें

ऐसे करें रिपोर्ट

यदि आपकी प्रोफाइल फर्जी बनाई हो तो फाइंड सपोर्ट या रिपोर्ट प्रोफाइल में प्रिटेंडिंग टू बी समवन ऑप्शन को क्लिक करें । यहां मी को सिलेक्ट कर रिपोर्ट कर सकते हैं । दोस्त की हो तो ए फ्रेंड और फेसबुक फ्रेंड नहीं हो तो फेक अकाउंट पर क्लिक करें और सबमिट कर दें । फर्जी अकाउंट को रिपोर्ट करने के लिए संबंधित का फेसबुक खोलना होगा । यह रिपोर्ट फेसबुक के पास चली जाएगी । उसके बाद इस फर्जी अकाउंट को फेसबुक सें बंद कर दिया जाता है ।

पुलिस कमीश्नरेट पचंकूला – 21 जुलाई 

पंचकूला पुलिस नें अपराधो की रोकथाम हेतु पैदल गस्त व नाका चैकिंग से मनाया पुलिस उपस्थिति दिवस ।

                        पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया माननीय हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव (आईपीएस) के आदेशानुसार श्री पुलिस कमीश्नर पंचकूला श्री सौरभ सिह (आईपीएस) व पुलिस डिप्टी कमीश्नर पंचकूला श्री मोहित हांडा (आईपीएस) के नेत़ृत्व में आज जिला पंचकूला में पुलिस नें पैदल गस्त करते हुए पुलिस प्रैजेन्स डे के रुप में मनाया गया ।

पुलिस डिप्टी कमीश्नर पंचकूला श्री मोहित हांडा (आईपीएस) नें कहा कि यह दिवस अपराधो को रोकने व शरारती तत्वों के मन में भय बनाने के लिए पुलिस की एक पहल है ।  जो इस पहल की शुरुआत माननीय हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव (आईपीएस) के द्वारा की गई थी । जो यह दिवस रात को नही बल्कि दिन में मनाया जाता है और हर महीने पुलिस उपस्थिति दिवस मनाया जाता है  । औऱ जिला की 95 प्रतिशत से ज्यादा से ज्यादा पुलिस सड़कों पर सडको पर पैदल गस्त व नाके लगाकर जांच करती है । जिस क्षेत्र में ज्यादा वारदात व अपराध होनें की आंशका होती वहा पर पैदल गस्त पडताल व नाका लगाकर चैकिग की जाती है ताकि अपराधी किसी प्रकार की कोई अपराध घटित ना कर सकें । और इस पुलिस उपस्थिति दिवस से पुलिस को शरारती तत्वो पर रोकथाम हेतु काफी सफलता मिलती है । और इस पुलिस उपस्थित पर महिला पुलिस की टीम भी पुलिस उपस्थिति दिवस पर मार्किट व बाजारों पैदल गस्त की गई और कोविड 19 के नियमों बारें जानकारी दी गई ।

पुलिस उपस्थिति दिवस टाईम :-

डीसीपी पंचकूला ने बताया कि पुलिस उपस्थिति दिवस सुबह नौ से शाम तीन बजे तक मनाया गया है । इस दौरान पुलिस भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों व बाजारों में गश्त की गई और  संदिग्ध से पूछताछ की गई । ताकि जनता के मन में पुलिस की मित्रता की छवि बनाई जाएगी । आम जनता से अपील की जाएगी कि किसी भी प्रकार के असामाजिक एवं अपराधिक व्यक्तियों की सूचना अपने-अपने थाना क्षेत्रों में निसंकोच बता सकते हैं । सूचना देने वाले का नाम व पता गुप्त रखा जाएगा ।

पुलिस उपस्थिति दिवस पर पुलिस रही ग्राऊण्ड़ मे  :-

पुलिस ने लोगों को सुरक्षा व सहयोग की दृष्टि विश्वास के लिए पुलिस उपस्थिति दिखाकर उनका विश्वास जीतनें का प्रयास किया है और इसके साथ ही पुलिस नें कोरोना वायरस से बचाव के लिए दो गज की दूरी व मास्क लगाना जरूरी बताया । बिना मास्क घूमने वालों को मास्क पहनने व उचित दूरी बनाये रखने की हिदायत भी दी गई । इसके साथ राजीव कालौनी, इन्द्रा कालौनी, गाँव अभयपुर, सैक्टर 19, माजरी चौक, खडक मन्गौली, ग्रामीण क्षेत्र पिन्जौर कालका व रायपुररानी पंचकूला में पुलिस ने पैदल फ्लैग मार्च निकाला । सभी थाना प्रभारी व सभी पुलिस कर्मचारी इस दौरान मौजूद रहें ।

