पंचांग, 24 जून 2021
इस बार गुरुवार, 24 जून 2021 को कबीरदास जयंती मनाई जाएगी। प्रतिवर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन महान कवि एवं संत कबीर की जयंती मनाई जाती है। कबीर भारतीय मनीषा के प्रथम विद्रोही संत हैं, उनका विद्रोह अंधविश्वास और अंधश्रद्धा के विरोध में सदैव मुखर रहा है। माना जाता है कि संवत 1455 की इस पूर्णिमा को उनका जन्म हुआ था।
आज यानी 24 जून 2021, दिन गुरुवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन वट पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, 25 जून की रात 12 बजकर 09 मिनट तक पूर्णिमा रहेगी, उसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।
वट सावित्री व्रत सौभाग्य को देने वाला और संतान की प्राप्ति में सहायता देने वाला व्रत माना गया है। भारतीय संस्कृति में यह व्रत आदर्श नारीत्व का प्रतीक बन चुका है। इस व्रत की तिथि को लेकर भिन्न मत हैं। स्कंद पुराण तथा भविष्योत्तर पुराण के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को यह व्रत करने का विधान है, वहीं निर्णयामृत आदि के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या को व्रत करने की बात कही गई है।
‘सती सावित्री’ के पतिव्रत की देन है वट सावित्री व्रत
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः ज्येष्ठ,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः पूर्णिमा रात्रि 12.10 तक है।
वारः गुरूवार,
नक्षत्रः ज्येष्ठा प्रातः 09.11 तक हैं, योगः शुभ प्रातः काल 06.05 तक,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः मिथुन,
चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक
सूर्योदयः 05.28,
सूर्यास्तः 07.19 बजे।
नोटः आज आज ज्येष्ठ पूर्णिमा, वट सावित्री व्रत तथा संत कबीर जयंती है।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।