शुभकामना संदेश – प्रैस क्लब
www.demokraticfront.com को तीसरी सालगिरह पर मुख्य सम्पादक सारिका तिवारी , सम्पादक पण्डित जी राज वशिष्ट और पूरी टीम को बहुत बहुत शुभकामनाएं। डेमोक्रैटिकफ्रंट ने पिछले 3 सालों में पूर्ण रूप से निष्पक्षता के साथ काम किया एवं अपना कर्तव्य समझते हुए समाज को न केवल समाचार से भिज्ञ किया अपितु समाज को जागरुक करने में भी पीछे नही हटी। डेमोक्रैटिकफ्रंट की सारी संचालन समिति इस प्रकार पूर्ण निष्ठा भाव के काम करने के लिए वह बधाई की पात्र है।
सत्यनारायण गुप्ता
चेयरमैन पंचकूला प्रेस क्लब
एवं
प्रधान अग्रवाल विकास ट्रस्ट पंचकूला
सदैव पत्रकारिता और समाजसेवा से जुड़े कार्यों के लिए तत्पर
पंचकूला प्रेस क्लब के चेयरमैन श्री सत्यनारायण गुप्ता न केवल वरिष्ट पत्रकार हैं बल्कि समाजसेवी भी है। क्लब के प्रधान रहते हुए अपने कार्यालय के दौरान इन्होंने सरकार और अन्य स्थानों पर पत्रकारों का प्रतिनिधित्व बखूबी किया। वर्तमान में गुप्ता जी अग्रवाल विकास ट्रस्ट के प्रधान हैं
तीन दशको से पत्रकारिता से जुड़े सत्यनारायण गुप्ता
लम्बे समय तक राष्ट्रीय दैनिक दिव्य हिमाचल के लिए पंचकूला में ब्यूरो के रूप में कार्यरत रहे। आजकल हरियाणा से प्रकाशित अग्रजन पत्रिका का सफल संचालन कर रहे हैं।
एक ऐसे गणमान्य नागरिक हैं जो कि हरमन प्रिय हैं। अपने व्यवहार और दूसरों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
विभिन्न संस्थाओं से जुड़े श्री सत्यनारायण गुप्ता अग्रवाल समुदाय के भी एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं और समुदाय द्वारा कल्याणकारी कार्यों में इनकी भूमिका सदैव सराहनीय रहती है। – सारिका तिवारी
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डेमोक्रेटिक फ्रंट॰कॉम को 3 वर्ष पूरे करने पर हार्दिक शुभकामनाएं फ्रंट में अपने इस 3 वर्ष के कार्यकाल के दौरान पत्रकारिता के नए आयाम बनाए हैं यह भविष्य में पत्रकारिता की नई बुलंदियों को छूते हुए दूसरों का मार्गदर्शन करें ऐसी मनोकामना करता हूं प्रबंधन को एक बार फिर से हार्दिक शुभकामनाएं
अशोक कुमार
प्रधान पंचकूला जर्नलिस्ट क्लब
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.निर्भीक पत्रकार हैं अशोक ,समाचार लेखन में इनसे पार पाना कठिन
अशोक कुमार शर्मा एक वरिष्ठ पत्रकार , पंचकूला जर्नलिस्ट क्लब के प्रधान हैं।
जिस उम्र में आम तौर पर जब लड़के यहाँ वहाँ घूम फिर कर समय व्यतीत कर रहे होते हैं उस उम्र में अशोक शर्मा जनसत्ता के लिए रिपोर्टिंग करते थे।
मैं इस क्षेत्र में अशोक जी की कनिष्ठा हूँ । आतंकवाद के कठिन समय मे भी अशोक जी ने बिना किसी दबाव के अपना कर्तव्य निभाया। कहना न होगा कि उस समय जब कि नाईट कर्फ्यू का ज़माना था पत्रकारों की मेज पर चुनाव के लिए हर शाम रखी मौत, पैसा और कर्तव्य होते थे तो अशोक जी ने केवल अपने कर्तव्यों को चुना। मुझे लगता है कि पत्रकारिता के प्रति निष्ठा का श्रेय इनके पिता स्वर्गीय श्री बलराम दत्त शर्मा जो कि दैनिक ट्रिब्यून के सम्पादक थे को भी जाता है।
जनसत्ता, नई दुनिया , हरिभूमि जैसे कई राष्ट्रीय दैनिक समाचारपत्रों में कार्यरत रहने के बाद अशोक जी ट्राइसिटी रिपोर्टर नामक पत्रिका का सफल संचालन कर रहे हैं । आशा है कि भविष्य में भी नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। – सारिका तिवारी
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डेमोक्रैटिक फ्रंट वेब पोर्टल ने अपने 3 साल बेमिसाल पूरे किये हैं इस मौके पर मैं एस.के जैन पत्रकार, लेखक एवं ट्राई मीडिया जर्नलिस्ट क्लब अध्यक्ष डॉ सारिका तिवारी को अपनी और अपने क्लब की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई भेज रहा हूं।
आज की इस आपाधापी और रोजमर्रा की ज़िंदगी में पत्रकार का जीवन एक सार्थक कदम रखता है। वह अपने समाचारों एवं लेखन द्वारा आस पास के परिदृश्यों का विश्लेषण करते हुए अपने निष्कर्ष जनता के समक्ष प्रस्तुत करता है। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि डॉ सारिका तिवारी इस परी प्रदेय में खरी उतरी हैं। बहुप्रतिभाओं की जानकार होते हुए डॉ सारिका तिवारी न केवल एक पत्रकार हैं बल्कि एक संस्था स्वरूप है।सारिका जी एवं समस्त संचालन समिति को हार्दिक बधाई देना चाहता हूं और यह कहना चाहता हूँ कि पत्रकारिता को प्रजातन्त्र का चौथा स्तम्भ माना गया है लेकिंन उस्के साथ साथ पत्रकारिता के भी अपने स्तम्भ माने गए हैं : विश्वसनीयता, निष्पक्षता, स्पष्टता व निडरता।
इन चारों स्तम्भो की मजबूती को मद्दे नज़र रखते हुए डॉ सारिका तिवारी ने अपने सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन बड़ी ततपरता के साथ किया है।
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विविधता से समाज को जागरूक करती है एस. के. जैन की लेखनी
श्री एस के जैन ट्राई मीडिया क्लब के प्रधान, भाषा विद, स्तम्ब लेखक
अपने अध्ययन को शब्दों में ढालने और लेखों के रूप में जनसाधारण तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। बहुत से समाचार पत्रों में अक्सर जैन साहब के लेख पढ़ने को मिल जाते हैं।
जैन साहब की शैली की लेखनी साहित्यिक के साथ साथ वैज्ञानिक भाषा भी जानती है इसका कारण है ये पेशे से अभियंता हैं, इनकी स्नातकोत्तर शिक्षा विज्ञान से है।
बहुत ही मिलनसार, दर्शन और विज्ञान को साथ लेकर चलने वाले श्री एस के जैन की पुस्तक ‘विविधा’ बदलते सामाजिक परिवेशों को दर्शाती है, इसी श्रृंखला में जल्दी ही वह अन्य दो पुस्तकों का लोकार्पण करेंगे जिनमें हमे समाज, राजनीति ,विज्ञान आदि का समावेश मिलने की संभावना है। भाषा के जिज्ञासुओं के लिए भी एक सौगात इसी श्रृंखला में मिलने की आशा है। – सारिका तिवारी