अब दिन में होगा पुलिस उपस्थिति दिवस  :-

डीसीपी पंचकूला ने बताया कि अब तक पुलिस नाइटडोमिशन कर शरारती तत्वों पर नकेल कसती आ रही है । लेकिन अब हर महीने में दिन के समय शरारती तत्वो पर नकेल कसनें के लिए पुलिस उपस्थिति दिवस मनाया जाता है और इस दिवस पर पुलिस दिन में नौ बजे से तीन बजे तक नाके लगाकर, पैट्रोलिंग करके, पैदल गश्त करके शरारती तत्वों पर नकेल कसेगी ।

इस पुलिस पुलिस उपस्थिति दिवस ट्रैफिक पुलिस पंचकूला नें नाका लगाकर ट्रैफिक नियमों बारें जागरुक किया और ट्रैफिक पुलिस पंचकूला नें ट्रैफिक नियमों की उंल्लघना करनें वालें बिना हैल्मेट व बिना सीट बैल्ट के लोगो के चालान किए गयें इसके साथ कोविड-19 के नियमों के तहत बिना मास्क पहननें वालों के चालान किए गयें । इस बारें जानकारी दी कि कोविड -19 के नियमों की पालना करके खुद को भी व दुसरें को भी इस सक्रमण से बचाएं ।

Police Files, Chandigarh – 21 July

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 21.07.2021

Action against Gambling

                Chandigarh Police arrested Sanjiv R/o # 4983, Sector-38 W, Chandigarh, while he was playing satta near park, Sector 38/W, Chandigarh on 20.07.2021. Total cash Rs. 2860/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 101, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Later he was released on bail. Investigation of the case is in progress.

Cheating

                A case FIR No. 191, U/S 419, 420, 120-B IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Angad Sharma R/o # 1042/1, Sector-37, Chandigarh against unknown person who fraudulently cheated Rs. 167000/- online by telling him wrong facts. Investigation of the case is in progress.

382, 506, 34 IPC

                A case FIR No. 81, U/S 382, 506, 34 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Ajay Kumar R/o # 732/20, BDC, Sector 26, Chandigarh who alleged that 3 unknown person sped away after snatching complainant Activa No. CH01(T)3221, purse and mobile phone after showing knife and threatened  near SDM Office, Phase-1, Ind. Area light point on 29.06.2021. Investigation of case is in progress.            

Accident

A case FIR No. 151, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh on the statement of Shiv Kumar R/o Gali No.7, near Vijata School Karan Vihar, Karnal (HR) against Gurwinder Singh R/o # 3167, Sector 27-D, Chandigarh, driver of car No. CH01BL-5607 hit tocomplainant’s Amaze car No. HR05Y-5179 at Sector 27/28 dividing road on 19.07.2021. Investigation of the case is in progress.

ऑक्सिजन संबंधी सरकार के जवाब पर राहुल गांधी का ‘खेला’ हो गया

सरकार ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से किसी मौत की जानकारी नहीं है। इस बयान पर सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। पात्रा ने कहा है कि ये राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य राज्य का मसला है और राज्यों से जो डेटा मिलता है, उसके आधार पर हम जानकारी तैयार करते हैं।

नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हैं। ट्वीट करते हैं। सरकार को ‘घेरते’ हैं। बस मुद्दे या तो जनता से दूर होते हैं या फिर झूठ पर आधारित होते हैं। ये बात अलग है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और मीडिया का एक बड़ा हिस्सा जेब में होने के कारण कोई उनका फैक्ट-चेक नहीं करता। उनकी ट्वीट पर ‘छेड़छाड़ वाला कंटेंट’ का लेबल नहीं लगाया जाता। अब उन्होंने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों पर राजनीति खेली है। ऑक्सीजन की कमी से हुई हर एक मौत पर उन्हें केंद्र से आँकड़ा चाहिए, जबकि स्वास्थ्य राज्य का मुद्दा है।

