नगर निगम में पिछले तीन वर्षों में बस घोटाले ही घोटाले हुए हैं : पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन
‘पुरनूर’ कोरल, पंचकुला:
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने पंचकूला स्थित सुदर्शनपुर गौशाला के निजीकरण को गलत बताते हुए कहा नगर निगम को रखरखाव अपने हाथ में रखना चाहिए बजाए कि किसी गैर सरकारी संस्थान को हर महीने ₹300000 देने के। वह भी तब जबकि संबंधित गैर सरकारी संस्था के सदस्य सत्ताधारी पार्टी से संबंधित हों। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी की मंशा साफ साफ दिखाई देती है। इतना ही नहीं माता मनसा देवी में भी गौशाला के लिए स्थान बीचोबीच अन्य कार्यक्रमों के लिए हॉल बना दिया जोकि सरासर गलत है।
चंद्रमोहन ने कहा ऐसा करना तभी उचित है जब की सड़कों पर एक भी गाय ना दिखे और गौशालाओं में सब की व्यवस्था हो चुकी हो ।
चंद्रमोहन ने आरोप लगाया कि नगर निगम में पिछले तीन वर्षों में बस घोटाले ही घोटाले हुए हैं।राज्य सरकार द्वारा पंचकूला शहर में कोई नया प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया। उन्होंने पंचकूला को मोहाली से आगे ले जाने के लिए हरियाणा सरकार से कई कार्य करने की मांग रखी।
नगर निगम द्वारा पिछले कुछ दिनों से नगर निगम की चंडीकोटला गांव के पास पड़ी जमीन पर एजुकेशन सिटी बनाने की बात चर्चा में है।कांग्रेस इसका पूरी तरह विरोध करतीहै। शहर में पहले ही बहुत सारे स्कूल मौजूद हैं। जानकारी अनुसार पहले से ही स्कूल चला रहे संबंधित लोग इस जमीन पर स्कूल खोलने की तैयारी में हैं। इस जगह पर और कुछ न बनाकर सिर्फ हेल्थ यूनिवर्सिटी, अन्य सरकारी विश्वविद्यालय बनाया जाए। पंचकूला की जनता काफी देर से इनकी मांग कर रही है। कांग्रेस पार्टी किसी भी हालात में इस जगह का दुरुपयोग नहीं होने देगी। उन्होंने मांग की क्षेत्र में कॉलेज या यूनिवर्सिटी की जरूरत है जिसका वादा मौजूदा सांसद ज्ञान चंद गुप्ता ने पहले भी किया है।
चंद्रमोहन ने पंचकूला में मुख्यमंत्री द्वारा स्कूल साइट की घोषणा का भी विरोध किया उन्होंने कहा शहर और उसके आसपास पहले ही बहुत से स्कूल है ऐसे में संभव है कि अपने चहेतों को ही जमीन आवंटित कर दें जोकि कांग्रेस होने नहीं देगी।
नगर निगम पर निशाना साधते हुए चंद्रमोहन ने कहा बिजली का निजीकरण बहुत ही निंदनीय है बिजली का रख रखाव निगम को स्वयं करना चाहिए जिससे कि समस्याओं को जल्दी ही निपटाया जा सके। अभी पहले सूचना गुड़गांव स्थित कंपनी में जाती है उसके बाद पंचकूला में उस पर कार्रवाई होती है ,जोकि विलंब का कारण बनती है । कंपनियों को बेवजह पैसा देने की बजाय निगम को अपना विस्तार करना चाहिए इससे ना केवल शहर को व्यवस्थित करने में आसानी होगी बल्कि यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सड़कों और आने सुविधाओं की अवहेलना करने पर उन्होंने सरकार को खरी-खरी सुनाई और सरकार को संवेदनहीन बताया।
शहर की जर्जर हुई स्ट्रीट लाइट को प्राथमिकता के आधार पर बदला जाए। नगर निगम को अपना बिजली विंग बनाकर नई लाइटिंग व्यवस्था करनी चाहिए।
शहर में पेयजल सप्लाई की व्यवस्था काफी खराब है। अधिकतर सेक्टरों में पहली मंजिल पर भी पानी नहीं पहुंचता। सेक्टर-15, 20 जैसे बड़े सेक्टरों में नए ओवरहेड वाटर वर्कस बनाकर पेयजल व्यवस्था सुधारी जाए।
इस अवसर पर पार्षद रितु कसाना योगेंद्र क्वात्रा संदीप सोनी अमन दत्त शर्मा सलीम खान गुरमेल कौर गौतम प्रकाश आदि पार्षद मौजूद थे सभी पार्षदों ने अपने अपने वार्ड की समस्याएं पत्रकारों के समक्ष रखें उन्होंने आशा व्यक्त की कि शायद मीडिया के माध्यम से बताए जा रहे बिंदुओं पर सत्ताधारी मेयर और आयुक्त इसका संज्ञान लें राजनीति से ऊपर उठकर जनता के हित के लिए सोचे और पारित प्रस्ताव को कार्यान्वित करें ।