राहुल गाँधी ने क्या कहा? राहुल गाँधी ने एक खबर ट्वीट की। PTI की इस खबर में लिखा था कि केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को लेकर राज्यों ने अलग से कोई आँकड़ा नहीं दिया है। अब स्वास्थ्य मुख्यतः राज्य का मुद्दा है। कोरोना के आँकड़ों पर संक्रमितों की संख्या, रिकवर होने वालों की संख्या, मृतकों की संख्या – ये सब डेटा राज्य जुटा रहे थे।

राज्यों द्वारा ये आँकड़े केंद्र को भेजे जा रहे थे, जिन्हें सरकारी वेबसाइट पर अपलोड किया जाता था। इससे केंद्र सरकार को भी सहूलियत होती है कि किस राज्य में स्थिति गंभीर होने के कारण ज्यादा ध्यान देना है और किस राज्य में प्रबंधन ठीक है तो हस्तक्षेप की ज़रूरत न के बराबर है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार बैठक की। जहाँ स्थिति गंभीर होने की आशंका थी, उन राज्यों को चेताया भी।

‘राज्यों ने अलग से कोई आँकड़े नहीं दिए’ का अर्थ राहुल गाँधी ने क्या लगाया, अब वो देखिए। उन्होंने इसे ऐसे दिखाया जैसे केंद्र सरकार कह रही हो कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत ही नहीं हुई। अब राज्यों ने बताया ही नहीं, तो केंद्र को कैसे पता चलेगा? देश के हर राज्य में स्वास्थ्य मंत्रालय है, उनका पूरा का पूरा बजट है और हर साल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय उन्हें सहयोग देता है।

केंद्र योजनाएँ बनाता है और इसके लिए वित्त की व्यवस्था करता है, लेकिन इसे धरातल पर तब तक लागू नहीं किया जा सकता, जब तक राज्य व स्थानीय प्रशासन सहयोग न करे। अब ‘आयुष्मान भारत’ जैसी योजनाओं और दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने किस तरह अड़ंगा लगाया था, ये पता होना चाहिए। योजना के वहाँ लागू न होने से जनता को ही घाटा हुआ।

ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के सहारे अपनी राजनीति चमकाने की जुगत में लगे राहुल गाँधी को सवाल राज्यों से पूछना चाहिए कि उन्होंने ऐसा कोई आँकड़ा क्यों नहीं दिया? पंजाब, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड और तमिलनाडु – ये वो राज्य हैं, जहाँ कॉन्ग्रेस ये तो सत्ता में है या सत्ता की साझीदार है। राहुल गाँधी इन पाँचों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहेंगे कि वो ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का आँकड़ा केंद्र को भेजें?

वैसे मामला ये है कि राहुल गाँधी अगर कहें भी तो शायद ही कोई मानें। कुछ राज्यों की सरकारों का दावा राहुल गाँधी के दावे के विपरीत है तो कुछ राज्यों में उनके ही नेता उनकी नहीं सुनते। पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का फैसला अब तक स्वीकार नहीं किया है। महाराष्ट्र में उनका संगठन ‘एकला चलो रे’ का राग अलाप रहा है।

महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की बात करना यहाँ विशेष रूप से आवश्यक है। इन दोनों राज्यों का कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के आँकड़े को लेकर क्या कहना है। सबसे पहले बात छत्तीसगढ़ की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने छत्तीसगढ़ को ‘ऑक्सीजन सरप्लस राज्य’ करार देते हुए कहा कि कोविड-19 आपदा की दूसरी लहर के दौरान राज्य में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत ही नहीं हुई।

यहाँ उन्होंने आँकड़े देने-लेने की बात नहीं की, बल्कि सीधा ऐलान किया कि हुई ही नहीं। लेकिन, राहुल गाँधी इस पर ट्वीट कर के ऐसा नहीं लिखेंग – “सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी- तब भी थी, आज भी है।” मोदी सरकार के बयान को गलत संदर्भ में पेश कर और तोड़-मरोड़ कर उन्होंने यही चीन लिखी थी। देव ने कहा कि उन्होंने दिल्ली जैसे प्रदेशों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बारे में सुना, लेकिन यहाँ ऐसा नहीं था।

अब बात महाराष्ट्र की, जहाँ तीन पहियों वाली सरकार में कॉन्ग्रेस भी शामिल है। ये अलग बात है कि शिवसेना और NCP से रोज उसके कुछ न कुछ मतभेद सामने आते रहते हैं। मई के मध्य में महाराष्ट्र की सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ को स्पष्ट रूप से कहा कि ऑक्सीजन शॉर्टेज की वजह से राज्य में किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। क्या इस पर राहुल गाँधी का कोई ‘संवेदनहीनता’ वाला ट्वीट आया?

अगर केंद्र सरकार को राज्य आज आँकड़े भेज देते हैं कि इतने मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है, सरकार सदन और सुप्रीम कोर्ट को सूचित कर देगी। जो राज्य बताएँगे, सरकार उसे सार्वजनिक कर देगी। यही तो संघीय ढाँचा है, जहाँ मिलजुल कर काम होता है। ये कोई कॉन्ग्रेस का संगठन थोड़े है, जहाँ माँ और बेटा-बेटी जो यह दे, उसे ही अंतिम ब्रह्मवाक्य की तरह माना जाता है।

और ऑक्सीजन के मामले में दिल्ली सरकार को कोर्ट ने फटकारा, उसका क्या? सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई ऑडिट से खुलासा हुआ कि दिल्ली को ऑक्सीजन की जितनी आवश्यकता थी, उससे चार गुना से अधिक बढ़ा कर दिखाया गया। इस पर तो राहुल गाँधी चुप ही रहे। जिस केंद्र सरकार ने टैंकरों की व्यवस्था से लेकर ऑक्सीजन उत्पादन में वृद्धि के लिए जी-तोड़ प्रयास किया, उसे बदनाम करने में तो एक सेकेंड भी नहीं हिचके।

ये वही बात है कि वैक्सीन पर सवाल उठाने वाले वैक्सीन क्यों नहीं दिया पूछने लगे। ठीक वैसा ही है, जब ‘भाजपा की वैक्सीन’ कहने वाले नेता उसी वैक्सीन को लेने लगें। वही नीति है, जिसका पालन कर के गंगा किनारे वर्षों से चली आ रही परंपरा को कोरोना से जोड़ कर लाशों की राजनीति की जाए। ये चीजें आगे भी जारी रहेंगी और आरोप लगाने के लिए तोड़-मरोड़ का काम होता रहेगा। राहुल गाँधी भी जमीन से दूर, जनता से दूर, बैठ कर आराम से ट्वीट करते रहेंगे।

भारतीय लोकतंत्र और यहाँ की सरकार के खिलाफ साजिश का लंबा इतिहास, एमनेस्टी इंटरनेशनल भारत में बैन हो : असम CM

देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘देश के लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए मानसून सत्र से ठीक पहले कल देर शाम एक रिपोर्ट आती है, जिसे कुछ वर्गों द्वारा केवल एक ही उद्देश्य के साथ फैलाया कि कैसे भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जाए और अपने पुराने नैरेटिव के तहत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित किया जाए। लोगों को क्रोनोलोजी समझनी चाहिए कि यह भारत के विकास में विघ्न डालने वालों की भारत के विकास के अवरोधकों के लिए एक रिपोर्ट है।’

असम/दिल्ली:

एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि एमनेस्टी इंटरनेशनल सहित दुनिया भर के विभिन्न वामपंथी संगठन इस साजिश का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह साफ है कि वे भारत के लोकतंत्र को बदनाम करना चाहते हैं। हेमंत बिस्वा सरमा ने एमनेस्टी इंटरनेशनल की गतिविधियों पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘मैं भारत सरकार से देश में एमनेस्टी इंटरनेशनल के कामकाज पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करता हूं। मुझे लगता है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल की आलोचना करने के लिए कांग्रेस पार्टी को सरकार से हाथ मिलाना चाहिए। वे हमारे देश को हर समय इस तरह बदनाम नहीं कर सकते।’

एमनेस्टी इंटरनेशनल एक अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था है जो अपना उद्देश्य “मानवीय मूल्यों, एवं मानवीय स्वतंत्रता, को बचाने एवं भेदभाव मिटाने के लिए शोध एवं प्रतिरोध करने एवं हर तरह के मानवाधिकारों के लिए लडना” बताती है। इस संस्थान की स्थापना ब्रिटेन में 1961 में की गयी थी। एमनेस्टी मानवाधिकारों के मुद्दे पर बहुद्देशीय प्रचार अभियान चलाकर, शोध कार्य कर के पूरे विश्व का ध्यान उन मुद्दों की ओर आकर्षित करने एवं एक विश्व जनमत तैयार करने की कोशिश करता है। ऐसा करके वे खास सरकारों, संस्थानों या व्यक्तियों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। इस संस्थान को 1977 में “शोषण के खिलाफ” अभियान चलाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था। तथा 1978 में संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार पुरस्कार से नवाजा गया था। लेकिन इस संस्थान की हमेशा यह कहकर आलोचना की जाती है कि पश्चिमी देशों के लिए इस संस्थान में हमेशा एक खास पूर्वाग्रह देखा जाता है। 25 अक्टूबर 2018 को इसके बेंगलूर स्थित दफ्तर व इसके निदेशक आकार पटेेेल के घर ईडी ने फेेमा के उल्लंघन के आरोप मे छापे मारे थे। अप्रत्यक्ष रूप से इस संस्था का कामआर्थिक रूप से सबल होती हुई शक्तियों को राजनैतिक रूप से अस्थिर करना है।

सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया है। वीडियो में सीएम हिमंत ने कहा, ”एमनेस्टी इंटरनेशनल का भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने और यहाँ की सरकार के खिलाफ साजिश रचने का लंबा इतिहास रहा है। मैं इस साजिश की कड़ी निंदा करता हूँ और मोदी सरकार से ऐसे संगठनों की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की माँग करता हूँ, जो हमारे देश को बदनाम करने और नुकसान पहुँचाने पर अमादा हैं।”

पेगासस रिपोर्ट पर असम के सीएम ने कहा, ”मैं भारत सरकार से देश में एमनेस्टी इंटरनेशनल के कामकाज पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करता हूँ। मुझे लगता है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल के खिलाफ कॉन्ग्रेस पार्टी को भी केंद्र सरकार से हाथ मिलाना चाहिए। वे हमारे देश को हर समय इस तरह से बदनाम नहीं कर सकते हैं।”

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज IIT गुवाहाटी में एक नए ‘आपदा प्रबंधन और अनुसंधान केंद्र’ का उद्घाटन भी किया।

गौरतलब है कि इस मामले पर भारत सरकार ने कहा था, “जो कहानी बनाई जा रही है, वो न सिर्फ तथ्यों से दूर है बल्कि एक पूर्व-कल्पित निष्कर्षों पर भी आधारित है। ऐसा लगता है कि जैसे ये जाँचकर्ता, अभियोजक और जूरी– इन तीनों का किरदार अदा करना चाहते हैं। सरकार के पास जो सवाल भेजे गए हैं, उन्हें देखकर लगता है कि इसके लिए काफी घटिया रिसर्च किया गया है और साथ ही ये भी बताता है कि सम्बंधित मीडिया संस्थानों द्वारा मेहनत नहीं की गई है।”

बता दें कि लोकसभा में सोमवार (19 जुलाई) को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस विवाद पर वामपंथी वेबसाइट ‘द वायर’ और NDTV को जमकर लताड़ा था। उन्होंने इस रिपोर्ट की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ये तथ्यों से परे है और इसमें सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें सरकार पर पत्रकारों, भारतीय मंत्रियों, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों, विपक्षी नेताओं और अन्य हस्तियों पर जासूसी करने के लिए स्पाइवेयर पेगासस का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। ये रिपोर्ट देश के लोकतंत्र और हमारी सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास लगती है।

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पंचांग 21 जुलाई 2021

पंचांग 21 जुलाई 2021   

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः आषाढ़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः द्वादशी सांय 04.27 तक है। 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः ज्येष्ठा सांय 06.30 तक हैं, 

योगः ब्रह्म सांय काल 04.11 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः कर्क, 

चंद्र राशिः वृश्चिक, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः05.40, 

सूर्यास्तः07.15 बजे।

नोटः आज प्रदोष व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।